UPDATE 012
पिछले अपडेट मे आपने पढा की कैसे पापा ने मौसी को भोगा
अब आगे
सुबह करीब 8 बजे मेरी नीद खुली मै फ्रेश होकर नीचे गया तो पापा , मौसी , मा नासता कर रहे थे
मौसी - अरे राज ,, आओ बेटा तुम भी नास्ता कर लो
फिर मै भी नाश्ता करने लगा
फिर मैने पापा को बोला - पापा मुझे अब एक मोबाइल चाहिये
रात मे मौसी की दमदार चुदाई के बाद पापा का मूड खुश था ही तो बोले - ठीक है बेटा लेलो ,,, वैसे भी घर पर एक मोबाइल जरुरी है
मा - हा जी बहुत जरुरी हो गया मोबाइल आजकल
फिर पापा ने मुझको कहा कि - ऐसा करो राज तुम मौसी को लिवा लो और बाजार चले जाओ ,, रागिनी कह रही थी कि रज्जो दीदी के पास कप्डे नही है
मै - ठीक है पापा
फिर मौसी सारा कप प्लेट लेकर किचन मे जाने लगी तो पापा की नज़र मौसी की भरी भरकम चुतड पर थी तो ऐसे हिल रहे थे मानो बडे बडे दो गोल गोल रुई के गठ्ठरो को बान्ध दिया गया हो
फिर मा निचे दुकान मे गयी और मै अभी नास्त कर रहा था
पापा किचन मे जाते हुए बोले - मै जरा हाथ धुल लू कौन ऊपर जायेगा और वो किचन मे गये मै समझ गया अन्दर कुछ चल रहा है फिर पापा जाते जाते बोले - अच्छा राज मार्केट से वापस आते वक़्त आपनी मौसी को दुकान पर लेते आना देख लेंगी वो भी
मै नसता करते हुए हा मे सर हिलाया
फिर नास्ता खतम करके कीचेन मे गया और बरतन सिंक मे डाल के हाथ धोते मौसी से बोला
मै - तो मौसी कब से चलना है बाजार
मौसी - बस 10 मिनत रुक मै तैयार हो रही हू फिर चलते है
फिर मौसी हाथ मुह धुल के बेडरुम मे गयी और मै भी उन्के पीछे गया
मौसी ने मा की सारी उतार दी
और ब्लाऊज भी क्योकि उन्होने रात से ही ब्रा नही पहनी थी उन्के चुचे उछल के बाहर आ गये
मै - मौसी आज तो पिला दो दूध ,,, कोई है नही
मौसी मुस्कुराते हुए बोली जा पह्ले दरवाजा बंद करके आ
मै खुशि से जल्दी से दरवाजा लॉक किया
और मौसी के पास आ गया फिर मौसी ने इशारे से मुझे आगे बढने को बोला
मै लपक कर दोनो चुचियो को पकड़ा और बारी बारी से चूसने
मौसी आँखे बंद करके मेरे बालो मे हाथ फिरा रही थी
फिर मैने उनको लिटा के उन्के बगल मे लेट कर एक एक करके चुचो को म्सल्ते हुए चूसने ल्गा
मौसी - उम्म्ंम ओह्ह्ह्ह राज बेटा बस कर
मै - मौसी आपकी चुची इतनी बड़ी कैसे हैं ,,,,वापस निप्प्ल पर जीभ लगा कर चाटने लगा
मौसी - हम्म्म्म उह्ह्ह्ह ,,,वो तो ऐसे ही चूसने वालो ने बड़ी कर दी है ।
मै आँखे बड़ी करके बोला - तो क्या रमन भईया अभी भी दूध पिते है क्या आपका ,,, इतना बोल के मौसी के निप्पल को दांतों से हल्का सा काता
मौसी - उम्म्ंम्ं वो तो रोज ही चुस्ता है इनको बेटा ,,,,,ओह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह
मै मन मे सोचने ल्गा ,,लगता है मौसी रमन से भी चुदती है
लेकिन मौसी ने कहा कि चूसने वालो ने उनकी चुची बड़ी की है तो मौसा पापा के अलावा किस किस से चुद चुकी है मौसी इसका पता लगाना पडेगा
इसी बीच मै लगातार मौसी की चुचिया चुस्ता और दबात रहा
फिर मैने धीरे धीरे अपना एक हाथ मौसी की चुत पर पेतिकोट के ऊपर से रख दिया
मौसी - आह्ह्ह्ह लल्ला क्या कर रहा है उम्म्ंम्ं
मै - कुछ नही मौसी बस दूध ही पी रहा हू
और मौसी की एक चुची मुह मे लेके उनकी चुत को सहलाते हुए बोला - अच्छा तो मौसी क्या रमन भैया आपकी गांड भी चुस्ते है क्या जो ये भी बड़ी हो गयी
मौसी एकदम मदहोश थी और बोली - नही लल्ला वो तो इसे चौ..... इह्ह्ह अह्ह्ह्ह इह्ह्ह्ह उम्म्ंम
इतना बोल के मौसी झदने लगी ,,,मुझे थोड़ा तज्जुब हुआ कि मौसी इतनी जल्दी कैसे ???
शायद ये शुरुवाती चिपचिपाहट से उनका ध्यान भटका या वो पहले से ही गरम हुई थी ।
और फिर मुझे उठा कर बोली बस कर लल्ला तू निचे जा मै नहा के आती हू
मेरा लंड एकदम खड़ा था जब मैं उठा तो मौसी की नजर मेरे लंड पर गयी ,,,, फिर वो मुस्कुरा कर ऊपर चली गयी
मै थोडी देर निचे दुकान मे रहा फिर मौसी आई और हम बाजार चले गये पहले मैने एक android फॉन लिया और फिर हम एक बडे कपडे वाले दुकान पर गये
जहा मौसी ने 2 फुल साइज़ बटन वाली मैक्सि ली फिर हम लोग पैसे देकर मेरे दुकान पर निकल गये
दुकान पर पापा मौसी को देखते ही खिल गये और फिर हम तीनो अन्दर गोदाम मे बने एक रेस्टरुम मे चले गये
फिर पापा ने मुझे बोला की जाओ 3 ठंडा लाओ तब तक मै दीदी को घर घुमा दू
मै समझ गया कि इन दोनो की रासलीला होगी थोडी बहुत और मुझे ठंडई लेकर आने मे कम से कम 20 मिनत लगते
फिर मै दुकान से निकल गया और कुछ दूर जाने के बाद मुझे गन्ने के जूस वाला मिल गया तो मेरे दिमाग मे शैतानी आइडिया आया
मैने जल्दी से गन्ने का रस 3 ग्लास पैक करवाया और समय से 10 पहले ही वापस आ गया और चुपचाप रेस्टरुम की तरफ गया तो अन्दर मेरे अनुमान अनुसार काम चालू था
मौसी निचे बैठ कर पापा का लंड मुह मे किये गप्प गप्प चूसे जा रही थी
मन मे आया कि अभी जाकर मै भी शामिल हो जाऊ फिर मैने विचार बदल लिया और थोड़ा वापस आकार आवाज लगाते हुए अन्दर आने ल्गा त्ब्तक दोनो सतर्क हो अलग हो गये
पापा - अरे बेटा तू जलदी आ गया
मै - हा पापा वो रास्ते मे गन्ने के रस वाला मिल गया तो सोचा ठण्डई से अच्छा यही ले चलू
पापा - अच्छा किया
फिर हमने रस पिया और मै मौसी घर आ गये
शाम को 4 बजे मै कोचिंग चला गया
कोचीन्ग मे चंदू को देखते ही मुझे रजनी की चुदाई याद आ गयी
मैने सोचा अब जल्द ही इसके बारे मे चंदू से बात निकलानी पड़ेगी ।