भाग 10
मैं बेटी से कहा कि अब तो बता दे फिटिंग कैसी है।
रितिका अब आप फिटिंग जानकर क्या करें यह बात तो आपको पहले पूछने पूछनी चाहिए जब आप लेने के लिए जा रहे थे उसी टाइम पूछना चाहिए कि तुम्हारी साइज क्या है।
शेखर उसे टाइम मुझे याद ही नहीं आया ।
रितिका आपको मेरी साइज पता नहीं थी तो फिर आपने लिया...
भाग 10
मैं बेटी से कहा कि अब तो बता दे फिटिंग कैसी है।
रितिका अब आप फिटिंग जानकर क्या करें यह बात तो आपको पहले पूछने पूछनी चाहिए जब आप लेने के लिए जा रहे थे उसी टाइम पूछना चाहिए कि तुम्हारी साइज क्या है।
शेखर उसे टाइम मुझे याद ही नहीं आया ।
रितिका आपको मेरी साइज पता नहीं थी तो फिर आपने लिया...
भाग 9
जैसे ही मैं बाथरुम से नहा कर निकाला तो मेरी बेटी बेडरूम में बैठी हुई थी।
तो मैंने कहा बेटा तू भी नहा ले'।
रितिका पापा मैं आज नहीं नहा सकती।
तो मैंने पूछा क्यों तो उसने अपनी नज़रें नीचे करके बोली मेरे ब्लड निकल रहे हैं इसलिए मैं अभी नहीं नहा सकती।
तो मैंने कहा कि मैं भी कितना बेवकूफ...
भाग 8
फिर इसी तरह कॉलेज में एक दिन बीत गया फिर कॉलेज में छुट्टी होने का टाइम आया तो शेखर जी ने सिक्योरिटी गार्ड को रितिका को बुलाने के लिए भेजा फिर सिक्योरिटी गार्ड ने रितिका को जाकर बोला कि प्रोफेसर साहब आपको बुला रहे हैं फिर रितिका अपने क्लासरूम से निकल कर आ रही थी तो शेखर जी बाहर खड़े होकर...
भाग 7
मैं नहा कर आया उसके बाद मेरी बेटी नहाने के लिए बाथरुम में चली गई और मैं बैठकर टीवी देखने लगा रितिका जब अंदर बाथरूम में गई तो देखा कि उसके पापा के खोले हुए कपड़े वहीं पड़े हुए थे वह सोचती है कि पापा तो खुद अपने कपड़े धोएंगे नहीं तो मुझे ही धोना पड़ेगा और कपड़े उठाकर साइड में रख देती है और...
भाग 6
रात में हम दोनों बाप बेटी एक ही बेड पर सो गए रात में सोते वक्त मैं ख्याल रख रहा था कि मेरा शरीर उसके साथ टच ना हो इसलिए मैं एक तरफ मुंह करके सो रहा था वह दूसरी तरफ करके सो गई रितिका भी मन ही मन सोच रही थी कि आज हमें पहली बार पापा के साथ एक ही बेड पर सो रही हूं मुझसे कहीं कुछ गलती ना हो जाए...
भाग 5
मैं अपनी बेटी को अपने कॉलेज नाम लिखवाने के बारे में पूछा कि क्या हुआ वहां नाम लिखवाएगी तो फिर वह बोली कि आप दोनों का मन वहीं पर लिखवाने का है तो मैं मना कैसे कर सकती हूं।
इसलिए मैं भी आपके साथ जाने के लिए तैयार हूं। यह सुनते ही उसकी मां बहुत खुशी हुई और बोली कि यह तो बहुत अच्छी बात है कि...
भाग 4
मैं अपनी बेटी को इस छोटी ड्रेस में इस तरह देखकर मैं मन ही मन सोच रहा था कि तभी उसकी मां उधर से आ गई और वह उसे देखकर बोली कि यह क्या पहन रखा है तुमने तो वह अपनी मां को देखकर खुश होते हुए बोली की मां कितनी अच्छी है ना ड्रेस तो उसकी मां बोली की अच्छी है लेकिन यह तुम्हारे लायक नहीं है फिर वह...