अरे ये तो पुरुषों के साथ अन्याय है मोहतरमा।
कभी पुरुषों के बारे में भी सोच लीजिए कि उनपर जो अत्याचार महिलाओं द्वारा किए जाते हैं उसकी क्या सज़ा होनी चाहिए।
अरे ये तो पुरुषों के साथ अन्याय है मोहतरमा।
कभी पुरुषों के बारे में भी सोच लीजिए कि उनपर जो अत्याचार महिलाओं द्वारा किए जाते हैं उसकी क्या सज़ा होनी चाहिए।
अरे ये तो पुरुषों के साथ अन्याय है मोहतरमा।
कभी पुरुषों के बारे में भी सोच लीजिए कि उनपर जो अत्याचार महिलाओं द्वारा किए जाते हैं उसकी क्या सज़ा होनी चाहिए।