Update 24
ताऊ के आने के बाद सोनू और सुनहरी बाईक मे बैठ कर घर के लिए निकल गए ।
घर पहुचकर सोनू के घर फिर से पारूल आई होती है ।
सोनू पारूल के पास जाकर उसे बोला ,
आपने इतनी तकलीफ क्यो कि मुझे फोन किया होता मैं आ जाता ।
पारूल --- जरा बाहर आओ ।
सोनू और पारूल घर के बाहर आते हैं ।
पारूल तुम बैठो मेरी स्कुटी के पीछे
पारूल सोनू को लेकर अपने घर आ जाती है ।
पारूल अपने घर का ताला खोलती है
पारूल सोनू को आओ अंदर आओ
सोनू --- जी ।
सोनू पारूल के घर के अंदर जाता है
क्या तुम्हे इलाज नही करवाना ।
सोनू जी करवाना है , तो फिर उस दिन मैने तुम्हे आने को कहा था तो तुम क्यो नही आए ।
वो दरअसल मैं भूल गया ।
पारूल -- इसका मतलब तुम इसके लिए serious नही हो ।
सोनू -- कुछ नही बोलता ।
पारूल --- क्या हुआ क्या तुम्हे इसकी जरूरत नही.
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पारूल कुछ देर चुप रहने के बाद
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मान लिया कि अभी तुम्हे इसकी जरूरत नही है लेकिन जब तुम्हारी शादी होगी तब तो तुम्हे इसकी जरूरत पड़ेगी न ।
सोनू -- जी ।
पारूल --- बस जी जी करो ।
पारूल --- अपनी पैंट खोलो
और अपना penis दिखाओ ।
सोनू -- जी क्या ।
पारूल -- तुम्हारी भाषा में क्या बोलते है उसे
याद नहीं आ रहा
सोनू -- मैं कुछ चीजो के नाम लेता हू आप चुनना
मेरे पैंट में तो मेरा फोन है
पारूल -- नहीं ।
सोनू--- मेरा लंड हैं ।
सोनू ये बोल कर चुप हो गया
माहौल गरम हो चुका था ।
पारूल -- शरम के मारे सोनू से नजरे चुरा रही थी
पारूल सोनू से.
हा वही । दिखाओ मुझे चेकअप करना है
सोनू --- मेरा लंड अभी लिजिए अभी दिखा देते है ।
आप इतना शरमा क्यो रही है
क्या आपने आज से पहले किसी और मरीज का लंड का चेकअप नही किया क्या ।
पारूल -- नहीं ।
तुम ही पहले हो जिसका मैने penis वाला केस लिया हैं
सोनू -- ये क्या आप बार बार penis penis किए जा रही है
मेरे पास कोई penis वेनिस नही है
मेरे पास मेरा ये लंड है ।
पारूल -- हा मैं उसी की बात कर रही हू ।
सोनू - ओह ऐसा क्या ।
तो फिर ठीक है।
सोनू अपना पैंट खोल देता है
अपना लंड ले जाकर पारूल के हाथ में पकड़ा देता है ।
पारूल. सोनू के लंड कि गरमाहट का एहसास पाकर कामुक होने लगी ।
वो ये भूल चुकी थी कि उसकी बेटी वैभवी सोनू से प्यार करती है ।
पारूल कि बरसो की प्यास सोनू के गरम लंड के छूते ही जाग उठती है ।
सोनू को पारूल की हालत का अंदाजा हो गया था ।
( सोनू को अब वैभवी से कोई मतलब नही था क्यो कि सोनू को लगता हैं कि वैभवी उससे प्यार नही करती
और सोनू अपनी लंड के काम न करने का जिम्मेदार. और सुनिता से मार खाने का जिम्मेदार वैभवी को मानता हैं ।
सोनू को अब प्यार से मतलब नही है वो बस सेक्स का भूखा है
अब सोनू पारूल कि चुदाई करना चाहता हैं। )
पारूल कि पकड़ सोनू के लंड पर बढ़ रही थी ।
तभी पारूल को याद आता है कि वो क्या कर रही है
और वो सोनू के लंड से अपने हाथ को हटा देती है ।
पारूल सोनू को बैठने को बोलती है ।
पारूल सोनू के लंड का चेकअप करती है
पारूल सोनू से कहती है कि ये तो ठीक लग रह है
सोनू -- सिर्फ लग रहा है । पर है नही ।
पारूल -- तुम हस्तमैथुन करके दिखाओ मुझे ।
सोनू -- ये क्या है ।
पारूल --- तुम्हे नही पता कि हस्तमैथुन क्या होता ।
सोनू -- मुझे नहीं पता ।
पारूल --- देखो अपने लंड को पकड़ और हिला ।
सोनू-- ये तो गजब हो गया
आपने पहली बार लंड को लंड बोला ।
पारूल --- शरम के मारे अपनी नजरे झुका लेती है ।
सोनू --- मैडम हमको नही आता ये हस्तमैथुन करना ।
।।आपको आता है तो आप ही कर दीजिए ना ।।
पारूल -- कुछ देर चुप हो कर सोचती है ।
फिर
ठीक है ला
पारूल सोनू के लंड को अपने हाथ में पकड़ लेती है
पारूल के हाथ का स्पर्श पाकर सोनू सिहर जाता है
सोनू के मुह से
आहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहह
निकल पड़ा ।
पारूल --- क्या हुआ
सोनू --- वो गुदगुदी हो गयी ।
आज तक किसी ने ऐसा लंड को पकड़ा नहीं ना ।
पारूल --- थोड़ा मुस्कुरा देती है ।
पारूल मन में बड़ा भोला है ,
सोनू मन में तेरी कह के लुंगा ।
पारूल ---
सोनू के लंड को पकड़ के हिलाने लगती है ।
कु़छ देर हिलाने के बाद सोनू आहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहह ऊममममममममममम़ममममममममम करके सोनू का. लंड
अपना वीर्य इतना जोर से निकालता हैं कि वीर्य पारूल को पूरे चेहरे पर
कु़छ वीर्य तो पारूल के हल्के से खुले मुह मे भी समा जाता है ।
पारूल --- न चाहते हुए भी
सोनू के वीर्य का स्वाद चख ही लेती है ।
अब पारूल थोड़ा बहक गई थी ।
सोनू इस मौके को हाथ से जाने देना नही चाहता था ।
सोनू -- अपने कपड़े से पारूल के मुह को पोछता है
पारूल रूको तुम मै मुह धोकर आती हू.
पारूल -- अंदर बाथरूम में जाकर दरवाजा बंद कर. देती है ।
और अंदर जाकर अपने पति के साथ गुजरे चुदाई के पल को याद कर अपनी चुत में उगली करने लगती है ।
सोनू बाथरूम के बाहर से पारूल कि सिसकारियो को सुन रहा था ।
कु़छ देर बाद जब पारूल का पानी निकला और वो शांत होकर
अपने मुह को धोकर बाहर आई सोनू पारूल के बाहर आने से पहले वापस से सोफे पे बैठ चुका था
पारूल -- तुम्हारा लंड तो ठीक हो गया है ।
सोनू -- नही मैडम जी बिना इसका ट्राई लिए आप ऐसा कैसे बोल सकती है ।
पारूल -- हा ट्रायल तो देखना जरूरी है ।
सोनू --- हा ।
पारूल --- तुम्हारी नजर में कोई है जो ट्रायल के लिए तैयार हो ।
सोनू --- नही ।
पारूल ---- तब तो गड़बड़ हो गयी ।
सोनू -- हा ।
पारूल -- अगर तुम ये बात किसी से भी न बताने का वादा करो तो मैं तुम्हारी डाक्टर होने के नाते
तुम्हारा ट्रायल ले सकती हू ।
सोनू --- मैं आपसे वादा करता हूँ कि ये बात आप के और मेरे बीच ही रहेगी ।
पारूल -- तो ठीक है ।
तुम आज रात को आ जाना ट्रायल के लिए ।
सोनू --- जी मैडम जी ।।
पारूल. सोनू को उसके घर छोड़ के आती है ।
सोनू मन मे बहुत खुश था ।
पारूल भी हवस से भाग न सकी और सोनू के आगे अपने जिस्म की प्यास को मिटाने के लिए
समर्पण कर दिया ।