Update 21
कल्लु सोनू के घर से निकल जाता है और सोनू को फोन करके
हा भाई सोनू तेरा काम हो गया
सोनू कल्लु से धन्यवाद भाई
कल्लु सोनू भाई तेरे लिए कुछ भी कर सकता हू यार ।
सोनू फोन कट करता है और बस का वेट कर रहा होता है कुछ देर बाद बस आ जाती है
सोनू कस्तुरी को और अनिता को अपने बाईक पे बिठा के घर आ जाता है
सोनू फिर बस स्टेन्ड जाता है और बचे घर के लोगो को ले आता है
सोनू के ताऊ और ताई लेकिन अभी नही आए वो कल सुबह 6 बजे train से आने वाले थे
क्यो कि ताऊ और सुनहरी ताई अपने मायके वालो के साथ मसुरी घुमने चली गई थी
सुनिता सबको खाने के लिए बुला ई
सब खाने के बाद सोने चले गए
लेकीन सोनू के मन में तो आज लड्डू फूट रहे थे
क्यो कि आज उसके मन कि मुराद पुरी हो जाएगी
सोनू अपने कमरे में जाकर सोने लगा तो सुनिता ने उसे रोका और कहा आज रात तु मेरे कमरे में मेरे साथ बेटा
अगर मेरी तबियत फिर खराब हो गयी तो सम्भालने वाला कोई तो होना चाहिए ना साथ में
सोनू मन में मुस्कुराते हुए
आज तेरी चुत बजा कर रहूगा
सोनू सुनिता से ठीक है मा
सोनू सुनिता के कमरे में जाकर बिस्तर पर लेट जाता है
सुनिता सोनू से तु रूक एक मिनट मैं आती हू
सुनिता सोनू के लिए दूध का गिलास ले कर आती है
सोनू सुनिता से मा
घर मे दूध कहा से आया
सुनिता सोनू से मैने आज ही दुधवाली के यहा से दूध लेना शुरू कर दिया है
सोनू को सुनिता पे शक होता है
कि कही इसने दूध मे नीद की दवाई तो नही दे दी
सोनू सुनिता से लाओ मा ये दूध का गिलास मुझे दे दो मै इसे पी लेता हू फिर जल्दी से सो जाता हू
क्यो कि जल्दी सोऊगा तभी तो कल सुबह जल्दी उठूगा
कल ताई को लेने जाना है
सुनिता हा ये ले पकड़ गिलास
सोनू गिलास पकड़ कर रूम से बाहर आ जाता है
सुनिता सोनू से बाहर कहा जा रहा है
सोनू सुनिता से
कुछ नही
बस टहल के दूध पीने का सोच रहा हू
फिर सोनू किचन मे जाता है और वो दूध दो गिलास में डाल कर उन दोनो मे और दूध और नीद की दवाई डाल कर अपने दोनो चाची को दे आता है
और उन दोनो के दूध पीने तक वही खड़ा रहता है
उन दोनो के दूध पीने के बाद सोनू दोनो का गिलास लेकर किचन मे जाता है और अपने लिए एक गिलास में नया दूध डाल कर सुनिता के कमरे में आ जाता है
सुनिता सोनू से पी लिया दूध
हा मा पी रहा हू
सोनू सुनिता के सामने दूध का गिलास खतम करता
सुनिता सोनू से चल अब सो जा
सोनू सुनिता के बगल में लेट जाता है
सुनिता ने सारी तैयारी कर रखी थी
ठंड का मौसम था इसलिए सोनू और सुनिता कम्बल
ओढ़ के सो रहे थे
सुनिता का मुह सोनू की तरफ था दोनो आँख सोने का नाटक कर रहे थे
कु़छ देर बाद सुनिता को लगा की सोनू सेो गया है
उसने चेक किया
पहले सोनू को जोर से आवाज दी
फिर सोनू को पकड़ के हिलाया
सोनू ने कोई response नही दिया
सुनिता को पक्का यकीन हो गया कि सोनू पर दवाई का असर हो गया है
सुनिता ने रूम की लाईट को on किया
सारे खिड़की दरवाजे बंद कर पर्दे से ढक दिया
अब सुनिता नंगी होने लगी
सोनू सुनिता को अपने आँख को थोड़ा सा खोला और सुनिता के नंगे बदन को देखने लगा
सुनिता अब तेल की सीसी लेकर सोनू के पास जाती है
सोनू अपने आँख बंद कर लेता है
सुनिता सोनू के पास जाकर कम्बल हटाती है और
सोनू के पैंट को नीचे खीच देती है
फिर सुनिता सोनू के चड्डी को भी नीचे करती है
सुनिता अपने हाथ में तेल निकाल लेती है
उस तेल से सने हाथ से सोनू के लंड को पकड़ लेती है
सोनू चुपचाप लेटा रहता है
सुनिता सोनू के लंड कि अच्छे से तेल मालिस करके उसको हिलाने लगती है सोनू का लंड अपने औकात में आने लगा
सोनू के लंड कि size देखकर सुनिता तो फुले नही समा रही थी
क्या लंड है इसके बाप का तो इससे आधा भी नही था
सुनिता मन मे
इसलिए कस्तुरी बार बार इस लंड से चुदाई करवाती थी
चलो आज मै भी इसकी सवारी का मजा लेती हू
वैसे भी किसी को कुछ पता तो चलेगा नही क्यो कि सोनू को मैने नींद कि गोली वाले दूध को पिला दिया है
लेकीन पहले तीन घंटे तक मुझे इसे अपने चुत में रखना होगा तभी ये सही से काम करेगा
सुनिता बाबा को धन्यवाद देती है
सुनिता सोनू के लंड को अपने चुत में भरकर लेट जाती है
तीन घंटे तक न सोनू कुछ करता है और न सुनिता
क्यो कि अगर सोनू कुछ हरकत कर देता तो उसका भान्डा फूट जाता
और सुनिता तो सोनू से नीद मे वैसे भी खुद ही चुदाई के लिए तैयार है
तो सोनू को जल्दबाजी करने कि कोई जरूरत ही नही थी
अब
3 घंटे बाद
सुनिता अब सोनू के ऊपर चढ़ जाती है और उछल उछल कर अपनी चुत मरवाने लगती है
सुनिता सोनू से इसी तरह 3 बार चुदाई करती है
सोनू बिना कुछ करे चुदाई का आनंद लेता है और
अपने कपड़े पहन कर सो जाती है
सुनिता की चुत बहुत टाइट थी क्यो कि सोनू के पापा के मौत के बाद सुनिता किसी से नही चुदी थी
आज जा के सुनिता के इतने सालो का उपवास टूटा था
सोनू भी सो जाता है
सुबह सोनू 5 बजे उठता है
सोनू तैयार होकर अपने ताई को लेने रेलवे स्टेशन के लिए निकल पड़ा