Update 14
और वापिस आकर खड़ी हो गयी उनके सामने...
सभी एक साथ उठे और सबने मिलकर काजल को घेर लिया...
सभी ने एक-2 करके उसके कपड़े उतारने शुरू कर दिए..
गणेश ने वो हंटर उसके मुँह मे ठूस दिया...और पीछे खड़े बिल्लू ने उसके मुम्मे के उपर की ब्रा निकाल कर नीचे कर दी
..
वो तीनो उसके जिस्म से जोंक की तरहा चिपके हुए थे...सारिका बेचारी अकेली खड़ी हुई अपनी चूत मसल रही थी..और सोच रही थी की उसका नंबर कब आएगा..
बिल्लू और गणेश ने उसके कपड़े निकालते हुए उसके चेहरे को पकड़ा और उसके और राणा के मुँह को आपस मे मिला दिया...और फिर वो सारिका की तरफ चल दिए, उन्हे एक गहरी स्मूच मे डूबा कर..
राणा ने अपनी उंगलियाँ काजल के मुँह मे डाली , जिसे वो प्यासी चुड़ैल की तरह चूसने लगी..
फिर उसने झुक कर उसके मुम्मों पर अपना मुँह रख दिया और उन्हे चूसने लगा...वो तड़प उठी..अपनी जीभ से उसके बदन को चाट्ता हुआ वो उपर आया और ज़ोर से स्मूच कर लिया..
फिर काजल अपने होंठो को धीरे से राणा के होंठो पर
रख कर एक गहरा चुंबन लेती है, जब काजल राणा के होंठो पर अपने होंठ रख देती है तो उसकी चूत पूरी गीली हो जाती है
और उसे एक अजीब से आनंद की अनुभूति होती है,
काजल अपने आप को रोक नही पाती है और उसके जिस्म से अपने गदराए जिस्म को पूरी तरह चिपका कर राणा के होंठो पर फिर से अपने रसीले होंठो को रख देती है और उसका गरम जिस्म पूरी तरह राणा से सटा लेती है उसकी चूत की नसे कूदने लगती है
और उसकी चूत का खड़ा हुआ दाना और ज़्यादा तन कर फड़काने लगता है, काजल के दूध के मोटे-मोटे निप्पल बिल्कुल कड़े
होकर तन जाते है, काजल धीरे-धीरे राणा के होंठो को अपने होंठो से बार-बार दबाती है फिर हटती है और फिर अपने
होंठो से दबा लेती है, राणा की नाक मे काजल के गदराए जिस्म की मादक खुसबू बहुत उत्तेजना पेदा कर देती है और
उसे काजल द्वारा की गई हरकत से बहुत ज़्यादा सुकून मिलता है
कुछ देर बाद काजल से रहा नही जाता है और वह डरते हुए लेकिन हिम्मत करके राणा के हाथ को पकड़ कर अपनी मोटी-मोटी तनी हुई गदराई चुचियो पर धीरे से रख देती है और फिर राणा के हाथ के पीछे अपना हाथ ले जाकर उसके हाथ को अपने दूध पर धीरे-धीरे दबाने लगती है और फिर से राणा के होंठो पर अपने रसीले होंठ रख कर दबाने लगती है, राणा
उसकी इस हरकत से पागल हो जाता है और राणा अपनी एक टांग को उठा कर काजल की कमर मे डाल कर उससे
कस कर चिपक जाता है और काजल राणा की बाँहो मे कस जाती है और अब उससे रहा नही जाता है और वह से ज़ोर से चिपक जाती है और उसके होंठो को चूमने लगती है, उसके दोनो मोटे-मोटे दूध राणा की छाती से कस कर दबे हुए थे और राणा ने उसकी कमर मे हाथ डाले हुए उसकी जाँघो और मोटी गान्ड को अपने पेर को डाल कर कस रखा था, काजल पूरी गीली हो चुकी थी और राणा उसकी स्थिति को समझ गया था और उसने मोके का फयडा उठाते हुए काजल को कस कर अपने सीने से लगाते हुए उसके रसीले होंठो को अपने मुँह मे भर कर चूसना चालू कर दिया,राणा काजल के गदराए कसे हुए दूध को बड़ी बेरहमी से मसलना शुरू कर दिया
बिल्लू और गणेश ने सारिका को घेर लिया, वो तो पागलों की तरह उसे नोचने लगे..उसके मुम्मों पर बिल्लू ने ऐसा हमला बोला जिसे महसूस करके वो चीखे मारने लगी..और गणेश तो सीधा उसके पीछे गया और मार के कारण लाल सुर्ख गांड पर अपनी जीभ रखकर उसे चाटने लगा...शायद आज उसकी दबी हुई इच्छा पूरी हुई थी..
फिर वो आगे की तरफ आया और उसकी चूत पर मुँह लगाकर ज़ोर-2 से सक्क करने लगा..
सारिका तो हवा ही हवा में अपनी चूत चुस्वाकार डांस करने लगी..
ऐसा मज़ा तो उसने आज तक नही लिया था..
एक से करवाने का मज़ा अलग होता है, पर ऐसे 2-2 के साथ मज़े लेना उसके लिए बिल्कुल नया था, उसके अंदर की रंडी जाग उठी और वो ज़ोर -2 से चीखें मारती हुई चिल्लाने लगी..
''अहहsssssssssssssssssssssssssssss .... और ज़ोर से चूस साले ..... अंदर तक डाल जीभ को....''
बिल्लू : "साली, इससे चुसवाती ही रहेगी क्या....चल मेरा लंड चूस, बड़ी देर से रोका हुआ है मैने...''
और वो दीवार के सहारे खड़ा हुआ और अपना लंड निकाल कर सारिका के सामने रख दिया...
बिल्लू का लंड 10.5 इंच लम्बा था जिसे देख कर सारिका की चूत और मचलने लगी
सारिका ने पहले उसके लंड को अपने मुम्मे पर रगड़ा...
उसपर थूक डाल कर अच्छी तरह से गीला किया..
अपने मुम्मों की दीवारों से उसे अच्छी तरह से रगड़ा..
और फिर एक ही झटके मे उसे अपने मुँह मे लेकर चाट लिया..
बिल्लू सिहर उठा..और अपने पंजों पर खड़ा हो गया..
सारिका ने उसके लंड को चाटा ,चूसा और फिर झुक कर उसकी बॉल्स को भी चाट लिया..
ये बिल्कुल नया था बिल्लू के लिए..
फिर तो सारिका रुकी ही नही...उसने चूस - कर उसके लंड को पूरी तरह खड़ा कर दिया..
वहां सारिका बिल्लू के लंड को चूस रही थी तो गणेश अपने लंड को पकड़ कर हिला रहा था
फिर उसने गणेश की तरफ देखा...उसका तो पहले से ही खड़ा था..
गणेश का लंड भी बिल्लू के लंड जितना बड़ा था जानी की 10.5 इंच का
उसे भी उसने एक बार चूसा और पीछे से बिल्लू भी आ गया सारिका उन दोनों के लंड बारी बारी चूसने लगी
और फिर उसे वहीं ज़मीन पर लिटा कर उल्टी होकर उसके उपर बैठ गयी.
सारिका ने एक ही झटके में गणेश का आधा लंड उसकी हालत पतली हो गयी थी क्यूंकि गणेश का लंड केशव से काफी बडा था
गणेश रुकने की हालत में नहीं था उसने लंड बाहर निकला और दोबारा जोरदार झटका मारा और
अपना लंड पूरा उसकी चूत के अंदर कर दिया लंड अपने चूत में ले लिया इन
और आउट करके अपनी चूत में उसके लंड को लेकर नाचने लगी...
अहह....उम्म्म्मममममममममममममम''
आह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह जोर से ऐसी सिसकिया भरने लगी 15
मिनट तक गणेश उसे चोदता रहा और सारिका भी मज़े से चुदवाती रही
आज उसे भी काफी मज़ा आ रहा था चुदवाने में
और फिर सारिका ने गणेश के पैर पकड़े और अपनी गाण्ड उपर नीचे करती हुई चुदवाने लगी....बिल्लू भी साइड में आकर खड़ा हो गया और अपना लंड मसलने लगा उसके चेहरे के पास आकर..इतने करीब से बिल्लू के लंबे लंड को देखकर सारिका का मन उसके लिए ललचा गया...वो उसके लंड को अंदर लेने के लिए तड़प उठी...और एक ही झटके से वो गणेश के ऊपर से उठ खड़ी हुई और नीचे लेट गयी...और बिल्लू की तरफ बाहें करके उसे अपनी तरफ बुलाया..वो भागता हुआ सा आया और अपने खड़े हुए लंड को सीधा लेजाकर उसकी चूत में घोंप दिया..
''आआआआआआआआआआहह ..... ऊऊऊऊऊऊओह य्ाआआआआआआअ ...... उम्म्म्ममममममम ...कितना बड़ा है तेरा ................... अहह ....''
और उसके लम्बे लंड को अंदर महसूस करते हुए उसने पीछे खड़े गणेश के गीले लंड को अपने हाथ मे पकड़ा और मसलना शुरू कर दिया
..
एक साथ दो लंड उसकी गिरफ़्त में थे..एक उसकी चूत में और दूसरा उसके मुँह मे..
दोनो के साथ वो पूरे मज़े लेने के मूड में थी..
पुर कमरे मे सिसकारियाँ गूँज रही थी..
सही मानों में कहे तो ग्रुप सेक्स चल रहा था
चारों तरफ नंगे जिस्म बिखरे पड़े थे..
राणा - काजल का हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख देता है और उसे अपनी बाँहो मे भर कर उसके रसीले होंठो को
बेतहाशा चूमने लगता है, काजल राणा के मोटे लंड को अपने हाथो से दबा-दबा कर उसकी लंबाई और चौड़ाई का जयजा
लेने लगती है और उसकी चूत मे पानी आ जाता है और वह राणा के लंड को अपने हाथो से कस कर भींच लेती है
राणा - काजल कैसा है मेरा लंड
काजल - बहुत मोटा है
काजल से भी अब रहा नही जा रहा था.
अपनी सहेली को लंड के मज़े लेती देखकर उसने राणा को नीचे पटका
और उसने राणा के सारे कपड़े निकाल दिए और राणा को नंगा कर दिया
और उसके लंड को हाथ में लेकर कुछ देर के हिलाया और फिर टोपे को सक करने लगी
थोड़ी देर बाद उसने राणा के लंड को चूमने और चाटने स्टार्ट कर दिया काजल आज दूसरी बार राणा का लंड
चूस रही थी और उसे हर बार एक अलग मज़ा मिल रहा था राणा के लंड को चूसने में
राणा तो बस काजल को लंड चूसते देखे जा रहा था उसे तो खुद पर यकी नहीं हो रहा था जिसे वह चोदने के सपने
देखा करता था आज वह पूरा हो रहा राणा तो बस अपने मज़े में खोया हुआ था और काजल किसी रंडी की तरह उसके लंड को चूसे जा रही थी
राणा का लंड पूरी तरह से खडा हो चूका था और वह जल्दी से काजल को अपनी पर्सनल रंडी बनाना चाहता
था उस से जरा भी देरी सहन नहीं हो रही थी तो उसने देरी न करते हुए जल्दी से काजल को अपने
ऊपर से हटाया और उसको नीचे सुला दिया
, और उसके उपर सवार हो गया
और राणा ने उसकी नशीली आँखो मे देखते-2 नीचे से अपना लंड लेजाकर उसकी मखमली चूत पर लगा दिया
और एक ही झटके मे उसके लंड का टोपा अंदर दाखिल हो गया.
''आआआआआआआआआआआआआआहह उूुुुुुुुुुुुुउउफफफफफफ्फ़ ढीईईरीई..... ''
राणा फिर भी नहीं रुका और उसने साथ ही दूसरा धक्का लगा दिया और अपना आधा
लंड काजल की चूत में घुसा दिया राणा के इस हमले से काजल बिलबिला उठी
फिर थोड़ी देर के लिए राणा रुक गया और उसके बूब्स के साथ खेलने लगा जब काजल थोड़ी शांत
हुई राणा ने फिर से एक जोरदार झटके से पूरे लंड को काजल की चूत में घुसा दिया
पूरा लंड जाने के बाद काजल की सिटी पिटी गुल हो गयी
उसकी तो चूत के साथ गांड भी हिल चुकी थी अब तो राणा 2 मिनट तक शांत रहा और
फिर थोड़ी देर झटके लगाने स्टार्ट कर दिया शुरू में काजल को दर्द हुआ बट बाद में काजल को मज़ा आने लगा
ये सिर्फ़ दूसरा लंड था उसकी लाइफ का जो वो अंदर ले रही थी...अभी कल ही तो ताज़ा-2 चुदाई करवाई थी उसने...पर केशव के लंड से काफ़ी बड़ा था राणा का लंड ..इसलिए थोड़ी तकलीफ़ भी हुई उसे...
पर धीरे-2 उसकी तकलीफ मजेदार सिसकारियों मे बदल चुकी थी
राणा काजल की गान्ड के छेद को फैला-फैला कर देखता हुआ उसकी चूत को मार रहा था, काजल की चूत पूरी लाल हो चुकी थी और उसकी चूत की फांके सूज गई थी, कुछ देर बाद राणा ने काजल को फिर से सीधा लेटा कर उसके मोटे चुतडो के नीचे एक तकिया लगा कर उसकी दोनो जाँघो को फैला कर उसकी चूत पर चढ़ कर अपना लंड एक झटके मे पेल दिया और काजल ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओ ओह राणा मर गई आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह और राणा काजल की मोटी जाँघो को अपने दोनो हाथो से पकड़ कर खूब कस-कस कर चूत मारने लगा, और काजल खूब ज़ोर -ज़ोर से अपने चुतडो को उछालती हुई हे राणा आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह राणा बहुत मज़ा आ रहा है राणा आहहिईीईईईई आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह करती हुई राणा को अपने सीने से दबाने लगी और राणा काजल को खूब कस-कस कर चोदने लगा,
राणा ने उसके हाथ को उसकी कमर के पास हाथ रखकर अपने हाथ का दबाव दिया और बाँध सा दिया और ऊपर से तेज और लगातार धक्के मारकर ज़ोर-2 से उसकी चुदाई करने लगा..
'ऊऊऊओ फक ....अहह उम्म्म्ममममममम ...येस्स....... ओह ... अहह ..... उम्म्म्मममममममम और ज़ोर से ...... अंदर तक .............अहह ....सस्स्स्स्सस्स....''
वहाँ सारिका की चूत बज रही थी और यहाँ काजल का बेंड............
और दोनो सहेलियाँ लंड के डंडो की मार पर अपनी कमर थिरका रही थी..
सारिका अपने चरम पर थी...और बिल्लू भी....उसने आख़िरी मे जाकर जोरदार झटके मारते हुए अपना सारा माल उसकी चूत के ऊपर निकाल दिया..
''आआआआआआआअहह ओह ...मैं तो गया .................... उम्म्म्मममममममम''
सारिका भी उसके गर्म पानी को महसूस करते हुए ढेर हो गयी..
गणेश भी उठकर जल्दी से उसके आगे आया और सारिका के संभलने से पहले ही अपने लंड को उसकी गीली सुरंग मे डाल कर धक्के मारने लगा...
एक बार फिर से वो मालगाड़ी की तरह हिचकोले खाने लगी..और उसका माल यानी बड़े-2 मुम्मे उपर नीचे हिचकोले खाने लगे..
''ऊऊऊऊऊऊऊहह ......मार डालोगे तुम दोनो मुझे तो .................उम्म्म्मममममम ....अहह ...... ''
पर उसकी शिकायत का कोई असर नही हुआ गणेश पर और उसने धक्के चालू रखे
ऐसी कामुक चुदाई तो उसने केशव के साथ भी नही की थी...सारिका के हिलते हुए मुम्मे बड़े ही दिलकश लग रहे थे..इसलिए वो एक झटका धीरे और दूसरा तेज मारता जिसकी वजह से वो मुम्मे थोड़ा रुकते और फिर उपर उछलते...
गणेश : "ओह सारिका ................... सच मे ................. कमाल हो तुम ........... ऐसा मज़ा तो मुझे किसी के साथ भी नही मिला आज तक
और जल्द ही वो भी हांफता हुआ उसकी चूत में अपने रस का योगदान देते हुए उसके मुंह पर सारा माल फेंक दिया
उधर राणा की ट्रेन तो पूरी गति से भागी जा रही थी..
और काजल भी हारने का नाम नही ले रही थी..
उसके हर झटके मे इतना ज़ोर था की हर बार ऐसा लगता की पहली बार लंड अंदर गया है उसके.
सारिका खिसक कर उसी सोफे पर आ गयी, जिसपर काजल की चुदाई चल रही थी...
शायद ये सोचकर की शायद दो लड़कियों को देखकर राणा जल्दी झड़ जाए और अगले राउंड की तैयारी हो..
काजल ने अपनी बगल मे लेटी हुई सारिका के मुम्मे चूसना शुरू कर दिया..और सारिका अपनी चूत मे इकट्ठे हुए माल को रगड़ती हुई फिर से सिसकने लगी..
राणा अब पूरी तेज़ी से काजल की चूत में अपना लंड पंप कर रहा था...बगल मे लेटी हुई सारिका को देखते हुए..
और जल्द ही उसने भी हार मान ली...
एक जोरदार झटके से उसके लंड की पिचकारियाँ भी काजल के अंदर जाने लगी
और वो बुरी तरह से झड़ता हुआ उसके नंगे बदन से लिपट गया..
''अहह ..... ओह कााआआआजल .............. उम्म्म्मममममममममम ... मैं तो गया................ ....''
और फिर वो भी अपने सुस्ता रहे दोस्तों के पास जाकर सिगरेट के सुट्टे मारने लगा..
और दोनो सहेलियाँ एक दूसरे की गुल्लक मे हाथ डालकर ये जाने की कोशिश करने लगी की किसमे कितना माल इकट्ठा हुआ है..