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आज पूनम अच्छे से तैयार हुई. वो बालों मे शम्पू लगाई और उसने अपनी चूत और अंडरआर्म के बालों को साफ कर दिया. वो इससे पहले भी अपने जिस्म से इन जगहों के बाल हटाई थी, लेकिन वो ऐसा रेग्युलर बेसिस पे नही करती थी. वो रूम मे आई और अच्छे से अपना मेकप कर ली. वो चूत पे भी फेस मे लगाने वाली फेशियल क्रीम लगाई और अब उसे लगने लगा कि मेरी भी चूत अब उन चारों की तरह चमक रही है.
पूनम एक येल्लो कलर की लोंग स्कर्ट पहनी और साथ मे पिंक टॉप. अंदर मे था जॉकी की डिज़ाइनर पैंटी ब्रा. पूनम अपने ऑफीस के लिए निकल गयी. वो सोच ली थी कि उन दोनो लड़कों की तरफ देखेगी भी नही और उन्हे पूरा इग्नोर करेगी. अगर उनलोगों ने प्यार मुहब्बत का प्रपोज़ल भेजा होता तब भी पूनम उन्हे इग्नोर ही करती, लेकिन यहाँ तो उनलोगों ने वो किया है जो किसी की सोच से भी परे है. हालाँकि वो
लेटर और पिक्स अभी भी उसके घर मे आल्मिराह मे ही रखे हुए थे. फिर देखने के लालच से उसने उन्हे फेका नही था. रात मे उसे बहुत
मज़ा आया था. आज रोड पे वो दोनो नही दिखे और पूनम खुशी खुशी अपने ऑफीस आ गयी.
आज का दिन वो खास बनाना चाहती थी. वो सेकेंड हाफ की लीव ले ली और लंच टाइम मे जहाँ अमित से मिलती थी वहाँ पहुँच गयी. पूनम अमित को उस रेस्टोरेंट मे चलने को बोली जिसमे कॅबिन था और जहाँ वो इससे पहले अमित के साथ जा चुकी थी और अमित ने उसे हग किया था.
अमित खुश हो गया कि हो सकता है कि आज फिर उसे पूनम को हग करने का मौका मिले. पूनम के हग को वो भुला नही था. आज व उसे अपने सीने पे पूनम की गोलाईयों का मखमली एहसास हो रहा था. वो तो पूनम की उन रसीली चुचियों को मुट्ठी मे भरकर भिचना चाहता था,
उसका रस पीना चाहता था, पूनम के होठों को चूमना चाहता था, लेकिन पूनम उसे मना कर दी थी, तो वो शरीफ बाय्फ्रेंड की तरह मान गया था.
दोनो उसी रेस्टोरेंट मे आ गये. कॅबिन मे टेबल के दोनो साइड 2 लोगों के बैठने लायक 2 चेयर और उसके बीच मे टेबल रखा हुआ था. कॅबिन का गेट दोनो साइड से थोड़ा थोड़ा बंद होता था लेकिन बीच मे कुच्छ जगह का गॅप रहता था. परदा लगा हुआ था जिससे बाहर से किसी को
कुच्छ नही दिखता था. इस रेस्टोरेंट मे कपल्स ही ज़्यादातर आते थे और उनके लिए ये जगह बहुत मस्त थी. पूनम और अमित भी यहाँ 2 बार आ चुके थे लेकिन हग से ज़यादा कुच्छ हुआ नही था तो अब अमित यहाँ नही आना चाहता था.
दोनो कॅबिन मे जाकर आमने सामने बैठ गये और 2 मिनिट बाद वेटर ऑर्डर लेने आ गया. अमित ने डोसा और कोल्ड ड्रिंक का ऑर्डर कर दिया. वेटर के जाने के बाद भी अमित मेनू मे ही उलझा हुआ था, लेकिन पूनम के मन मे तो आज ज्वार भाटा चल रहा था. वो उठ कर अमित के बगल मे बैठ गयी. ऐसा क्या लिखा हुआ है इसमे और वो भी मेनू देखने लगी. उसके पैर अमित के पैरों मे सॅट रहे थे. अमित पूनम को
आश्चर्य से देखने लगा क्यूँ कि पहली बार ऐसा हुआ था. इससे पहले अमित ने साथ मे बैठने कहा था तो पूनम ही मना कर दी थी कि नही,
अभी हमे अलग ही रहना है.
अमित खुश हो गया और उसने मेनू बंद करते हुए मौके का फ़ायदा उठाते हुए पूनम को आइ लव यू बेबी बोला और उसके सिर को पकड़ कर माथे को चूम लिया. पूनम आँखें बंद किए हुए अपने जिस्म पे चलती हुई चीटियों को महसूस करने लगी. अमित ने पूनम को हग किया और उसे अपनी बाहों मे ले लिया. पूनम की आँखें बंद थी. वो आज अमित को कहीं पे रोकना ही नही चाहती थी.
अमित का जिस्म दीवाल से अटका हुआ था और पूनम अपने जिस्म का भार उसके जिस्म पे दे कर उसके गले से लगी हुई थी. उसकी आँखें बंद थी और आधे खुले हुए होठ अमित क चेहरे के सामने थे. अमित का मन हुआ कि पूनम के गुलाबी होठों को चूम ले, लेकिन उसे लगा कि
कहीं फिर पूनम बुरा मान गयी तो. उसने कुच्छ देर वेट किया लेकिन उसके बाद वो खुद को रोक नही पाया और अपने होठ पूनम के होठों
पे रख दिए.
उफ्फ. पूनम का जिस्म अकड़ने लगा. वो अपने होठ थोड़ा और खोल दी ताकि अमित को ज़्यादा स्पेस मिल सके और फिर अमित भी अच्छे से प्यासे भंवरे की तरह इस हुश्न की कली का रस पीने लगा. अमित को टॉप के गले के पास से पूनम की गोरी चमकती हुई क्लीवेज दिख रही थी. उसका मन हुआ कि इन मुलायम गोलों को पकड़ ले, लेकिन उसकी इतनी हिम्मत नही हुई. कहीं चुचियों के लालच मे होठों का मज़ा भी
ना चला जाए. पूनम के निपल टाइट होने लगे थे. अमित ने अपने हाथ को ऐसे उपर किया जिससे उसकी कलाई से पूनम की चुचि दबने लगी. उसे बहुत मज़ा आ रहा था. पूनम ने अभी भी रोकने की कोई कोशिश नही की तो अब अमित की हिम्मत बढ़ गयी.
अमित ने अपने हाथ को तोड़ा सा ऐसे हिलाया जिससे उसका हाथ अब पूनम के टॉप पे उसकी गोल मुलायम चुचि पे था. पूनम को बहुत मज़ा आने लगा. उसे गुदगुदी होने लगी कि किसी मर्द का हाथ उसकी चुचियों पे है. पहले धीरे से और फिर थोड़ा ज़ोर से चुचि दबाता हुआ अमित अपनी गर्लफ्रेंड के हसीन बदन का मज़ा ले रहा था. पूनम का बदन सिहरने लगा था. अब अमित और बहादुर हो गया. उसने अब अपना हाथ
उपर से पूनम के टॉप के अंदर डाला और अगले ही पल उसकी हाथों मे एक मस्त मखमली मुलायम सा गोला था. पूनम का रोम रोम सिहर
उठा. पहली बार कोई और हाथ उसके जिस्म के इस हिस्से पे पड़ा था. उसकी चूत से कुच्छ रिसने लगा था.
अमित ज़ोर से पूनम के उपर के होठ को चूसा और उतनी ही ज़ोर से उसकी चुचि को दबाया. म्म्म की आवाज़ पूनम के गले से निकली और उसका हाथ अमित के हाथ को पकड़ने लगा. लेकिन ये पकड़ इतनी नही थी कि वो वहाँ से अमित का हाथ हटवाना चाहती हो. अमित ने
अपने हाथ की पकड़ को ढीला कर दिया और उस रसीली चुचि को हल्के हाथों से दबाता हुआ वो अब निपल के साथ खेलने लगा. पूनम का
बदन हिलने लगा था. उसकी चूत पे चीतियाँ तेज तेज दौड़ रहीं थी.
अमित तब दूसरी चुचि के साथ खेलने लगा. पूनम के निपल्स टाइट हो चुके थे. पूनम का मन कर रहा था कि अमित उसके टॉप को उतार दे, उतारे नही तो कम से कम उपर तो कर ही दे और फिर अच्छे से चुचि मसले. उसकी चूत को भी सहलाए अब, लेकिन ये बात वो कह नही
सकती थी. पूनम का हाथ अमित के पॅंट की तरफ बढ़ा, लेकिन उसकी इतनी हिम्मत नही हुई कि वो ऐसा कर सकती. वो लंड देखना चाहती
थी. सच मूच का. सामने से, अच्छे से .
अमित दूसरा हाथ भी सामने ले आया और एक हाथ से टॉप के उपर से चुचि मसल्ने लगा और दूसरा हाथ टॉप के अंदर से मुलायम मखमली जिस्म को मसलता रहा. तभी अचानक गेट पे वेटर के आने की आहट हुई और पूनम भी हड़बड़ा कर तुरंत ठीक से बैठ गयी और अमित भी. वेटर को समझ आ गया कि अंदर क्या हो रहा होगा. ये उसके लिए रोज की बात थी. वो रोज ऐसे कितने कपल्स को देखता था. वेटर की नज़र पूनम के क्लीवेज पे गयी तो पूनम अपना टॉप ठीक करने लगी. उसके होठों की लिपस्टिक हट गयी थी और अमित के होठ कुच्छ ज़यादा ही
गुलाबी नज़र आ रहे थे.
वेटर ने चुपचाप ऑर्डर टेबल पे रखा और बाहर चल दिया. अमित को लगा कि वायटोर ग़लत टाइम पे आया और जितना कुच्छ हो चुका था, वोही बहुत है. उसे बहुत मज़ा आया था लेकिन लगा कि अब पूनम और कुच्छ नही करने देगी. डोसा और कोल्ड ड्रिंक्स टेबल पे रखे हुए थे
लेकिन आज दोनो मे से किसी का ध्यान उधर नही था. अमित सोच रहा था कि अब फिर वॉ कैसे शुरू किया जाए और पूनम सोच रही थी कि अमित अब क्या करेगा.
पूनम एक येल्लो कलर की लोंग स्कर्ट पहनी और साथ मे पिंक टॉप. अंदर मे था जॉकी की डिज़ाइनर पैंटी ब्रा. पूनम अपने ऑफीस के लिए निकल गयी. वो सोच ली थी कि उन दोनो लड़कों की तरफ देखेगी भी नही और उन्हे पूरा इग्नोर करेगी. अगर उनलोगों ने प्यार मुहब्बत का प्रपोज़ल भेजा होता तब भी पूनम उन्हे इग्नोर ही करती, लेकिन यहाँ तो उनलोगों ने वो किया है जो किसी की सोच से भी परे है. हालाँकि वो
लेटर और पिक्स अभी भी उसके घर मे आल्मिराह मे ही रखे हुए थे. फिर देखने के लालच से उसने उन्हे फेका नही था. रात मे उसे बहुत
मज़ा आया था. आज रोड पे वो दोनो नही दिखे और पूनम खुशी खुशी अपने ऑफीस आ गयी.
आज का दिन वो खास बनाना चाहती थी. वो सेकेंड हाफ की लीव ले ली और लंच टाइम मे जहाँ अमित से मिलती थी वहाँ पहुँच गयी. पूनम अमित को उस रेस्टोरेंट मे चलने को बोली जिसमे कॅबिन था और जहाँ वो इससे पहले अमित के साथ जा चुकी थी और अमित ने उसे हग किया था.
अमित खुश हो गया कि हो सकता है कि आज फिर उसे पूनम को हग करने का मौका मिले. पूनम के हग को वो भुला नही था. आज व उसे अपने सीने पे पूनम की गोलाईयों का मखमली एहसास हो रहा था. वो तो पूनम की उन रसीली चुचियों को मुट्ठी मे भरकर भिचना चाहता था,
उसका रस पीना चाहता था, पूनम के होठों को चूमना चाहता था, लेकिन पूनम उसे मना कर दी थी, तो वो शरीफ बाय्फ्रेंड की तरह मान गया था.
दोनो उसी रेस्टोरेंट मे आ गये. कॅबिन मे टेबल के दोनो साइड 2 लोगों के बैठने लायक 2 चेयर और उसके बीच मे टेबल रखा हुआ था. कॅबिन का गेट दोनो साइड से थोड़ा थोड़ा बंद होता था लेकिन बीच मे कुच्छ जगह का गॅप रहता था. परदा लगा हुआ था जिससे बाहर से किसी को
कुच्छ नही दिखता था. इस रेस्टोरेंट मे कपल्स ही ज़्यादातर आते थे और उनके लिए ये जगह बहुत मस्त थी. पूनम और अमित भी यहाँ 2 बार आ चुके थे लेकिन हग से ज़यादा कुच्छ हुआ नही था तो अब अमित यहाँ नही आना चाहता था.
दोनो कॅबिन मे जाकर आमने सामने बैठ गये और 2 मिनिट बाद वेटर ऑर्डर लेने आ गया. अमित ने डोसा और कोल्ड ड्रिंक का ऑर्डर कर दिया. वेटर के जाने के बाद भी अमित मेनू मे ही उलझा हुआ था, लेकिन पूनम के मन मे तो आज ज्वार भाटा चल रहा था. वो उठ कर अमित के बगल मे बैठ गयी. ऐसा क्या लिखा हुआ है इसमे और वो भी मेनू देखने लगी. उसके पैर अमित के पैरों मे सॅट रहे थे. अमित पूनम को
आश्चर्य से देखने लगा क्यूँ कि पहली बार ऐसा हुआ था. इससे पहले अमित ने साथ मे बैठने कहा था तो पूनम ही मना कर दी थी कि नही,
अभी हमे अलग ही रहना है.
अमित खुश हो गया और उसने मेनू बंद करते हुए मौके का फ़ायदा उठाते हुए पूनम को आइ लव यू बेबी बोला और उसके सिर को पकड़ कर माथे को चूम लिया. पूनम आँखें बंद किए हुए अपने जिस्म पे चलती हुई चीटियों को महसूस करने लगी. अमित ने पूनम को हग किया और उसे अपनी बाहों मे ले लिया. पूनम की आँखें बंद थी. वो आज अमित को कहीं पे रोकना ही नही चाहती थी.
अमित का जिस्म दीवाल से अटका हुआ था और पूनम अपने जिस्म का भार उसके जिस्म पे दे कर उसके गले से लगी हुई थी. उसकी आँखें बंद थी और आधे खुले हुए होठ अमित क चेहरे के सामने थे. अमित का मन हुआ कि पूनम के गुलाबी होठों को चूम ले, लेकिन उसे लगा कि
कहीं फिर पूनम बुरा मान गयी तो. उसने कुच्छ देर वेट किया लेकिन उसके बाद वो खुद को रोक नही पाया और अपने होठ पूनम के होठों
पे रख दिए.
उफ्फ. पूनम का जिस्म अकड़ने लगा. वो अपने होठ थोड़ा और खोल दी ताकि अमित को ज़्यादा स्पेस मिल सके और फिर अमित भी अच्छे से प्यासे भंवरे की तरह इस हुश्न की कली का रस पीने लगा. अमित को टॉप के गले के पास से पूनम की गोरी चमकती हुई क्लीवेज दिख रही थी. उसका मन हुआ कि इन मुलायम गोलों को पकड़ ले, लेकिन उसकी इतनी हिम्मत नही हुई. कहीं चुचियों के लालच मे होठों का मज़ा भी
ना चला जाए. पूनम के निपल टाइट होने लगे थे. अमित ने अपने हाथ को ऐसे उपर किया जिससे उसकी कलाई से पूनम की चुचि दबने लगी. उसे बहुत मज़ा आ रहा था. पूनम ने अभी भी रोकने की कोई कोशिश नही की तो अब अमित की हिम्मत बढ़ गयी.
अमित ने अपने हाथ को तोड़ा सा ऐसे हिलाया जिससे उसका हाथ अब पूनम के टॉप पे उसकी गोल मुलायम चुचि पे था. पूनम को बहुत मज़ा आने लगा. उसे गुदगुदी होने लगी कि किसी मर्द का हाथ उसकी चुचियों पे है. पहले धीरे से और फिर थोड़ा ज़ोर से चुचि दबाता हुआ अमित अपनी गर्लफ्रेंड के हसीन बदन का मज़ा ले रहा था. पूनम का बदन सिहरने लगा था. अब अमित और बहादुर हो गया. उसने अब अपना हाथ
उपर से पूनम के टॉप के अंदर डाला और अगले ही पल उसकी हाथों मे एक मस्त मखमली मुलायम सा गोला था. पूनम का रोम रोम सिहर
उठा. पहली बार कोई और हाथ उसके जिस्म के इस हिस्से पे पड़ा था. उसकी चूत से कुच्छ रिसने लगा था.
अमित ज़ोर से पूनम के उपर के होठ को चूसा और उतनी ही ज़ोर से उसकी चुचि को दबाया. म्म्म की आवाज़ पूनम के गले से निकली और उसका हाथ अमित के हाथ को पकड़ने लगा. लेकिन ये पकड़ इतनी नही थी कि वो वहाँ से अमित का हाथ हटवाना चाहती हो. अमित ने
अपने हाथ की पकड़ को ढीला कर दिया और उस रसीली चुचि को हल्के हाथों से दबाता हुआ वो अब निपल के साथ खेलने लगा. पूनम का
बदन हिलने लगा था. उसकी चूत पे चीतियाँ तेज तेज दौड़ रहीं थी.
अमित तब दूसरी चुचि के साथ खेलने लगा. पूनम के निपल्स टाइट हो चुके थे. पूनम का मन कर रहा था कि अमित उसके टॉप को उतार दे, उतारे नही तो कम से कम उपर तो कर ही दे और फिर अच्छे से चुचि मसले. उसकी चूत को भी सहलाए अब, लेकिन ये बात वो कह नही
सकती थी. पूनम का हाथ अमित के पॅंट की तरफ बढ़ा, लेकिन उसकी इतनी हिम्मत नही हुई कि वो ऐसा कर सकती. वो लंड देखना चाहती
थी. सच मूच का. सामने से, अच्छे से .
अमित दूसरा हाथ भी सामने ले आया और एक हाथ से टॉप के उपर से चुचि मसल्ने लगा और दूसरा हाथ टॉप के अंदर से मुलायम मखमली जिस्म को मसलता रहा. तभी अचानक गेट पे वेटर के आने की आहट हुई और पूनम भी हड़बड़ा कर तुरंत ठीक से बैठ गयी और अमित भी. वेटर को समझ आ गया कि अंदर क्या हो रहा होगा. ये उसके लिए रोज की बात थी. वो रोज ऐसे कितने कपल्स को देखता था. वेटर की नज़र पूनम के क्लीवेज पे गयी तो पूनम अपना टॉप ठीक करने लगी. उसके होठों की लिपस्टिक हट गयी थी और अमित के होठ कुच्छ ज़यादा ही
गुलाबी नज़र आ रहे थे.
वेटर ने चुपचाप ऑर्डर टेबल पे रखा और बाहर चल दिया. अमित को लगा कि वायटोर ग़लत टाइम पे आया और जितना कुच्छ हो चुका था, वोही बहुत है. उसे बहुत मज़ा आया था लेकिन लगा कि अब पूनम और कुच्छ नही करने देगी. डोसा और कोल्ड ड्रिंक्स टेबल पे रखे हुए थे
लेकिन आज दोनो मे से किसी का ध्यान उधर नही था. अमित सोच रहा था कि अब फिर वॉ कैसे शुरू किया जाए और पूनम सोच रही थी कि अमित अब क्या करेगा.