काहे का राज महोदय।।
ये सब कहने की बाते हैं। हकीकत से इसका दूर दूर तक कोई नाता नहीं है।
अगर समझदारी है दोनों में तो सबकुछ ठीक है। अगर दोनों में आपसी समझ नहीं है तो उस रिश्ते को भगवान ही बचाए।।
काहे का राज महोदय।।
ये सब कहने की बाते हैं। हकीकत से इसका दूर दूर तक कोई नाता नहीं है।
अगर समझदारी है दोनों में तो सबकुछ ठीक है। अगर दोनों में आपसी समझ नहीं है तो उस रिश्ते को भगवान ही बचाए।।
काहे का राज महोदय।।
ये सब कहने की बाते हैं। हकीकत से इसका दूर दूर तक कोई नाता नहीं है।
अगर समझदारी है दोनों में तो सबकुछ ठीक है। अगर दोनों में आपसी समझ नहीं है तो उस रिश्ते को भगवान ही बचाए।।
yahin to main kab se samjhane ki koshish kar rahi thi..... Ki nischal aur Sarita mein aur us delivery bhoi raghav aur manisha mein koi door tak naata nahi hai.... Phir bhi wo dono hawaai jor jabardasti kar rahe hai un dono bechariyo ke sath.... in fact nischal ne to car mein galat harkat bhi kar diya tha.... dori bandhne ke bahana banake mujhe dar hai kahin akele mein mauka milne par abru na lut le bichari Sarita ki