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पद्मिनी – नहीं अग्नि में यहाँ नहीं रही सकती , जहाँ पे बुराई बसस्सस्स करती हो वहाँ पे में बसस्सस्स नहीं कार सकती , तुम्हें मेरे साथ ही चलना होगा और रही बात तुम्हारे डेत वाली की तो वो सेफ रहेगा तुम्हारे बिना भी
अग्नि – अगर यही तुम्हारा फैसला है तो में भी तुम्हें केहदेना चाहूँगा पद्मिनी की में डेत वाली को छोड़कर कहीं नहीं जा रहा हूँ
पद्मिनी – क्य्ाआआआ , क्या डेत वाली मुझसे भी ज्यादा जरूरी है तुम्हारे लिए?
अग्नि – पद्मिनी जिस तरह से तुम अपने परीस्तान को चोद नहीं सकती ठीक उसी तरह से में अपने डेत वाली को चोद नहीं सकता , लगता है मैंने उस वक्त सम्राट के रूप में जो फैसला किया था वो सही था , की हम दोनों अचाई और बुराई के प्रतीक हैं जिस तरह से दिन का उजाला और रात का अंधेरा मिल नहीं सकते ठीक उसी तरह से हम दोनों भी मिल नहीं सकते
पद्मिनी – नहीं अग्नि फिरसे ये फैसला मात लो , न जाने कितने सालों से में तड़प रही हूँ और मेरे इसे दर्द को और मात बड़ाओ अग्नि
अग्नि – में तुम्हारे दर्द को एक पल में मिटा सकता हूँ पद्मिनी लेकिन उसके लिए तुम्हें मेरे साथ यहाँ इसे डेत वाली में रहना होगा मेरे पत्नी के रूप में और इसे डेत वाली के प्रिन्सेस के रूप में
पद्मिनी के आँखों से आस्यू बहने लगते हैं और अग्नि के भी आँखों से खून बहने लगते हैं फिर
पद्मिनी – मुझे माफ करदो अग्नि में ये नहीं कार सकती , में परीस्तान की रानी हूँ और में अपने फर्ज को कभी भुला नहीं सकती चाहे इसमें मुझे कितने दर्द क्यों ना झेलना पड़े में यहाँ इसे डेत वाली में नहीं रही सकती
अग्नि के आँखों से खून बह रहे थे अग्नि अपने आँखों से खून को पूछता है और पद्मिनी के गालों को अपने हाथ में लेते हुए उसके आँखों में देखता है और फिर
अग्नि – मुझे माफ करदेना पद्मिनी मेरे वजह से तुमने हमेशा ही तकलीफ सही है पर में क्या करूँ में भी मजबूर हूँ , इसे कुदरत का नियम बड़ा अजीब है पद्मिनी ये आग और पानी को कभी भी मिलने नहीं देती और हम दोनों भी आग और पानी के तरह हैं
इसके बाद दोनों एक दूसरे के गले लगते हैं और फिर दोनों निकल जाते हैं अपने अपने रास्ते , पद्मिनी अपने परीस्तान के तरफ निकल जाती है और अग्नि अपने महल के तरफ
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मायवी दुनिया में सुबह हो चुका था और सूरज की किर्ने हर एक स्टेट’से में पड़ रही थी सिबाए डेत वाली में , डेत वाली में अभी भी मौसम बहुत ठंडा था बर्फ गिरनी बंद हो गयी थी लेकिन अभी भी वहाँ का माहौल बहुत ठंडा था और इसे तरह का मौसम वहाँ रहने वाले वेमपाइर’से और डीमन’से के लिए काफिई अच्छा था
अग्नि तेजिसे अपने महेल के बाहर निकल रहा था और उसे इसे तरह से बाहर निकलते देख उसके आंटी अंकल उसे रोकते हैं और फिर
अग्नि’से अंकल – बेटा इतने जल्दी में कहाँ जा रहे हो
अग्नि – बर्निंग माउंटन पे अंकल
अग्नि’से आंटी – क्य्ाआआअ बर्निंग माउंटन पर क्यों बेटा तुम्हें पता है ना वो जगह कितनी खतरनाक है
अग्नि – आंटी इसे पूरे दुनिया में आप के बेटे से ज्यादा खतरनाक कुछ भी नहीं है
अग्नि’से अंकल – हाँ ये बात तो तुमने सही कहा बेटा मेरे बेटे से ज्यादा तेज और ज्यादा खतरनाक इसे पूरे दुनिया में कोई नहीं , फिर भी में ये जान ना चाहूँगा की आख़िर शा क्या काम है उस बर्निंग माउंटन पे
अग्नि – अंकल अब वक्त आ गया है की हम जिस काम के लिए यहाँ इसे मायवी दुनिया में आए हैं वो शुरू करे
अग्नि’से अंकल – हाँ ये तो समझ में आती है लेकिन बर्निंग माउंटन पे शा क्या काम है तुम्हें
अग्नि – में एक नयी फौज बनाना चाहता हूँ और मेरे उस फौज के जो योढ़ा बनेंगे वो मुझे बर्निंग माउंटन पे ही मिलेंगे
अग्नि’से आंटी & अंकल- क्य्ाआआआ , यानि की तुम ड्रागें’से की फौज बनाना चाहते हो
अग्नि – हाँ
अग्नि’से आंटी – पर बेटा ये इतना आसान नहीं है मैंने सुना है की उन्न ड्रागें’से का जो राजा है वो बहुत ही खतरनाक है और वो एक ड्रागें होल्डर भी है
(ड्रागें होल्डर यानि की एक इंसान जो अपने आप को एक ड्रेगें के साथ मिला सकता है जिस से एक खतरनाक जीभ सामने आता है , जिसका धड़ यानि की उष्कीी बॉडी उसके हाथ , पर , पूछ सब ड्रेगेन्स का होता है और छाती से लेकर चेहरा तक इंसान का , और जब वो ड्रागें होल्डर बनता है तो उसका कद बहुत बड़ा हो जाता है और उसकी ताक़त कई गुना तरफ जाती है और वो अपने मुंह से आग भी फेंक सकता है)
अग्नि’से अंकल – हाँ बेटा मैंने भी यही सुना है और तो और मैंने सुना है उनका जो राजा है वो बहुत ही निर्दयी है उसमें अपने माता पिता को खुद मारकर ही राजा बना है और क्या नाम था उस राजा का याद नहीं आ रही है
अग्नि – उन्न ड्रागें’से के राजा का नाम गेब्रीयल है , आप सब टान्स मात होइए मुझे कुछ भी नहीं होगा , अगर किसी को कुछ होगा तो वो है गेब्रीयल अगर उसने मेरी बात नहीं मानी तो ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
फिर अग्नि अपने महेल के बाहर आता है और जब वो बाहर निकलता है तो महेल के बाहर मौजूद डीमन’से और वेमपाइर’से उसे झुक के सलाम करते हैं और फिर अग्नि आगे तरफ जाता है जब अग्नि पूरी तरह से महेल के बाहर आ जाता है तो अग्नि जोर्र्र्ररर से छिलता है
अग्नि – सिलवाााआआआआआआआआआआआआआआ , (अग्नि के पास जो ड्रागें था उसका नाम अग्नि ने सिल्वा रखा था) सिल्वा वहीं महेल से थोड़ी से ही दूर एक गुंफा में रहती थी जब उसने अग्नि की आवाज़ सुनी तो वो महेल के तरफ उड़के आने लगती है , जब सिल्वा अग्नि के पास पहुँच जाती है तो अग्नि उसके ऊपर चढ़ बेतता है और फिर अग्नि सिल्वा को ड्रेगें’से की भाषा में कहता है
अग्नि – सिल्वा बर्निंग माउंटन जाना है हमें चलो जल्दी और फिर सिल्वा अपने बारे बारे पंखों को ऊपर नीचे करने लगती है और उड़ जाती है बर्निंग माउंटन के तरफ
ईश्वक़्त अग्नि अपने ड्रागें सिल्वा पे बैठ के बर्निंग माउंटन की तरफ तरफ रहा था , सिल्वा बहुत तेज रफ्तार के साथ हवाओं और बादलों को चीरती हुई आगे तरफ रही थी आख़िरकार दो घंटे बाद सिल्वा अग्नि को लेकर बर्निंग माउंटन आइलॅंड पे पहुँच ही जाती है
बर्निंग माउंटन आइलॅंड – ये एक छोटा सा द्वीप है इसे आइलॅंड को लोग और भी बहुत से नाम से बुलाते थे जैसे की ज्वालामुखी पर्वत , मौत का द्वीप , ड्रागेंस का अखाड़ा इन सभी नाम से भी इसे आइलॅंड को बुलाया जाता था
दूर से देखने में ये एक आम द्वीप(आइलॅंड) लगता था लेकिन जब आप पास से देखो तो पत्ता चलता था की ये कितना खतरनाक द्वीप है , इसे द्वीप के बाहरी इलाक़ों में हरियाली ही हरियाली है लेकिन जब कुछ अंदर घुसो तो अंदर का नज़ारा नज़र आता है अंदर के सारे पेड़ पौधे सूखे हुए हैं जले हुए हैं यहाँ के नदियाँ न जाने कब से सुख चुकी हैं और यहाँ एक बहुत बड़ा सा पर्वत(ज्वालामुखी) है जो हमेशा आग उगलता रहता है और इसी आग के कारण इसे आइलॅंड का बहुत बुरा हाल है
और इसी पर्वत में एक बहुत बड़ा सा गुफा(केव) है जीशमे बहुत सारे ड्रागें’से रहते हैं , अग्नि अपने ड्रागें सिल्वा के साथ इसे गुफा में घुस जाता है , गुफा के अंदर अंधेरा फैला हुआ था अग्नि सिल्वा को इशारा करता है तो सिल्वा अपने मुंह से आग फेंक के मारती है जिस से आगे का राष्टा साफ दिखाई देता है दोनों आगे तरफ जाते हैं कुछ देर चलने के बाद उस गुफा के अंदर और एक गुफा दिखाई देता है अग्नि और सिल्वा दोनों उस गुफा में घुस जाते हैं
जब दोनों उस गुफा में घुसते हैं तो उन्हें बहुत सारे ड्रागें’से दिखाई देते हैं जो इसे वक्त सो रहे थे ये दोनों आगे तरफ जाते हैं और इनके अंदर घुसने की आहट सुनकर सब जगह जाते हैं और इन दोनों को देख हुंकारने लगते हैं लेकिन तभी किसकी आवाज़ उस गुफा में गूँजती है जिस से वो सभी ड्रेगें’से शांत होजते हैं
ये आवाज़ किसी और की नहीं ड्रागें’से किंग गेब्रीयल की थी , गेब्रीयल उस गुफा के अंदर बने हुए एक झोपड़ी से बाहर निकलता है और अग्नि को खजाने वाली नज़र से देखता हुआ जाकर अपने सिंघासन में बैठ जाता है
गेब्रीयल – कौन हो तुम और यहाँ क्या कार रहे हो , क्या तुम्हें नहीं पत्ता की ये ड्रागें’से का गुफा है और यहाँ कभी कोई इंसान नहीं आता और अगर आ गया तो वो जिंदा वापिस नहीं जाता
अग्नि – (अपने चेहरे पे एक क़ातिलाना मुश्कं लिए) क्या तुम मुझे डरने की कोशिश कार रहे हो
गेब्रीयल – नहीं तुम्हें सचाई बता रहा हूँ और अगर तुमने अभी ये नहीं बताया की तुम कौन हो और यहाँ क्यों आए हो तो में तुम्हें अपने ड्रागें’से के हवाले कार्दूंगा और वो सब तुम्हें बारे मजे से खलेंगे
अग्नि – अच्छा सच में क्या चलो ठीक है में तुम्हें अपने बारे में बता देता हूँ , मेरा नाम अग्नि है और मुझे लगता है इतना ही कहना काफिई होगा क्यों
गेब्रीयल – क्य्ाआआआआ तुम अग्नि हो , तो तुम हो थे ईविल प्रिन्स डेत वाली के राजकुमार
अग्नि – सही कहा में ही हूँ थे ईविल प्रिन्स
गेब्रीयल – ये तो आप ने बता दिया की आप कौन हैं लेकिन ये नहीं बताया की आप के यहाँ आने के पीछे क्या मक्षद है
अग्नि – हमारा मक्षद पूरी तरह से साफ है हम एक नयी फौज बनाना चाहते हैं ड्रागेंस की फौज उसकी फौज की बागदौर हमारे हाथों में रहेगी और आप उस फौज के सेनापति रहेंगे
गेब्रीयल – प्रिन्स अग्नि ये सभी ड्रागें’से मेरे हुकुम को मानते हैं क्योंकि में इनका राजा हूँ और मेरा ये फैसला है की में किसी की भी गुलामी नहीं करूँगा
अग्नि – हमने कब कहा की आप को हमारी गुलामी करनी होगी गेब्रीयल हम तो आप को हमारे फौज का सेनापति बना रहे हैं
गेब्रीयल – चाहे कितनी भी बड़ी औडा दे दीजिए प्रिन्स रहूँगा तो में आप के नीचे ही ना , इसे लिए और मुझे ये बात मंजूर नहीं इसलिए आप अपने इसे ख्वाब को भूल जाए और यहाँ से लौट जाए वरना में अपने ड्रागें’से को आप के ऊपर चोद दूँगा और ये सब ये नहीं समझते की कौन प्रिन्स है और कौन एक मामूली इंसान
अग्नि – मान जाओ गेब्रीयल वरना तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा क्योंकि जिसे में अपना दुश्मन समझ लेता हूँ उसे जिंदा नहीं चोदता
गेब्रीयल – अगर तुम लाढ़ना चाहते हो तो यही सही लेकिन में पहले ही केहदेना चाहूँगा की मुझसे ये लड़ने का फैसला तुम्हारे जिंदगी का सबसे बड़ा गलत फैसला है
फिर गेब्रीयल अपने एक ड्रागें को इशारा करता है और वो ड्रागें आगे तरफ जाता है और ये देख अग्नि की ड्रागें सिल्वा भी आगे बढ़ने लगती है लेकिन अग्नि उसे रोक देता है और पीछे हतटने को कहता है और फिर सिल्वा पीछे हॅट जाती है
गेब्रीयल का भेजा हुआ ड्रागें आगे बदहजता है और अग्नि के ऊपर अपने मुंह से आग फेंकने लगता है वो ड्रागें लगातार तीन चार वार अग्नि के ऊपर आग फेंकता है और आग जाकर अग्नि से टकराता है और अग्नि का शरीर जलने लगता है और ये नज़ारा देख गेब्रीयल हस्सने लगता है
कुछ ही देर में अग्नि के शरीर में जीतने तेजिसे आग लगी थी उठने ही तेजिसे आग बुझ भी जाती है और अग्नि गेब्रीयल के सामने सही सलामत खड़ा था और उसके होठों पर मुश्कं थी और ये देख गेब्रीयल बौखला उठ था है
गेब्रीयल – ये तुमने कैसे किया आज तक कोई भी मेरे ड्रागें’से के आग से बच नहीं पाया लेकिन तुम कैसे बच गये
अग्नि – गेब्रीयल जो खुद ही आग हो उसे आग से डराया नहीं जाता , मेरा सिर्फ़ नाम ही अग्नि नहीं है में खुद भी अग्नि हूँ और मेरे अंदर जितनी आग है उसका आधा हिस्सा भी इसे पूरे दुनिया में किसी के पास नहीं होगी
फिर अग्नि अपने आँखों को बंद करता है और अपने दोनों हाथों के मुठियों को बंद करता है और अपने अंदर मौजूद सारे उर्जाओं को इकट्ठा करने लगता है , कुछ ही देर में अग्नि के मुट्ठी में आग जलने लगता है नीली रंग की आग और फिर अग्नि अपने आँखों को खोलता है और उसके मुठियों की तरह उसके आँखों का रंग भी नीला होचुका था फिर अग्नि अपने उन्न दोनों मुठियों को उस ड्रागें के तरफ मोड़ देता है जिसने कुछ देर पहले अग्नि के ऊपर आग फेंका था
फिर अग्नि अपने मुट्ठी को खोलता है और उन्न ऊर्जा या फिर आग को उस ड्रागें के ऊपर फेंकने लगता है और तब तक फेंकता है जब तक वो ड्रागें उस आग के बवांडर में जल नहीं जाता
फिर अग्नि अपने हाथ को नीचे कार देता है लेकिन अभी भी उसके मुठियों में बहुत सारे ऊर्जा मौजूद थे , वहाँ मौजूद सभी हैरान थे किसको भी यकीन नहीं आ रही था की ये क्या हो गया चाहे वो गेब्रीयल हो या उसके ड्रागें’से सभी बस आँख फाड़े उस मारे हुए ड्रागें के हड्डियों को देख रहे थे तो कभी अग्नि को , ईश्वक़्त सभी ड्रागें’से के आँखों में डर साफ झलक रहा था
अग्नि – अगर यही तुम्हारा फैसला है तो में भी तुम्हें केहदेना चाहूँगा पद्मिनी की में डेत वाली को छोड़कर कहीं नहीं जा रहा हूँ
पद्मिनी – क्य्ाआआआ , क्या डेत वाली मुझसे भी ज्यादा जरूरी है तुम्हारे लिए?
अग्नि – पद्मिनी जिस तरह से तुम अपने परीस्तान को चोद नहीं सकती ठीक उसी तरह से में अपने डेत वाली को चोद नहीं सकता , लगता है मैंने उस वक्त सम्राट के रूप में जो फैसला किया था वो सही था , की हम दोनों अचाई और बुराई के प्रतीक हैं जिस तरह से दिन का उजाला और रात का अंधेरा मिल नहीं सकते ठीक उसी तरह से हम दोनों भी मिल नहीं सकते
पद्मिनी – नहीं अग्नि फिरसे ये फैसला मात लो , न जाने कितने सालों से में तड़प रही हूँ और मेरे इसे दर्द को और मात बड़ाओ अग्नि
अग्नि – में तुम्हारे दर्द को एक पल में मिटा सकता हूँ पद्मिनी लेकिन उसके लिए तुम्हें मेरे साथ यहाँ इसे डेत वाली में रहना होगा मेरे पत्नी के रूप में और इसे डेत वाली के प्रिन्सेस के रूप में
पद्मिनी के आँखों से आस्यू बहने लगते हैं और अग्नि के भी आँखों से खून बहने लगते हैं फिर
पद्मिनी – मुझे माफ करदो अग्नि में ये नहीं कार सकती , में परीस्तान की रानी हूँ और में अपने फर्ज को कभी भुला नहीं सकती चाहे इसमें मुझे कितने दर्द क्यों ना झेलना पड़े में यहाँ इसे डेत वाली में नहीं रही सकती
अग्नि के आँखों से खून बह रहे थे अग्नि अपने आँखों से खून को पूछता है और पद्मिनी के गालों को अपने हाथ में लेते हुए उसके आँखों में देखता है और फिर
अग्नि – मुझे माफ करदेना पद्मिनी मेरे वजह से तुमने हमेशा ही तकलीफ सही है पर में क्या करूँ में भी मजबूर हूँ , इसे कुदरत का नियम बड़ा अजीब है पद्मिनी ये आग और पानी को कभी भी मिलने नहीं देती और हम दोनों भी आग और पानी के तरह हैं
इसके बाद दोनों एक दूसरे के गले लगते हैं और फिर दोनों निकल जाते हैं अपने अपने रास्ते , पद्मिनी अपने परीस्तान के तरफ निकल जाती है और अग्नि अपने महल के तरफ
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मायवी दुनिया में सुबह हो चुका था और सूरज की किर्ने हर एक स्टेट’से में पड़ रही थी सिबाए डेत वाली में , डेत वाली में अभी भी मौसम बहुत ठंडा था बर्फ गिरनी बंद हो गयी थी लेकिन अभी भी वहाँ का माहौल बहुत ठंडा था और इसे तरह का मौसम वहाँ रहने वाले वेमपाइर’से और डीमन’से के लिए काफिई अच्छा था
अग्नि तेजिसे अपने महेल के बाहर निकल रहा था और उसे इसे तरह से बाहर निकलते देख उसके आंटी अंकल उसे रोकते हैं और फिर
अग्नि’से अंकल – बेटा इतने जल्दी में कहाँ जा रहे हो
अग्नि – बर्निंग माउंटन पे अंकल
अग्नि’से आंटी – क्य्ाआआअ बर्निंग माउंटन पर क्यों बेटा तुम्हें पता है ना वो जगह कितनी खतरनाक है
अग्नि – आंटी इसे पूरे दुनिया में आप के बेटे से ज्यादा खतरनाक कुछ भी नहीं है
अग्नि’से अंकल – हाँ ये बात तो तुमने सही कहा बेटा मेरे बेटे से ज्यादा तेज और ज्यादा खतरनाक इसे पूरे दुनिया में कोई नहीं , फिर भी में ये जान ना चाहूँगा की आख़िर शा क्या काम है उस बर्निंग माउंटन पे
अग्नि – अंकल अब वक्त आ गया है की हम जिस काम के लिए यहाँ इसे मायवी दुनिया में आए हैं वो शुरू करे
अग्नि’से अंकल – हाँ ये तो समझ में आती है लेकिन बर्निंग माउंटन पे शा क्या काम है तुम्हें
अग्नि – में एक नयी फौज बनाना चाहता हूँ और मेरे उस फौज के जो योढ़ा बनेंगे वो मुझे बर्निंग माउंटन पे ही मिलेंगे
अग्नि’से आंटी & अंकल- क्य्ाआआआ , यानि की तुम ड्रागें’से की फौज बनाना चाहते हो
अग्नि – हाँ
अग्नि’से आंटी – पर बेटा ये इतना आसान नहीं है मैंने सुना है की उन्न ड्रागें’से का जो राजा है वो बहुत ही खतरनाक है और वो एक ड्रागें होल्डर भी है
(ड्रागें होल्डर यानि की एक इंसान जो अपने आप को एक ड्रेगें के साथ मिला सकता है जिस से एक खतरनाक जीभ सामने आता है , जिसका धड़ यानि की उष्कीी बॉडी उसके हाथ , पर , पूछ सब ड्रेगेन्स का होता है और छाती से लेकर चेहरा तक इंसान का , और जब वो ड्रागें होल्डर बनता है तो उसका कद बहुत बड़ा हो जाता है और उसकी ताक़त कई गुना तरफ जाती है और वो अपने मुंह से आग भी फेंक सकता है)
अग्नि’से अंकल – हाँ बेटा मैंने भी यही सुना है और तो और मैंने सुना है उनका जो राजा है वो बहुत ही निर्दयी है उसमें अपने माता पिता को खुद मारकर ही राजा बना है और क्या नाम था उस राजा का याद नहीं आ रही है
अग्नि – उन्न ड्रागें’से के राजा का नाम गेब्रीयल है , आप सब टान्स मात होइए मुझे कुछ भी नहीं होगा , अगर किसी को कुछ होगा तो वो है गेब्रीयल अगर उसने मेरी बात नहीं मानी तो ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
फिर अग्नि अपने महेल के बाहर आता है और जब वो बाहर निकलता है तो महेल के बाहर मौजूद डीमन’से और वेमपाइर’से उसे झुक के सलाम करते हैं और फिर अग्नि आगे तरफ जाता है जब अग्नि पूरी तरह से महेल के बाहर आ जाता है तो अग्नि जोर्र्र्ररर से छिलता है
अग्नि – सिलवाााआआआआआआआआआआआआआआ , (अग्नि के पास जो ड्रागें था उसका नाम अग्नि ने सिल्वा रखा था) सिल्वा वहीं महेल से थोड़ी से ही दूर एक गुंफा में रहती थी जब उसने अग्नि की आवाज़ सुनी तो वो महेल के तरफ उड़के आने लगती है , जब सिल्वा अग्नि के पास पहुँच जाती है तो अग्नि उसके ऊपर चढ़ बेतता है और फिर अग्नि सिल्वा को ड्रेगें’से की भाषा में कहता है
अग्नि – सिल्वा बर्निंग माउंटन जाना है हमें चलो जल्दी और फिर सिल्वा अपने बारे बारे पंखों को ऊपर नीचे करने लगती है और उड़ जाती है बर्निंग माउंटन के तरफ
ईश्वक़्त अग्नि अपने ड्रागें सिल्वा पे बैठ के बर्निंग माउंटन की तरफ तरफ रहा था , सिल्वा बहुत तेज रफ्तार के साथ हवाओं और बादलों को चीरती हुई आगे तरफ रही थी आख़िरकार दो घंटे बाद सिल्वा अग्नि को लेकर बर्निंग माउंटन आइलॅंड पे पहुँच ही जाती है
बर्निंग माउंटन आइलॅंड – ये एक छोटा सा द्वीप है इसे आइलॅंड को लोग और भी बहुत से नाम से बुलाते थे जैसे की ज्वालामुखी पर्वत , मौत का द्वीप , ड्रागेंस का अखाड़ा इन सभी नाम से भी इसे आइलॅंड को बुलाया जाता था
दूर से देखने में ये एक आम द्वीप(आइलॅंड) लगता था लेकिन जब आप पास से देखो तो पत्ता चलता था की ये कितना खतरनाक द्वीप है , इसे द्वीप के बाहरी इलाक़ों में हरियाली ही हरियाली है लेकिन जब कुछ अंदर घुसो तो अंदर का नज़ारा नज़र आता है अंदर के सारे पेड़ पौधे सूखे हुए हैं जले हुए हैं यहाँ के नदियाँ न जाने कब से सुख चुकी हैं और यहाँ एक बहुत बड़ा सा पर्वत(ज्वालामुखी) है जो हमेशा आग उगलता रहता है और इसी आग के कारण इसे आइलॅंड का बहुत बुरा हाल है
और इसी पर्वत में एक बहुत बड़ा सा गुफा(केव) है जीशमे बहुत सारे ड्रागें’से रहते हैं , अग्नि अपने ड्रागें सिल्वा के साथ इसे गुफा में घुस जाता है , गुफा के अंदर अंधेरा फैला हुआ था अग्नि सिल्वा को इशारा करता है तो सिल्वा अपने मुंह से आग फेंक के मारती है जिस से आगे का राष्टा साफ दिखाई देता है दोनों आगे तरफ जाते हैं कुछ देर चलने के बाद उस गुफा के अंदर और एक गुफा दिखाई देता है अग्नि और सिल्वा दोनों उस गुफा में घुस जाते हैं
जब दोनों उस गुफा में घुसते हैं तो उन्हें बहुत सारे ड्रागें’से दिखाई देते हैं जो इसे वक्त सो रहे थे ये दोनों आगे तरफ जाते हैं और इनके अंदर घुसने की आहट सुनकर सब जगह जाते हैं और इन दोनों को देख हुंकारने लगते हैं लेकिन तभी किसकी आवाज़ उस गुफा में गूँजती है जिस से वो सभी ड्रेगें’से शांत होजते हैं
ये आवाज़ किसी और की नहीं ड्रागें’से किंग गेब्रीयल की थी , गेब्रीयल उस गुफा के अंदर बने हुए एक झोपड़ी से बाहर निकलता है और अग्नि को खजाने वाली नज़र से देखता हुआ जाकर अपने सिंघासन में बैठ जाता है
गेब्रीयल – कौन हो तुम और यहाँ क्या कार रहे हो , क्या तुम्हें नहीं पत्ता की ये ड्रागें’से का गुफा है और यहाँ कभी कोई इंसान नहीं आता और अगर आ गया तो वो जिंदा वापिस नहीं जाता
अग्नि – (अपने चेहरे पे एक क़ातिलाना मुश्कं लिए) क्या तुम मुझे डरने की कोशिश कार रहे हो
गेब्रीयल – नहीं तुम्हें सचाई बता रहा हूँ और अगर तुमने अभी ये नहीं बताया की तुम कौन हो और यहाँ क्यों आए हो तो में तुम्हें अपने ड्रागें’से के हवाले कार्दूंगा और वो सब तुम्हें बारे मजे से खलेंगे
अग्नि – अच्छा सच में क्या चलो ठीक है में तुम्हें अपने बारे में बता देता हूँ , मेरा नाम अग्नि है और मुझे लगता है इतना ही कहना काफिई होगा क्यों
गेब्रीयल – क्य्ाआआआआ तुम अग्नि हो , तो तुम हो थे ईविल प्रिन्स डेत वाली के राजकुमार
अग्नि – सही कहा में ही हूँ थे ईविल प्रिन्स
गेब्रीयल – ये तो आप ने बता दिया की आप कौन हैं लेकिन ये नहीं बताया की आप के यहाँ आने के पीछे क्या मक्षद है
अग्नि – हमारा मक्षद पूरी तरह से साफ है हम एक नयी फौज बनाना चाहते हैं ड्रागेंस की फौज उसकी फौज की बागदौर हमारे हाथों में रहेगी और आप उस फौज के सेनापति रहेंगे
गेब्रीयल – प्रिन्स अग्नि ये सभी ड्रागें’से मेरे हुकुम को मानते हैं क्योंकि में इनका राजा हूँ और मेरा ये फैसला है की में किसी की भी गुलामी नहीं करूँगा
अग्नि – हमने कब कहा की आप को हमारी गुलामी करनी होगी गेब्रीयल हम तो आप को हमारे फौज का सेनापति बना रहे हैं
गेब्रीयल – चाहे कितनी भी बड़ी औडा दे दीजिए प्रिन्स रहूँगा तो में आप के नीचे ही ना , इसे लिए और मुझे ये बात मंजूर नहीं इसलिए आप अपने इसे ख्वाब को भूल जाए और यहाँ से लौट जाए वरना में अपने ड्रागें’से को आप के ऊपर चोद दूँगा और ये सब ये नहीं समझते की कौन प्रिन्स है और कौन एक मामूली इंसान
अग्नि – मान जाओ गेब्रीयल वरना तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा क्योंकि जिसे में अपना दुश्मन समझ लेता हूँ उसे जिंदा नहीं चोदता
गेब्रीयल – अगर तुम लाढ़ना चाहते हो तो यही सही लेकिन में पहले ही केहदेना चाहूँगा की मुझसे ये लड़ने का फैसला तुम्हारे जिंदगी का सबसे बड़ा गलत फैसला है
फिर गेब्रीयल अपने एक ड्रागें को इशारा करता है और वो ड्रागें आगे तरफ जाता है और ये देख अग्नि की ड्रागें सिल्वा भी आगे बढ़ने लगती है लेकिन अग्नि उसे रोक देता है और पीछे हतटने को कहता है और फिर सिल्वा पीछे हॅट जाती है
गेब्रीयल का भेजा हुआ ड्रागें आगे बदहजता है और अग्नि के ऊपर अपने मुंह से आग फेंकने लगता है वो ड्रागें लगातार तीन चार वार अग्नि के ऊपर आग फेंकता है और आग जाकर अग्नि से टकराता है और अग्नि का शरीर जलने लगता है और ये नज़ारा देख गेब्रीयल हस्सने लगता है
कुछ ही देर में अग्नि के शरीर में जीतने तेजिसे आग लगी थी उठने ही तेजिसे आग बुझ भी जाती है और अग्नि गेब्रीयल के सामने सही सलामत खड़ा था और उसके होठों पर मुश्कं थी और ये देख गेब्रीयल बौखला उठ था है
गेब्रीयल – ये तुमने कैसे किया आज तक कोई भी मेरे ड्रागें’से के आग से बच नहीं पाया लेकिन तुम कैसे बच गये
अग्नि – गेब्रीयल जो खुद ही आग हो उसे आग से डराया नहीं जाता , मेरा सिर्फ़ नाम ही अग्नि नहीं है में खुद भी अग्नि हूँ और मेरे अंदर जितनी आग है उसका आधा हिस्सा भी इसे पूरे दुनिया में किसी के पास नहीं होगी
फिर अग्नि अपने आँखों को बंद करता है और अपने दोनों हाथों के मुठियों को बंद करता है और अपने अंदर मौजूद सारे उर्जाओं को इकट्ठा करने लगता है , कुछ ही देर में अग्नि के मुट्ठी में आग जलने लगता है नीली रंग की आग और फिर अग्नि अपने आँखों को खोलता है और उसके मुठियों की तरह उसके आँखों का रंग भी नीला होचुका था फिर अग्नि अपने उन्न दोनों मुठियों को उस ड्रागें के तरफ मोड़ देता है जिसने कुछ देर पहले अग्नि के ऊपर आग फेंका था
फिर अग्नि अपने मुट्ठी को खोलता है और उन्न ऊर्जा या फिर आग को उस ड्रागें के ऊपर फेंकने लगता है और तब तक फेंकता है जब तक वो ड्रागें उस आग के बवांडर में जल नहीं जाता
फिर अग्नि अपने हाथ को नीचे कार देता है लेकिन अभी भी उसके मुठियों में बहुत सारे ऊर्जा मौजूद थे , वहाँ मौजूद सभी हैरान थे किसको भी यकीन नहीं आ रही था की ये क्या हो गया चाहे वो गेब्रीयल हो या उसके ड्रागें’से सभी बस आँख फाड़े उस मारे हुए ड्रागें के हड्डियों को देख रहे थे तो कभी अग्नि को , ईश्वक़्त सभी ड्रागें’से के आँखों में डर साफ झलक रहा था