Romance सिमरन - एक पत्नी और प्रेमिका

Newbie
23
33
13
"हे भगवान," उसने सोचा। "मैं एक खुशहाल शादीशुदा पत्नी और प्रेमिका हूं, मैं ऐसा करना क्यों नहीं छोड़ सकती।"


सिमरन एक आदर्श पत्नी और प्रेमिका थी। वह 33 साल की थी, 10 साल से शादीशुदा थी, 9 साल के बेटे और 7 साल की बेटी के साथ उपनगरों में रह रही थी।

उसका पति बिल्कुल वैसा ही थे, जैसा वह एक लड़का के रूप में सपना देखती थी।
प्यार करने वाला, मिलनसार, उसके और बच्चों के प्रति समर्पित, एक अच्छा प्रदाता, वह वास्तव में एक पारिवारिक व्यक्ति होने का आनंद लेता था।
सिमरन घर पर रहने वाली पत्नी की जीवनशैली में पूरी तरह से लीन दिखती थी।
सुबह बच्चों को स्कूल ले जाना, घर को ठीक से रखना, कई चैरिटी और नागरिक समूहों में स्वयंसेवी कार्य करना, दोपहर में बच्चों को उठाना और स्कूल की गतिविधियों के बाद उन्हें ले जाना उसके दिन भर की दिनचर्या थी।

लेकिन दिखावे से धोखा हो सकता है, अंदर ही अंदर वह जानती थी कि ऐसा क्यों है, अपने पति के साथ उनके विवाह के आरंभिक दिनों में उनके बीच बहुत जोशीला प्रेम था।

विनोद एक अच्छा पति था सौम्या अपराजिता विचारशील, कभी भी मांग नहीं करता था, हमेशा उसकी ज़रूरतों को पूरा करने की कोशिश करता था।

विवाह के कुछ महीने बाद सिमरन विनोद से गर्भवती हुई और चीज़ें बदलने लगीं।
यह एक मुश्किल गर्भावस्था थी और उसके बेटे के जन्म के बाद ऐसा लगा कि अंतरंगता के लिए कभी समय नहीं था।

वह मां की दिनचर्या में आ गई, अपनी बेटी के जन्म और उसके बाद भी जारी रही।..........
अब बच्चे इतने बड़े हो गए थे कि जब भी वह और उनके पति सेक्स के लिए समय निकालते थे, तो वह केवल बंद कमरे के दरवाजे के पीछे ही करते थे, और इस बात पर जोर देते थे कि वे चुप रहें ताकि बच्चे सुन ना सकें।

5 फीट 7 इंच, 75 किलो की सिमरन ने खुद को फिट रखा और बिना किसी जीम के उसने सोचा कि उसका शरीर बहुत अच्छा है।

यह सच है कि बच्चों के होने के बाद से उसका फिगर बदल गया था। जब वह कुमारी थी तो वह काफी पतली थी, अब उसका फिगर एक महिला जैसा है।

36C-28-38 की सिमरन को कामुकता और ज़्यादातर पुरुषों के द्वारा बहुत ही आकर्षक कहा जाता था।
यह सब परिस्थिति से सिमरन को लगा कि वह एक निरस सेक्स लाइफ़ में बर्बाद हो रही है।

फिर सिमरन की मुलाकात सुधीर से हुई।
उसके साथ एक छोटी मुलाकातों में कुछ भी निरस नहीं था।
जब वह उसके साथ रहती तो उसके अंदर वहीं पुरानी सिमरन महसूस करती थी उसके साथ बिताए पलों को याद रख सकती है।

जब वह छोटी थी, तो वह अपने पैरों से उड़ाए जाने का सपना देखती थी। जैसे-जैसे वह बड़ी हुई, उसकी कल्पनाएं बदल गईं।

उसने कभी नहीं सोचा था कि वह किसी को बता सकती है कि वह क्या महसूस करती है, खासकर अपने पति को भी नहीं।
उसने उससे उसकी कल्पनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी। वह वास्तव में क्या चाहती थी,

इस बारे में बताये , सिमरन ने अस्पष्ट रहने की कोशिश की। उसने अपने दोस्त अतिरिक्त रिश्ता के बल पर ही उसे उत्तर देने पर मजबूर कर दिया।
फिर उसने उस पर नियंत्रण करना शुरू कर दिया। पहले तो सिमरन को लगा कि वह सिर्फ़ वही कर रहा है जो वह चाहती है।
फिर उसे एहसास हुआ कि वह लगातार सिमरन को नई ऊंचाई पर ले जा रहा है।
उसने जो कुछ किया, उसके बारे में सिमरन ने कभी भी कल्पना नहीं की थी। कुछ ऐसे थी जिनके बारे में उसने कभी सपने में सोचा थी।
वह यह नहीं समझा सकती थी कि वह जो कर रही हैं, उससे उसे इतना आनंद, इतना परमानंद क्यों मिलता था।

वह केवल इतना जानती थी कि वह नहीं चाहती थी कि वह रुके। सिमरन ने आज अपने मॉम की तरह कपड़े पहने थी, सफेद शॉर्ट ब्लाउज और हल्के नीले रंग साड़ी आरामदायक थी।

लेकिन बहुत टाइट नहीं तीन इंच ऊंची एड़ी वाली वेज सैंडल और गले में एक मंगलसूत्र ।
इस गर्म वसंत दिन के लिए उसके इस पहनावे को पूरा किया।
लेकिन वह आज उसका इंतज़ार कर रही थी।

सिमरन ने आज सुबह उसे संदेश भेजा। ", सुधीर क्या मैं आज तुम्हें से मिल सकती हूं ?
उसका उत्तर लगभग 20 मिनट बाद आया, "फार्म हाउस पर कल 12 बजे ,।"।
जब सिमरन ने इसे पढ़ा तो वह मुश्किल से सांस ले पा रही थी, तब से दिन धुंधला हो गया था।

कल सवेरे बच्चों को स्कूल छोड़ने के बाद, सिमरन तैयार होने के लिए घर चली गई, उसने गर्म पानी से नहाने की शुरुआत की, हर जगह सावधानी से शेव करने में समय लिया।
पहली छोटी मुलाकात के बाद यह दूसरा बड़ा मुलाकात बहुत खास था।
सिमरन ने सुनिश्चित किया कि उसका मेकअप बिल्कुल सही हो और उसने अपने कंधे तक के भूरे बालों को एक बहुत ही साधारण पोनी टेल में बांधा, जैसा कि उसकी पसंद थी।
फिर उसने नई मैचिंग लेस ब्रा और पैंटी पहनी रेड डोरी वी शेप ब्लाउज और हल्के पीले रंग साड़ी वेज सैंडल और गले में एक मंगलसूत्र ।

सिमरन कार की सीट पर बैठते इधर-उधर छटपटाने लगी।
उसने महसूस किया कि उसकी पैंटी का पीछे का हिस्सा उसकी योनि के होंठों में से एक के नीचे खिसक गया है।

उसने अपने हाथ अपनी पेटीकोट के अंदर रखे अपनी उंगलियों को लेस कपड़े के नीचे सरकाते हुए, उसने अपनी उंगलियों को अपनी चिकनी योनि के होंठों पर फिराया, अपनी पैंटी को अपनी योनि की दरार से बाहर निकाला।

उसकी योनि के होंठों को छूने से उसके शरीर के निचले हिस्से में एक सुखद लहर दौड़ गई।
उसकी योनि पहले से ही गीली होने लगी थी, सिमरन ने अपनी चूत में उंगली करने की इच्छा को रोकते हुए अपने हाथों को अपनी पेटीकोट के नीचे से बाहर निकाला।
उसने आह भरी और फार्म हाउस का इंतज़ार करती रही।
फार्म हाउस सिमरन के घर से 65 मिनट की ड्राइव पर था, सिमरन 65 मिनट में कार से फार्म हाउस के सामने पहुंच कर अंदर शांति से बैठ कर थी।
फार्म हाउस के आसपास कुछ दर्जन भर घर दिखाई दे रही था । सिमरन ने कार के अंदर से आपने कार के चारों ओर देखा एक बार फिर सिमरन ने सोचा, "मैं अब जा सकती हूं।

कार से उतर कर फार्म हाउस की ओर बड़ी सिमरन फार्म हाउस के पास जाकर रिंग बेल बजाई थोड़ी देर में दरवाजे खुला,
उधर से एक आवाज आई " जी मैम आप को किसे मिला है ? सिमरन; सुधीर से ।

आप अंदर आइये , यहां सोफे पर बेठीयें।
 
Last edited by a moderator:
Newbie
23
33
13
धन्यवाद आपका
जी हां हम इसकी अगली part जरूरी लाएंगे
मेरी कोई भी कहानी आपको अधुरी नहीं मिलेगी ।
 
Newbie
23
33
13
Part 2
कुछ मिनट बाद एक अबाज आई "हेलो सिमरन। तुम आज सुंदर लग रही हो?" सुधीर ने कहा।

सिमरन के चेहरे पर मुस्कान आ गई, "धन्यवाद सुधीर ," उसने जवाब दिया।

"मुझे आशा है कि मैंने आपको बहुत लंबा इंतजार नहीं करवाया होगा," उसने निष्ठाहीनता से कहा।

"ओह, नहीं। नहीं सुधीर ," सिमरन ने एक स्कूली लड़की की तरह हकलाते हुए कहा।

सुधीर ने आवाज दी - " सांता कहा हो इधर आना , आज मैम के साथ मेरी मिटिंग है, अगर कोई आये या किसी का फोन आये तो कहना सुधीर घर पर नहीं है कहीं बाहर गये है ।

उसने सिमरन को आपने साथ कमर में ले गया और अंदर से दरवाजा बंद कर दिया ।

सुधीर ने कहा।"लेकिन तुम इतनी शालीन क्यों हो, क्या तुम्हें नहीं लगता कि अगर तुम अपने ब्लाउज का ऊपरी बटन खोल दोगी तो तुम बेहतर दिखोगी?"
"ओह...हाँ सुधीर ।" सिमरन ने बटन खोला और उसकी क्लीवेज दिखने लगी।

"तुम्हारा ब्लाउज़ इस तरह से ज़्यादा अच्छा लागेगी इतना कहते सुधीर ने धीरे से सिमरन के होंठों पर चुम्बन किया और दोनों 30 मिनट तक चुम्बन करने के बाद , सुधीर उसकी ब्लाउज के डोर को खींच और उसके जिस्म से ब्लाउज को अलग कर दिया। सिमरन सुधीर के सामने ब्रा और पेटीकोट में थी।

सुधीर ने दोनों हाथों की उँगलियाँ को ब्रा के कप पर रखा और लेसदार ब्रा को नीचे खींचा। उसके बड़े स्तन बाहर निकल आए और उसके सख्त निप्पल दिखने लगे।

फिर से उसने अपनी उंगलियों से उसके स्तनों को धीरे से सहलाया, यह सुनिश्चित करते हुए कि प्रत्येक उंगली उसके निप्पलों पर धीरे-धीरे चले। सिमरन ने अपनी आँखें बंद कर लीं और आह भरी। यह एहसास बहुत ही शानदार था। उसके निप्पल और भी सख्त हो गए। अचानक उसने अपनी तर्जनी और मध्यमा उंगली के पोरों के बीच उसके बाएं निप्पल को दबाया। उसने निप्पल को घुमाया और अपनी ओर खींचा। सिमरन ने अपनी आँखें खोलीं और अचानक दर्द से कराह उठी। उसने फिर दाएं निप्पल को घुमाया और अपनी ओर खींचा । फिर गोद में उठाकर बिस्तर में लेट दिया । और सुधीर उसके अपर लेट गए।

एक बार फिर सिमरन की होठो को चूम्बन शुरू करता हैं। सुधीर सिमरन के अपर लेटने से सिमरन के बड़े बड़े स्तन सुधीर के सीने से पिचक जाते हैं। इस चुम्बन से सिमरन के जिस्म में एक कामुकता की आग भड़क जाती हैं।सिमरन की स्तन को चुम्बते वे उसने निप्पल को दांत में फंसाया के घुमाया और अपनी ओर खींचा अचानक दर्द से कराह उठी और अब थोड़ी सी गरम हो चुकी थी सिमरन के कराहने से सुधीर के जिस्म में एक जोश उप्तन्न हुआ ।

वो स्तन पर टूट पड़ते हैं , चूसना शुरू करते हैं। सुधीर स्तन दबा दबा के ऐसे चूस रहे थे मानो कोई पका हुवा आम हो। वह उसके शरीर के हर हिस्से के साथ होने वाली घटनाओं के लिए एक प्रारंभिक बिंदु था। वह यह भी जानती थी कि उसे एक के बाद एक ऐसे चरमसुख का अनुभव होगा, जिसका अनुभव वह किसी और तरीके से नहीं कर सकती थी।सुधीर अभी सिमरन के स्तनों को चूसते तो कभी होठों को चूमते। बस ये सिलसिला कुछ देर ऐसे ही चल रहा था।

"मुझे इंतज़ार मत करवाओ सुधीर," उसने सख्ती से कहा।

एक हाथ साड़ी के अंदर डाल के उसने धीरे-धीरे अपनी उँगलियों को सिमरन की जाँघों के अंदर ऊपर-नीचे चलाया, फिर धीरे से उसकी चूत के होंठों को सहलाया रहे था जिससे उसकी चूत गीली हो जाती है और उसके निप्पल सख्त हो जाते थे ।।
सिमरन को यह ध्यान अच्छा लग रहा था, लेकिन वह जानती थी कि वह उसकी जांच कर रहा था कि कहीं शेविंग करते समय वह किन जगहों पर चूक गई हो

सिमरन ने अपनी कामुक को वश में करते हुए सुधीर के कानों में कुछ फुसफुसाया ।

उसने साड़ी और पेटीकोट के साथ अपने सारे कपड़े सिवाय अंडरवियर उतार के जमीन पर गिर दिया

सुधीर अब अंडरवियर में सिमरन के सामने खड़े थे। सुधीर का अंडरवियर देखने से साफ पता चल रहा था कि उनका लिंग पूरा तरह खड़ा है।

सिमरन बिना देरी किए हुए उसके अंडरवियर को नीचे सरकाया , अंडरवियर नीचे सरकते ही सिमरन देखकर चौंक जाती है क्योंकि उसका लिंग उसकी सोच से अधिक ज्यादा मोटा और लंबा था

उसके लिंग को अपने मुंह में लेकर उसे गिला करने लगती है
"बहुत समय हो गया है अब तुम्हारा चुदाने का समय हो गया , है न ?"

सिमरन ने जवाब दिया, "हां ।"


सिमरन का शरीर थोड़ा झटका और उसने हल्की चीख निकाली। उसने सिमरन के पैंटी को एक छटके में नीचे खींचा। उसका शरीर फिर से झटका लेकिन इस बार कोई चीख नहीं निकली।


सिमरन तेजी से सांस लेने लगी
 
Member
208
352
63
Part 2
कुछ मिनट बाद एक अबाज आई "हेलो सिमरन। तुम आज सुंदर लग रही हो?" सुधीर ने कहा।

सिमरन के चेहरे पर मुस्कान आ गई, "धन्यवाद सुधीर ," उसने जवाब दिया।

"मुझे आशा है कि मैंने आपको बहुत लंबा इंतजार नहीं करवाया होगा," उसने निष्ठाहीनता से कहा।

"ओह, नहीं। नहीं सुधीर ," सिमरन ने एक स्कूली लड़की की तरह हकलाते हुए कहा।

सुधीर ने आवाज दी - " सांता कहा हो इधर आना , आज मैम के साथ मेरी मिटिंग है, अगर कोई आये या किसी का फोन आये तो कहना सुधीर घर पर नहीं है कहीं बाहर गये है ।

उसने सिमरन को आपने साथ कमर में ले गया और अंदर से दरवाजा बंद कर दिया ।

सुधीर ने कहा।"लेकिन तुम इतनी शालीन क्यों हो, क्या तुम्हें नहीं लगता कि अगर तुम अपने ब्लाउज का ऊपरी बटन खोल दोगी तो तुम बेहतर दिखोगी?"
"ओह...हाँ सुधीर ।" सिमरन ने बटन खोला और उसकी क्लीवेज दिखने लगी।

"तुम्हारा ब्लाउज़ इस तरह से ज़्यादा अच्छा लागेगी इतना कहते सुधीर ने धीरे से सिमरन के होंठों पर चुम्बन किया और दोनों 30 मिनट तक चुम्बन करने के बाद , सुधीर उसकी ब्लाउज के डोर को खींच और उसके जिस्म से ब्लाउज को अलग कर दिया। सिमरन सुधीर के सामने ब्रा और पेटीकोट में थी।

सुधीर ने दोनों हाथों की उँगलियाँ को ब्रा के कप पर रखा और लेसदार ब्रा को नीचे खींचा। उसके बड़े स्तन बाहर निकल आए और उसके सख्त निप्पल दिखने लगे।

फिर से उसने अपनी उंगलियों से उसके स्तनों को धीरे से सहलाया, यह सुनिश्चित करते हुए कि प्रत्येक उंगली उसके निप्पलों पर धीरे-धीरे चले। सिमरन ने अपनी आँखें बंद कर लीं और आह भरी। यह एहसास बहुत ही शानदार था। उसके निप्पल और भी सख्त हो गए। अचानक उसने अपनी तर्जनी और मध्यमा उंगली के पोरों के बीच उसके बाएं निप्पल को दबाया। उसने निप्पल को घुमाया और अपनी ओर खींचा। सिमरन ने अपनी आँखें खोलीं और अचानक दर्द से कराह उठी। उसने फिर दाएं निप्पल को घुमाया और अपनी ओर खींचा । फिर गोद में उठाकर बिस्तर में लेट दिया । और सुधीर उसके अपर लेट गए।

एक बार फिर सिमरन की होठो को चूम्बन शुरू करता हैं। सुधीर सिमरन के अपर लेटने से सिमरन के बड़े बड़े स्तन सुधीर के सीने से पिचक जाते हैं। इस चुम्बन से सिमरन के जिस्म में एक कामुकता की आग भड़क जाती हैं।सिमरन की स्तन को चुम्बते वे उसने निप्पल को दांत में फंसाया के घुमाया और अपनी ओर खींचा अचानक दर्द से कराह उठी और अब थोड़ी सी गरम हो चुकी थी सिमरन के कराहने से सुधीर के जिस्म में एक जोश उप्तन्न हुआ ।

वो स्तन पर टूट पड़ते हैं , चूसना शुरू करते हैं। सुधीर स्तन दबा दबा के ऐसे चूस रहे थे मानो कोई पका हुवा आम हो। वह उसके शरीर के हर हिस्से के साथ होने वाली घटनाओं के लिए एक प्रारंभिक बिंदु था। वह यह भी जानती थी कि उसे एक के बाद एक ऐसे चरमसुख का अनुभव होगा, जिसका अनुभव वह किसी और तरीके से नहीं कर सकती थी।सुधीर अभी सिमरन के स्तनों को चूसते तो कभी होठों को चूमते। बस ये सिलसिला कुछ देर ऐसे ही चल रहा था।

"मुझे इंतज़ार मत करवाओ सुधीर," उसने सख्ती से कहा।

एक हाथ साड़ी के अंदर डाल के उसने धीरे-धीरे अपनी उँगलियों को सिमरन की जाँघों के अंदर ऊपर-नीचे चलाया, फिर धीरे से उसकी चूत के होंठों को सहलाया रहे था जिससे उसकी चूत गीली हो जाती है और उसके निप्पल सख्त हो जाते थे ।।
सिमरन को यह ध्यान अच्छा लग रहा था, लेकिन वह जानती थी कि वह उसकी जांच कर रहा था कि कहीं शेविंग करते समय वह किन जगहों पर चूक गई हो

सिमरन ने अपनी कामुक को वश में करते हुए सुधीर के कानों में कुछ फुसफुसाया ।

उसने साड़ी और पेटीकोट के साथ अपने सारे कपड़े सिवाय अंडरवियर उतार के जमीन पर गिर दिया

सुधीर अब अंडरवियर में सिमरन के सामने खड़े थे। सुधीर का अंडरवियर देखने से साफ पता चल रहा था कि उनका लिंग पूरा तरह खड़ा है।

सिमरन बिना देरी किए हुए उसके अंडरवियर को नीचे सरकाया , अंडरवियर नीचे सरकते ही सिमरन देखकर चौंक जाती है क्योंकि उसका लिंग उसकी सोच से अधिक ज्यादा मोटा और लंबा था

उसके लिंग को अपने मुंह में लेकर उसे गिला करने लगती है
"बहुत समय हो गया है अब तुम्हारा चुदाने का समय हो गया , है न ?"

सिमरन ने जवाब दिया, "हां ।"


सिमरन का शरीर थोड़ा झटका और उसने हल्की चीख निकाली। उसने सिमरन के पैंटी को एक छटके में नीचे खींचा। उसका शरीर फिर से झटका लेकिन इस बार कोई चीख नहीं निकली।


सिमरन तेजी से सांस लेने लगी
Nice update
 

Top