Incest सपना या हकीकत

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koi kisi se kam nahi kya shila kya rageeni.... haraaman waqt aane par lesbo bhi ban gayi kutiya kahi ki.....
dusri taraf raj, wo itna bada hawasi hai ki ab usko paas aane par uski khud ki didi darne lagi hai.....
btw in kamini kamino ko gaaliyaa deke koi faidaa nahi ..... already ye log maan samman sharam ijjat sab kuch bech chuke hai... :popcorn1:
I think jo ladka pasand kiya gaya hai sonal ke liye ushi se shaadi karke sonal ko jald se jald us ghar vidayi le leni chaahiye.... coz zyada din ghar pe rahi to raj ya uske baap ke hawas ka shikaar ban jaayegi sonal definitely......

Khair mujhe kya :popcorn1: jo marzi kare ye log ya ch aahe bhad mein jaaye :D


Shaandaar update, shaandaar lekni aur shaandaar shabdon ka chayan...
bahot nirale aur uttejak tarike se update ko pesh kiya gaya hai..

.. let's see what happens next...
Brilliant update with awesome writing skills :yourock: :yourock:
Aabhaar apka :thank-you:
 
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गोर गोर पैरां विच
नचदी नु पैन होवे
लावा झंडू बाम लेके नू आई रागिनी
नाच नाच वाघ चंगी
बांह विच अज्ज राज नू
आज करले आराम रागिनी
रागिनी चमका चमका
छम छम करके चमका
लावा झंडू बाम जी नचदे
नचदे बिस्तर पे ठुमका ठुमका। ..... 🤭
:hugme:
 
ᴋɪɴᴋʏ ᴀꜱ ꜰᴜᴄᴋ
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Update 022

अगली सुबह करीब 6 बजे मेरी निद खुली
मैने देखा मेरे बगल मेरी मा पेट के बल बिना ब्लाऊज के सिर्फ पेतिकोट मे सोयी है
और उनकी उभरी हुई गांड के दरार मे उनका पेतिकोट फसा हुआ है,,, उनकी चिकनी कमर और मुलायम पीठ ,,,आह्हह देखते ही लण्ड सलामी देने लगा ,,,,,
फिर मैने एक नजर पापा पर डाली वो सीधे एक जांघिये मे सोये थे पेट पर हाथ रखे हुए

मै मन मे - पापा कितने किस्मत वाले हैं मा और मौसी को चोदने के बाद अब बुआ को भी पेलने का प्लान है ,, काश मैं भी बुआ को भोग पाता
तभी मैने सोचा क्यू ना सुबह सुबह बुआ के दर्शन कर लू
फिर मैने लोवर मे लण्ड को ऐडजस्ट किया और हल्का सा करवट लेके उठने वाला था कि मा जग गयी

मा - अरे बेटा कहा जा रहा है
मा भूल गयी की रात मे उसने ऊपर कुछ नही पहना है और मेरी तरफ घूम गयी

मै मा के बडे रसिले पपीते जैसे चुचे देख कर थम सा गया और मेरी नजरे उनकी भूरे रंग के मून्क्के जैसे चुचको पर रुक गयी ,,, जब मैने मा को जवाब नही दिया तो उन्होने मेरी नजर का पीछा किया और वो समझ गयी की मेरा ध्यान कहा है
और फिर मुस्कुराते हुए अपनी स्थिति पर थोडी सफाई देते हुए बोली - अरे वो बेटा रात मे गर्मी थी ज्यादा तो ब्लाऊज निकाल दिया था

मैने देखा मा मुझे देख कर मेरे व्यवहार पर मुस्कुरा कर जवाब दे रही है तो मैने भी हौसला करके कहा- हा मा देखा था मैने रात मे आप पुरे कपड़े निकाल दी थी लेकिन ,,,,

मा शर्मा गयी क्योकि वो समझ गयी मेरे कहने का मतलब फिर भी अंजान बनने का नाटक करते हुए बोली - क्या लेकिन बेटा ???

मै थूक गटक कर थोड़ा मा के करीब खिसक कर बोला - लेकिन फिर भी आप लोग वो सब कर रहे थे इतनी गरमी मे भी ।।। मै बहुत ही मासूमियत से बोला

मा थोडा शर्मायी की मैने सारा खेल देखा और सुना था लेकिन उनको इस बात से थोड़ा uncomfortable भी मह्सूस हो रहा था कि मै क्या सोच रहा हूंगा । तो मा बोली - तू तो सो गया था ना

मै - हा मा मै सो गया था लेकिन
मा - लेकिन क्या
मै - मा वो आप इतना तेज़ बोल रहे थे कि निद खुल गयी
मेरे इतना बोल्ते ही मा सीधे लेट गयी और छत पर देखते हुए मुस्कुराने लगी
सीधे लेटने से उनकी चुचिया छत की तरफ नोक बनाये सख्त थी
मै उनकी सख्त चुचियो को देख कर उत्तेजित होने लगा और लोवर मे लण्ड को ऐडजस्ट करने ल्गा

फिर मा सीधे लेते हुए मेरे तरफ सर घुमा कर थोड़ा तिरछी नजरो से देखते हुए पूछी- जब तु उठा तो मै क्या कर रही थी राज
और वापस छत की तरफ देखने लगी ,इस समय उनकी सांसे तेज हो गयी थी और उनकी चुचिया ऊपर निचे हो रही थी
मै फिर से लण्ड को ऐडजस्ट किया और मा की नंगी चुची को देख थूक गटकते हुए बोला - वो वो मा आप बेड पर झुकी थी और पापा नीचे बैठ कर आपके उसमे सर डाले थे ।
इतना बोल के मैने अपनी नजरे निचे कर ली

मा - धत्त पागल,, मतलब तू शुरू से ही जग रहा था
मै - हा शायद लेकिन मा ,,,
मा - हा बोल
मै - पापा आपके,,,,,फिर मैने गांड की तरफ इशारा करते हुए ,,, वहा पर चुम्मी क्यू कर रहे थे

मा शर्मा गयी और मुह पर हाथ रख ली
मै - आपको बहुत अच्छा लग रहा था न मा
मा - धत्त बदमाश अपनी मा से कोई ऐसी बात करता है ,,,
मै - मुझे ये सब कौन बतायेगा अब मम्मी पापा से ना पूछू तो किस्से पूछू

मा थोडी सोच मे पड़ गयी - ठीक है लेकिन अभी जरुरी नही है समय आयेगा तो बताउन्गी मै तुझे ,,,
मा - अभी तेरी शादी तो नही न हो रही है
मै अनजान बनते हुए - अच्छा तो ये सब शादी के बाद ही कर सकते है क्या
मा - हा बेटा ,, वो भी सिर्फ अपनी बीबी के साथ समझा

मा मुझे नादान बालक समझ कर समझा रही थी तो मैने मा को लपटने का ये मौका कैसे छोडने वाला था
मै - तो फिर पापा ने मौसी के साथ कैसे किया वो सब ,,,थोड़ा जिज्ञसुक भाव मे पुछा
मेरे ये सवाल करते ही मा के चेहरे का रंग ही उड़ गया
मा हडबडी मे बोली - तू तू तुझे कैसे बता ये सब

मै बिना कोई नये भाव के मासूमियत से बोला - उस दिन छत पर देखा था रात मे

मा की सांसे तेज़ हो गयी थी लेकिन वो मुझे कुछ बोल भी नही सकती थी क्योकि गलती उन्ही की थी और मेरे चेहरे का भाव एक मासूम जिज्ञासुक बच्चे के जैसा था ,,,

मा मेरी तरफ घूम साथ ही उन्के करवट लेते ही उनकी दोनो चुचिया बिस्तर की तरफ लटक गयी
फिर मा मुझे बोली- बेटा तुने किसी और को नही न बताया ना उस रात के बारे मे
मै - नही मा मै क्यू ब्ताऊगा किसी को ,,, ये सब छिपा कर करने वाली चीजे है ना

मा थोडी राहत की सांस ली - अच्छा किया बेटा और ये बात तू किसी से नही करेगा जो कुछ जानना पूछना होगा मुझसे पूछ लेना

मै खुश होते हुए - ठीक है मा
फिर वापस से मा की चुचियो को घुरने लगा

मा ने मुझे ऐसे देखा तो बोली - क्यू पीने का मन है क्या मेरे लल्ला
मै बड़ी मासूमियत से हा मे सर हिलाया
फिर मा ने मेरे गाल पर सहलाते हुए एक नजर पापा को देखा तो वो ऐसे ही सोये हुए है
फिर मा मेरी तरफ खिसक गई और इशारा किया मै उनकी चूचियो को चुसू

मै इतना अच्छा ऑफ़र कैसे मना कर पाता और झुक कर मा की चुचियो को दोनो हाथो से पकड़ा और उन्के निप्प्ल तन कर सामने आ गये फिर मैने जीभ निकाल मा मुनक्के जैसे निप्प्ल को चाटने लगा
और जीभ को नुकीला कर उनकी निप्प्ल के चारो तरफ के भूरे घेरे मे गोल गोल जीभ चलाने लगा और बिच बिच मे निप्प्ल को जोर से चुस भी लेता

मा आंखे बंद कर मेरे सर को अपने बड़े बड़े चुची मे दबाए हल्की हल्की सिसकियाँ ले रही थी
तो मैने भी मौके की नजाकट को समझा और चुचियो को चुस्ते हुए मा की कमर को पकड कर अपनी तरफ खिच लिया जिससे मेरा लोवर मे खड़ा लण्ड मा जांघो के बिच टकरा गया और मैने भी मा तरफ आगे कमर खिसका कर मा की चुचियो मे एक को एक हाथ से दबाते हुए दुसरे को मुह मे भर कर चूसने ल्गा

मा की मदहोसी बढने लगी वो मेरे सर के साथ साथ मेरे पीठ पर भी हाथ फेरने लगी
मै भी समझ गया मा अभी मेरे नियन्त्रण मे है कुछ पल के लिए
तो क्यो ना थोदा आगे बढ़ा जाय
फिर मैने भी अपना हाथ मा के कमर से उनकी पेतिकोट मे कसी चुतडो पर ले जा कर उनकी गोलाई मापने लगा

मेरा मा के चुतडो पर स्पर्श उनको मेरे लण्ड के और करीब ले आया ,,, मैने भी अपनी कमर को ओर मा की तरफ किया जिस्से मेरा लोवर मे खड़ा लण्ड मा की गुदाज जांघो मे घुस गया
अब मैने मा के चुतडो को पकड कर अपनी तरफ खीचते हुए अपनी कमर हल्की हल्की चलाते हुए मा के चुचो को चूसने ल्गा

जिससे मा की उत्तेजना भी मेरे तरह बढ़ गयी वो भी मेरी कमर को पकड कर तेज़ी से अपनी जांघ को मेरे लण्ड पर घिसने लगी ,, नतीजन मा और मै कुछ मिंट मे अंदर ही अंदर झडने लगे और एक दुसरे को झटके देने लगे
फिर हम थक कर एक दुसरे से चीपके रहे
फिर मा बोली - बेटा उठ जा तू ऊपर फ्रेश हो ले
मै मा को छोड़ना नही चाहता था ना जाने कैसा एक जुडाव हो गया मा से
मै - मा अभी आपसे ढेर सारी बाते करनी है और बहुत सारे सवाल हैं
मा मेरे सर पर हाथ फेरते हुए मुस्कुराइ - बेटा सब बताउन्गी अभी तू जा फ्रेश हो ले , कहीं तेरे पापा न जग जाये , हम लोग दोपहर में बात करेंगे इस बारे मे और किसी से कुछ बताना मत

मै खुश होते हुए हा मे सर हिलाया और ऊपर चला गया और सीधा बाथरूम मे घुस गया

अब देखते आगे क्या होता है
आपकी प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा
ragini kafi khuli hui aurat hai. bete se khul ke baat karti hai har masle me. aese kuch palo ke liye darr gai thi wo jab malum chala ke mausi aur raaj ke baap ka poul khol chuki hai raaj ke samne, par raaj ne bharosa dilaya k is bat ko kisko pta chalne nahi dega. badle duddu pine ko mila. kapdo ke upar se hi ghisne se dono chand minto me jhad bhi gae. mujhe to lagta jald hi ragini ki jabarjast pelai hone wali hai.
 
I

Ishani

Update 022

अगली सुबह करीब 6 बजे मेरी निद खुली
मैने देखा मेरे बगल मेरी मा पेट के बल बिना ब्लाऊज के सिर्फ पेतिकोट मे सोयी है
और उनकी उभरी हुई गांड के दरार मे उनका पेतिकोट फसा हुआ है,,, उनकी चिकनी कमर और मुलायम पीठ ,,,आह्हह देखते ही लण्ड सलामी देने लगा ,,,,,
फिर मैने एक नजर पापा पर डाली वो सीधे एक जांघिये मे सोये थे पेट पर हाथ रखे हुए

मै मन मे - पापा कितने किस्मत वाले हैं मा और मौसी को चोदने के बाद अब बुआ को भी पेलने का प्लान है ,, काश मैं भी बुआ को भोग पाता
तभी मैने सोचा क्यू ना सुबह सुबह बुआ के दर्शन कर लू
फिर मैने लोवर मे लण्ड को ऐडजस्ट किया और हल्का सा करवट लेके उठने वाला था कि मा जग गयी

मा - अरे बेटा कहा जा रहा है
मा भूल गयी की रात मे उसने ऊपर कुछ नही पहना है और मेरी तरफ घूम गयी

मै मा के बडे रसिले पपीते जैसे चुचे देख कर थम सा गया और मेरी नजरे उनकी भूरे रंग के मून्क्के जैसे चुचको पर रुक गयी ,,, जब मैने मा को जवाब नही दिया तो उन्होने मेरी नजर का पीछा किया और वो समझ गयी की मेरा ध्यान कहा है
और फिर मुस्कुराते हुए अपनी स्थिति पर थोडी सफाई देते हुए बोली - अरे वो बेटा रात मे गर्मी थी ज्यादा तो ब्लाऊज निकाल दिया था

मैने देखा मा मुझे देख कर मेरे व्यवहार पर मुस्कुरा कर जवाब दे रही है तो मैने भी हौसला करके कहा- हा मा देखा था मैने रात मे आप पुरे कपड़े निकाल दी थी लेकिन ,,,,

मा शर्मा गयी क्योकि वो समझ गयी मेरे कहने का मतलब फिर भी अंजान बनने का नाटक करते हुए बोली - क्या लेकिन बेटा ???

मै थूक गटक कर थोड़ा मा के करीब खिसक कर बोला - लेकिन फिर भी आप लोग वो सब कर रहे थे इतनी गरमी मे भी ।।। मै बहुत ही मासूमियत से बोला

मा थोडा शर्मायी की मैने सारा खेल देखा और सुना था लेकिन उनको इस बात से थोड़ा uncomfortable भी मह्सूस हो रहा था कि मै क्या सोच रहा हूंगा । तो मा बोली - तू तो सो गया था ना

मै - हा मा मै सो गया था लेकिन
मा - लेकिन क्या
मै - मा वो आप इतना तेज़ बोल रहे थे कि निद खुल गयी
मेरे इतना बोल्ते ही मा सीधे लेट गयी और छत पर देखते हुए मुस्कुराने लगी
सीधे लेटने से उनकी चुचिया छत की तरफ नोक बनाये सख्त थी
मै उनकी सख्त चुचियो को देख कर उत्तेजित होने लगा और लोवर मे लण्ड को ऐडजस्ट करने ल्गा

फिर मा सीधे लेते हुए मेरे तरफ सर घुमा कर थोड़ा तिरछी नजरो से देखते हुए पूछी- जब तु उठा तो मै क्या कर रही थी राज
और वापस छत की तरफ देखने लगी ,इस समय उनकी सांसे तेज हो गयी थी और उनकी चुचिया ऊपर निचे हो रही थी
मै फिर से लण्ड को ऐडजस्ट किया और मा की नंगी चुची को देख थूक गटकते हुए बोला - वो वो मा आप बेड पर झुकी थी और पापा नीचे बैठ कर आपके उसमे सर डाले थे ।
इतना बोल के मैने अपनी नजरे निचे कर ली

मा - धत्त पागल,, मतलब तू शुरू से ही जग रहा था
मै - हा शायद लेकिन मा ,,,
मा - हा बोल
मै - पापा आपके,,,,,फिर मैने गांड की तरफ इशारा करते हुए ,,, वहा पर चुम्मी क्यू कर रहे थे

मा शर्मा गयी और मुह पर हाथ रख ली
मै - आपको बहुत अच्छा लग रहा था न मा
मा - धत्त बदमाश अपनी मा से कोई ऐसी बात करता है ,,,
मै - मुझे ये सब कौन बतायेगा अब मम्मी पापा से ना पूछू तो किस्से पूछू

मा थोडी सोच मे पड़ गयी - ठीक है लेकिन अभी जरुरी नही है समय आयेगा तो बताउन्गी मै तुझे ,,,
मा - अभी तेरी शादी तो नही न हो रही है
मै अनजान बनते हुए - अच्छा तो ये सब शादी के बाद ही कर सकते है क्या
मा - हा बेटा ,, वो भी सिर्फ अपनी बीबी के साथ समझा

मा मुझे नादान बालक समझ कर समझा रही थी तो मैने मा को लपटने का ये मौका कैसे छोडने वाला था
मै - तो फिर पापा ने मौसी के साथ कैसे किया वो सब ,,,थोड़ा जिज्ञसुक भाव मे पुछा
मेरे ये सवाल करते ही मा के चेहरे का रंग ही उड़ गया
मा हडबडी मे बोली - तू तू तुझे कैसे बता ये सब

मै बिना कोई नये भाव के मासूमियत से बोला - उस दिन छत पर देखा था रात मे

मा की सांसे तेज़ हो गयी थी लेकिन वो मुझे कुछ बोल भी नही सकती थी क्योकि गलती उन्ही की थी और मेरे चेहरे का भाव एक मासूम जिज्ञासुक बच्चे के जैसा था ,,,

मा मेरी तरफ घूम साथ ही उन्के करवट लेते ही उनकी दोनो चुचिया बिस्तर की तरफ लटक गयी
फिर मा मुझे बोली- बेटा तुने किसी और को नही न बताया ना उस रात के बारे मे
मै - नही मा मै क्यू ब्ताऊगा किसी को ,,, ये सब छिपा कर करने वाली चीजे है ना

मा थोडी राहत की सांस ली - अच्छा किया बेटा और ये बात तू किसी से नही करेगा जो कुछ जानना पूछना होगा मुझसे पूछ लेना

मै खुश होते हुए - ठीक है मा
फिर वापस से मा की चुचियो को घुरने लगा

मा ने मुझे ऐसे देखा तो बोली - क्यू पीने का मन है क्या मेरे लल्ला
मै बड़ी मासूमियत से हा मे सर हिलाया
फिर मा ने मेरे गाल पर सहलाते हुए एक नजर पापा को देखा तो वो ऐसे ही सोये हुए है
फिर मा मेरी तरफ खिसक गई और इशारा किया मै उनकी चूचियो को चुसू

मै इतना अच्छा ऑफ़र कैसे मना कर पाता और झुक कर मा की चुचियो को दोनो हाथो से पकड़ा और उन्के निप्प्ल तन कर सामने आ गये फिर मैने जीभ निकाल मा मुनक्के जैसे निप्प्ल को चाटने लगा
और जीभ को नुकीला कर उनकी निप्प्ल के चारो तरफ के भूरे घेरे मे गोल गोल जीभ चलाने लगा और बिच बिच मे निप्प्ल को जोर से चुस भी लेता

मा आंखे बंद कर मेरे सर को अपने बड़े बड़े चुची मे दबाए हल्की हल्की सिसकियाँ ले रही थी
तो मैने भी मौके की नजाकट को समझा और चुचियो को चुस्ते हुए मा की कमर को पकड कर अपनी तरफ खिच लिया जिससे मेरा लोवर मे खड़ा लण्ड मा जांघो के बिच टकरा गया और मैने भी मा तरफ आगे कमर खिसका कर मा की चुचियो मे एक को एक हाथ से दबाते हुए दुसरे को मुह मे भर कर चूसने ल्गा

मा की मदहोसी बढने लगी वो मेरे सर के साथ साथ मेरे पीठ पर भी हाथ फेरने लगी
मै भी समझ गया मा अभी मेरे नियन्त्रण मे है कुछ पल के लिए
तो क्यो ना थोदा आगे बढ़ा जाय
फिर मैने भी अपना हाथ मा के कमर से उनकी पेतिकोट मे कसी चुतडो पर ले जा कर उनकी गोलाई मापने लगा

मेरा मा के चुतडो पर स्पर्श उनको मेरे लण्ड के और करीब ले आया ,,, मैने भी अपनी कमर को ओर मा की तरफ किया जिस्से मेरा लोवर मे खड़ा लण्ड मा की गुदाज जांघो मे घुस गया
अब मैने मा के चुतडो को पकड कर अपनी तरफ खीचते हुए अपनी कमर हल्की हल्की चलाते हुए मा के चुचो को चूसने ल्गा

जिससे मा की उत्तेजना भी मेरे तरह बढ़ गयी वो भी मेरी कमर को पकड कर तेज़ी से अपनी जांघ को मेरे लण्ड पर घिसने लगी ,, नतीजन मा और मै कुछ मिंट मे अंदर ही अंदर झडने लगे और एक दुसरे को झटके देने लगे
फिर हम थक कर एक दुसरे से चीपके रहे
फिर मा बोली - बेटा उठ जा तू ऊपर फ्रेश हो ले
मै मा को छोड़ना नही चाहता था ना जाने कैसा एक जुडाव हो गया मा से
मै - मा अभी आपसे ढेर सारी बाते करनी है और बहुत सारे सवाल हैं
मा मेरे सर पर हाथ फेरते हुए मुस्कुराइ - बेटा सब बताउन्गी अभी तू जा फ्रेश हो ले , कहीं तेरे पापा न जग जाये , हम लोग दोपहर में बात करेंगे इस बारे मे और किसी से कुछ बताना मत

मै खुश होते हुए हा मे सर हिलाया और ऊपर चला गया और सीधा बाथरूम मे घुस गया

अब देखते आगे क्या होता है
आपकी प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा
जब राज और रागिनी इतनी आगे बढ़ ही चुके है। शादी क्यूँ नहीं कर लेते। 🙄
 
I

Ishani

Update 022

अगली सुबह करीब 6 बजे मेरी निद खुली
मैने देखा मेरे बगल मेरी मा पेट के बल बिना ब्लाऊज के सिर्फ पेतिकोट मे सोयी है
और उनकी उभरी हुई गांड के दरार मे उनका पेतिकोट फसा हुआ है,,, उनकी चिकनी कमर और मुलायम पीठ ,,,आह्हह देखते ही लण्ड सलामी देने लगा ,,,,,
फिर मैने एक नजर पापा पर डाली वो सीधे एक जांघिये मे सोये थे पेट पर हाथ रखे हुए

मै मन मे - पापा कितने किस्मत वाले हैं मा और मौसी को चोदने के बाद अब बुआ को भी पेलने का प्लान है ,, काश मैं भी बुआ को भोग पाता
तभी मैने सोचा क्यू ना सुबह सुबह बुआ के दर्शन कर लू
फिर मैने लोवर मे लण्ड को ऐडजस्ट किया और हल्का सा करवट लेके उठने वाला था कि मा जग गयी

मा - अरे बेटा कहा जा रहा है
मा भूल गयी की रात मे उसने ऊपर कुछ नही पहना है और मेरी तरफ घूम गयी

मै मा के बडे रसिले पपीते जैसे चुचे देख कर थम सा गया और मेरी नजरे उनकी भूरे रंग के मून्क्के जैसे चुचको पर रुक गयी ,,, जब मैने मा को जवाब नही दिया तो उन्होने मेरी नजर का पीछा किया और वो समझ गयी की मेरा ध्यान कहा है
और फिर मुस्कुराते हुए अपनी स्थिति पर थोडी सफाई देते हुए बोली - अरे वो बेटा रात मे गर्मी थी ज्यादा तो ब्लाऊज निकाल दिया था

मैने देखा मा मुझे देख कर मेरे व्यवहार पर मुस्कुरा कर जवाब दे रही है तो मैने भी हौसला करके कहा- हा मा देखा था मैने रात मे आप पुरे कपड़े निकाल दी थी लेकिन ,,,,

मा शर्मा गयी क्योकि वो समझ गयी मेरे कहने का मतलब फिर भी अंजान बनने का नाटक करते हुए बोली - क्या लेकिन बेटा ???

मै थूक गटक कर थोड़ा मा के करीब खिसक कर बोला - लेकिन फिर भी आप लोग वो सब कर रहे थे इतनी गरमी मे भी ।।। मै बहुत ही मासूमियत से बोला

मा थोडा शर्मायी की मैने सारा खेल देखा और सुना था लेकिन उनको इस बात से थोड़ा uncomfortable भी मह्सूस हो रहा था कि मै क्या सोच रहा हूंगा । तो मा बोली - तू तो सो गया था ना

मै - हा मा मै सो गया था लेकिन
मा - लेकिन क्या
मै - मा वो आप इतना तेज़ बोल रहे थे कि निद खुल गयी
मेरे इतना बोल्ते ही मा सीधे लेट गयी और छत पर देखते हुए मुस्कुराने लगी
सीधे लेटने से उनकी चुचिया छत की तरफ नोक बनाये सख्त थी
मै उनकी सख्त चुचियो को देख कर उत्तेजित होने लगा और लोवर मे लण्ड को ऐडजस्ट करने ल्गा

फिर मा सीधे लेते हुए मेरे तरफ सर घुमा कर थोड़ा तिरछी नजरो से देखते हुए पूछी- जब तु उठा तो मै क्या कर रही थी राज
और वापस छत की तरफ देखने लगी ,इस समय उनकी सांसे तेज हो गयी थी और उनकी चुचिया ऊपर निचे हो रही थी
मै फिर से लण्ड को ऐडजस्ट किया और मा की नंगी चुची को देख थूक गटकते हुए बोला - वो वो मा आप बेड पर झुकी थी और पापा नीचे बैठ कर आपके उसमे सर डाले थे ।
इतना बोल के मैने अपनी नजरे निचे कर ली

मा - धत्त पागल,, मतलब तू शुरू से ही जग रहा था
मै - हा शायद लेकिन मा ,,,
मा - हा बोल
मै - पापा आपके,,,,,फिर मैने गांड की तरफ इशारा करते हुए ,,, वहा पर चुम्मी क्यू कर रहे थे

मा शर्मा गयी और मुह पर हाथ रख ली
मै - आपको बहुत अच्छा लग रहा था न मा
मा - धत्त बदमाश अपनी मा से कोई ऐसी बात करता है ,,,
मै - मुझे ये सब कौन बतायेगा अब मम्मी पापा से ना पूछू तो किस्से पूछू

मा थोडी सोच मे पड़ गयी - ठीक है लेकिन अभी जरुरी नही है समय आयेगा तो बताउन्गी मै तुझे ,,,
मा - अभी तेरी शादी तो नही न हो रही है
मै अनजान बनते हुए - अच्छा तो ये सब शादी के बाद ही कर सकते है क्या
मा - हा बेटा ,, वो भी सिर्फ अपनी बीबी के साथ समझा

मा मुझे नादान बालक समझ कर समझा रही थी तो मैने मा को लपटने का ये मौका कैसे छोडने वाला था
मै - तो फिर पापा ने मौसी के साथ कैसे किया वो सब ,,,थोड़ा जिज्ञसुक भाव मे पुछा
मेरे ये सवाल करते ही मा के चेहरे का रंग ही उड़ गया
मा हडबडी मे बोली - तू तू तुझे कैसे बता ये सब

मै बिना कोई नये भाव के मासूमियत से बोला - उस दिन छत पर देखा था रात मे

मा की सांसे तेज़ हो गयी थी लेकिन वो मुझे कुछ बोल भी नही सकती थी क्योकि गलती उन्ही की थी और मेरे चेहरे का भाव एक मासूम जिज्ञासुक बच्चे के जैसा था ,,,

मा मेरी तरफ घूम साथ ही उन्के करवट लेते ही उनकी दोनो चुचिया बिस्तर की तरफ लटक गयी
फिर मा मुझे बोली- बेटा तुने किसी और को नही न बताया ना उस रात के बारे मे
मै - नही मा मै क्यू ब्ताऊगा किसी को ,,, ये सब छिपा कर करने वाली चीजे है ना

मा थोडी राहत की सांस ली - अच्छा किया बेटा और ये बात तू किसी से नही करेगा जो कुछ जानना पूछना होगा मुझसे पूछ लेना

मै खुश होते हुए - ठीक है मा
फिर वापस से मा की चुचियो को घुरने लगा

मा ने मुझे ऐसे देखा तो बोली - क्यू पीने का मन है क्या मेरे लल्ला
मै बड़ी मासूमियत से हा मे सर हिलाया
फिर मा ने मेरे गाल पर सहलाते हुए एक नजर पापा को देखा तो वो ऐसे ही सोये हुए है
फिर मा मेरी तरफ खिसक गई और इशारा किया मै उनकी चूचियो को चुसू

मै इतना अच्छा ऑफ़र कैसे मना कर पाता और झुक कर मा की चुचियो को दोनो हाथो से पकड़ा और उन्के निप्प्ल तन कर सामने आ गये फिर मैने जीभ निकाल मा मुनक्के जैसे निप्प्ल को चाटने लगा
और जीभ को नुकीला कर उनकी निप्प्ल के चारो तरफ के भूरे घेरे मे गोल गोल जीभ चलाने लगा और बिच बिच मे निप्प्ल को जोर से चुस भी लेता

मा आंखे बंद कर मेरे सर को अपने बड़े बड़े चुची मे दबाए हल्की हल्की सिसकियाँ ले रही थी
तो मैने भी मौके की नजाकट को समझा और चुचियो को चुस्ते हुए मा की कमर को पकड कर अपनी तरफ खिच लिया जिससे मेरा लोवर मे खड़ा लण्ड मा जांघो के बिच टकरा गया और मैने भी मा तरफ आगे कमर खिसका कर मा की चुचियो मे एक को एक हाथ से दबाते हुए दुसरे को मुह मे भर कर चूसने ल्गा

मा की मदहोसी बढने लगी वो मेरे सर के साथ साथ मेरे पीठ पर भी हाथ फेरने लगी
मै भी समझ गया मा अभी मेरे नियन्त्रण मे है कुछ पल के लिए
तो क्यो ना थोदा आगे बढ़ा जाय
फिर मैने भी अपना हाथ मा के कमर से उनकी पेतिकोट मे कसी चुतडो पर ले जा कर उनकी गोलाई मापने लगा

मेरा मा के चुतडो पर स्पर्श उनको मेरे लण्ड के और करीब ले आया ,,, मैने भी अपनी कमर को ओर मा की तरफ किया जिस्से मेरा लोवर मे खड़ा लण्ड मा की गुदाज जांघो मे घुस गया
अब मैने मा के चुतडो को पकड कर अपनी तरफ खीचते हुए अपनी कमर हल्की हल्की चलाते हुए मा के चुचो को चूसने ल्गा

जिससे मा की उत्तेजना भी मेरे तरह बढ़ गयी वो भी मेरी कमर को पकड कर तेज़ी से अपनी जांघ को मेरे लण्ड पर घिसने लगी ,, नतीजन मा और मै कुछ मिंट मे अंदर ही अंदर झडने लगे और एक दुसरे को झटके देने लगे
फिर हम थक कर एक दुसरे से चीपके रहे
फिर मा बोली - बेटा उठ जा तू ऊपर फ्रेश हो ले
मै मा को छोड़ना नही चाहता था ना जाने कैसा एक जुडाव हो गया मा से
मै - मा अभी आपसे ढेर सारी बाते करनी है और बहुत सारे सवाल हैं
मा मेरे सर पर हाथ फेरते हुए मुस्कुराइ - बेटा सब बताउन्गी अभी तू जा फ्रेश हो ले , कहीं तेरे पापा न जग जाये , हम लोग दोपहर में बात करेंगे इस बारे मे और किसी से कुछ बताना मत

मै खुश होते हुए हा मे सर हिलाया और ऊपर चला गया और सीधा बाथरूम मे घुस गया

अब देखते आगे क्या होता है
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कहानी की हेरोइन कौन है 🙄
 
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Mast fadu update tha bhai.
Kismat meherban to gadha pehelvan. ek to subha ka mast nazara. toples ragini :drool: fir ragini ka yu freely bat karna raaj ko green signal de dia :shag: raaj ne aisa game khela, ragini pake hue aam ki tarah uske jhole me aa gira .ho sakta hai dopaher ko chodne bhi mil jae :sex:
:D dekhate h bhai kya hota h aage
apki PRATIKRIYA ke liye DHANYWAAD
 
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ragini kafi khuli hui aurat hai. bete se khul ke baat karti hai har masle me. aese kuch palo ke liye darr gai thi wo jab malum chala ke mausi aur raaj ke baap ka poul khol chuki hai raaj ke samne, par raaj ne bharosa dilaya k is bat ko kisko pta chalne nahi dega. badle duddu pine ko mila. kapdo ke upar se hi ghisne se dono chand minto me jhad bhi gae. mujhe to lagta jald hi ragini ki jabarjast pelai hone wali hai.
Ummid hai aane waale update apki ummido ke bhatte par khda rahe :hehe:

Thnxx for your valuable support and reaction
 
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जब राज और रागिनी इतनी आगे बढ़ ही चुके है। शादी क्यूँ नहीं कर लेते। 🙄
ये जालिम दुनिया दो प्यार करने वालो को एक होने कहा देती है :sad:
 

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