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  1. vakharia-

    Adultery राजमाता कौशल्यादेवी

    Thanks... I have further updated the story
  2. vakharia-

    Adultery राजमाता कौशल्यादेवी

    "मैं तुम्हें यह इसलिए कह रही हूं क्योंकि मेरे खयाल से तुम अब तक कुँवारे हो और और हो सकता है कि तुमने किसी स्त्री का अनुभव न किया हो इस कारण अपने नीचे लेटी स्त्री को देखकर, प्रलोभन तुम पर हावी हो जाएगा। पर तुम ऐसे किसी भी प्रलोभन के वश में आकर कुछ नहीं करोगे। तुम्हें बस अपना काम करना है और चले...
  3. vakharia-

    Adultery राजमाता कौशल्यादेवी

    धार्मिक अनुष्ठान का कोई विवरण नहीं है... हालांकि योगी द्वारा किसी और रानी के संग संभोग का उल्लेख है। अगर ऐसे विवरण से कोई आपत्ति हो तो में आगे पोस्ट नहीं करूंगा। किसी भी सूरत में कोई भी धर्म की अवहेलना करना या तो किसी की भी भावनाओ को आहत करना, में नहीं चाहता। सुझाव के लिए शुक्रिया मित्र
  4. vakharia-

    Adultery राजमाता कौशल्यादेवी

    उन्होंने यौन इच्छा सहित सभी पर विजय प्राप्त कर ली थी। उनके योग के गहन अभ्यास, शारीरिक सौष्ठव और उनके शरीर में ऊर्जा को केंद्रित व नियंत्रित करने की शक्ति के कारण वह कई भौतिक और आध्यात्मिक समस्याओं का निवारण करने में महारथ रखते थे। वे हिमालय में, विशाल नदियों के किनारे तलहटी में रहते थे। उन मे से...
  5. vakharia-

    Adultery राजमाता कौशल्यादेवी

    समय बीतता गया.. कई महीनों की चुदाई के पश्चात, जब एक भी रानी गर्भधारण करने में सफल न रही, तब सभी को इस सच्चाई का ज्ञान हुआ की कमी महारानी पद्मिनी में नहीं पर कमलसिंह में ही थी। महारानी पद्मिनी अपने कमरे में बैठी इस बारे में विचार कर रही थी तभी बगल के कक्ष में राजा कमलसिंह प्रतिस्पर्धी रानी को...
  6. vakharia-

    Adultery राजमाता कौशल्यादेवी

    महारानी पद्मिनी को जब इस बारे में पता चला तब उन्हे विश्वास नहीं हुआ। उनका शाही बिस्तर कई काम-युद्धों का साक्षी था लेकिन वह हमेशा राजा को अपने वश में रखने मे कामयाब रही थी। महारानी मुख्य रानी के रूप में अपना पद को बरकरार रखने के लिए सभी प्रकार की यौन राजनीति में व्यस्त रहती। वह न केवल कानूनी अर्थ...
  7. vakharia-

    Adultery राजमाता कौशल्यादेवी

    यह कथा है सूरजगढ़ की.. सन १७६५ में स्थापित हुए इस राज्य की कीर्ति चारों दिशाओं में फैली हुई थी। स्थापक राजा वीरप्रताप सिंह के शौर्य और अथाग प्रयत्नों से निर्माण हुई यह नगरी, कई मायनों में अपने पड़ोसी राज्यों से कोसों आगे थी। नदी के तट पर बसे होने के कारण विपुल मात्रा में जल राशि उपलब्ध थी। जमीन...
  8. vakharia-

    Adultery राजमाता कौशल्यादेवी

    [अंग्रेजी कथा "राजमाता" का हिन्दी तर्जुमा - कथा का श्रेय मूल लेखक (अज्ञात) को जाता है ]
  9. vakharia-

    Incest घरेलू चुदाई समारोह

    अध्याय - ८ जब कोमल ने अपनी गाड़ी घर के सामने खड़ी की तो उसे यह देखकर अचरज हुआ कि सजल शाहीन के घर से निकल रहा था। “सजल! तुम उस औरत के घर में क्या कर रहे थे?” कोमल ने गुस्से से पूछा। “उनसे एक बोतल नहीं खुल रही थी इसीलिये मुझे बुलाया था।” सजल ने हकलाते हुए जवाब दिया। एक बार तो कोमल ने इस जवाब को...
  10. vakharia-

    Incest घरेलू चुदाई समारोह

    अध्याय - ७ “जल्दी करो और अपनी पैंट उतारो, सुनील...” शाहीन ने अपने पड़ोसी से कहा, “मैं तो समझी थी कि शायद कोमल घर से जाने वाली ही नहीं है।” सुनील ने जल्दी करने की कोशिश की पर उसकी नज़रें शाहीन पर ही टिकी थीं जो अपने मम्मों को अपने हाथों में थामे चुदवाने के लिये पूरी तरह से तैयार खड़ी थी। “वो थोड़ी...
  11. vakharia-

    Incest घरेलू चुदाई समारोह

    अध्याय - ६ “सजल यह लो कार की चाभी और जाकर थोड़ी ठंडी बियर ले आओ। प्रमोद को भी अपने साथ ले जाओ।” कोमल ने सजल से कहा। उसने उन दोनों दोस्तों को कार में जाते हुए देखा। उसकी नज़र जब प्रमोद के कसे हुए जिस्म पर पड़ी तो उसकी चूत में एक खुजली सी हुई। वो वापस घर के अंदर जाते हुए यही सोच रही थी कि क्या वो...
  12. vakharia-

    Incest घरेलू चुदाई समारोह

    अध्याय - ५ शाहीन ने कोमल को तैयार होकर अपने घर से निकलते हुए देखा। इसका मतलब था कि सुनील अब अकेला था। सजल को जाते हुए वह पहले ही देख चुकी थी। शाहीन सात साल से कोमल की पड़ोसन थी। इन सालों में उसकी कोमल से दोस्ती न के बराबर हुई थी। न ही उसे इसकी कोई इच्छा थी। हाँ, पर वो सुनील को अच्छे से जानने को...
  13. vakharia-

    Incest घरेलू चुदाई समारोह

    अध्याय - ४ “तुमने अपना पर्स और सैल फोन रख लिये हैं न?” घर से बाहर निकलते हुए सजल से कोमल ने पूछा। सजल गर्मी की छुट्टियों में घर आया हुआ था। अभी वो अपने दोस्त से मिलने बाहर जा रहा था। “चिंता मत करो मम्मी! मैं बच्चा थोड़ा ही हूँ...” सजल ने जवाब दिया। “मेरा ख्याल है मैं तुम्हारा कुछ ज्यादा ही...
  14. vakharia-

    Incest घरेलू चुदाई समारोह

    अध्याय - ३ दूसरे दिन कोमल सजल को लेने उसके कॉलेज गयी। उसकी चूत कल की चुदाई को अभी भुला नहीं पायी थी और अभी तक रुक-रुक कर अपनी खुशी ज़ाहिर कर रही थी। प्रेम ने जब उसके घर का पता और फ़ोन नंबर माँगा तो उसने उसे मना कर दिया था। एक अजनबी के साथ एक ही रात काफ़ी थी। उसे वो रात सुनील के साथ बेइमानी करने के...
  15. vakharia-

    Incest घरेलू चुदाई समारोह

    अध्याय - २ “मुझे नहीं लगता कि तुम्हारा अकेले गाड़ी लेकर घर जाना ठीक है।” सुनील अपना सामान बाँधते हुए बोला। कोमल उसे कुछ शट्‌र्स देती हुई बोली, “अगर तुम काम के लिये पूरे देश में हवाई-सफ़र कर सकते हो तो मैं क्या सजल को स्कूल छोड़ने दो सौ किलोमीटर गाड़ी नहीं चला सकती?” “अगर मैं आज फ़ोन न उठाता तो...
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