उस दिन शाम को सुनील और उसके पापा दोनो ही जल्दी घर वापस आने को आतुर थे लेकिन फैक्ट्री में किसी काम में उलझे रह गये. देर शाम को कार से घर लौटते समय दोनो चुपचाप थे लेकिन दोनो ही रिया के बारे में सोच रहे थे. जब से वो देल्ही आई थी सुनील बहुत खुश था. रिया दुबली पतली थी और सुनील को अच्छी लगी थी. सुनील सोचने लगा, रिया कितनी सुंदर है , बिल्कुल करिश्मा कपूर जैसी लगती है. बहुत चुलबुली लड़की है. हर समय खिलखिलाती रहती है , एकदम मस्त रहती है.
फिर सुनील अपने मन में वो सीन याद करने लगा जब बाथरूम में गिरी हुई नंगी रिया को उसने उठाया था. रिया की चूचियाँ छोटी छोटी लेकिन एकदम टाइट थीं , उस दिन मेरा कितना मन हुआ था की मैं उनको छू लूँ लेकिन हिम्मत नही हुई. रिया के गोरे बदन पर चूत के काले बाल कितने अच्छे लग रहे थे. सिनेमा हॉल से बाहर आते हुए उस दिन मैंने रिया से थोड़े मज़े लिए थे , लेकिन मुझे थोड़ा और बोल्ड होने की ज़रूरत है. रिया के बारे में सोचते हुए सुनील का लंड खड़ा होने लगा. रिया को चोदने का सुनील का बहुत मन हो रहा था .
आँचल का ससुर भी रिया के ही ख़यालो में खोया हुआ था. अहा कल की रात तो ऐसी थी जैसे जन्नत के मज़े ले रहा हूँ. जवान रिया का साथ पाकर तो जैसे मैं भी जवान हो गया हूँ. कितनी टाइट चूत थी रिया की , कुँवारी तो नही थी लेकिन कुछ ही बार चुदी है. उसकी जवानी गरम लावे की तरह है , कितनी मस्ती से चुदी थी वो मुझसे. और आज सुबह भी चुदने तो तैयार थी लेकिन घर में सभी लोग थे. कोई बात नही, आज रात फिर से जमकर चुदाई करूँगा उस कच्ची कली की. रिया के बारे में सोचते हुए ससुर का भी लंड खड़ा हो गया. दोनो बाप बेटे अपने पैंट में खड़े लंड को अड्जस्ट करने लगे.
उधर घर में आँचल और रिया डिनर पर जाने के लिए तैयार हो रही थीं. आँचल ने काले रंग की टाइट ड्रेस पहनी थी जो उसके घुटनों से भी ऊपर तक थी. उसने जानबूझकर ब्रा नही पहनी थी , जिससे उसके निपल की शेप ड्रेस में दिख रही थी. हाई हील की सैंडल में जब वो चल रही थी तो उसकी बड़ी चूचियाँ ब्रा ना होने से खूब हिल रही थीं.
रिया ने उस ब्लैक ड्रेस में गोरी आँचल की हिलती हुई बड़ी चूचियों को देखा. आँचल बहुत मादक लग रही थी. रिया को बहुत जलन हुई.
“ये ड्रेस संभाल नही पा रही है तुम्हारी चूचियों को. मुझे लगता है कहीं बाहर ना गिर जाएँ.”
रिया की जलन देखकर आँचल मुस्कुरायी और मन ही मन खुश हुई.
“अरे रिया डार्लिंग तुम क्यूँ चिंता करती हो. सुनील और रवि तो साथ में हैं ना, अगर ऐसी नौबत आई तो दोनो एक एक पकड़ लेंगे और नीचे नही गिरने देंगे.” अपनी चूचियों पर हाथ रखके आँचल ज़ोर से खिलखिला पड़ी.
“अच्छा ऐसा क्या ? मुझे तो लगता है रवि और सुनील दोनो ही मुझ पर लटटू हैं. वो तो तुम्हारी तरफ देखेंगे भी नही , मेरी प्यारी बड़ी और बूढ़ी दीदी.” जलन से रिया ने अपना बिचपना दिखाना शुरू कर दिया.
फिर रिया बोली,” आँचल डियर , मैं तुम्हें बताना भूल गयी, उस दिन सिनेमा हॉल से बाहर आते समय तुम्हारे पतिदेव मुझसे बहुत लिपट चिपट रहे थे. मुझे देखके तो उसके मुँह से लार टपकती है.”
रिया की बात सुनकर आँचल का चेहरा लटक गया. उसने सोचा , रिया सच ही तो कह रही है. जब से रिया इस घर में आई है, तबसे सुनील कुछ बदला बदला सा है. मुझे सुनील पर नज़र रखनी पड़ेगी.
आँचल का उतरा चेहरा देखकर रिया मन ही मन खुश हुई , बड़ी इठला रही थी अब देखो मुँह लटक गया है.
तभी रवि अपने दोस्त के घर से वापस आ गया. बेडरूम में घुसते ही उसकी नज़र आँचल पर पड़ी. आँचल को देखते ही उसके मुँह से निकला,”वाऊ …..” और उसने मुँह से सीटी बजा दी.
रवि को सीटी बजाते देखकर आँचल शरमा गयी. रवि उसको ऊपर से नीचे तक रिया के सामने ही घूर रहा था. क्या गदराया हुआ बदन है साली का………
ये देखकर रिया को गुस्सा आ गया की रवि आँचल को देखकर मंत्रमुग्ध हो गया है.
“बिहेव योरसेल्फ रवि….” नाराज़गी से तेज आवाज़ में रिया बोली.
रिया के डांटने से रवि थोड़ा सकपकाया , फिर हल्के हल्के मुस्कुराने लगा.
आँचल ने रिया की तरफ देखा और बोली,” रिया डियर , तुम कुछ कह रही थी , अभी थोड़ी देर पहले. क्या कहा था तुमने ? मुझे याद नही आ रहा …..” . ऐसा कहते हुए गर्व से विजयी मुस्कान बिखेरते हुए आँचल ने रिया को ताना मारा और बेडरूम से बाहर निकल गयी.
उसके पीछे पीछे रवि और रिया भी लिविंग रूम में आ गये.
तभी सुनील और ससुर जी भी लिविंग रूम में आ गये. आँचल को देखते ही ससुर पलक झपकाना भूल गया. कितनी सेक्सी लग रही है बहू इस ब्लैक ड्रेस में.
तीनो आदमियों को , आँचल को देखकर लार टपकाते देख ,रिया को बड़ी निराशा हुई. काश मेरी भी इतनी बड़ी बड़ी चूचियाँ होती ……
आँचल को बड़ा मज़ा आ रहा था. सब मुझे ही देख रहे हैं.
आँचल सुनील के पास आई और उसकी बाँह पकड़कर इठलाते हुए बोली,” डार्लिंग, तुम ठीक टाइम पर आ गये. रवि हमको डिस्को और फिर डिनर के लिए ले जा रहा है. जल्दी तैयार हो जाओ.”
सुनील बेडरूम में तैयार होने चला गया.
लिविंग रूम में बैठे हुए रवि और ससुर आँचल को देखते रहे. दोनो को आँचल के तने हुए निपल साफ दिखाई दे रहे थे. ब्रा नही पहनी है इसने आज. पता नही पैंटी भी पहनी है की नही.
आँचल सभी मदों के घूरने से एक्साइटेड फील कर रही थी. बीच बीच में वो अपने बाल ठीक करने के बहाने से अपनी बाँह उठा रही थी , जिससे उसकी चूचियाँ आगे को तन जा रही थी और उसकी शेव की हुई गोरी कांख भी उनको दिख जा रही थी.
रिया ये सब देखकर जलन महसूस कर रही थी , लेकिन उसको भी लग रहा था , आँचल का जिस्म मादक तो है ही .
ससुर ने देखा , बहू मुस्कुरा रही है. मैं इसको खुलेआम घूर रहा हूँ और ये स्माइल दे रही है. लगता है आख़िरकार भगवान ने मेरी सुन ली . शायद जल्दी ही इस चिकनी को चोद पाने की मेरी इच्छा पूरी होगी.
रवि जो अभी तक सिर्फ़ रिया को चाहता था, वो अब आँचल के रूप के जादू में पूरा डूब गया था. ये सेक्सी औरत को मैं चोद पाऊँगा क्या . काश मिल जाए चोदने को. रिया तो मेरी है , अब साथ में उसकी सेक्सी कज़िन भी चोदने को मिल जाय तो मज़ा आ जाए. पैंट में रवि का भी लंड खड़ा होने लगा.
कितनो के लंड खड़े करवाएगी ये चिकनी आज ? साली मादक आँचल………...
सभी अपने अपने ख़यालो में डूबे हुए थे तभी सुनील लिविंग रूम में आ गया. उसको देखकर सभी उठ खड़े हुए. और फिर वो चारों लोग घर से निकल पड़े.
आँचल पहले कभी डिस्को नही गयी थी. सुनील का इन सबमे कोई इंटरेस्ट नही था. एक दो बार आँचल ने उससे कहा था की डिस्को चलते हैं , डांस करेंगे , तो उसने मना कर दिया था , ये नाच गाना मुझे पसंद नही.
रवि उन सबको एक 5 स्टार होटेल के डिस्को में ले गया. आज फ्राइडे नाइट होने की वजह से डिस्को फुल था. आँचल ने देखा जवान लड़के लड़कियों की भीड़ है , डांसिंग , ड्रिंकिंग सब चल रहा है.
बिना किसी से पूछे रवि ने सबके लिए बियर ऑर्डर कर दी . सभी लोग बियर पीने लगे. म्यूज़िक बहुत ज़ोर से बज रहा था तो बात नही कर पा रहे थे. बहुत शोरगुल हो रहा था. आँचल ने देखा बियर पीते हुए रवि रिया के बदन में हाथ फिरा रहा है. फिर रवि ने रिया के कान में कुछ कहा और वो दोनो डांस फ्लोर में चले गये.
भीड़भाड़ से भरे डांस फ्लोर में रवि और रिया मस्ती में डांस करने लगे. आँचल को ईर्ष्या हुई . उसने सुनील की तरफ देखा. सुनील भी उन्ही को डांस करते हुए देख रहा था.
आँचल ने कहा,”चलो ना, हम भी डांस करते हैं.”
सुनील बोला, “मुझे नही अच्छा लगता यार , ये डांस वांस.”
तभी उनके पास लगी एक टेबल खाली हो गयी. सुनील झट से बैठ गया और आँचल से भी बैठने को कहा. और बैठ के आराम से बियर पीते हुए रवि और रिया को देखने लगा. आँचल का डांस करने का बड़ा मन था पर क्या करती. चुपचाप सुनील के साथ बैठ गयी. फिर रवि और रिया भी उनकी टेबल पर आ गये. रवि फिर से सबके लिए बियर ले आया.
रिया आँचल की तरफ झुकते हुए बोली,” तुम दोनो डांस करने क्यूँ नही आए ?”
“सुनील को डांस पसंद नही है.” आँचल ने बुझे मन से जवाब दिया.
रिया शरारत से मुस्कुरायी और बोली,” देख मेरा कमाल”.
रिया उठी और सुनील की बाँह खींचकर उसे डांस फ्लोर ले गयी. आँचल हैरान रह गयी , ये सुनील तो उसके पीछे ऐसे खींचे चले जा रहा है , जैसे उसका पालतू कुत्ता हो.
आँचल बहुत अपसेट हो गयी. लेकिन उसने अपने ऊपर काबू रखा और बियर पीते हुए रिया और सुनील को डांस करते देखने लगी. आँचल ने देखा रिया सुनील की बाँहों में है और बदन चिपटाये हुए वो दोनो डांस कर रहे हैं.
रवि अब आँचल के बगल में बैठ गया. क्यूंकी सामने बैठकर शोरगुल की वजह से बात नही कर पा रहा था. रवि सोच रहा था आँचल को कैसे पटाऊँ , लेकिन कोई तरीका नही सूझ रहा था इसलिए वो बस आँखो से ही उसकी खूबसूरती का रस पीते रहा.
आँचल ने रवि की तरफ कोई ध्यान नही दिया. रिया और सुनील को देखकर उसे गुस्सा चढ़ा हुआ था,” इस कुतिया की इतनी हिम्मत की मुझे नीचा दिखा दिया. मुझे जलाने के लिए मेरे पति के साथ मेरे सामने डांस के बहाने चिपट रही है. और सुनील मुझसे कह रहा था, मुझे डांस पसंद नही. तो अब क्या हुआ , अब कैसे पसंद आ गया उसको डांस.”
आँचल अपने ख़यालो में खोई हुई गुस्से से बियर पीती रही तभी उसे अपने कंधे पर किसी का हाथ महसूस हुआ. आँचल ने मुँह मोड़ के देखा तो रवि उसके बिल्कुल नज़दीक़ बैठा था. रवि ने आँचल से डांस के लिए कहा. रिया से बदला लेने के लिए आँचल झट से तैयार हो गयी.
जैसी ही आँचल डांस के लिए उठी तो उसका सर घूमने लगा, गुस्से में उसने काफ़ी बियर पी ली थी. आँचल को ठीक से बैलेंस ना बना पाते देखकर रवि को बहाना मिल गया. उसने आँचल की कमर में हाथ डालकर उसको अपने से चिपटा लिया और डांस फ्लोर में ले गया. डांस फ्लोर में रवि ने आँचल को अपने से चिपकाकर डांस करना शुरू कर दिया. आँचल ने रवि की इस हरकत का कोई विरोध नही किया. इससे रवि की हिम्मत बढ़ गयी. अब डांस करते हुए रवि आँचल की पीठ पर हाथ फिराने लगा. फिर धीरे धीरे उसके हाथ आँचल के बड़े नितंबों पर घूमने लगे. आँचल की बड़ी चूचियाँ रवि की छाती में दबी हुई थी. आँचल को कोई विरोध ना करते देखकर रवि हाथों से उसके नितंबों को दबाने लगा.
आँचल रवि के हाथों को अपने नितंबों पर घूमते और दबाते हुए महसूस कर रही थी , लेकिन उसने रवि को रोका नही. उसने अपना सर रवि के कंधे पर रखा हुआ था और रवि को मज़े लेने दिए. आँचल के बालों से आती खुशबू को सूंघते हुए रवि उसके नितंबों पर जी भरके हाथ फेरता रहा. उसका लंड खड़ा होकर आँचल के पेट पर चुभने लगा. इससे आँचल भी उत्तेजित होने लगी. अब रवि ने दोनो हाथ आँचल के दोनो नितंबों पर रख दिए और डांस करते हुए अपना लंड आँचल के पेट में दबाने लगा. रवि की हिम्मत बढ़ते गयी. वो आँचल के कान और गर्दन को चूमने लगा. आनंद से आँचल हल्के से सिसकी. ये देखकर रवि ने आँचल की ड्रेस में नीचे से हाथ घुसा दिए और उसके नितंबों को दबाने लगा.
“उन्न्ह………ओह….” आँचल सिसकने लगी.
आँचल की चूत से रस बहने लगा. वो अपने पेट पर रगड़ खाते रवि के लंड के बारे में सोचने लगी. कैसा होगा इसका लंड ?
आँचल की पैंटी के बाहर से उसके नितंबों को मसलते हुए रवि उसकी गर्दन को भी चूम रहा था. आँचल सिसकारियाँ लेते हुए अपने बदन को रवि के लंड पर दबा रही थी.
रवि को अपनी किस्मत पर विश्वास ही नही हो रहा था. थोड़ी देर पहले मैं लिविंग रूम में बैठे हुए सोच रहा था , ये मादक लड़की कैसे चोद पाऊँगा और अब ये मेरे पूरे कंट्रोल में है. लेकिन इसको चोदूँ कैसे, यहाँ पर तो इससे ज़्यादा मैं कुछ कर नही सकता.
रवि सोचने लगा होटेल से बाहर पार्किंग में खड़ी कार में ले जाता हूँ , वहीं चोद दूँगा आँचल को.
आँचल की बाँहों के नीचे हाथ डालकर रवि उसे डांस फ्लोर से ले जाने लगा. आँचल की चूची रवि के हाथ से दबी हुई थी.
तभी रवि की नज़र सुनील और रिया पर पड़ गयी. उसने झट से आँचल की चूची से हाथ हटा लिया और सिर्फ़ उसका हाथ पकड़कर चलने लगा.
सुनील और रिया उनके पास आ गये. रवि ने बिल पेमेंट किया और वो चारों डिस्को से बाहर आकर डिनर के लिए रेस्टोरेंट चले गये.
आँचल को अब सुनील ने सहारा दे रखा था क्यूंकी वो खुद चल पाने की हालत में नही थी.