उस दिन शाम को बंसल 7:30 पर आँचल के पापा के घर पहुँच गया. वहाँ से आँचल को उसके साथ 5 स्तर होटेल जाना था जैसा की ख़ान के साथ डिसाइड हुआ था.
आँचल अपने कमरे में तैयार हो रही थी. बंसल ड्राइंग रूम में उसके मम्मी पापा के साथ बैठा था.
तभी उसकी मम्मी ने आवाज़ लगाई ,” रामू यहाँ आओ.” और फिर उससे बंसल के लिए चाय लाने को कहा.
बंसल ने मन ही मन सोचा, तो ये है मैडम का नौकर रामू जिससे उस दिन मैडम चुदवा रही थी. अगर उसका नौकर उसे चोद सकता है तो फिर मैं क्यूँ नही चोद सकता. बंसल के मन में आँचल को चोदने की इच्छा बढ़ने लगी.
बंसल चाय पी रहा था तभी वहाँ आँचल आ गयी. उसे देखकर बंसल का मुँह खुला रह गया वो कयामत लग रही थी. उसने गहरे नीले रंग की शिफ्फॉन साड़ी और एक पतला स्ट्रैप वाला ब्लाउज पहन रखा था. साड़ी उसने नाभि से थोड़ा नीचे पहनी थी. जब वो बंसल के सामने सोफे पर बैठी तो उसके बड़े बूब्स ब्लाउज से झाँकने लगे. उसने ब्रा नही पहनी थी.
बंसल सोचने लगा, आहा…आज की शाम तो बहुत मज़ेदार होने वाली है.
कार में बैठते समय बंसल बोला,” मैडम आज आप बहुत ही खूबसूरत लग रही हैं.”
आँचल मुस्कुराते हुए “ थैंक यू “ बोली और कार चलाने लगी.
इससे बंसल की हिम्मत बढ़ गयी और उसने अपना हाथ आँचल के कंधे में रख दिया. लेकिन आँचल ने उसको घूरा तो उसने अपना हाथ हटा लिया.
वो टाइम से थोड़ा पहले होटेल पहुँच गये. वहाँ एक सोफे में बैठने के बाद बंसल ने अपने लिए व्हिस्की मंगाई. और वो दोनो ख़ान का इंतज़ार करने लगे. आँचल ने अपने लिए एप्पल जूस ऑर्डर किया.
थोड़ा ड्रिंक करने के बाद बंसल की हिम्मत बढ़ने लगी वो आँचल से सटते हुए बोला,” मैडम आपने बताया नही उस दिन आप कौन सी ब्लू फिल्म देख रही थीं.”
आँचल ने झल्लाकर गुस्से मे जवाब दिया,” अब बस भी करो मिस्टर बंसल , हर बार वही बात…”
“ज्यादा चालाक मत बनो मैडम , मुझे सब पता है की कौन सी ब्लू फिल्म थी और कौन सा रामू …” कहते हुए बंसल ने अपने बाँह आँचल के कंधों में डाल दी और उसको अपने नज़दीक खींचा. आहा…साली ने क्या मादक परफ्यूम लगाया है.
आँचल ने उसको घूरा लेकिन बंसल पर कोई असर नही हुआ.
“मैंने सब टेप कर लिया है, तेरी चुदाई की आवाज़ें, रामू के साथ. अगर तूने मेरे को भाव नही दिया तो मैं वो टेप सुनील साब को दे दूँगा.” बंसल ने झूठ बोलते हुए कहा.
आँचल डर गयी , सुनील को पता लग गया तो ….
वो धीमे से बोली,” नही नही , प्लीज़ मिस्टर बंसल ऐसा मत करना.”
“ये ले थोड़ा व्हिस्की पी, डर मत, मैं हू ना तेरे साथ.” कहते हुए बंसल ने गिलास उसके होठों पर लगा दिया.
“प्लीज़ नही, मैं नही पीती.” आँचल ने गिलास अपने होठों से हटाया.
“अरे नखरे छोड़ और पी, नही तो …” बंसल ने धमकाते हुए गिलास फिर से उसके होठों पर लगाया.
आँचल ने एक घूँट पिया और गंदा सा मुँह बनाया. अब बंसल ने आँचल की कमर में हाथ डाल दिया और उसको एक एक घूँट करके व्हिस्की पिलाता रहा.
फिर बंसल अपना चेहरा आँचल के चेहरे के नज़दीक़ लाया ओए उसके चिकने गालों को काटते हुए बोला,” कभी हमें भी तो मौका दो मैडम , हम भी आपकी प्यास बुझा सकते हैं. आपका पति बाहर गया हुआ है इसलिए आपकी चूत में तड़पन आ रही होगी.”
फिर आँचल का हाथ अपने पैंट के उपर रखते हुए बोला,” ये पकड़ो और देखो की मेरा लंड तुम्हारी चूत में जाने के लिए कितना तड़प रहा है.”
फिर बंसल ने एक और व्हिस्की लाने के लिए वेटर को ऑर्डर दिया और आँचल का हाथ अपने तंबू में दबाए रखा.
आँचल ने वेटर की नज़रें अपने हाथ पर देखी तो उसको ह्युमिलिटेड फील हुआ.
बंसल और कुछ करता तभी ख़ान आ गया.
आँचल को मौका मिल गया. उसने झट से खड़े होकर ख़ान को विश किया और उसके बगल वाली सीट में बैठ गयी.
बंसल ने उसको घूरा लेकिन ख़ान के सामने अब उसकी कुछ चलने वाली नही थी.
लेकिन आँचल के लिए एक से पीछा छूटा तो दूसरा आ गया वाली बात साबित हुई. बातचीत करते हुए ख़ान ने अपनी बाँह उसके कंधों पर रख दी. और कहने लगा,” मुझे मिस्टर ख़ान मत कहो साजिद कहो और मैं तुम्हे मिसेज जोशी की बजाय आँचल कहूँगा.”
आँचल की मादकता का असर ख़ान पर होने लगा और वो बातों बातों में उसकी गर्दन और पीठ में हाथ फिराते हुए उसके बदन को छूने लगा.
दिन में आँचल से मुलाकात के बाद ख़ान ने सना को चोदा था पर उस समय भी उसके मन में आँचल ही समाई हुई थी. सना को तो वो जब चाहे तब चोद सकता था. सना सेक्सी थी लेकिन मॉडलिंग और एक्टिंग के लिए फिगर फिट रखने के लिए वो डाइटिंग करती थी. ख़ान सोचने लगा आजकल की ये लड़कियाँ फिल्मों में तो अच्छी लगती हैं लेकिन चोदते समय हड्डी जैसी लगती हैं , लेकिन आँचल तो गदरायी हुई मांसल बदन वाली है , इसको चोदने में तो बहुत ही मज़ा आएगा.
सामने बैठ बंसल आँचल को और उसके बदन को देखने के सिवा कुछ नही कर पा रहा था. ख़ान मज़े मज़े से इसको टच कर रहा है पीठ गर्दन पर हाथ फेर रहा है. बंसल कुढ़ता रहा. जो व्हिस्की उसने आँचल को पिलाई थी अब उसका भी कुछ असर होने लगा था, तभी वो ख़ान की हरकतों का कुछ विरोध नही कर पा रही थी.
बंसल ने सबके लिए एक पैग ड्रिंक और मंगवा ली , आँचल को भी पीनी पड़ी.
उस होटेल में एक बैंड अपना म्यूज़िक दे रहा था.
आँचल को ख़ान ने पकड़ा और डांस फ्लोर पर ले गया. आँचल को अपने से चिपकाए ख़ान उसके साथ डांस करने लगा. आँचल को महसूस हुआ ख़ान अपना खड़ा लंड उसके चिकने पेट में रगड़ रहा है. उसके हाथ आँचल की पीठ और नितंबों पर घूम रहे थे.
पहले बंसल के और अब ख़ान के अपने बदन में इतना ज़्यादा हाथ फिराने से अब आँचल भी गरम होने लगी. ख़ान तो वैसे भी हाइ सोसाइटी की औरतों के ही संपर्क में रहता था उसे मालूम था कैसे और कहाँ टच करना है. डांस करते हुए उसने अपने दोनो हाथ आँचल के उभरे हुए नितंबों में रख दिए और उन्हे मसलने लगा. उत्तेजना से आँचल को अपनी पैंटी चूतरस से गीली होती महसूस हुई.
फिर ख़ान ने अपना चेहरा झुकाया और आँचल के नरम रसीले होठों का हल्का सा चुंबन ले लिया. आँचल की सिसकारी निकल गयी. आँचल को सिसकारी लेते देखकर ख़ान ने अब अपने होंठ उसके होठों से चिपका दिए और उन्हे ज़ोर से चूसने लगा. और फिर जीभ आँचल के मुँह में घुसाकर उसे चूमने लगा.
तभी बैंड ने अपना म्यूज़िक बंद कर दिया. ख़ान आँचल को वापस टेबल पर ले आया.
बंसल ये सब देख देखकर कुढ़ रहा था और अपनी बारी के लिए मरा जा रहा था. उसने एक और पैग ड्रिंक मंगाया और आँचल की हालत देखकर ख़ान को आँख मारी.
ख़ान आँचल के पतले ब्लाउज के बाहर से उसके बूब्स को मसल रहा था और आँचल हल्की सिसकारियाँ ले रही थी.
तभी वेटर ड्रिंक लाया और सोचने लगा पहले तो इस सेक्सी औरत से सामने वाला आदमी मज़े ले रहा था और ये उसका लंड पैंट के बाहर से पकड़े हुए थी. अब ये नया आदमी इसके बूब्स खुलेआम दबा रहा है. शायद ये दोनो इस रंडी को शेयर कर रहे हैं .
तब तक बैंड ने फिर से म्यूज़िक शुरू कर दिया. इस बार बंसल उठा और आँचल को डांस फ्लोर में ले गया. उसने भी डांस के बहाने आँचल से खूब मज़े लिए . आँचल को किस किया उसके नितंबों को मसला और पीठ पर हाथ फिराया. आँचल पर व्हिस्की और उत्तेजना का पूरा असर हो चुका था. उसकी चूत से रस टपक रहा था और उसने बंसल की हरकतों का कोई विरोध नही किया. अब वो चुदाई के लिए तड़प रही थी.
बंसल उसे वापस टेबल पर लाया तो देखा ख़ान बिल का पेमेंट कर रहा है और अपने पीछे आने का इशारा कर रहा है.
होटेल की लॉबी में आने के बाद वो रिसेप्शनिस्ट के पास गये और खान ने एक रूम बुक कराया.