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Waiting for the next updateबहुत बहुत शुक्रिया इतनी शानदार प्रतिक्रिया देने के लिऐ Akash ⚜️ जी
डर तब और ज्यादा लगता है जब ज्ञात हों की कौन कौन से बुरे कर्म किया है हालाकि करते वक्त ध्यान नहीं देते पर बाद में वोही कर्म डर का छाया बनकर आगे पीछे मडराता फिरता है। अपश्यु ने भी जब बुरा कर्म किया था तब ध्यान नहीं दिया बस आवेश में करता चला गया। जब ज्ञात हुआ तो उसका वहीं कर्म डर बनकर पल पल उसे खाए जा रहा हैं।
