Update 99
शिवा ने जब समयमनी में माही को एक जगह नीचे सुला दिया ,जो एक गहरी नींद में चली गई थी ,उसके अंदर की अग्नि तत्व को जगाकर खुद भी उस शक्ति का मालिक बनकर शिवा ने पहला तत्व हासिल कर चुका था ,पर अब फ़ातिमा में कैसे अग्नि तत्व आ गया यह शिवा को समझ नही आ रहा था ,पहले जब उसने फ़ातिमा में किसी तत्व को पहचान करने के लिये उसके हाथ को अपने दिल से स्पर्श कराया था ,तब उसमे कोई तत्व नही था ,पर अब कैसे उसमे अग्नि तत्व आ गया यह शिवा को समझ नही आ रहा था ,माही और फ़ातिमा दिखने में एक जैसी थी ,कही यह दोनो जुड़वा बहने तो नही ,जिस वजह से ऐसा हुवा हो ,पर अगर ऐसा है तो इनके मा बाप अलग कैसे एक हिन्दू परिवार से ,दूसरी मुस्लिम परिवार से ,शिवा को यह बात समझ नही आ रही थी ,इसका जवाब तो अब शिवा को ढूंढने ही पड़ना था ,आखिर यह कैसा राज है ,सुनीता से तो कुछ पूछ नही सकता इस बारे में ,पर नुसरत फ़ातिमा की माँ से यह राज निकालना आसान था ,वह तो शिवा को जानती भी थी ,फ़ातिमा ने उसका चेकअप करते समय नुसरत के साथ भी उसकी पहचान हो गयी थी ,अब एक बार नुसरत से मिलना ही होगा यह शिवा ने सोच कर फातिमा के पास जाकर उसके ऊपर से पहले अपना कवच हटाया और उसे नींद से जगा दिया, फ़ातिमा की नींद खुलते ही ऊसकी भी आंखे पूरी लाल हो गयी थी ,अपने सामने एक अग्निमानव की तरह दिख रहे शिवा को देख कर वो डरी नही बल्कि शिवा के पास आकर उससे आकर इस कदर लिपट कर उसके मोटे से लन्ड को अपने चुत पर रगड़ने लगी ,शिवा समज गया इसके चुत में जबतक वो लन्ड डालकर अपना माल भरने तक इसे चोदेगा नही यह सामान्य नही होगी ,शिवाने भी फ़ातिमा की चुत को अपने लन्ड से दो धक्के में पूरा फाड़ दिया ,अपने मूसल से उसकी चुत को शिवा ने इतनी बुरी तरह चोदा की क्या कहना ,फ़ातिमा को उसने किसी कुतिया की तरह चोदा था ,फ़ातिमा भी अपनी गांण्ड उठा उठा कर शिवा से चुद रही थी,फ़ातिमा के चुत में जब शिवा ने अपने लन्ड से आग के शोले की तरह जलता अपना पानी भरना शुरू कर दिया तब फ़ातिमा भी सामान्य रूप में आ गयी ,शिवा के गर्म माल से अपने चुत को भरने के बाद वो भी एक गहरी नींद में चली गयी ,शिवा ने कमरे को वापिस पहले जैसा बना कर दोनो को एक पलँग पर सुला दिया ,अच्छा हुवा इन दोनों को समयमनी में शिवा ने चोदा था अगर कही किसी सामान्य जगह इन दोनों से वो चुदाई करता तो पूरा शहर जल गया होता ,दोनो का आकार अग्निशक्ति की वजह से बहुत ही विशाल हो गया था चुदाई के वक्त ,उनकी शरीर से निकल रही आग की लपटो ने समयमनी के मायावी सामान तक को राख कर दिया था तो बाकी आम जगह वो कितना बरसा चुकी होती ,दोनो को शिवा ने लगातर 5 दिन बारी से चोदते हुवे शांत किया था ,इस दौरान शिवा को भी समय का भान नही था ,5 दिन लगातार चोदने के बाद ही शिवा एक ही बार झडा था ,शिवा को मालूम था कि उसके अग्नि तत्व के नए ताकद से ऐसा हुवा है ,पर अगर यही हाल उसका बाकी दूसरों के साथ हुवा तो परेशानी वाली बात होने वाले थी ,पहले से उसके मूसल को झेलना कोई मामूली बात नही थी ,ऊपर से पहले वो 2 घण्टे तक झड़ता नही था ,इस 2 घण्टे में ही किसी औरत को इतना चोदता की उसकी बुरी हालत हो जाती ,अब अगर वो 5 दिन तक नही झडा तो शायद ही कोई जिंदा बच सके ,
शिवा अपने खयालो में गुम माही और फ़ातिमा के बाजू में लेट कर सोच रहा था ,माही कब उठकर उसके लन्ड पर अपने चुत को रख कर शिवा के ऊपर आ गयी यह उसे पता ही नहीं चला ,जब शिवाक़े होठो को चुसते माही अपनी चुत उसके लन्ड पर घिसने लगी ,शिवा भी उसकी नरम गांण्ड को दबाने लगा और उसका साथ देने लगा ,शिवाने अपने लन्ड का सुपडा उसके चुत के छेद पर लगाकर नीचे से एक धक्के में ही माही के चुत में अपना लन्ड पूरा उतार दिया ,माही इस धक्के को सहन ने होने से अपने चुत में उठे दर्द से ऊपर उठने लगी तो शिवा ने उसकी गांण्ड को पकड़ कर उसे नीचे दबा लिया ,माही के चुत में नीचे से धक्के लगाता वो कसके माही को चोदने लगा ,माही के बदन से अब कोई आग नही निकल रही थी ,शिवाक़े लन्ड को अपने अंदर लेती माही को दर्द के साथ मजा भी मिल रहा था ,शिवाने ने उसकी गांण्ड में उंगली घुसाकर उसे चोदने से माही के गांण्ड में भी सरसराहट होने लगी थी ,एक साथ अपने दो छेदों में मिल रहे मजे से माही अपने आंखे बंद करके अपनी गांण्ड तेजीसे शिवा के चुत पटकती उसके घोड़े जैसे लन्ड पर सवारी कर रही थी,शिवा को भी माही की इस कसी हुवीं चुत में मजा आ रहा ने किसी रबर के छले की तरह उसकी चुत शिवा के लंड को जकड़ कर निचोड़ रही थी ,माही अपने चुत के अंदर इस गर्म मूसल के गर्भाशय तक पड़ने वाले धक्कों से कुछ ही देर में झड कर शिवा से कसके लिपट गई ,लेकिन शीवा का मन नही भरा था अभी तक ,उसने माही को अपने ऊपर से नीचे उतारकर घोडी बनाकर उसे चोदना शुरू कर दिया ,पहले माही शिवा के लन्ड पर बैठी घुड़सवारी कर रही थी ,लेकिन अब शिवा उसे घोडी बनाकर उसपे चढ़ कर, उसे अपने लन्ड से कस कसके चोदते हुवे उसकी गांण्ड के छेद को भी कुरेदने में लगा था ,माही शिवा की भीषण चुदाई से फिर से झड़ने पर मजबूर हो गयी थी ,शिवा ने अब उसकी 40 की गोल गांण्ड को भी अपने लन्ड का मजा देने का सोच लिया था ,शिवा ने माही के चुत से लन्ड निकाल लिया जो माही के चुत के पानी से पूरा भीगा हुवा था ,माही कुछ समझ पाती इसके पहले ही शिवा ने माही के गांण्ड में दो धक्कों में अपना लन्ड जड़ तक उतार दिया ,माही की दर्द की वजह से आंखे ही सफेद हो गयी ,उसके मुह से एक भयानक चीख निकल गई ,जो सुनकर फ़ातिमा की आंखे झट से खुल गई ,फ़ातिमा ने देखा कि शिवा ने माही के गांड़ में अपना लन्ड जड़ तक उतार दिया है और किसी जानवर की तरह उसके गांण्ड को चोद रहा है ,माही जोर जोर से चीख रही ,अपने आप को शिवा से छुड़ाने की नाकाम कोशिश कर रही थी ,पर शिवा ने उसी बुरी तरह जकड़ कर उसके गांण्ड को फाड़ना बन्द नही किया था ,फ़ातिमा आंखे फाड़े वो चुदाई देख रही थी ,माही की चीखें कम होती पहले कराह में और बाद में मादक सिसकियों में बदल गई ,शिवा के लन्ड ने उसके गांण्ड को मजे देने शुरू कर दिये थे ,माही अपनी गांण्ड जोरसे पीछे पटक रही थी ,फ़ातिमा यह देख कर गरम हो रही थी ,उसकी भी चुत का दाना अब फड़कने लगा था ,फ़ातिमा भी उठकर माही के बाजू में घोडी बनकर अपनी बड़ी स 40 की गांण्ड शिवा को दिखाने लगी ,शिवाने फ़ातिमा के गांण्ड में अपने एक हाथ की उंगली घुसाकर उसे भी मजे देने शुरू कर दिए ,माही शिवा से अपनी गांण्ड मरवाती ना जाने कितनी बार अपने चुत से अपना पानी छोड़ चुकी थी,शिवा को भी लगने लगा कि उंसक लन्ड अब अपना पानी निकालने वाला है ,शिवाने माही के गांण्ड में अपना लन्ड गहराई तक दबाकर अपने लन्ड की गर्म गाढ़ी मलाई को छोड़ना शुरू कर दिया ,माही को भी अपने गांण्ड मे इस गर्म मलाई की धार ने सुकून पहुचा दिया ,माही के गांण्ड को अपने लन्ड के माल से लबालब भर कर शिवा ने माही के गांण्ड से अपना लन्ड खीच कर निकाल लिया ,शिवाने एक पल की देरी ना करते हुवे अपना लन्ड फ़ातिमा की चुत में उतार दिया ,फ़ातिमा इस हमले से नीचे गिरने को हो गयी जो घोडी बनकर कबसे शिवा से अपनी गांण्ड में उंगली का मजा ले रही थी ,शिवा ने उसे गिरने नही दिया ,उसकी गांण्ड को मजबूती से पकड़ कर वो उसे चोदने में लगा रहा ,फ़ातिमा थोडी देर दर्द झेलने के बाद मजेसे अपनी चुत कुटवाने लगीं रही ,शिवा के हर धक्के से उसके मुह से उसकी अम्मी का नाम निकल रहा था ,शिवा को फ़ातिमा की मादक आवाज से बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था ,फ़ातिमा की चुत के छेद को वो अपने लन्ड के हिसाब का बनाने में लग गया था ,फ़ातिमा हर 10 मिनीट में झड जाती और झड़ने के बाद फिरसे एक पल में गर्म होकर वापस उस मूसल से चुदने लगती ,शिवा भी सिर्फ फ़ातिमा के झड़ते वक्क्त ही रुक कर ,उसकी चुत में अंदर तक अपना लन्ड घुस्साकर, उसके पानी को अपने लन्ड को पिलाया करता ,और फिर फ़ातिमा को चोदने में जुट जाता ,फ़ातिमा की चुत को चोदने के ससथ ही उसके लाल गांण्ड के छेद में तो शिवा अब दो उंगलिया घुस्साकर उसे भी बड़ा करने में लगा हुवा था ,फ़ातिमा के चुद को अच्छे से चोदने के बाद शिवा ने उसकी चुत से लन्ड निकाल लिया ,फ़ातिमा जो कबसे चुद कर घोडी बनकर चुद कर थक गई थी ,वो शिवा के उसकी कमर को छोड़ने के बाद पेट के बल गिर गई थी ,शिवा ने फ़ातिमा के नरम गांण्ड को दोनो हाथो से पकड़ कर अच्छी तरह फैला दिया ,फ़ातिमा के लाल छोटे से गांण्ड के छेद पर शिवाने अपना सुपड़ा रख कर एक जोर का झटका लगा दिया ,फ़ातिमा के गांण्ड के छेद से कितना बड़ा वो लन्ड का सुपाडे ने उसकी गांण्ड को बुरी तरह फाड़ कर अपनी जगह बनाता अंदर घुस गया था ,फ़ातिमा की तो चीख माही से ज्यादा बडी थी ,उसकी चीख खत्म होने से पहले ही शिवा ने दूसरा धक्का लगाकर पूरा लन्ड उसके गांण्ड में उतार दिया ,शिवाक़े संतरे जैसे मोटे आंड फ़ातिमा के चुत से टकरा गए थे ,फ़ातिमा तो चिखती हुवे अपनी अम्मी को याद कर रही थी,पर शिवा कहा रुकने का नाम ले रहा था ,वो उस कसी हुवीं नरम गांण्ड के छेद का मजा लेता अपना लन्ड सरपट दौडाने में लगा हुवा था ,उसकी गांण्ड में लंम्बे लम्बे धक्के मारता ,उसकी चुचिया पर अपने बड़े हाथोसे उन्हे पकड़ कर उनको भी बुरी तरह से मसल रहा था ,शिवाक़े इस तरह की रगड़ाई से फ़ातिमा का दर्द बहुत जल्दी कम होकर अपने गांण्ड मे लन्ड लेने का सुख लेने लगी ,फ़ातिमा को चुत से ज्यादा अब गांण्ड में लन्ड लेकर मजा आने लगा था ,वो लगातार अपने मुहसे मादक स्वर में ,ओह अम्मी ,हाय अम्मी ,मर गई अम्मी ,जैसी आवाजे निकाल रही थी ,शिवा मन मे रुक जाओ फ़ातिमा जल्द ही तुम्हारी माँ की भी गांण्ड मरवाने की ख्वाहिश पूरी करने वाला हु ,तुम उनका नाम लेकर अपनी गांण्ड मरवाकर मजे ले रही हो ,में भी देखना चाहता हु वो जब गांण्ड मरवायेगी मुझसे ,तो किसका नाम लेती है ,बड़ा शौक है तुम्हारी अम्मी को अपनी गांण्ड में बड़ा सा लन्ड लेने की ,जल्द ही में उनके गांण्ड के गहराई को देखने वाला हु ,कैसे वो मेरे लन्ड को लेती है अपनी गांण्ड में ,शिवा अपनी धुन में कबसे फ़ातिमा के गांण्ड को फाडने में लगा था ,फ़ातिमा की चुत ना जाने कितनी बार अपना पानी छोड़ चुकी थी ,उसको तो बस अब शिवा के झड़ने का इंतजार था जो शिवा ने उसकी गांण्ड को अपने माल से भरकर जल्द ही पूरा कर दिया ,फ़ातिमा भी शिवा का पानी अपनी गांण्ड में भरकर सुकून से पसर गई थी ,शिवाने फ़ातिमा और माही को 60 दिन तक समयमनी चोदा था ,दोनो के चुत और गांण्ड को उसने ना जाने कितनी बार अपने माल से भर दिया था ,दोनो ने उसके लन्ड को चूस चूस कर उसके गर्म गाढ़ी मलाई को पिने का मजा बहुत बार लिया था ,दोनो की चुचिया और गांण्ड 2 इंच से बढ़ गयी थी,पहले दोनो की फीगर 38 28 40 से बढ़कर 40 28 42 हो गई थी ,पहले से जबरदस्त दिखने वाली यह दो हसीन बलाये अब और ज्यादा दिलकश हो गई थी ,उनकी चुत और गांण्ड के छेद शिवाने इस तरह बड़े कर दिए थे कि उनकी चाल ही बदल गई थी ,चलते वक्क्त उन दोनों की गांण्ड ऐसे हिलती मानो सामने वाले कि जान चली जाए ,एकदम गोल गांण्ड की थिरकन से शिवा भी उनका दीवाना हो गया था ,दोनो का अग्नि तत्व जागृत होने से और शिवा के वीर्य को पीने से और चुत और गांण्ड ने अछि तरह अपने अंदर सोख लेने से उन दोनों अब गजब का निखार आ गया था ,उनका रंग पहले से ही गोरा और गुलाबी था जो और दमकने लगा था ,शिवाने समयमनी में 60 दिनों तक दोनो की प्यास अच्छी तरह बुझा दी थी ,उसने अब उनसे कुछ बात करने की सोची ताकि उनको अग्निशक्ति के बारे में बता सके ,
शिवाने दोनो से कहा ,क्या तुम दोनो को याद है जब मैने पहली बार तुम्हारे साथ जब संभोग किया था उस वक्त क्या हुवा था ,
दोनो हसकर बोली ,हम दोनो को सब कुछ पता है ,हमे अपने अग्नि तत्व के जागृत होते ही हमारे बारे में सब पता चल चुका है ,हमे अपनी अग्निशक्ति का प्रयोग कैसे करना है और कैसे उसे काबू करना है,यह भी पता चल चुका है अपने आप ,आप भी अब इस अग्नि शक्ति के मालिक हो गए है ,हम दोनो की तरह आपके भी अंदर अग्नि तत्व आ चुका है ,
शिवा ,लेकिन एक बात समझ नही आयी तुम दोनो के अंदर अग्नि शक्ति कैसे आ गई ,कोई एक ही इस तत्व को धारण करने वाली होना चाहिये ना ,क्या तुम दोनो को इस बात का आश्चर्य नही हुवा ,तुम दोनो दिखने में एक जैसी हो ,लेकिन अलग परिवार में पैदा हुवीं हो ,क्या तुम दोनो को कुछ अलग नही लग रहा इसमे ,
माही ,आप को एक बात पता है हम दोनो के परिवार के आपस मे बहुत अच्छे रिश्ते है ,सबको हमेशा यह बात खटकती है ,हमने भी बहुत बार अपने माता पिता से यह पूछना चाहा ,पर वो यही कहते कि कोई कुदरत का करिश्मा होगा ,हम दोनो को बहुत से लोग जुड़वा बहने भी समज लेते है ,फ़ातिमा और में भी एक दूसरे को दोस्त नही बल्कि सगी बहनों सा प्यार करते है ,
फ़ातिमा ,हा शिवा यह सच कही रही है ,हम दोनो के माता पिता भी हम दोनो में कभी फर्क नही करते ,वो हम दोनो को बेटीयो जैसा ही प्यार करते है ,मेरी अम्मी की जान मुझसे ज्यादा माही में बसती है ,और इसकी मा मुझे माही से भी ज्यादा प्यार करती है ,बड़े पापा यानी माही के पिताजी तो हम दोनो से अबसे ज्यादा प्यार करते है ,हम दोनो की हर जरूरत वो बिना मांगे ही पूरी कर देते है ,उनके लिये हम दोनो अलग नही एक ही है ,
शिवा मन मे यह क्या राज इसका पता में लगा लूंगा अब फिर उसने उन दोनों को पूछा ,तुम दोनो को पता है तुम्हारी तरह और पाँच लडकिया है जिनमे पाँच तत्वों की शक्तियां है ,क्या तुम उनके बारे में कुछ जानती हो ,
माही ,नही हम उनके बारे में नही जानते ,बस इतना ही पता है कि आप की हमारी तरह उन पाँच लड़कियों से शादी होगी ,उसके बाद ही उनके अंदर उनके तत्व की शक्ति भी आएगी और आप भी उस तत्व को धारण कर सकोगे ,
शिवा ,अगर में यह बात बोलू की तुम उन सबको जानती हो तो ,
माही और फ़ातिमा हैरानी से ,क्या ,तुम उनको जानते हो वो लडकिया कौन है ,और हम भी उनको जानते है ,कौन है वो लडकिया ,शिवाने जब उन पाँचो के नाम उनको बता दिए तो दोनो बहुत ज्यादा खुश हो गयी कि उनके ही बहनो में पाँच तत्व मौजूद है ,इसका मतलब वो सब हमेशा साथ मे ही रहने वाली है ,
माही हसकर ,अब समझी तुमने क्यो हमसे चुपचाप शादी करने की बात कही थी ,पूजा और मोना को क्यो छोड़ दिया ,उनसे भी शादी करके हम सभी बहनो के पतीं बन जाते तो और ज्यादा मजा आता ,अगर नेत्रा की शादी नही होती काल से तो तुम उसके साथ भी शादी कर लेते , हां हा हा ,
शिवा हसकर ,वो दोनो पहले से मुझसे प्यार करती है और मुझसे शादी करने वाली है ,रही नेत्रा की बात तो पहले ही वो मुझसे शादी कर चुकी है ,वो भी तुम सभी बहनो के बारे में जानती है ,इतना कहकर शिवा ने अपना रूप बदलकर काल के रूप में आ गया ,दोनो की आंखे यह सुनकर आश्चर्य से बड़ी और मुह खुला रह गया ,दोनो काल के ऊपर झपट कर उसे प्यार से मारते हुवे हसने लगी ,
माही एक शरारत से ,तुम तो सच मे हमारे सभी बहनो के पतीं निकले ,बस हमारी सबकी मा से शादी मत करना ,नही तो हमारे पापा लोग क्या करेंगे बिचारे ही ही ही ,
शिवा उसकी बात सुनकर एकदम सकपका गया वो मन मे अब तुम्हे क्या बोलू माही तुम्हारे घर की चारो औरते मुझसे चुद चुकी है ,नुसरत को तो तुम दोनो का राज जानने के लिये चोदना होगा ,और मनीषा और हेमा का नंबर भी लग ही जायेगा जल्द ,कही तुम सब लडकिया और तुम सबकी मा एक साथ मेरे बच्चें ना पैदा कर दो ,पता नही तुम सबको कैसे यह बात बोलू ,
शिवा को ऐसे शरमाते देख कर ,फ़ातिमा उसके गले लग कर प्यार से चूम कर बोली ,यह माही भी पागल है थोड़ी सी ,आप इसकी बात का ध्यान मत देना ,यह ऐसी ही उल्टी सीधी बाते करती है हमेशा ,
माही तुनक कर ,हा अब तो ऐसा ही बोलेगी ना कमीनी ,दोनो तरफ शिवा के मूसल को लेकर तू तो अब मेरी प्यारी बहन थोड़ी रहेगी ,तुझे तो तेरा प्यारा खिलौना मिल गया ना ,अब तुझे क्या जरूरत होगी भला ,
फ़ातिमा हस कर ,अरे बाबा तू तो बस हम दोनो का मुह ही देखती रही ना ,खुद कितनी बार चुद गई हो ,तुम इनके लन्ड को अपने मुह से निकालने का नाम भी लेती हो ,और मुझे बोलती है मेरा प्यारा खिलौना है ,तेरा बस चले तो 24 घण्टे इसके साथ खेलती रहेगी ,हा अगर तेरा मन भर गया तो बोल दे ,आगे से यह तुझे नही चोदेंगे ,
माही शिवा से लिपटाकर फ़ातिमा को भी अपनी बाहो में भरके उसके गाल चूमकर बोली,नही मेरी बहन कम सौतन ,ना कभी मन भरेगा और ना कभी इससे में दूर रहुंगी ,हम दोनो मिलकर मजे करने वाले है जिंदगीभर हमारे शिवा के साथ ,दोनो की इस प्यारी नोकझोक का कुछ देर मजा लेकर वो उनको समयमनी से बाहर ले आया ,उन दोनों ने नेत्रा से मिलने की बात कही तो ,शिवाने नेत्रा को अपने मानसिक सन्देश से यहा बुला लिया ,नेत्रा भी अपना एक प्रतिरूप घर पर छोड़कर वहां आ गयी ,तीनो गले एक दूसरे के गले लग कर ख़ुशी में झूम उठी ,तीनो शिवा को भूल कर जो बातो में लग गईं की पूछो मत ,अभी दोपहर के 3 बज गये थे ,शिवा ने उनको वही बाते करने छोड़ दिया और उनको बताकर वहां से निकल गया ,पहले असुरलोक,अश्वलोक फिर सिहलोक जाकर वो शाम के 6 बजे वापिस धरतींपर आ गया फिर 1 घण्टे के लिये भवानी गढ़ के जंगलों में जाकर विशाखा ,सर्पिणी ,सिंहाली ,मिहाली ,लामी और कामी को जोड़ियों से 20 दिन तक समयमनी मे चोद कर खुश कर दिया ,उसके बाद सर्पलोक जाकर मंदा के साथ भी समय बिताकर 7 बजे वो वापीस धरती पर आ गया ,उसने ज्वाला और सुनीता को भी समयमनी में 10 दिन बारी बारी से चोद कर थका दिया,उसके बात उसने निता को समयमनी 30 दिन जम कर बजाकर उनकी चुत को हरी भरी कर दिया ,आज शिवा सीमा से मिलने वाला था जो दो दिन से उसकी राह देख रही थी ,अपने कमरे में लेटकर सीमा उस अनजान आदमी की राह देख रही थी जो उसकी चुत में आग लगा कर गायब था ,सीमा के पास जाकर शिवा ने कहा ,आप इतनी उदास क्यो है ,क्या आप किसी परेशानी में हो ,सीमा इस आवाज को सुनकर एकदम खुश हो गयी ,उसके चेहरे की नाराजगी एक पल में दूर हो गई ,उसने शिवा से कहा ,तुम कहा चले गए थे दो दिनों से ,मेंने कहा था न कि मुझसे मिलने आना ,फिर तुम क्यो नही आये ,
शिवा ,में कुछ काम की वजह से नही आ पाया ,में इसकी आप से माफी मांगता हूं, बोलिये आपने क्यो बुलाया था मुझे मिलने ,
सीमा जो पहले खुश थी उसे ऐसा लग रहा था मानो वो अनजान उसकी आग बुझाने ही आया है पर अब उसकी बात सुनकर उसका चेहरा परेशान हो गया ,किस मुह से अपना हाल कहे यह वो सोच रही थी ,उसे अपनी चुत की आग सहन भी नही हो रही थी और वो कुछ कह भी नही पा रही थी ,बेबसी की वजह से उसकी आँखों से पानी बहने लगा ,खुद को मन मे कोसती वो सोचने लगी मेरी बेटीयो को शादी होने को आयी है और में किसी के साथ चुदाई के लिए मरी जा रही हु,ना मुझे मेरे परिवार की पर्वा हो रही है ना में किसीके बारे में सोच रही हु, में किस तरह की हवसी औरत हो गई हूं ,क्या मुझे खुद को ही खत्म कर लेना चाहिये ,में कैसे किसी और से चुदने को तड़प रही हु ,मनोज से तो में बस बच्चे पाने के लिये ही हमबिस्तर हुवीं थी ,लेकिन यह कैसी आग बस एक बार चुदने से इसने लगा दी ,जो मनोज से 100 बार चुद कर भी नही लगी ,क्या करूँ में ,मेरी तो समझ मे नही आ रहा ,
शिवा उसके मन खयाल पढ़कर उसकी बेबसी को समझ गया ,उसने बिस्तर पर लेटकर सीमा को अपनी बाहो में भर लिया और उसे अपने सीने से लगा लिया ,सीमा भी किसी कटे वृक्ष की तरह उसके बाहो में सिमट गई ,उसके बैचेन दिल को उसकी बाहो में आकर एक सूकून लगने लगा ,शिवा ने उसके प्यारे से चेहरे को पकड़ कर उसके लाल गुलाबी होठो को अपने ओठो में लेकर बड़े प्यार से चूसना शुरू कर दिया ,सीमा को तो समझ नही आ रहा था वो क्या करे पर उसका जिस्म उसके बस में नही था ,वो तो इस न दिखने वाले अनजान के इशारों पर नाच रहा था ,उसका पूरा बदन उससे बगावत कर रहा था उसके होठ उस अंजान की मुह का स्वाद लेकर उसे अपना रस पिला रहे थे ,उसकी चुचिया कड़क हो कर उसके सीने पर रगड़ रही थी और उसकी चुत तो कपड़े के ऊपर से ही उसके मोटे लंड लन्ड को अपने अंदर लेने के लिये मरी जा रही थी,शिवा ने जब उसकी बड़ी सी गांण्ड को अपने पंजो साड़ी के ऊपर से पकड़ कर दबाने लगा तो सीमा की चुत बहुत ही ज्यादा पानी छोड़ने लगी ,शिवाने कस कस कर इस मतवाली गांण्ड को दबाकर उसके चुत को अपने खूंटे पर रगड़ने लगा ,सीमा की शराबी आंखों को देखता उसके ओठो की मिठास का स्वाद लेकर उसकी नाजुक सी जीभ को अपने मुह में लेकर उसकी लार को पी रहा था ,सीमा जल्द ही अपने मुह से एक हुंकार भर कर भलभला कर झड गई ,उसकी चूत ने इतना पानी छोड़ा था कि उसकी पैंटी, परकर को गीला करता वो पानी उसकी जांघो से नीचे टपक रहा था,अपनी सांसो को दूरस्त करती सीमा को शिवा ने अपने सीने से उतार कर पीठ के बल सुला दिया ,सीमा के ब्लाउज़ के हुक और ब्रेसियर को वह पहले ही खोल चुका था ,सीमा को सुलाकर उसने एक पल में उसे उसे ऊपर से नंगा कर दिया ,गोरी गुलाब वो गोल सी चुचिया एकदम जवान लड़की की तरह कड़क और तनी हुवीं थी ,उसके ऊपर मटर के बड़े दानों से बड़े उसके गुलाबी निप्पल तन कर खड़े होकर शिवा को सलामी दे रहे थे ,शिवा ने उसके एक निप्पल को अपने मुह में लेकर चुसने लगा और दूसरी चूची को पकड़ कर मसलने लगा ,अपनी आंखें बंद करके लेटी सीमा अपनी चुचियो पर होते इस स्पर्श से झट से अपनी आंखें खोल कर देखने लगी ,शिवा निप्पल को जब काटता तो सीमा के मुह से ऐसी आवाज निकलती जो शिवा के लन्ड को फड़फड़ा देती ,पहले भी शिवा इस सुंदरी को भोग चुका था पर उस वक्त वो एक नशे में उसके साथ चुदी थी ,पर आज होश में उसके साथ शिवा को उसके बदन से खेलने में बहुत ज्यादा मजा आ रहा था ,उसकी मुह से निकालती कामुक सिसकिया ,आंखों में दिखता नशा शिवा को खुश कर रहा था ,उसे यह बात पता चल चुकी थी यह औरत बिस्तर पर अपने असली रंग में आकर बहुत ज्यादा मजा देती होगी ,बस इसके अंदर के आग को सही तरह भड़काने वाला और फिर उस आग को अच्छी तरह बुझाने वाला मर्द इसके साथ हो ,सीमा की चुचिया को चूसकर और दबाकर शिवा ने उन्हें पूरा लाल कर दिया था ,सीमा एक बार और अपने चुत का पानी छोड़ चुकी थी ,दो बार बिना चोद कर इस अनजान बस चूमकर और चुचिया दबाकर ही सीमा को झडा दिया था ,सीमा को मनोज भी चोद चुका था पर उसके साथ बस एक बच्चा पैदा करने की भावना से वो चुदती थी ,मनोज भी चोदते समय उसकी चुचिया चुसता ,ओठो को चूमता पर ना कभी उसने उसकी चुत को चूसा था ना कभी उसकी गांण्ड मारी थी ,वो दोनो बस बच्चा पैदा हो इस लिये ही झटपट चुदाई करते थे ,पर इस अनजान जो उसके होठो और चुचिया को प्यार दिया था वो एकदम बेजोड़ था ,सिमा को अब उसके अगले हरकत का बेसब्री से इंतजार था ,शिवाने भी सीमा की साड़ी को कमर से परकर के साथ निकाल दिया ,सीमा को चूमते वक्क्त ही वो उसको समयमनी में ले आया था ,सीमा सिर्फ एक काली पैंटी में बिस्तर पर लेटी थी ,उसकी बड़ी सी गांण्ड के दरार में उसकी पैंटी दिख भी नही रही थी ,कमाल को गोरी और मांसल गांण्ड थी सीमा की बिस्तर पर गांण्ड टिक कर लेटने से ही उसकी गांण्ड 2 इंच तक नीचे दब गईं थी ,शिवाने सोच लिया कि इसकी गांण्ड तो जरूर मारनी है ,इस गांण्ड के मजे नही लिये तो क्या फायदा ,सीमा की चुत का उभार पैंटी में भी दिख रहा था ,उसके बड़े होठो का आकार और उसका उभार दिखा रहा था कि इसके अंदर बहुत ही फूली हुवीं चुत है ,शिवा ने जब उसकी पैंटी को नीचे उतारना चाहा तो सीमा ने अपनी कमर उठाकर उसकी मदद की ,शिवा ने उस गीली पैंटी को निकाल कर उसको पहले उसे सूंघ कर उसकी महक ली और सीमा की चुत को देखने लगा ,सीमा की चुत 2 बच्चे पैदा करने के बाद भी अपनी खूबसूरती को बनाये हुवे थी ,उसकी चुत का छेद थोड़ा बड़ा तथा जो शिवा के लन्ड से हुवा था ,लेकिन उस वक्त ना ही सीमा शिवा का पूरा लन्ड ले पायी थी और अब शिवा का लन्ड पहले से काफी मोटा और बड़ा हो गया था ,सीमा का क्या हाल होगा यही शिवा सोच रहा था ,शिवा की सोच को सीमा की कामुक हरकत ने तोड़ा जब उसने अपने दोनो पैरों को फैलाकर उसकी चुत को खोल दिया,शिवा ने अपने सोच से बाहर आकर इस गीली चुत को अपने मुह में भर लिया और उसे अपने मुह में लेकर उसके पानी को चाटने लगा ,सीमा को लगा था कि अब वो सीधा ऊसकी चुत को चोदेगा, उसे सामने कुछ दिखाई तो नही दे रहा था ,एक अदृश्य इंसान से चुदाई करने का यह उसका पहला ही मौका था ,लेकिन जब उसकी चुत में उसके मुह का स्पर्श हुवा और उसकी जीभ उसके चुत में अंदर घुस कर उसे मजे के नए वादियों में ले गयी ,सीमा ने अपने दोनो हाथो से उसके सर पर रख कर उसके बालो को बड़े प्यार से सहलाने लगी ,सीमा शिवा के मुह में अपनी चुत अपने हाथों से दबाकर और नीचे से कमर उठाकर बड़ी तेजी से अंदर घुसा रही थी,शिवा भी उसकी चुत को मन लगा कर चूस रहा था ,उसकीं जीभ को उस गर्म चुत में गोल घुमाता शिवा अपनी कलाकारी दिखा रहा था ,जिसके वजह से सीमा के मुह से निकलती उसकी मीठी आवाज की सिसकिया शिवा को अलग ही जोश दिला रही थी ,शिवा सीमा की नरम गांण्ड को बहुत देर से मसल कर लाल कर रहा था ,सीमा की मतवाली गांण्ड को मसलकर वो उसके छोटे से छेद पर जब अपनी उंगली घुमाता तो सीमा का मस्ती का एक झटका लगता ,उसकी कोरी गांण्ड में जब शिवा ने अपनी एक उंगली को घुसा दिया तो सीमा के मुह से एक मीठी चीख निकल गई और वो अपने चुत के बांध को तोड़ कर झड गयी ,शिवा ने उसके चुत का सारा पानी पीकर उसे पहले साफ कर दिया और सीमा की टांगों को थोड़ा ऊपर करके उसके गांण्ड के छेद को देखने लगा ,उसकी बड़ी सी गांण्ड में छिपा वो प्यारा सा लाल छेद भी बहुत मस्त लग रहा ,शिवा को समझ आ गया कि इसकी गांण्ड अभी तक कोरी है ,शिवा ने उसके गांण्ड के छेद को पहले धीरे से चूमा और बादमे उसपर चुम्बनों की बरसात करते हुवे उसमे अपनी जीभ को नोकदार बनाकर अंदर तक घुसाने लगा ,सीमा को ऐसी उम्मीद ही नही थी कि गांण्ड में भी कोई इस तरह मजा दे सकता है ,उसकी सास अटकने लगी थी शिवा की इस हरकत ने ,शिवा उसकी जीभ को अंदर तक डालकर उसकी गांण्ड को इतने मजा देने लगा कि सीमा की चुत गर्म होकर फिर से पानी का बौछार करने पे मजबूर हो गई ,शिवाने उसके झड़ते ही उसकी चुत का सारा पानी जाया न होने दिया उसे भी वो गटक गया ,सीमा का बदन बहुत ही ज्यादा हल्का हो गया था ,उसकीं चुत ने बिना चुदे ही 4 बार पानी छोड़ दिया था ,यह चमत्कार करने वाला उसको चुदाई के ऐसी नई दुनिया दिखा रहा था जिसका पता सीमा को अभी तक नही था ,सीमा की टांगो को नीच रखकर पहले शिवा ने जादु से तेल को अपने हाथ मे लेकर पहले अपने पूरे लन्ड को एकदम चिकना कर दिया ,फिर सीमा की चुत में अपनी उंगली से उसे भी एकदम तेल से लबालब कर दिया ,सीमा को समझ आ गया कि अब उसकी असली चुदाई शुरू होने वाली है,शिवा ने उसकी चुत पर अपना गर्म सुपडा टिका दिया और उसकी गांण्ड को दोनो हाथो से मजबूती से पकड़ लिया ,सीमा के कानों के पास आकर शिवा ने कहा ,आप को बहुत ज्यादा दर्द होगा ,पर थोड़ी देर में कम हो जाएगा ,में अपना पुरा लन्ड तो अंदर नही डालूंगा ,बस जितना आप सह सके उतना ही अंदर डालूंगा ,सीमा उसके होठो को चूमकर उसके गले मे अपनी बाहें डालकर बड़े प्यार से बोली ,मुझे आप नही बस सीमा ही बुलाया करना आज से आप ,आपको मेरी कसम है आपका पूरा लन्ड में अपने अंदर लेना चाहती हु,मुझे कितना भी दर्द हो जब तक आप मेरे अन्दर पूरा नही समा जाते आप रुकना नही ,आपने मुझे आज बहुत ज्यादा सुख दिया है ,उसके सामने मेरा दर्द कुछ मायने नही है ,सीमा को अपनी चुत पर इस भीषण लन्ड का अहसास अच्छे से समझ आ गया था ,वो पहले भी दो लन्ड से चुद चुकी थी ,पर इस लन्ड के गर्म और मोटे सुपाडे से वो समझ गई थी कि यह कोई मामूली नही बल्कि असामान्य रूप का है ,पर शिवा ने उसे जो सुख दिया था,उसका कोई तोड़ नही था , उसकी चुत ही नही बल्कि उसके गांण्ड को भी चूस कर शिवा के लिये वो अब किसी भी दर्द को सहने को तैयार थी ,शिवाने उसके ओठो को अपने मुह में लेके एक भीषण प्रहार उसकी चुत पर कर दिया ,शिवा का वार इतना तगडा था की उसका लन्ड आधे से ज्यादा उसकी चुत में घुस कर उसके चुत के चिथड़े उड़ा चुका था ,सीमा के ओठो को शिवाने अपने मुह में लेकर भी उसकी एक चीख निकल ही गई ,उसके चुत से खून और आंखों से पानी की धार निकल रही थी ,2 बच्चे पैदा करते वक्क्त भी उसे इतना दर्द नहीं हुवा था जितना उसे आज हो रहा था ,शिवा को उसने इतने दर्द में भी एक बार भी लन्ड निकालने को नही कहा शिवा उसकी चुचिया दबाकर उसे प्यार से बहुत देर तक उतने ही लन्ड को अंदर फसाकर शांत उसके दर्द को कम करने में लगा था ,सीमा ने अपने एक हाथ को नीचे लेकर अपनी चुत पर रखकर शिवा के लन्ड का अंदाजा लिया ,शिवा को लन्ड जड़ तक नही घुसा था ,उसने उसे बचे हुवे लन्ड पर हाथ रखकर अपनी रोती आवाज में कहा ,मेंनें आपसे कहा ने पूरा अंदर डालने के लिए ,आपका लन्ड तो पूरा अंदर घुसा ही नही है ,मेरी कसम की भी आपको पर्वा नही है,
शिवाने उसके होठो को चूमकर कहा ,सीमा मेंनें पहले भी तुम्हे चोदा है ,तुम इससे ज्यादा अंदर नही ले पाओगी ,तुम्हारे चुत की हद यही तक है ,मेरा पूरा लन्ड तुम नही ले सकती ,
सीमा शिवा की बात सुनकर थोडी गुस्से में आ गई ,आप को मेरी हद ही देखनी है ना तो एक बार और कोशिश कीजिये में आपको आज दिखा दुंगी की औरत जब अपने आप पर आती है तो वो क्या नही कर सकती ,में भी देखती हूं आज कैसे में आपका लन्ड नही ले सकती ,सीमा ने अपनी दोनो टाँगे उठाकर शिवा कमर पर कस ली और अपनी पूरी ताकद लगाकर नीचे से अपनी चुत का एक धक्का शिवाक़े लन्ड पर लगा दिया ,शिवा का लन्ड इस धक्के के साथ ही सीमा की चुत की सब दिवारे तोड़ कर जड़ तक जा बैठा ,सीमा की आँखों से पानी की धार निकल रही थी ,अपनी चीख को दबाने के लिये उसने ओठ दांत से इतने जोर से पकड़ लिये थे कि उसके होठो से खून बहने लगा था ,यही हाल उसके चुत का भी हो चुका था उसकी चुत ने तो खून की धार लगा दी थी ,शिवा के लन्ड को एक बार अपने हाथ से टटोलते देख कर सीमा को विस्वास हो गया कि वो लन्ड को पूरा निगल चुकी है तो ,उसके चेहरे से इतने दर्द में भी एक प्यारी मुस्कान आ गयी ,शिवाक़े तरफ देखकर वो बोली ,लो आपका काम मैने ही आसान कर दिया ,देखिये ले लिया ना आपका पूरा लन्ड मेंनें अपनी में ,आप ख्वामख्वाह डर रहे थे ,में बिलकुल ठीक हु ,
शिवाने उसके ओठो के खुन को अपने जीभ से चाटकर पहले उसे साफ किया और बोला ,हा सीमा में गलत था ,तुम ले सकती पर में तुम्हे और दर्द नही देना चाहता था ,शिवाने उसके आसु भी अपने होठो से पीकर साफ किये ,और बहुत देर तक सीमा की नशीली आखो में देखकर उसके होठो को चुसने लगा,सीमा भी उसके प्यार को महसुस करके उसका पूरा साथ देने लगी ,सीमा ने अपना दर्द कम होते ही नीचे से अपनी कमर हिलाना शुरू कर दिया,शिवाने भी धीरे से अपनी कमर हिलाकर उसे चोदना शुरू कर दिया ,शिवाने जबतक सीमा झड नहीं जातीं तब तक उसे बड़े प्यार से चोदता रहा ,सीमा ने उसका लन्ड पूरा लेना ही बहुत बड़ी बात थी ,उसकी चुत इतनी कसी हुवीं थी कि शिवा का लन्ड भी उसमे आसानी से अंदर बाहर बड़ी मुश्किल से हो रहा था ,सीमा के झड़ने के बाद शिवा कुछ देर तक रुका रहा फिर कुछ देर बाद उसने सीमा को प्यार से चोदना शुरू कर दिया ,सीमा की चुत अब गीली हो जाने से शिवा का थोड़ा आसानी से अंदर बाहर हो रहा था ,शिवाने थोडी अपनी गति बढाकर सीमा को चोदना शुरू कर दिया ,सीमा का भी दर्द अब ना के बराबर था ,वो भी अब चुदाई का आनंद लेती मजे से सिसकिया भरने लगी शिवाने अपनी गति कम रखते ही सीमा को चोदता रहा और उसके चुत को अपने लन्ड के हिसाब से बड़ा करता रहा ,सीमा दूसरी बार भी झड कर शिवा का मुह बड़े प्यार से चूम कर बोली ,आपने जब मेरी आपके साथ हुवीं चुदाई का वीडियो दिखाया था में वैसेही आप से चुदना चाहती हु ,शिवा भी उसकी बात मानकर अब और तेजी से सीमा की चुत की धज्जियाँ उड़ाने लगा ,सीमा को बड़ा मजा आने लगा था अब शिवाय को और ज्यादा उकसाती वो भी शिवा के लन्ड पर अपनी चुत नीचे से मार कर उसका भरपूर साथ दे रही थी ,शिवा को भी अब कुछ मजा आने लगा था वो कभी सीमा की चुचिया चुसता तो कभी उसके होठो को को चूम कर उसका रस पिता ,सीमा के तीसरे बार झड़ंने के बाद उसने सीमा को घोडी बनाकर चोदना शुरू कर दिया ,सीमा को घोडी बनकर चुदने में दर्द के साथ ज्यादा मजा भी मिलने लगा ,उसके गर्भाशय के अंदर घुसके शिवा का लन्ड ठोकर मारने में लगा था ,शिवा का दिल सीमा की गांण्ड पर आ गया था वो उसे कुरेदकर उसमें अपनी उंगली घुसाकर उसके कसाव और गर्मी का मजा ले रहा थे ,उसका मन तो बहुत था कि उसकी गांण्ड को भी मारे पर सीमा के चुत में लन्ड लेकर ही पहले से इतने दर्द में थी कि शिवा को उसे अब और ज्यादा दर्द देने की इच्छा नही थी ,शिवा उसके छेद में अपनी उंगली डालकर ही खुश था अब ,सीमा को घोडी बनाकर शिवा ने और 3 बार झडा दिया था ,सीमा में अब बिल्कुल जान नही बची थी ,पर वो शिवा के धक्के सहती वैसेही खड़ी थी ,शिवाने सीमा की चुत को अब इतना तेजीसे चोदना शुरू कर दिया कि सीमा की सांस भी बड़ी मुश्किल से ले पा रही थी ,शिवा का हर धक्का पहले से तेज पड़ता था ,शिवाने सीमा की कमर को जोरसे पकड़ कर उसके चुत में अंदर तक लन्ड को डालकर हुवे उसकी चुत में अपना गरमा गरम वीर्य की गाढ़ी मलाई की पिचकारी छोड़ने लगा ,सीमा की चुत ऐसे गर्म माल के अपने अंदर गिरने से सनसना रही थी ,शिवा का वीर्य बहुत ही ज्यादा गर्म और अधिक मात्रा में सीमा की चुत को भरकर उसके चुत से नीचे टपक रहा था ,शिवा ने सीमा के चुत से लन्ड की आखरी बून्द भरने के बाद निकाला और सीमा को बिस्तर पर पीठ के बल लिटा दिया ,सीमा भी अपनी आंखें बंद करके एक सुकून की नींद में चली गयी ,शिवा के वीर्य ने उसकी चुत की इतने दिनों की जलन को एकदम खत्म कर दिया था ,उस वीर्य की गर्मी से उसकी चुत को एक ठंडक ही पहुचा दी थी ,उसकी चुत उसे अपने अंदर हजम कर रही थी और सीमा को सपनो की दुनिया मे पहुँचा चुकी थी ,शिवा भी सीमा के बाजू में लेटकर उसे अपनी बाहो में भर कर पसर गया था ,सीमा के गाल को प्यार से चूमकर उसके बालो को सहलाकर उसे सहलाते हुवे किसी बच्चें की तरह और नींद की वादियां में गहराई तक ले जा रहा था ,शिवाने भी अपनी आंखें बंद करके कुछ देर के लिये सीमा के मीठे से आगोश में ही सो गया ,शिवा की नींद उसके लन्ड पर किसके स्पर्श करने पर हुवीं ,शिवाने कब अपनी आंखें खोल कर देखा तो सीमा उसके अदृष्य शरीर को टटोलती हुवीं उसके लन्ड को दोनो हाथसे पकड़ कर देख रही थी ,सीमा नींद से उठी तो उसने आपने आप को उस अदृष्य इंसान की बाहो में पाया ,दो तीन बार आवाज देकर जब वो नही उठा तो सीमा समझ गई यह भी सो रहा है ,उसकी बाहो से निकल कर सीमा ने उसके लन्ड को देखना चाहा ,जिस कदर उसने सीमा की चुत और गांण्ड को चुसके मजा दिया था ,उसी तरह वो भी उसके लन्ड को चूसना चाहती थी ,उसने आज तक किसी के लन्ड को नही चूसा था पर वो इस अनजान के लन्ड को आज दिल खोल कर प्यार करना चाहती थी ,जिस लन्ड ने आज उसे स्वर्ग दिखाया था उसको आज वो शुक्रिया अदा करना चाहती थी ,लेकिन जब उसने उस विकराल लन्ड को अपने हाथों में पकड़ कर देखा तो उसे पता चला कि उसकी चुत ने आज किस लन्ड को निगला था ,उसके दोनो हाथ मे वो लन्ड आ रहा था ,उसकी लम्बाई उसके हाथ जितनी थी और मोटाई भी बहुत ज्यादा ,किसी आदमी का नही घोड़े के लन्ड को पकड़ा है उसे ऐसा लग रहा था ,वो कुछ देर उस लन्ड को टटोलती रही ,फिर सीमा ने उस लन्ड को सूंघ कर देखा तो उसे एक अजीब सा नशा आने लगा ,उस लन्ड से एक बहुत ही तेज महक आ रही थी ,जितना वो उस लन्ड को सूँघती उतना उसे मजा आ रहा था ,उसी नशे में उसने अपनी जीभ निकाल कर उसे एक बार चाट लिया ,उसे उस लन्ड का नमकीन स्वाद बहुत ज्यादा पसन्द आ गया ,वो अब उसके जीभ से लगातार उसके लन्ड को चाटने लगी और उसपर लगे शिवा के सूखे हुवे माल को चाटने लगी ,सीमा ने उस लंड को पकड़ कर अपने मुह में जितना हो सके उतना अंदर लेकर चुसने लगी ,उसे इस लन्ड को चुसने में बहुत ज्यादा मजा आने लगा था ,शीवा के बड़े से अंडों को दबाकर शिवा के लन्ड से माल निकालने की बहुत देर तक कोशिश करती रही पर शिवा के लन्ड से वो माल नही निकाल सकी उल्टा उसकी चुत वापस गर्म होकर पानी छोड़ने लगी ,शिवा बिना बोले सीमा को जो वो चाहती है करने दे रहा था ,सीमा ने शिवा के लन्ड को चूसना छोड़कर उसके कमर के दोनो तरफ अपने पैर रख कर एक हाथ से उसके लन्ड को पकड़ कर अपनी चुत उसपर दबाने लगी ,शिवा के मोटे लन्ड को बड़ी मुश्किल से वो आधा अपने चुत में लेकर अपनी गांण्ड को ऊपर नीचे करने लगी ,शिवा की छाती पर हाथ रखकर वो अपनी चुत में लन्ड लेती बड़ी आराम से उछल रही थी ,पर वो पूरा नही निगल पा रही थी इस लन्ड को इसलिए उसने अपने ओठो को फिर से अपनी दांतो में कसके पकड़ कर तेजीसे नीचे आने लगी तो शिवाने झट से उसकी कमर को पकड़ कर रोक दिया,रुक जाओ सीमा पहले अपने ओठो को छोड़ दो ,और मेरे चेहरे की तरफ नीचे झुक जाओ, सीमा इस आवाज को सुनकर शिवा के चेहरे की तरफ झुक गई ,शिवाने सीमा के कमर को पकड़ कर उसे अपने ऊपर लेकर उसके होठो पहले अपने मुह में भरकर उसे चुसने लगा और नीचे से एक तेज धक्के में उसकी चुत में अपना लन्ड जड़ तक उतार दिया ,सीमा के मुह से निकलती हलकीं चीख शिवा के मुह में ही रह गई ,सीमा के चुत को नीचे से जोरदार धक्कों से शिवा चोदता रहा जब उसका लन्ड आराम से अंदर बाहर होना शुरू हो गया तो उसने सीमा को अपनी बाहो से छोड़ दिया ,सीमा भी इस इशारे को समज गयी और शिवा के लन्ड पर अब अकेली ही बैठकर उछलने लगी ,अपनी गांण्ड को पटक पटक कर शिवा के लन्ड को अपनी चुत से अंदर बाहर करने लगी ,अपनी दोनो चुचिया पर शिवा के हाथों को रखकर उससे अपनी चुचिया दबाकर मजे की किलकारियां निकाल कर और तेजी से उछलने लगी ,थोड़ी देर में ही एक चीख के साथ अपनी चुत को शिवा के लन्ड पर दबाती झड गई ,उसके झड़ंने के बाद शिवाने ने उसे अपनी गोद मे उठा लिया ,सीमा ने भी शिवा की कमर को अपने पैरों से जकड़ लिया और उसके गले मे अपनी बाहें कस ली ,शिवा की मन की बात वो समज गई थी ,शिवाने उसकी गांण्ड को अपने दोनो हाथो से पकड़ कर उसे अपने लन्ड पर तेजीसी ऊपर नीचे करने लगा और नीचे से उससे भी ज्यादा तेज धक्के मारँने लगा ,सीमा को बहुत देर तक खड़े होकर वो वैसे ही चोदता रहा और आखिर में उसकी चुत में अपना पानी भरके ही उसे पलँग पर सुला दिया ,सीमा पसीने से लथपथ हो गई थी ,उसके पूरे बदन को शिवाने निचोड़ दिया था ,पर उसे मजा भी उतना ही आया था ,अपनी साँसों को दुरस्त करने के बाद उसने शिवा से कहा ,एक वादा कर सकते हो आप मुझसे
शिवा ,हा बोलो क्या चाहती हो तुम मुझसे
सीमा ,तुम हमेशा मुझे ऐसे ही प्यार करते रहना पर कभी अपनी शक्कल मत दिखाना आज तुम मेरे रोम रोम में समा गए हो ,अगर मेंनें तुम्हारी शक्कल देख ली ना तो में कभी तुमसे दूर नही हो पाऊंगी ,यह बात करते वक्त उसकी आंखे नम हो गयी थी ,उसके दिल की उलझन को शिवा जानता था ,वो एक शादी शुदा औरत है ,ऊपर से दो जवान लड़कियों की माँ ,वो उसके प्यार में अब पूरी तरह पड़ गयी थी ,बस कह नही पा रही थी हकीकत क्या है ,शिवाने सीमा को चूमकर कहा ,जबतक तुम चहोगीं सीमा में तुम्हे ऐसे ही प्यार करता रहूंगा ,तुम जो भी बोलोगी में वैसा ही करूँगा ,में कभी तुम्हे अपनी शक्कल नही दिखाउंगा ,पर एक बात जरूर कहना चाहता हु ,तुम मेरे भी दिल मे अब हमेशा के लिये बस गयी हो ,और में तुमसे एक आशिक की तरह बेहिसाब प्यार कर करने लग गया हूं ,सीमा यही तो सब कहकर उसके मुह से अपने लिये उसके मन मे क्या है यह जानना चाहती थी ,वो शिवासे लिपट कर रोने लगी ,में भी तुमसे बहुत प्यार करने लगी हु ,तुम्हारे बिना रहना अब मेरे लिये बहुत मुश्किल होगा ,क्या हम हमेशा के लिये एक नही हो सकते ,क्या तुम मुझे नही अपना सकते ,में तुम्हारे लिये सबकुछ छोड़ने को तैयार हूं ,बस मुझे अपना लो ,में नही जी सकती अब तुम्हारे बिना ।