Incest जिन्दगी एक अनाथ की ~written by Goldybull~

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Update 27
पृथ्वी और ज्वाला मुम्बई से 50 km दूर बहुत ही हाइटेक लैब में बैठे हुवे थे उनके सामने 2 साइंटिस्ट बैठे थे ,
सर आप दोनों के ब्लड और डीएनए पर हमने हर तरीके से जांच की है ,उसके अंदर जो खूबियां है उसका राज हम आज तक पता नही कर पाए है ,पिछले 20 साल से हम लोग कितनी बार कोशश कर चुके है ,की ऐसी दवा बना सके जो आप जैसी ताकद दवा पिने वालो को मिले ,पर नहीं बना सके ,आपका कितना समय और पैसा बर्बाद हो गया है ,हमारे पास हर तरह की नईं टेक्नोलॉजी वाली मशीने है पर हम नाकामयाब ही रहे है आजतक
आप दोनों के जो बच्चे हुवे उनमे भी कोई ताकद नही मिली है,आप दोनों के वीर्य में भी आप के डीएनए और ब्लड जैसी ही ताकद है, हमने आपके दोनो के वीर्य से भी टेस्ट ट्यूब बेबी पैदा किये पर वो भी स्पेशल नही निकले ,आज आपसे हम लोगोने यह बात करने बुलाया है कि हम यह लैब अब बंद कर रहै हे ,
जैसा तुमको ठीक लगे डॉक्टर ,में आज ही जितने लोग इस लैब में काम करते हे उनके घर मे 5 करोड़ भेज दूँगा ,आप को पता है में यह मेरी काली कमाई है जिसके वजह से में आपको कभी बैंक के जरिये पैसा नही देता ,आज आप सब फाइल से डेटा मिटा देंना जाने से पहले ,
ज्वाला और पृथ्वी उस लैब से बाहर आकर गाड़ी में बैठ गए ,उनके वहा से जाने के बाद आधे घण्टे में ही पूरी लैब एक गगनभेदी धमाके से पूरी तबाह हो गई ,उस लैब पूरी तबाह हो गई ,एक कागज का टुकड़ा नही बचा तो आदमी की बात दूर है ऐसा धमाका था वो ,
पृथ्वी क्या मारा तुमने उन लोगो को,
ज्वाला वो हमारा राज जानते थे ,आगे चलकर अगर वो हमारे खिलाफ चले जाते तो क्या करते हम ,उनके पास हमार सारे राज थे ,और कोई भी हमारी ताकद और कमजोरी के बारे में इससे जान सकता है ,
पृथ्वी मेरे खयाल से इस पूरी दुनिया मे तुम सबसे ताकतवर हो और तुम्हारे बाद में ,हमारी जो संताने है वो भले ही हमारे इतने ताक़दवर ना हो पर बाकी लोगों के मुकाबले वो कहि ज्यादा ताकतवर है ,हमारा एक बेटा 100 आदमियों को मात दे सकता है ,तो हमे कौन मार सकता है ,कौन लेगा हमसे दुश्मनी ,तुम्हारे सोच के मुताबिक़ शिवा से हमको खतरा हो सकता था ,पर उसकी सोच ,उसका मकसद तो बस खुद की जिंदगी बेहतर करना है ,कल ही हमने देखा ,वो तो अब औरत के बदन का दीवाना बन गया है,
ज्वाला में किसीसे डरता नही हु बस अपने खिलाफ कोई भी ऐसी बात को छोड़ नही सकता जिसके मदद से कोई ऐसा हमको नुकसान न पहुँचा सके जिसकी हम कल्पना भी नही कर सकते
पृथ्वी ,हम कितने सालो से जिंदा है ,हमने हमारे आंखों के सामने अपने बच्चों को मरता देखा है ,किसी को ना आप बचा सके ना हम ,तो क्या फायदा ताक़दवर होने का ,इन 400 सालो में हमारे सामने हमारी कितनी पीढ़ियों को हमने मरते देखा है लेकिन हम कूछ नही कर सके उनके लिये
आपने और मैने अपने कितने बच्चो से शारिरिक सम्बन्ध रखे उनसे बच्चे पैदा करके देखे की उनमें हमारी ताकते है कि
नही ,पर हम हमेशा नाकामयाब ही रहे ,आप को एक बात में हमेशा कहती हूं कि जो भगवान कर सकते है वो हम कभी नही कर सकते, हम कितने भी ताक़दवर बने हम कभी भगवान नही बन सकते ना हमे कोशिश करनी चाहिए ,जिन लोगो को आज आपने मार है वो बिचारे 20 साल से हमारी मदद कर रहे थे ,उनकी जिंदगी छीनने का हक आपको नही था ,में कुछ दिन अकेली रहना चाहती हु ,आप हमें यही छोड़ दे ,इतना बोलकर वो कार से उतर गई ,और सामने बने एक पार्क तरफ चल पडी ,पृथ्वी उसको देखता रहा कुछ देर फिर वो भी वहां से चला गया ,उसे पता था 7 ,8 दिन में ज्वाला ठीक हो जायेगी, पृथ्वी ने ज्वाला को गाड़ी से उतारा वो जगह मुम्बई का ही एक इलाका था ,
शिवा और नीलो 69 के पोझ में एक दूसरे में लगे हुवे थे ,शिवा तो नीलो की कुवारी चुत से बहता पानी पीकर बहुत खुश हो रहा था वो नीला के वो छोटे से गांण्ड के छेद को भी चाट कर उसको गिला कर रहा था ,नीला तो शिवा के अपने चुत और गांड को जीभ से चुसने और चाटने से आसमान में उड़ रही थी उसकी चुत ने दो बार पानी बहाकर अपनी खुशी का इजहार कर दिया था ,नीलो भी शिवा के लंड से खेल रही थी वो उसको चाटती ,तो कभी सहलाती , उस लंड के टोपे को ही अपने मुह में ले पाई थी ,शिवा ने भी उसे ज्यादा कुछ कहा नही था ,उसे पता था ये उसका पहली बार है ,जितना वो मन से खुद कर सकती थी उसे शिवा करने दे रहा था ,जीनत की चोदने के सिखाया ज्ञान वो उसके ही बेटी पे इस्तमाल कर रहा था
शिवा एक बात पुछु तुमसे
हा बोलो ना नीलो
यह तुम्हारा जो इतना बड़ा लंड है यह कैसे घुसेगा मेरी नाजुक से लालपरी में ,में जिंदा तो बचूंगी ना चुदने के बाद
हां हा हा ,मेरी जान कोई चुदने से मरा है आजतक जो तुम मरोगी ,कुछ नही होगा तुम्हे ,पहली बार थोड़ी तकलीफ होगी बाद में खुद कूदकूद कर चुदा के ,
शिवा तुमको पता है तुम्हारा लंड कितना बड़ा है ,मेने तो इतने बड़े और मोटे लंड किसी नीग्रो का भी नही देखा है ब्लू फिल्मों में ,
नीलो तुम ऐसी फिल्म देखती थी,शर्म नही आती तुम्हे ,सनम को देखो ,तुम्हारी बड़ी बहन है ,कितनी संस्कारी और नेक है ,माना थोड़ी गर्म दिमाग की है पर वो कभी ऐसे गन्दे काम नही करती
शिवा ,मेने वो फिल्में सनम के मोबाइल में ही छुपकर देखी है ,जिसे तुम नेक और संस्कारी बोल रहा हो ,और नंगा करके मेरी चुत और गांण्ड चाट रहे हो, ये तुम्हारा मूसल मुझसे चूसवा भी रहे हो ,और मुझेहि नाम रख रहे हो ,
शिवा, मेरी जान में तो मजाक कर रहा था
नीलो ,पता है मुझे,चलो मेरे पास एक टेप है जो में सिलाई के क्लॉस में इस्तेमाल करती हूं ,आज तुम्हारे लंड का साइज गिनते है
शिवा, और क्या करोगी गिनकर
नीलो , में शान से बताया करोगी मेरी सहेलियों में की मेरे पति का कितना बड़ा है
शिवा ,तो बताकर क्या फायदा होगा
नीलो ,मेरी इज्जत ,शान बढ़ेगी ना पागल
शिवा ,तुम्हारा गजब लॉजिक है लंड मेरा बड़ा और शान तुम्हारी बढ़ेगी ,
नीलो ,चुप रहो ,और मुझे मेरा काम करने दो
नीलो ने अपने टेप से लंड का साइज गिना 12 इंच लम्बा और 5 इंच मोटा था वो ,
नीलो ,याद रखना अपने लंड का साइज जैसा हमे अपने फिगर का साइज पता होता है
शिवा ,मुझे क्या जरूरत है मेरे लंड का साइज याद रखने की कहा वो ब्रा पैंटी पहनता है ,
नीलो ,शिवा तुम बहुत ही गन्दे हो
शिवा ने फिर अपने बालों के लगाने वाला नारियल तेल लेकर उससे नीलो की चुत को अपनी एक उंगली से अंदर तक डालकर चिकना करता रहा शिवा के हाथ की उंगली भी अच्छी खासी मोटी थी ,वो घुसने से ही उसे बहुत तकलीफ़ हो रही थी,तो लंड तो एक मूसल ही था, शिवा ने जीनत की हर बात याद रखते हुवे अपने कदम बढ़ा रहा था ,
शिवा ने नीलो की सुंदर सी लालपरी को ही देख रहा था ,नीलो की चुत एकदम लालगुलाबी थी, चुत पर एक बाल नही था ,उसकी दोनो फाके एक दूसरे से सटी हुवी थी,उसका छेद तो एकदम छोटासा और एकदम लाल लाल था,
शिवा ने अपने लंड को भी तेल से एकदम चिकना कर दिया था, उसने नीलो को पीठ के बल लिटाकर उसकी टांगो को चौड़ा करके अपने लंड का टोपा उसकी चुत के छेद पर भिड़ा दिया , शिवाने अपने होठ नीलो के गुलाबी ओठो से जोडकर चुसने लगा , थोड़ी देर बाद उसने अपने लंड से एक तगड़ा धक्का मारा ,उसका लंड नीलो की चुत को फाड़ता 6 इंच तक उसकी सील तोड़कर घुस गया ,नीलो की मुह से निकली चीख़ शिवा के मुह में ही निकली ,नीलो की चुत को इस मूसल की मार से बहुत ज्यादा घायल कर दिया था ,उसकी सील भी टूट गई थी,उसके चुत से खून निकल कर टपक रहा था ,उसकी आँखों से भी आंसू निकल रहै थे ,शिवा कुछ देर रुक फिर उसने और दो जबरदस्त धक्कों में अपना पूरा लन्ड जड़ तक अंदर ठोक दिया था ,जहा उसकी माँ जीनत 4 बच्चे पैदा करके भी 10 इंच तक ही इस मूसल को ले सकी ,वहा उसकी बेटी दमदार निकली जो पूरा लन्ड निगल गई थी ,जो जीनत को चोदते वक्त 4 इंच तक मोटा था वो एक इंच मोटाई में ज्यादा हो गया था ,लेकिन नीलो उसको अपनी चुत मे पूरा खा गई थी ,नीलो को बहुत दर्द हो रहा था ,शिवा उसको होठो को चूसना बन्द नही किया वो उसके चुचिया दबाता ,उसके निप्पल की मालिष कर रहा था ,कुछ ही देर में नीलो भी नीचे से अपनी गांण्ड हिला ने लगी थी जो शिवा धीरे धीरे चुत में लंड पेल रहा था उसने अपनी स्पीड बढ़ दी ,नीलो भी उसका साथ दे रही थी ,शिवा ने उसके चुत के छेद को अपने लन्ड के साइज का बनाता रहा ,कुछ देर उसने नीलो को घोड़ी बनाकर भी जमके उसकी चुत को बजाया,
30 मिनिट नीलो को हर एक पोझ मे चोदकर शिवा उसकी चुत में अपना लंड जड़ तक घुसाके झड़ता रहा ,नीलो की यह पहली चुदाई थी , जो शिवा जैसे तगडे औऱ दमदार लंड से नीलो को जन्नत ही दिखा रही थी ,शिवा ने नीलो को कुछ देर बाद उठाकर बाथरूम में लेके गया वहा ,पर उसको पेशाब कराई ,चुत को पानी से साफ करके बाहर लाया ,और फिर बेड की चादर बदलकर नीलो को बेड पर लिटा दिया , शिवा ने बाहर जाकर खाने पीने का सामना औऱ साथ मे कुछ मेडिकल से दवाएं लेकर आया जिसमे कुछ पेनकिलर और ट्यूब थे , शिवा ने नीलो को पहले खाना खिलाया उसके बाद पेनकिलर खाने को दी ,जो ट्यूब लाये थे वो गुप्त जगह के जख्मो पर ठंडक देते और जख्म जल्दी ठीक करते उनको भी उसने नीलो की चुत पर लगा दिया ,दोपहर के 1 बज गया था इसमे ,नीलो को उसने आराम करने को बोला फिर जीनत के घर जाकर कुछ देर तक सब से बाते करता रहा ,बाद में जीनत से अपना फोन लेके अपने घर आ गया ,नीलो सो गई थी उसने पास के ही होटल जाकर कुछ नास्ते के चीजे ,पानी के बोतल ,कूछ बिस्किट लेकर घर आया उन्हें बेड के पास रख कर काम पे चला गया ,आज होटल में ज्यादा काम ही नही था 9 बजे तक सब काम खत्म हो गया ,आज उसके साथ एक आदमी और था काम करने ,शिवा ने बहुत बार उसकी मदत की थी ,उस आदमी का काम भी शिवा कर देता था ,उस आदमी के जिम्मे ऑफिस छोड़ कर शिवा नीलो के लिये घर जल्दी आ गया ,रात को 10 बजे वह घर पहुचा ,,नीलो अभीतक सोई हुवी ही थी ,उसने नीलो को उठाया ,उसे थोड़ा बुखार भी था ,शिवा ने उसे जबर्दस्ती खाना खिलाया ,दवाई खिलाई और अपने हाथों से ऊसकी चुत में दवा लगाई ,शिवा ने फिर खुद को फ़्रेश किया अपने कपड़े बदले और नीलो को बाहों में लेके सो गया ,
शिवा कुछ देर बाद एकदम उठ बैठा ,बहनचोद ,साला यह मेने सोचा क्या नही अभी तक ,वो होटल से घर बस 1 सेकण्ड में आया था ,उसके होटल से घर आने के लिये उसको 1 घंटा बस से लगता है ,वहा वो बस 1 सेकंड में कैसे घर आ गया था ,बस उसने होटल के बाहर आकर घर के बारे में सोचा था ,तो वो घर के सामने हो पोहच गया था बस सोचने से ही ,शिवा मन मे ,साल ये क्या गांडूपन्ति है ।
 
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Update 28
शिवा रातभर सोचता रहा कि उसके पास ऐसी स्पीड कहा से आ गई जो वो बस सोचने से ही यहां आ गया ,उसने सोचा कि कल वह इस बात का जरूर पता लगायगा ,कब उसको नींद आ गयी पता ही न चला ,सुबह नीलो ने ही उसे उठाया ,नीलो को बाथरूम तक उसने सहारा दिया ,नीलो ने उसे आज अंदर नही लेकर गई ,उसने अपने सुबह के सब काम किये फिर शिवा से टॉवेल मंगवाकर नहा भी लिया ,रात के पहने कपड़ो में वह नहा कर बाहर आई उसे अब थोड़ा अच्छा लग रहा था ,शिवा भी नहाने चला गया ,जब शिवा नहाकर बाहर आया नीलो उसको ही देख रही थी ,शिवा बस एक नाईट पैंट में ही था ,ऊपर से वो पूरा नंगा था ,शिवा जिम तो नही जाता था अब लेकिन दो साल तक उसने अच्छी कसरत करके अपने शरीर को मजबूत बनाया था ,
शिवा ने देखा नीलो उसको ही देख रही औऱ कुछ सोच रही शिवा के मन में आया पता नही क्या सोच रही है बिचारी ,
साला, दिखता तो भोला है ,बाते कितनी मासूम भरी करता है ,चुत को लालपरी और गांड को सोनपरी बोलता है ,मर जाऊंगी पर गांड नही मारने दूंगी मेरी, शिवा नीलो की आवाज से चौक कर ऊसकी तरफ देख कर बोला ,अरे बाबा डरो मत नही मारूंगा तुम्हारी गांड ,
नीलो थोड़ी हड़बड़ाहट में तुमने सुन लिया मतलब में मन नही बोल रही थी
शिवा ,नीलो तुम ठीक तो हो यह क्या बडबडा रही हो
नीलो ,अब तो बोलेगा ही ऐसा मेने गांण्ड मारने से मना किया ना
शिवा नीलो के ही चेहरे को देख रहा था, उसके होंठ तो नही हिले पर उसने नीलो की आवाज सुन ली थी ,मतलब वो नीलो के मन की बाते सुन सकता है ,शिवा के चेहरे पर उसकी सोच से अजीब से भाव आ रहे थे ,तभी उसे नीलो की आवाज फिर आई, क्या हो गया शिवा को पागल तो नही हो गया ये ,शिवा ने वापस उसकी मन की आवाज सुन ली ,इस बार वो नीलो की बातों से हसने लगा
नीलो हे मेरे ख़ुदा यह सचमुच पागल तो नही हो गया,गांड न मारने के मिलने के गम से
शिवा ने वापिस उसकी बातें सुन ली ,वो और जोरसे हसने लगा उन बातोंसे
नीला ,गांण्ड मारते मारते मर भी गई तो भी चलेगा ,में शिवा को अपनी गांड मारने दूंगी ,में उसे पागल नही होने दूंगी आज रात को ही इसको गांड मारने दूंगी ,
शिवा तो उसकी बाते सुनकर और ज्यादा हस रहा था
नीलो ,लगता है यह पागल हो गया है ,इससे अभी गांण्ड दिखा देती हूं ,अगर अभी मार ली इसने तो भी चलेगा ,
नीलो शिवा के पास चलते आई और अपनी सलावर और पैंटी उतारकर शिवा के तरफ अपनी गांड करके खड़ी हो गई ,शिवा और जोरसे हसने लगा ,उसने हसते हसते ही नीलो को सलावर ,पैंटी वापस पहना दी और उसे गले लगा लिया ,
शिवा को नीलो की बाते सुनकर उसपर बहुत प्यार आ रहा था उसने नीलो को प्यार से चूमा और बोला ,में बिलकुल ठीक हु ,तुम मेरी चिन्ता मत करो , एक काम करो आज शाम तुम घर वापिस जावो ,यहा पर तुम बेवजह अकेली मत रहो,
नीलो ,मन मे,नही अब में अपनी गांड भी मारकर ही जाऊंगी यहा से ,नही तो मेरा शिवा पागल हो जाएगा ,
शिवा समझ गया कि अगर उसने नीलो की मन के बातो का जवाब दिया तो वो और ज्यादा परेशान होगी,इसलिए वो चुप ही रहा
बाद में वो नीलो से बोला तुम आराम करो ,में जरा बाहर जाकर आता हूं ,अगर तुम्हें लगे तो घर वापिस चली जाना नही तो यही रुकना ,
नीला मन मे, यह शिवा ठीक तो है ना ,कहि यह मुझसे नाराज तो नही इसलिए मुझे घर भेजने की बाते कर रहा है ,कहि ये पागल पन में बाहर किसी लडक़ी की जबरदस्ती गांण्ड न मार ले, है ख़ुदा क्या करूँ में अब ,इनके पीछे ही जाती हु चुपचाप कुछ गड़बड़ हो गईं तो में संभाल लुंगी
शिवा को हसि आ रही थी बहुत ,पर अपने आप पर नियंत्रण करता वो बाहर आया और जीनत के घर की और चल दिया ,
शिवा को समझ आ गया था कि उसे मन की बाते सुनाई देती है अगर वो किसी के पास ध्यान से देखे तो ,वो जीनत के घर पहुँच गया ,अंदर सनम और नीलो को छोड़ के सब थे,
शिवा, चाची कैसी हो आप
जीनत ,शिवा अब ठीक है मेरे पाव की मोच
मन मे,क्या बोलू शिवा अभी तक गांड का छेद सुजा हे
शफ़ी चाचा सो रहे थे ,सलमा और बेनजीर वही बैठी थी
शिवा, तुम दोनों को कॉलेज पसन्द आया ना ,कुछ तकलीफ तो नही है ना ,अगर कोई परेशानी हो तो मुझे जरूर बताना
दोनो , नही शिवा कोई परेशानी नही है,
जीनत ,अरे कितनी बार बोला है तुम सबको ,इसे भाई बोला करो ,पर तुमको यादही रहता नही ,
सलमा मन मे,भाई होगा आपका यह तो मेरा दूल्हा है
बेनजीर मन मे, मा यह भैया नही सैया है मेरे में क्यों इनको भाई बोलू
सलमा मन मे,वो हरामी इरफान कॉलेज तक आ रहा है आजकल शिवा बिचारा क्या करेगा उस हरामी का ,उसका बाप कितना बड़ा गुंडा है ,उसके पास कितने ख़तरनाक लोग है अगर उन लोगो से शिवा मेरे लिये उलझ गया तो वो गुंडे बिचारे शिवा को जान से मार देंगे ,में अपने लिये इस बिचारे की जान नही जाने दूंगी, उस हरामी इरफ़ान को मेरे साथ एक रात गुज़ारनी है ,में मर जाऊंगी पर उसके हाथ नही आऊंगी ,
बेनजीर मन मे, इस शिवा को में कैसे बोलू में कितना प्यार करती हूं पर खुदा को भी मेरी मोहब्बत मंजूर नही है ऐसा लगता है ,वो भड़वा इरफान सलमा के पीछे हाथ धोके लगा है,कितनी बार समजाया इसको सलमा ने पर हरामी मानता ही नही है ,मेने भी उसे कितनी बार समझाया ,पर वो अब बोलता है में उसके साथ एक रात गुज़ारू तो वो सलमा को तंग नही करेगा ,में तो शिवा से शादी करके उसको ही अपना यह शरीर सौपना वाली थी,पर अब सलमा के लिए में उस इरफ़ान के साथ एक रात सोकर दूसरे दिन अपनी जान दे दूँगी ,
शिवा दोनो के मन की बात सुनकर बहुत गुस्से में आ गया था ,उसे अब इरफान की तलाश थी, तभी नीलो घर मे दाखिल हुवी
जीनत ,आ गई बेटी नीलो ,अब कैसी है गुल की तबियत, उसके मा बाप आ गए क्या
नीलो, नही अम्मी उसके अम्मी अब्बा अभीतक नही आये ,में तो अपने कपड़े लेने आई थी
नीलो ने फिर अपने 2 ड्रेस बैग में भर के घर मे पानी पीने गई ,उसके चाल में अभी भी थोड़ी लँगड़ाहट थी जीनत ने वो देखा
जीनत ,नीलो तुम ऐसा क्या चल रही हो,क्या हो गया पाव को तुम्हारे
नीलो, अरे सिटी बस से उतरते वक्त मेरा पाव में थोड़ी मोच आ गई है
जीनत ,ठीक है ,अपना खयाल रखना, शिवा बेटा नीलो को छोड़ देना गुल के घर तक बाद में वही से काम पे चली जाना,
जीनत मन मे ,पता नही यह नीलो सच बोल रही है या जूठ ,कहि किसके साथ चुदाई तो नही कर रही ,शिवा इसके साथ गया तो सब सच पता चल जायेगा ,गुल बीमार है या नही शिवा से आने के बाद पूछ लुंगी में सब ,
नीलो और शिवा फिर वहां से शिवा के घर आ गए ,शिवा बोला कुछ खाना लेने होटल चला गया ,रास्ते मे वो सलमा और बेनजीर की बातों के बारे में ही सोच रहा था ,होटल में खाना पैक करने के लिये उसने कहा ,उसे लग रहा था आज उसके पास मन का सुनने की ताकद ना होती तो सलमा और बेनजीर के साथ इरफान क्या कर रहा है कभी पता नही चलता ,तभी उसे सनम की याद आई बहुत दिनों से सनम उसे मिली भी नही थी ,जब भी वो फोन करता हमेशा वो किसी सहेली के घर पर है ऐसा बोलती ,उस अब सनम की फिक्र होने लगी ,उसके मन मे यही चल रहा था कहा होगी सनम क्या कर रही होगी ,तभी उसके आंखों के सामने सनम कहा है, क्या कर रही है ,किसके साथ बात कर रही ,क्या बातें हो रही है ,सब जैसे उसके आंखों के सामने हो रहा है ऐसा दिख रहा था ,कुछ देर तक वो वही देख रहा था ,तभी होटल के मालिक के आवाज से वह होश में आया उसने बिल देकर खाना लिया और घर जाकर नीलो के साथ खा लिया आज उसने ज्यादा खाना लाया था ताकि रात को वही काम मे आ जाये खाने में ,शिवा आज घर से कम के लिये जल्दी निकल रहा था तो उसे नीलो ने कहा आते वक्त उसे फोन करे ,कुछ लाना है, में तब बता दुंगी
नीलो ,मन मे,शिवा को आज जेल लाने को बोल दुंगी ,सुना है जेल लगाने से गांड मारने में तकलीफ बहोत कम होती है ,
शिवा ,अरे नीलो ऐसा नही होता थोड़ी तकलीफ होती है गांड मारने में चाहे तुम तेल लगावो या जेल ,
नीलो मन मे, इस ठरकी के दिमाग से गांड मारने का भुत लगता गया ही नही है,जेल मिले या तेल आज इसकी आग बुझानी ही पड़ेगी मेरी गांड से ,
शिवा अपने आप को मन मे गालियाँ देता बाहर आया कि अब वह कोई जवाब नही देगा
वो अब अपने ऑफिस जाने के लिये सोच ही रहा था कि आँख झपकते ही उसके ऑफिस पोहच गया ,उसका मैनेजर उसको अपने सामने अचानक आने से डर गया था ,शिवा को उसको समजाने के लिये बहुत वक्त लग गया कि वह क्या कोई भुत या सुपर हीरो है जो वो पलक झपकते कहा भी जा सकता है ,आज 21 वी सदी में आओ क्या बात करते है ,कितनी बाते बनानी पड़ी उसके वही जाने उसने सोच लिया कि अब वो ऐसा अचानक कहि भी नही जायेगा ,अब सोच समज कर जहां कोई उसे देख नही सकता, ऐसी जगह पर वह जाएगा ,जो उसके मनचाही जगह के नज़दीक और सुनसान हो ,
शिवा ने फिर सनम के बारे मे सोचा तो फिर किसी tv पर जैसा हमे दिखता है ,उसी तरह सनम उसे दिखी,उसे एक तरकीब सूजी ,उसने सनम को फोन किया तो सनम ने कुछ देर बाद उसका फोन उठाया ,उसको आंखों के सामने दिखने वाली सनम ने भि फोन उठाया
वो सनम को कभी हाथ ऊपर करने लगता ,तो कभी पाव ,कभी खड़ा होने बोलता तो कभी बैठने ,जैसी हरकत वो फोन पर सनम को करने लगाता तो ,वैसी ही हरकत उसके आँखों के सामने वाली सनम करती ,
शिवा अब समझ गया कि वह जिसके बारे में सोचेगा ,वो कहा है ,और क्या कर रहा है ,उसके मन मे क्या चल रहा है सब उसे सुनाई देगा
जैसा उसने सनम के साथ किया उसी तरह जीनत और नीलो के साथ भी किया , तब उसे यकीन हो गया ,अपनी इस शक्तिपर ,पर नीलो ने उसे यह बात कह दी फोन पर तो वो हसने लगा, वो बोली ,शिवा तुम चिन्ता मत करो आज तुम घर आओगे तब वो नंगी ही मिलेगी ,वो आकर उसकी गांड मार ले ,।
 
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Update 29
नीलो की बाते सुनकर शिवा हस ही रहा था कि, उसे मैनेजर ने बुलाया और बताया कि इसी होटल के दूसरे ब्राँच में एक कार्यक्रम है, वहा पर तुमको आज जाना पड़ेगा ,वहा पर काम ज्यादा है औऱ आदमी कम ,शिवा वहाँ से मैनजर ने बताई हुवी जगह पर पहुच गया ,वो होटल तो बहुत ही बड़ा था ,यहां पर शादिया,मंगनी के साथ बड़े बड़े कम्पनी फेस्टिवल होते थे ,आज होटल में बेस्ट इंडियन डॉग एंड कैट का फाइनल होने वाला था ,शिवा को वह पर एक टेबल पर बिठा दिया और बताया कि तुम्हे प्रतियोगिता में आनेवाले लोगो के नाम लिखना और उनको जिस क्रम में आएंगे उसी तरह नम्बर देंना ,यह नम्बर के हिसाब से ही उनको स्टेज पर भेजेंगे ,
शिवा ने अपना काम शुरू कर दिया धीरे धीरे लोग आ रहे थे ,शिवा उनका नाम लिखता और एक नम्बर उनको दे देता ,बाद में वह लोग अपना जो भी जानवर मतलब कुत्ता या बिल्ली के साथ होते ,वो जहा पर शिवा का टेबल था उसी बड़े से हॉल में बैठ जाते ,एक आदमी बहुत खूबसूरत कुत्ते के साथ आया उसने अपना नाम लिखाया ,नंबर लिया वो शिवा को बोला कृपया, मेरे कुत्ते को 5 मिनिट सम्भाले ,में बाथरूम जाकर आया ,शिवा ने उसकी बात मान ली ,वह आदमी अपने कुत्ते को शिवा के पास छोड़कर चला गया ,
शिवा उस कुते को देख के मन मे बोला ,बड़ा मस्त कुत्ता है यह तो ,उसने प्यार से कुत्ते के सर पर हाथ फिराया और बोला, टॉमी ,टॉमी
लवड़े मेरा नाम रॉक है टॉमी नही
शिवा पहले चौका ,लेकिन जल्द ही अपने आज दिनभर घटी घटनाओं से सम्भल गया
शिवा कुते की तरफ देखकर बोला ,अच्छा तुम्हारा नाम रॉक है टॉमी नही
रॉक कुत्ता ,अरे लवड़े तू तो मेरी बात समझ गया, तू तो मेरे काम का आदमी निकला
शिवा बोला ,रॉक गाली देकर बात मत कर
रॉक कुत्ता , हा ,सुन जब मेरा मालिक आएगा तब मेरे गले से चेन का क्लिप ढीला कर ताकि में यहां से भाग जाऊ
शिवा ,क्या करेगा भाग कर मुम्बई में
कुत्ता ,मेरी आयटम को बजाने को जाना है ,इतना काम कर दे मेरा लंड तुझको दुवा देगा
शिवा ,तेरे मालिक का क्या होगा जब तु भाग जाएगा
कुत्ता ,वो लवडा अपनी बीवी को चोदता नही मुझे क्या किसीको चोदने देगा, भाई वो उसकी गांड कहि भी मरा ले ,पर आज तू मेरी मदद कर में भी कभी तेरे काम मे आ जाऊंगा ,
शिवा की मदद से कुत्ता वहाँ से भाग गया ,
वहां पर कुछ बिल्लियों को भी लेके आये थे उनके लिए अलग टेबल लगाया गया था ,शिवा का बुकिंग का खत्म हुवा उसने बहुत से कुत्तों से बात की थी ,बादमे वो बिल्लियों के हॉल में गया वहा एक से बढ़कर एक बिल्ली थी सफेद ,काली,इंग्लिश कलर ,शिवा ने एक सफेद बिल्ली का देखकर पास गया और उसे पुकारने लगा ,पुसी ,पुसी ,उस बिल्ली ने शिवा की तरफ देखकर बोला ,अबे चुत के बाल ,में तुझे पूसी दिखता हु ,में बिल्लू बिल्ला हु ये देख मेरा लंड ,इतना बोलकर उस बिल्ले ने अपना छोटा सा लंड उसे दिखाया ,उसका मालिक वही मौजूद था ,इस वजह से शिवा बिना ज्यादा बोले वहां से निकल गया
शिवा का काम लगभग यहाँ से ख़त्म हो गया था ,लेकिन कुछ देर वो वही टहल रहा था और अपनी शक्तियों के बारे में सोच रहा था कब से उसमे शक्तिया आयी ,पहली शक्ति कौनसी मिली ,कब उसको उनके बारे में पता चला ,
शिवा के हिसाब से जब उसने जीनत को होटल में चोदा था तबसे उसमे शक्तिया आई थी ,सबसे पहले उसको नीलो के मन की बाते सुनाई दी ,वो कह रही थी दरवाजा बंद होने के बाद में अंदर कैसे घुसा
हा साला यह बात तो में भूल ही गया था ,में तो उस दिन बिना दरवाजे को खोले उसके आरपार गया था ,चलो यहां होटल में बहुत दरवाजे है कोशिश करके देखता हूँ ,
फिर क्या शिवा कोशिश करना शुरु कर दिया दरवाजे से आरपार जाना ,वो आसानी से कर पा रहा था , फिर उसने सोचा दीवारों से आरपार जाकर देखते है ,तो वो दीवारों से भी आसानी से आरपार जा सकता था ,फिर उसने सोचा लोहे के दरवाजों ,कपाटों से आरपार जाकर देखे ,तो वो उनसे भी आरपार जा सकता था ,
शिवा ऐसा ही एक होटल के कमरे से आरपार जा रहा था ,उसने एक कमरे में देखा कि एक औरत सिर्फ ब्रा और पैंटी में ही दरवाजे के पास पड़ी थी ,उसने कुछ नशा किया था उसमें वो कुछ बडबडा रही थी ,उसकी मन की बाते शिवा को सुनाई दे रही थी ,वो बहुत ही दुःख में थी ,उसी दुख को भुलाने आज उसने ड्रग्स का नशा किया था ,शिवा ने उसे अपने दोनों हाथों में उठाया और बेड पर रखने लगा ,उस औरत ने शिवा के गले मे बाहें डाली थी और शिवा को छोड़ने को ही तैयार नही थी ,शिवा को उसका गम समज रहा था वो बहुत अकेला महसूस कर रही थी मन मे अपने पति को वो याद कर रही थी बिचारी ,शिवा भी थोड़ी देर के लिए उसके बाजू में लेट गया ,वो औरत अब एकदम शिवा को चिपक ही गई थी , उस औरत ने शिवा के चेहरे को पकड़ कर अपने कोमल ओठो का रस शिवा को पिलाने लगी , शिवा को पहले झटका लगा ,लेकिन उस औरत के मुह से निकल रहा थूक वो
जब शिवा को पिलाने लगी तो शिवा पागल ही हो गया ,ऐसा स्वाद उसको मिल रहा था कि बस , शिवाने कब उस औरत को नंगा किया और खुद के भी कपड़े उतार दिये उसे पता न चले ,उस औरत में एक अजीब सा आकर्षन था जो शिवा की सोच समझ को मार रहा था ,शिवा ने उस औरत के ओठ, चुचिया ,गाल चुसचुस कर और अपने हाथों से मसल कर एकदम सूजा दिए ,थे ,उस औरत की गांड को तो शिवा ने इतना दबाया ,इतने थपड बरसाए थे कि गांड सूझ के लाल हो गई थी ,
शिवा और वो औरत जो अपने पति का नाम लेती उसको उकसा रही थी ,हा पृथ्वी दबाओ अपनी ज्वाला की गांड ,मसलो मेरे चुचे
जी हां दोस्तो यह ज्वाला ही थी अपने पृथ्वी की पत्नी ,अपना मतलब कहानी का एक विलन
ज्वाला और शिवा दोनो अब 69 में आ गए शिवा को ज्वाला के बदन ने जला डाला था तो ज्वाला ड्रग्स और शराब के नशे में थी ,शिवा ज्वाला के चुत और गांड को चूस रहा था तो ,ज्वाला उसके लंड को चूस रही थी ,ज्वाला तो हर 10 मिनट के बाद अपने चुत का पानी उसे पिलाती लेकिन शिवा झड़ने का नाम नही ले रहा था ,जब ज्वाला 5 बार झड़ी तो वो एक बार ही झडा लेकिन ऐसा मानो ज्वाला के पेट और मन की आग ही भुज गई हो ,ज्वाला को भी लंड का रस इतना पसन्द आया कि उसने 5 मिनिट में ही उसे फिर खड़ा कर दिया ,बाद में दोनों में एक घनघोर संग्राम हुवा एक तरफ आग बरसती चुत और दहकती गांड थी तो दूसरी तरफ बिजली का तूफान सा लंड ,रातभर उस लंड ने चुत पर गहरे वार किए साथ उस गांण्ड के छेद को भी बड़ा कर दिया ,हर आधे घण्टे में वो लन्ड के गाढ़े पानी से कभी चुत तो कभी गांड प्यार भर देता ,सुबह तक तो ज्वाला की चुत और गांड लबालब अपने गाढ़े माल से शिवा ने भर दि थी ,उसके उठने से पहले शिवा अपने कपड़े पहन कर 1 सेकंड में अपने घर पहुँच कर सो गया
सुबह जब ज्वाला उठी तो उसका बदन पूरा टूट रहा था ,उसकी चुत और गांड के छेद आज सैकड़ो साल बाद दुख रहे थे ,उसके चुत और गांड के दर्द को उसमे बहता गाढ़ा पानी एक सुकून दे रहा था ,ज्वाला ने जब अपनी चुत से बहता वो गाढ़ा माल पिया ,तो उसे वो बहूत पसन्द आया था ,ज्वाला की आग सही मायने में बुझाई थी किसीने ,यह कौन मर्द पैदा हो गया ,ज्वाला की ताकद भी उस आदमी का पता न लगा सकी जिसने आज ज्वाला की कामाग्नि सही मायने में बुझाई थी
 
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Update 30
शिवा को नीलो ने उठाया तब दोपहर के 12 बज गए थे सुबह 6 बजे ही शिवा घर आकर नीलो का दरवाज़ा बजाकर उठाया और रात को बहुत काम की वजह से नही वो नही आ पाया और थकावट से सो गया था ,जब नीलो ने उसे उठाकर नहाने भेजा तब शिवा को रात की सारी बाते याद आ रही थी ,आज उसने उस अनजान औरत के साथ जो सेक्स किया था उसे उसका दुख था की किसी के नशे हालत का उसने गलत फायदा उठाया ,उस औरत ने ही पहल की थी ओठ चूसकर बाद मे उसे होश ही नही रहा था वो क्या कर रहा है ,किसी जानवर की तरह ही उसने उस औरत को भोगा था ,उसका चुदाई का नशा सुबह की पहली किरण ने ही तोड़ा था ,शिवा को ऐसा लग रहा था उसने उस औरत का जबरन बलात्कार ही किया है ,उसके मन मे यह डर उठने लगा की वह औरत सुबह उठने पर उसके बदन की हालत देखकर सब समझ जायेगी की रात को उसके साथ क्या हुवा है ,अगर उसने अपने आप को कुछ कर लिया तो वो खुद को कभी माफ नही कर पायेगा, शिवा ने उस औरत का चेहरा याद करके देखने लगा की वो क्या कर रही है ,तब उसने देखा कि ना तो वो औरत दुख में है और ना कोई सदमा लगा उस औरत को ,वो बहुत खुश दिख रही थी ,जब शिवा ने उसके दिमाग के खयाल पढ़े तब वो हैरान हो गया ,वो औरत तो उसको ही तलाश रही थी ,उसको रात के शिवा के साथ नशे में हुवे सेक्स ने बहुत सुकून पहुंचा दिया था और सुबह जब उसने अपनी चुत से बहता शिवा के पानी को चखा था तो उसे वो बहुत पसंद आया था ,नशे में अगर वो इतना खुश हुवी थी चुद कर ,तो जब वो अपने पुर होश में उससे चुदेगी तो कितना सुकून मिलेगा उसको ,उसे अब उस अनजान की तलाश थी जो उसके जलते बदन को सुकून दे गया था , उसे उस शख्स का शुक्रिया अदा करना था जिसने उसको दुख से बाहर निकाला था ,उसके बदन को अलग ही ठंडक दे गया था वो ,अब वो उसी होटल में रुककर उसको तलाश करने वाली थी
शिवा उसके मन की बाते सुनके परेशान था ,उसे खुशी इस बात की थी वो औरत अब ठीक है ,रात को उसके साथ हुवी घटना से वह दुखी नही बल्कि खुश है ,लेकिन वो शिवा को ढूंढ रही है फिर से उसके साथ चुदने को यह बात शिवा को परेशान कर रही थी ,उसके मन से एक बहुत बड़ा बोझ उतर गया था कि वो एक बलात्कारी नही है ,किसीके मजबूरी का फायदा नही उठाया है बल्कि उसके वजह से वो औरत दुख से बाहर है और खुश है, वो फिर जल्दी से नहाकर बाहर आया और अपने कपड़े पहनकर कुछ खाने का सामान ले आया होटल से ,उसे बहुत भूक लग गई थी आज रात के मेहनत की वजह से ,उसने घर आकर नीलो के साथ मिलकर खाना खाया,नीलो को आज शिवा के चेहरे पर एक अलग ही चमक दिख रही थी ,उसे शिवा आज पहले से ज्यादा खूबसूरत लग रहा था खाना खाने के बाद ,शिवा ने नीलो को बताया कि आज उसे छुटी दी है कल के काम की वजह से आज वह घर पर ही रुकने वाला है ,उसे थोड़ा काम है वह करके आज शाम को ही वापिस आ जायेगा ,
शिवा को आज थोड़ा वक्त अकेला गुजारना था इसलिए उसने अपने मन मे एक सुनसान जगह के बारे में सोचा और वहा पर एक सेकंड मे ही पहुच गया ,शिवा ने अपने मन मे जो जगह सोची थी वह एक पहाड़ी इलाका था वहां जाकर शिवा एक पेड़ के नीचे बैठ गया ,यह जगह पर उनके अनाथलय की ट्रिप एक बार पर आई थी इस वजह से उसे उसे इस जगह का पता था ,यह जगह सूनसान थी पर पहाड़ी इलाका, हरेभरे जंगल के वजह से अक्सर गरमियों में उस जगह घूमने आया करते लेकिन अभी बरसात का मौसम था ,जिसके वजह से यह पूरा इलाका सुनसान था ,
शिवा अपने जिंदगी के बारे में सोच रहा था ,वो एक अनाथ लड़का जिसकी ज़िंदगी मे बस अकेलापन था ,पिछले कुछ दिनों में उसके साथ बहुत कुछ हुवा था ,जबसे वो बस्ती में वापिस आया था उसके साथ अजीब सी बातें हो रही थी पहले जीनत की चुदाई ,सनम का प्यार का इजहार, शफ़ी चाचा के इलाज के पैसे जमा करने की कोशिश में नरगिस,विनोद ,सनी से मिलना ,दुबई का सफर , जीनत के साथ उसकी गांड मारना, उसके बाद नीलो से मिलना, नीलो की चुदाई ,अपनी नई शक्तियो का अहसास ,शक्तियों की पहचान कराते वक्त होटल में उस औरत ज्वाला की चुदाई ,
अपनी इन पुरानी यादों के दौरान वह शांति से सोच रहा था की सब उसे क्या करना है और क्या नही ,उसके हिसाब से उसको यह सब ताकद जीनत की गांड मारने के बाद ही मिली है ,अगर एक बार और वो जीनत की गांड मारके देखेगा उसको क्या ताकत मिलती है ,उसने जीनत के गांड की सील खोली थी शायद ऐसा हो कि औरत को गांड की सील खोलकर उसको नई ताकद मिलती हो ,इसलिए अब वो जिसको भी चोदेगा मतलब जो उसके साथ खुद चुदाई करने को तैयार होगी उनकी गांड जरूर मारेगा ,अगर उनकी गांड सिल पैक हो तो उसको नई ताकद मिल जाये, उसको इस बात की भी हसि आ रही थी क्या किस्मत हैं उसकी जो गांड मारने के बाद उसको ऐसी ताकद मिली है ,जीनत की गांड मारने के बाद ही उसको नई ताकत मिली है इसका मतलब यह भी हो सकता है कि वैसी ही ताकद उसको उसकी बेटियों की गांड मारकर भी मिल सकती है ,एक नीलो तो गांड खोलकर बैठी है मार लो ,अब वह जरूर उसकी गांड मारेगा ,और देखेगा की उसको क्या नई ताकत मिलती है क्या नही ,
( शिवा की यह सोच की उसको औरत के गांड की सील खोलकर और उसको मारकर नई ताकद मिलती है इसकी वहज से बहुत से औरतो और लड़कियों के बुरे हाल होने वाला थे ,)
शिवा ने अब अपने मन मे एक लिस्ट बनानी शुरू की उसमे क्या नई चमत्कारी ताकते आयी है
1 किसी भी जगह के बारे में सोचने के बाद 1 सेकंड में पहुच जाना ,बस वो जगह उसने कभी देखी हो या वो उस जगह पर कभी गया हो ,वो ऐसी ही जगह पर जा सकता है जो उसे पता हो ,नई जगह या किसी जगह का नाम लेकर वो उस पर नही जा सकता था ,उसने ऐसी कोशिश करके भी देखा था ,
2 किसके भी मन मे चलने वाली बाते वो सुन सकता था ,जिसको वो जानता हो उसके बारे में बस सोचने पर ही वह कहा है ,क्या कर रही है ,क्या सोच रही है इसका भी उसे पता चल जाता था ,पर वो जिनको जानता न हो,कभी मिला नहीं हो उनके बारे में वो कुछ जान नही पाता था ,उसने सबसे पहले अपने माँ बाप के बारे में सोचा था पर वह जान नही पाया था ,सलमा और बेनजीर को तकलीफ देने वाले इरफ़ान का नाम लेकर भी उसने कोशिश की थी पर नही जान पाया था कुछ
3 वह अब जनावरो से बात कर सकता है और उनके मन की बात भी समझ सकता है
4 वह अब किसी भी चीज के आरपार जा सकता है
अपनी इन चमत्कारी शक्तियों के बारे में जानकर उसको अब यह देखना था कि उसको कौनसी नई ताकद मिलती है जब वो नीलो की गांड की मारेगा ऊसकी सील को खोलकर
नीलो से वह अब कुछ ज्यादा ही बाते करता था उसकी चुदाई करने के बाद ,शिवा ने यह भी सोच लिया था कि वह नीलो से जादुई ताकतों के बारे में चर्चा करेगा वह उसे यह तो नही बताएगा कि उसमे वह ताकते है ,वह ज्यादा पढी लिखी थी उससे और दुनियादारी की समझ भी थी ,शिवा ने फिर उस पहाड़ी इलाके से मुम्बई वापिस आया और मेडिकल से जेल और हॉटल से खाना लेकर घर पहुंच गया ,
नीलो भी शिवा को देख कर खुश हो गई ,शिवा फिर अपने कपड़े बदल कर फ्रेश हुवा और नीलो से बाते करने बैठ गया उसने बड़े ही चालाकी से ऐसी चमत्कारी ताकते ,उन ताकतों को रखने वालों को बारे में बात करके मालूमात निकलने लगा, शिवा बचपन से अकेला ही रहता था ,ज्यादा किसीके साथ बात नही करता ,अनाथलय में भी अपनी पढ़ाई और खेलकूद से मतलब रखा था उसने ,ना कभी कोई पिक्चर देखी थी ना tv देखता था वो ,
नीलो ने फिर शिवा को इतनी बाते बताई की शिवा के दिमाग की माँ चुद गई ,नीलो ने उसे जादुई जिन की कहानियों से लेकर आज के एवेंजरस के सुपर हीरो तक सब कुछ बता दी ,शिवा ने जिन की ताकद सुनी के वो चुटकी बजाके जादू करता ,उसके चुटकी बजाने से घर बनते,खाना आता,पैसा सोना मिलता, कपड़े बदलना ,कपड़े गायब करना ,ऐसी बहुत सी बातें वो करता ,शिवा ने भी 2 या 3 बार कुछ सोचकर चुटकियां बजाई लेकिन कुछ नही हुवा ,नीलो की बातों से उसे इतना तो पता चल गया था , चमत्कारी ताकते हर किसी को नही मिलती ,जिनके पास होती है वह अपनी ताकद सबसे छुपा कर रखते है ,अगर लोगों के सामने अपनी ताकत इस्तेमाल करना हो तो वो अपना चेहरा नकाब से सबसे छुपा लेते है, ताकद की मदद से जरूरतमंद लोगों की मदद करनी चाहिए, अपनी ताकद का गलत इस्तेमाल नही करना चाहिये , ताकते अच्छे लोगो के पास भी होती है और गलत लोगो के पास भी,
जो उसके पास ताकत थी वह तो कुछ भी नही थी जो नीलो ने उसे बताई थी ,कुछ लोगो के पास उड़ने की ताकद होती है कुछ गायब होते है ,कुछ में बहुत शारीरिक ताकद होती है अपने एक वार से वो पहाड़ तक को चूर कर सकते थे,कोई पानी मे भी सास ले सकता, बहुतसी ताकते के बारे में बताया ,नीलो की बातों से उसने यह जान लिया कि ऐसी जादुई ताकते के बारे में जितनी भी जानकारी उसे पुरानी किताबों से मिल सकती है ,लेकिन नीलो से कुछ वो काम की बाते तो समझ ही गया था ,जो उसे अब बहुत ही काम आने वाली थी , बातो में खाने का वक्त भी हो गया ,दोनो ने मिलकर खाना खाया ,फिर शिवा के साथ नीलो सब काम निपटकर लेट गई थी ,उसकी चुत भी अब ठीक हो गई थी 2 दिनों के आराम और इलाज से, और नई जवान लडक़ी एक बार चुदने के बाद ,कुछ ज्यादा ही बेताब होती है चुदने को , नीलो भी आज शिवा के साथ अपनी चुत की आग बुझाना चाहती थी ,वो शिवा के साथ चिपक कर लेटी हुवी थी,शिवा को उसके मन की बात सुनाई दे रही थी कि वह कितनी बेताब है चुदने को ,
शिवा ने उसको अपने ऊपर लेकर किस करना शुरू कर दिया ,नीलो को तो बस यही चाहीये था वो भी शिवा का साथ देने लगीं ,दोनो ने अपने कपड़े उतारकर नंगे होकर चूमने चाटने में लगे रहे शिवा ने नीलो की चुत और गांड में अपनी जीभ की करामत से उसे बहुत जल्द अपना पानी निकालने पर मजबूर किया ,शिवा को आज नीलो की गांड मारनी थी पर जब उसने नीलो की मन की बात सुनी की उसके मन मे है कि शिवा उसकी गांड तो मारे पर पहले उसके चुत पर अपने लन्ड से दया करे ,शिवा ने भी उसकी मन की बात मानते हुवे अपने लंड पर जेल लगा दिया और नीलो की चुत पर भी ,वो धिरे धीरे कोशिश कर रहा था अपना लन्ड उसकी चुत में डालने की पर उसका लंड तो अंदर घुस ही नही रहा था आसनी से ,बस टोपा ही घुस गया था उसका बाकी लंड जाने में बहुत मुश्किल हो रही थी ,शिवा को लगा दो दिन में शायद छेद वापिस कस गया होगा इसलिये उसने थोड़ा जोरसे एक धक्का लगा दिया ,जिसकी वजह से उसका लंड नीलो की चुत में आधा घुस गया ,नीलो को तकलीफ तो वैसी ही हो रही थी जैसी वह पहले दिन चुदी थी ,शिवाने अब नीलो के होठो को अपने मुह में लेकर अपना लंड एक और करारे झटके से जड़ तक ठोक दिया ,नीलो के दर्द को कम करने के लिये वो कुछ देर तक बिना हिले पड़ा रहा ,फिर उसने नोलो की रेल ही बना दी ,उसने नीलो को आधा घण्टे में ही 3 बार झड दिया था,और जब वो 3 री बार झड रही थी तब उसके अंदर वो भी झड गया था ,नीलो इस दमदार चुदाई से बहुत खुश थी उसको दर्द जरूर हो रहा था पर।यह मीठा दर्द ,उसको सुकून भी उतना ही दे रहा था ,वो अपने आप को एकदम हल्का महसूस कर रही थी ,शिवा तो अब उसकी आत्मा तक बस गया था ,
शिवा ने नीलो की चुत चोदते वक्त उसके गांड के नरम छेद में अपने हाथ की उंगली से अछि मालिश की थी अपनी पूरी उंगली को नीलो की चुत के बहते पानी से गिला करके अपनी उंगली उसने अंदर तक घुसा घुसा के उस छेद को बड़ा करने की कोशिश की थी
शिवा और नीलो दोनो कुछ देर आराम करते रहे , नीलो के नंगे बदन की गरमी ने शिवा के लंड को फिर खड़ा कर दिया ,शिवा ने फिर नीलो को घोड़ी बना दिया और उसके गांड के छोटे से छेद में अपनी ऊँगली से जेल लगाने लगा, 38 की उसकी वो गोल गांड इतनी नरम थी शिवा के हाथ लगने से ही लाल पड़ती और अंदर धस जाती जहा पर उसका वह तगड़ा हाथ पड़ता ,शिवा को पता था इसको बहुत तकलीफ होगी लेकिन जब तक पूरा लन्ड अंदर घुसता नही वो रुकेगा नही ,शिवा ने अपने लन्ड को भी जेल से चिकना कर दिया ,और उसको उस गांड के छेद पर लगाके एक हाथ से नीलो का मुह दबाके रखा ताकि वह दर्द से चिल्लाई तो बादमे परेशानी ना हो, जीनत चाची की चीख उसको याद थी जब उसने उनकी गांड मारी थी तब ,अगर वो होटल का रूम साउंडप्रूफ नही होता तो जीनत की आवाज से पूरा होटल जमा हो जाता उनके रूम में ऐसी चीखी थी वो ,
शिवा ने अपने लंड से ऐसे करारे झटके मारे की दो धक्कों मे ही उसका लंड ने उस नरम गांड के छेद का मुह चौड़ा करके जड़ तक घुस गया ,नीलो तो शिवा के हाथों को अपना दर्द बर्दाशत ना होने से जोर से चीखती काटती बेहोश हो गई थी ,शिवा भी अपना लन्ड जड़ तक घुसने के बाद नीलो को देखा कि वह बेहोश है ,तो उसने जम के उसकी गांड को 10 मिनिट तक मारता रहा और उसके गांड में अपने लंड की जगह बनाता रहा उसने उसने 10 मिनिट बाद नीलो को होश में लाकर उसको समझाकर ,पुचकारकर 20 मिनिट उसकी गांड मारकर गांड में ही झड गया , शिवा ने झड़कर भी अपन लंड उसके गांड से निकाला नही था ,नीलो की गांड की गरमी ने उसके लंड को फिर खड़ा कर दिया ,शिवा ने भी फिर उसके गांड को मारना शुरू कर दिया ,नीलो को इसबार दर्द ज्यादा नही पर मजा बहुत आया गांड मरवाने में उसने भी अपनी गांड हिला हिलाके शिवा से दिल खोलकर गांड मरवाई ,शिवाने नीलो की गांड में और चुत में 2 बार अपना पानी भर कर उसको दोनो तरफ से पूरा हराभरा कर दिया था और नीलो की बाहों में ही सो गया था ।
 
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Update 31
शिवा को नीलो की प्यार भरी बाहों में बहुत अच्छी नींद आयी थी ,नीलो जिस तरह शिवा को अपने सीने से लगा के सोयी थी ,जैसा शिवा कोई बच्चा हो और वो उसकी माँ ,नीलो के आगोश में पहली बार शिवा को सुकून क्या होता है मोहब्बत के आगोश में इसका अस अहसास हो रहा था ,शिवा जब पेशाब लगने पर उसकी बाहों से निकल रहा था तो नीलो थोड़ी कसमसाई और वापिस सो गई ,शिवा पेशाब करके अपने मोबाइल में देखा तो सुबह के 7 बजे थे ,कुछ सोचकर वो अपने घर से दरवाजे को लगा कर फिर वही पहाड़ी इलाक़े में पहुंचा , और अपने आप को कोई नई शक्ति मिली है क्या इसके बारे में सोच कर उसने एक बड़े से पत्थर को उठाना चाहां तो आसानी से उसने वो उठा लिया,फिर उससे बड़े पथर को उठाया तो उसको भी उठा लिया ,शिवा अब वहा पर बड़े बड़े पथरो को उठाकर देखने लगा जिसको 100 आदमी मिलकर हिला भी ना सके ,फिर उसने उन पथरो पर मुक्के मारकर देखना शुरू किया ,आधे घण्टे तक वो अपनी मुक्केबाजी की ताकत उन पथरो के ऊपर करता रहा तो उसे पता चला कि वो किसी भी पथर को अपने मुक्कों से आसानी से टुकडो में कर सकता है सिर्फ अपने मुक्के मि कितनी ताकद रखनी यह सोचकर प्रहार करना है,अपने सोच से अपनी मुक्कों में ताकद कम ज्यादा कर सकता है,तभी उसका फोन बजने लगा उसने देखा तो वह नीलो का नंबर था ,शिवा ने फ़ोन उठाकर नीलो से बात कही और फोन रखकर तुरन्त वो अपने घर पर पहुच गया
नीलो को बाथरुम जाना था पर वो उठ नही पा रही थी ,शिवाने उसे अपने दोनों हाथों में उठाकर उसको पहले बाथरूम में जाकर फ्रेश करवाया ,पानी गर्म करके नीलो को अपने हाथों से नहलाया ,उसकी चुत और गांण्ड के छेद की अच्छी तरह साफ सफाई करके उनको भी पानी और कपड़े से सेका ,नीलो को तो सब करते हुए बहुत शर्म भी आ रही थी ,लेकिन शिवा के प्यार और ऊसकी फिकर को देख कर उसकी आँखे थोड़ी नम भी हो रही थी के आज नही तो कल उसको उसके घर शिवा को छोडकर वापिस जाना पड़ेगा,उसको अब शिवा से दूर होना मंजूर नही था ,शिवाने उसको अपने बेडपर नंगा ही सुलाया ,उसके आँसू पोछ कर ,उसको कहा अब जिंदगी भर वो उसको अपने पास ही रखने वाला है ,कभी उसको अपने आप से दूर नही करेगा फिर,उसके चुत में और गांड के सूजे हुवे छेद में क्रीम लगा दी जिससे उसको आराम मीले ,फिर शिवाने उसे कपड़े पहनकर थोड़ा खिलाया पेनकिलर दी और आराम करने को कहा ,शिवा उसके बाद नहाया अपने कपड़े पहनकर बाहर जाकर दोपहर के लिये खाना लेकर आया ,नीलो आराम से अब सो रही थी उसको दर्द बहुत हो रहा था ,पर शिवा ने जो क्रीम उसके चुत और गांड में लगाई थी उसके वजह से उसकी जलन बहुत कम हुवी थी और ठंडक पहुचा रही थी उसके जख्मो को ,शिवा ने खाने का सामन रख दिया कमरे में और नीलो को सोने दिया और थोड़ा घर के बाहर आ गया ,तभी उसका फोन बजा ,नरगिस का फोन था ,शिवा ने नरगिस से थोड़ी देर बाते की फिर फोन रख दिया ,शिवा को नरगिस के आवाज में थोड़ी परेशानी दिखी तो उसने अपनी ताकत से उसकी परेशानी का पता किया तो उसने अपने आप को ही गालियाँ देना शुरू कर दिया मन मे ,
नरगिस के परेशानी की वजह थी शिवा ,उसने शिवा की सिक्योरिटी के लिए जो आदमी रखे थे ,उनको शिवा आफिस से घर कब आता है ,कैसे आता है पता ही नही चलता था ,शिवा घर से भी आफिस कैसे जाता है इस बात का उन्हें पता नही चलता था ,3 दिनों से यह समस्या उनके सामने आ रही थी उन्होंने बहुत कोशिश की कुछ पता चले पर वह नाकामयाब रहे तो उन्होंने नरगिस को यह बात बताई थी ,नरगिस यह बात सुनकर भड़क गई के यह बात 3 दिन बाद बता रहे हो ,ऐसा आगे नही करना ,शिवा के बारे में कोई भी बात हो तो उसे 1 मिनिट की देरी किये बिना बताना चाहिए ,फिर शिवा से उसने बात की फोनपर ,लेकिन शिवासे उसने बहुत बार पूछा कोई समस्या तो नही,अगर हो तो उसे बता दे, लेकिन शिवा ने उसके साथ प्यार से बात की और बताया कोई समस्या नही है ,
शिवा को जब से नई ताकते मिली थी तो वो सब जान गया था ,नरगिस के मन की बाते ,उसका शिवा के लिये बेपनाह प्यार,उसके घर लेकर मुंबई में शिवा के साथ मे रहने का सच,शिवा को कभी दुख न हो इसलिये उसकी ख़ुदारी की कद्र करना ,मुंबई में रहकर भी बस शिवा को बुरा न लगे इसलिये उसके सामने न आना ,शिवा की याद में उसके तस्वीर को अपने सीने से लगाये रोते हुवे सोना,सनम को सम्भालना ,सनम को अपने पास रखना, शिवा पर कोई खतरा ना हो इसलिए 24 घण्टे उसकी सुरक्षा करना ,और शिवा अपने स्पीड की वजह से उसको कोई देख नही पाता था ,शिवाने सोच लिया अब वो अपनी ताकत इस्तेमाल बहुत सावधानी से करेगा ताकि कभी कोई मसला न हो जाये ,आज के बाद सबके सामने कोई कोई ताकद का इस्तेमाल नही करेगा एक सिंपल और सरल जिंदगी जियेगा जैसा पहले जीता था
शिवा कुछ देर जीनत के घर गया वहा सब से मिला ,शिवा सलमा और बेनजीर की मन की बातों को हमेशा सुना करता था ,उनपर ध्यान देता था कि उनको कोई खतरा न हो इरफान से, आज उसने देखा की बेनजीर इरफान को मिलने परसो जाने वाली है अपने आप को उसको सौपकर वो उस दिन जान देने वाली थी कहि दूर जाकर ताकि उसकी मौत का किसी को पता न चले सब यही समझे कि वह किसीसे प्यार करती है और उसके साथ शादी करने के लिये भाग गई है वह वैसी चिठी भी छोड़ के जाने वाली थी, शिवा ने सब सुन लिया और जीनत के घर से निकल कर अपने घर आ गया ,नीलो सो रही थी अभी तक शिवा वही बैठकर सोचने लगा ,मुझे लड़कियों की सील पैक गांड मारकर नई ताकत मिलती है यह बात आज नीलो की गांड मारके मिली हुवी ताकद में आज देख चुका हूं, आज मुझे खुद को गायब करने की ताकद की बहुत जरूरत है ,मुझमे गायब होने की ताकद है कि नही कैसे देखा जाये, शिवा ने अपने कमरे में एक छोटा आईना था और उसके सामने जाकर खड़ा हो गया और अपने आप को उसमे देखकर सोचा में गायब हो जाऊं और वो आईने में दिखना ही बन्द हो गया उसने फिर सोचा में दिखाई देने लगु तो वो वापिस आईने में दिखने लगा , शिवा काफी देर तक आईने में गायब होंने का खेल खेलता रहा ,बाद में उसने अपने आप को गायब करके घर की दीवारो से आरपार बाहर जाकर, किसिको आवाज दे कर डराना, गायब होकर किसके पास बैठना ,किसी के गाड़ी में बैठना ,बच्चो जैसा खेलता रहा अपनी गायब होने वाली ताकद का ,फिर वह घर आया ,नीलो को उठाकर खाना खिलाया, उसको फिर से दवाई दी ,उसकी चुत और गांड में भी क्रीम लगादी और उसके साथ अपने काम पर जाने से पहले प्यार भरी बातें करता रहा ,3 बजे वह नीलो को आराम करने का बोल कर अपने होटल पर बस से निकल गया ,
मैनेजर ने शिवा को बुलाया कुछ फाइल दिये और कहा थोड़ी देर में पूजा मैडम आने वाली तुम्हे उनके साथ जाना है एक डील करने ,यह फ़ाइल उसी डील के कागजात की है सब पढ़ लो और जो पूजा मैडम तुमसे कागज मागे उसे इस फाइल से दे देना ,तुनको ज्यादा कुछ करना नही बस पूजा मैडम बोले वो करते रहना ,उनको किसीकी जरूरत भी नही पड़ती ऐसे डील करने में लेकिन मुम्बई में वह नई है,तुम उनके साथ रहोगे तो उनकी भी सिक्युरिटी का भी तुम ध्यान दे सकोगे
शिवा ने जाकर अपने टेबल पर वह सब फाइले देख ली और उनको अच्छे से समझ लिया ,1 घण्टे में उसको मैनजर ने फोन करके पूजा मैडम के कमरे में भेज दिया
पूजा / पूनम मुकेश देसाई
उम्र 24 साल
हाइट 5फिट 9 इंच
36 28 36
पढ़ाई , MBA
दूध सा गोरा रंग
गोल चेहरा, काली आंखे, लाल ओठ, कश्मीरी सेब से गाल,
एकदम कड़क माल देखकर चोदने का मन करे ,उसमे सबसे कयामत थी उसकी गांड ,जो ज्यादा बड़ी नही थी पर एकदम गोल गोल गांड उसके सलावर कुरते से भी समझ मे आ रही थी ,शिवा को उसको देख कर एकदम अजीब सा लग रहा था ,शिवा को उसमे अजीब सा आकर्षण लग रहा था ,उसको ऐसा लगने लगा उस लड़की को गले लगा ले ,उसके आंखों में देखकर उसके नाजुक से होठो से सब रस चूसता रहे ,
पूजा शिवा को कबसे आवाज दे रही थी पर शिवा उसे एकटक देखा ही जा रहा था जब से वह कमरे में आया था पूजा ने आखिरकार जोर से आवाज दी ,बहरे हो क्या तुम ,
शिवा को अपनी गलती का अहसास हो गया तो वो शर्मा गया
और अपनि गर्दन नीचे करके बोला ,सॉरी मेडम गलती हो गयी ,
पूजा, चलो कोई बात नही ,हमे 10 मिनिट में निकलना है सारी फाइल लेकर तुम गाड़ी के पास आ जाना
शिवा 10 मिनट के अंदर पूजा के गाडी के पास फाइल लेकर खड़ा था, फिर पूजा गाड़ी में बैठ गई और शिवा ड्राइवर के पास बैठ गया ,गाड़ी होटल से लेकर अपने मंजिल की और निकल गई 1 घण्टे में वो एक आलीशान होटल में पहुचे ,वो एक समुन्दर के किनारे बना हुवा था ,उस होटल को आज पूजा खरीदने आई थी ,वो होटल को आज चेक करने आई थी सब कागजात लेकर ,वहाँ पर 5 से 6 गाड़िया और थी ,एक बड़े से केबिन में पूजा और शिवा पहुँचे ,वहा केबिन में 3 आदमी और 1 औरत थी ,वो औरत 38 32 42 की जिस्म के बनावट की थी शक्कल से ही वह हरामी लग रही थी
पूजा, अरे आंटी ,आप भी यहा पर है ,मुझे पता ही नही था ,
वो औरत ,अरे में तो आज ऐसे ही आई थी मेरे भाई से मिलने ,मुझे उसने बताया, कि तुम आ रही हो यहा पर,
शिवा उस औरत आदमी की मन की बाते सुनकर सोच रहा था कितने नीच लोग है यह ,अगर आज वो पूजा के साथ यहा पर नही आता , तो पूजा की जिंदगी मौत से भयानक करने वाले थे ये सब लोग ,शिवा ने सोच लिया था कि जिंदगी में उसने कभी किसिको जान से नही मारा है और ना किसी औरत का बलात्कार किया है ना कभी करने का सोचा है ,
लेकिन इस औरत को वह ऐसी सजा देगा कि वह कभी किसी का बुरा सोच ही नही सकेगी ,
शिवा आज अनजाने में ही अपने परिवार को बचा रहा था
और उनके परिवार के दुश्मनों के सामने अब ऐसा कोई खड़ा रहने वाला था जिसके सामने वो कभी जीत ही नही सकते ।
 
Maurya ji
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Update 31
शिवा को नीलो की प्यार भरी बाहों में बहुत अच्छी नींद आयी थी ,नीलो जिस तरह शिवा को अपने सीने से लगा के सोयी थी ,जैसा शिवा कोई बच्चा हो और वो उसकी माँ ,नीलो के आगोश में पहली बार शिवा को सुकून क्या होता है मोहब्बत के आगोश में इसका अस अहसास हो रहा था ,शिवा जब पेशाब लगने पर उसकी बाहों से निकल रहा था तो नीलो थोड़ी कसमसाई और वापिस सो गई ,शिवा पेशाब करके अपने मोबाइल में देखा तो सुबह के 7 बजे थे ,कुछ सोचकर वो अपने घर से दरवाजे को लगा कर फिर वही पहाड़ी इलाक़े में पहुंचा , और अपने आप को कोई नई शक्ति मिली है क्या इसके बारे में सोच कर उसने एक बड़े से पत्थर को उठाना चाहां तो आसानी से उसने वो उठा लिया,फिर उससे बड़े पथर को उठाया तो उसको भी उठा लिया ,शिवा अब वहा पर बड़े बड़े पथरो को उठाकर देखने लगा जिसको 100 आदमी मिलकर हिला भी ना सके ,फिर उसने उन पथरो पर मुक्के मारकर देखना शुरू किया ,आधे घण्टे तक वो अपनी मुक्केबाजी की ताकत उन पथरो के ऊपर करता रहा तो उसे पता चला कि वो किसी भी पथर को अपने मुक्कों से आसानी से टुकडो में कर सकता है सिर्फ अपने मुक्के मि कितनी ताकद रखनी यह सोचकर प्रहार करना है,अपने सोच से अपनी मुक्कों में ताकद कम ज्यादा कर सकता है,तभी उसका फोन बजने लगा उसने देखा तो वह नीलो का नंबर था ,शिवा ने फ़ोन उठाकर नीलो से बात कही और फोन रखकर तुरन्त वो अपने घर पर पहुच गया
नीलो को बाथरुम जाना था पर वो उठ नही पा रही थी ,शिवाने उसे अपने दोनों हाथों में उठाकर उसको पहले बाथरूम में जाकर फ्रेश करवाया ,पानी गर्म करके नीलो को अपने हाथों से नहलाया ,उसकी चुत और गांण्ड के छेद की अच्छी तरह साफ सफाई करके उनको भी पानी और कपड़े से सेका ,नीलो को तो सब करते हुए बहुत शर्म भी आ रही थी ,लेकिन शिवा के प्यार और ऊसकी फिकर को देख कर उसकी आँखे थोड़ी नम भी हो रही थी के आज नही तो कल उसको उसके घर शिवा को छोडकर वापिस जाना पड़ेगा,उसको अब शिवा से दूर होना मंजूर नही था ,शिवाने उसको अपने बेडपर नंगा ही सुलाया ,उसके आँसू पोछ कर ,उसको कहा अब जिंदगी भर वो उसको अपने पास ही रखने वाला है ,कभी उसको अपने आप से दूर नही करेगा फिर,उसके चुत में और गांड के सूजे हुवे छेद में क्रीम लगा दी जिससे उसको आराम मीले ,फिर शिवाने उसे कपड़े पहनकर थोड़ा खिलाया पेनकिलर दी और आराम करने को कहा ,शिवा उसके बाद नहाया अपने कपड़े पहनकर बाहर जाकर दोपहर के लिये खाना लेकर आया ,नीलो आराम से अब सो रही थी उसको दर्द बहुत हो रहा था ,पर शिवा ने जो क्रीम उसके चुत और गांड में लगाई थी उसके वजह से उसकी जलन बहुत कम हुवी थी और ठंडक पहुचा रही थी उसके जख्मो को ,शिवा ने खाने का सामन रख दिया कमरे में और नीलो को सोने दिया और थोड़ा घर के बाहर आ गया ,तभी उसका फोन बजा ,नरगिस का फोन था ,शिवा ने नरगिस से थोड़ी देर बाते की फिर फोन रख दिया ,शिवा को नरगिस के आवाज में थोड़ी परेशानी दिखी तो उसने अपनी ताकत से उसकी परेशानी का पता किया तो उसने अपने आप को ही गालियाँ देना शुरू कर दिया मन मे ,
नरगिस के परेशानी की वजह थी शिवा ,उसने शिवा की सिक्योरिटी के लिए जो आदमी रखे थे ,उनको शिवा आफिस से घर कब आता है ,कैसे आता है पता ही नही चलता था ,शिवा घर से भी आफिस कैसे जाता है इस बात का उन्हें पता नही चलता था ,3 दिनों से यह समस्या उनके सामने आ रही थी उन्होंने बहुत कोशिश की कुछ पता चले पर वह नाकामयाब रहे तो उन्होंने नरगिस को यह बात बताई थी ,नरगिस यह बात सुनकर भड़क गई के यह बात 3 दिन बाद बता रहे हो ,ऐसा आगे नही करना ,शिवा के बारे में कोई भी बात हो तो उसे 1 मिनिट की देरी किये बिना बताना चाहिए ,फिर शिवा से उसने बात की फोनपर ,लेकिन शिवासे उसने बहुत बार पूछा कोई समस्या तो नही,अगर हो तो उसे बता दे, लेकिन शिवा ने उसके साथ प्यार से बात की और बताया कोई समस्या नही है ,
शिवा को जब से नई ताकते मिली थी तो वो सब जान गया था ,नरगिस के मन की बाते ,उसका शिवा के लिये बेपनाह प्यार,उसके घर लेकर मुंबई में शिवा के साथ मे रहने का सच,शिवा को कभी दुख न हो इसलिये उसकी ख़ुदारी की कद्र करना ,मुंबई में रहकर भी बस शिवा को बुरा न लगे इसलिये उसके सामने न आना ,शिवा की याद में उसके तस्वीर को अपने सीने से लगाये रोते हुवे सोना,सनम को सम्भालना ,सनम को अपने पास रखना, शिवा पर कोई खतरा ना हो इसलिए 24 घण्टे उसकी सुरक्षा करना ,और शिवा अपने स्पीड की वजह से उसको कोई देख नही पाता था ,शिवाने सोच लिया अब वो अपनी ताकत इस्तेमाल बहुत सावधानी से करेगा ताकि कभी कोई मसला न हो जाये ,आज के बाद सबके सामने कोई कोई ताकद का इस्तेमाल नही करेगा एक सिंपल और सरल जिंदगी जियेगा जैसा पहले जीता था
शिवा कुछ देर जीनत के घर गया वहा सब से मिला ,शिवा सलमा और बेनजीर की मन की बातों को हमेशा सुना करता था ,उनपर ध्यान देता था कि उनको कोई खतरा न हो इरफान से, आज उसने देखा की बेनजीर इरफान को मिलने परसो जाने वाली है अपने आप को उसको सौपकर वो उस दिन जान देने वाली थी कहि दूर जाकर ताकि उसकी मौत का किसी को पता न चले सब यही समझे कि वह किसीसे प्यार करती है और उसके साथ शादी करने के लिये भाग गई है वह वैसी चिठी भी छोड़ के जाने वाली थी, शिवा ने सब सुन लिया और जीनत के घर से निकल कर अपने घर आ गया ,नीलो सो रही थी अभी तक शिवा वही बैठकर सोचने लगा ,मुझे लड़कियों की सील पैक गांड मारकर नई ताकत मिलती है यह बात आज नीलो की गांड मारके मिली हुवी ताकद में आज देख चुका हूं, आज मुझे खुद को गायब करने की ताकद की बहुत जरूरत है ,मुझमे गायब होने की ताकद है कि नही कैसे देखा जाये, शिवा ने अपने कमरे में एक छोटा आईना था और उसके सामने जाकर खड़ा हो गया और अपने आप को उसमे देखकर सोचा में गायब हो जाऊं और वो आईने में दिखना ही बन्द हो गया उसने फिर सोचा में दिखाई देने लगु तो वो वापिस आईने में दिखने लगा , शिवा काफी देर तक आईने में गायब होंने का खेल खेलता रहा ,बाद में उसने अपने आप को गायब करके घर की दीवारो से आरपार बाहर जाकर, किसिको आवाज दे कर डराना, गायब होकर किसके पास बैठना ,किसी के गाड़ी में बैठना ,बच्चो जैसा खेलता रहा अपनी गायब होने वाली ताकद का ,फिर वह घर आया ,नीलो को उठाकर खाना खिलाया, उसको फिर से दवाई दी ,उसकी चुत और गांड में भी क्रीम लगादी और उसके साथ अपने काम पर जाने से पहले प्यार भरी बातें करता रहा ,3 बजे वह नीलो को आराम करने का बोल कर अपने होटल पर बस से निकल गया ,
मैनेजर ने शिवा को बुलाया कुछ फाइल दिये और कहा थोड़ी देर में पूजा मैडम आने वाली तुम्हे उनके साथ जाना है एक डील करने ,यह फ़ाइल उसी डील के कागजात की है सब पढ़ लो और जो पूजा मैडम तुमसे कागज मागे उसे इस फाइल से दे देना ,तुनको ज्यादा कुछ करना नही बस पूजा मैडम बोले वो करते रहना ,उनको किसीकी जरूरत भी नही पड़ती ऐसे डील करने में लेकिन मुम्बई में वह नई है,तुम उनके साथ रहोगे तो उनकी भी सिक्युरिटी का भी तुम ध्यान दे सकोगे
शिवा ने जाकर अपने टेबल पर वह सब फाइले देख ली और उनको अच्छे से समझ लिया ,1 घण्टे में उसको मैनजर ने फोन करके पूजा मैडम के कमरे में भेज दिया
पूजा / पूनम मुकेश देसाई
उम्र 24 साल
हाइट 5फिट 9 इंच
36 28 36
पढ़ाई , MBA
दूध सा गोरा रंग
गोल चेहरा, काली आंखे, लाल ओठ, कश्मीरी सेब से गाल,
एकदम कड़क माल देखकर चोदने का मन करे ,उसमे सबसे कयामत थी उसकी गांड ,जो ज्यादा बड़ी नही थी पर एकदम गोल गोल गांड उसके सलावर कुरते से भी समझ मे आ रही थी ,शिवा को उसको देख कर एकदम अजीब सा लग रहा था ,शिवा को उसमे अजीब सा आकर्षण लग रहा था ,उसको ऐसा लगने लगा उस लड़की को गले लगा ले ,उसके आंखों में देखकर उसके नाजुक से होठो से सब रस चूसता रहे ,
पूजा शिवा को कबसे आवाज दे रही थी पर शिवा उसे एकटक देखा ही जा रहा था जब से वह कमरे में आया था पूजा ने आखिरकार जोर से आवाज दी ,बहरे हो क्या तुम ,
शिवा को अपनी गलती का अहसास हो गया तो वो शर्मा गया
और अपनि गर्दन नीचे करके बोला ,सॉरी मेडम गलती हो गयी ,
पूजा, चलो कोई बात नही ,हमे 10 मिनिट में निकलना है सारी फाइल लेकर तुम गाड़ी के पास आ जाना
शिवा 10 मिनट के अंदर पूजा के गाडी के पास फाइल लेकर खड़ा था, फिर पूजा गाड़ी में बैठ गई और शिवा ड्राइवर के पास बैठ गया ,गाड़ी होटल से लेकर अपने मंजिल की और निकल गई 1 घण्टे में वो एक आलीशान होटल में पहुचे ,वो एक समुन्दर के किनारे बना हुवा था ,उस होटल को आज पूजा खरीदने आई थी ,वो होटल को आज चेक करने आई थी सब कागजात लेकर ,वहाँ पर 5 से 6 गाड़िया और थी ,एक बड़े से केबिन में पूजा और शिवा पहुँचे ,वहा केबिन में 3 आदमी और 1 औरत थी ,वो औरत 38 32 42 की जिस्म के बनावट की थी शक्कल से ही वह हरामी लग रही थी
पूजा, अरे आंटी ,आप भी यहा पर है ,मुझे पता ही नही था ,
वो औरत ,अरे में तो आज ऐसे ही आई थी मेरे भाई से मिलने ,मुझे उसने बताया, कि तुम आ रही हो यहा पर,
शिवा उस औरत आदमी की मन की बाते सुनकर सोच रहा था कितने नीच लोग है यह ,अगर आज वो पूजा के साथ यहा पर नही आता , तो पूजा की जिंदगी मौत से भयानक करने वाले थे ये सब लोग ,शिवा ने सोच लिया था कि जिंदगी में उसने कभी किसिको जान से नही मारा है और ना किसी औरत का बलात्कार किया है ना कभी करने का सोचा है ,
लेकिन इस औरत को वह ऐसी सजा देगा कि वह कभी किसी का बुरा सोच ही नही सकेगी ,
शिवा आज अनजाने में ही अपने परिवार को बचा रहा था
और उनके परिवार के दुश्मनों के सामने अब ऐसा कोई खड़ा रहने वाला था जिसके सामने वो कभी जीत ही नही सकते ।
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