Incest जिन्दगी एक अनाथ की ~written by Goldybull~

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Update 32
शिवा का दिमाग उस औरत की बातों से बहुत घूम गया था उसने पूजा की तरफ देखा उसके मासूम से चेहरे पर शिवा को दया आ रही थी ,उसने कुछ सोचा शायद ये करने से उसको काम से निकाल दिया जायेगा पर अगर उसने यह कदम नही उठाया तो पूजा यहां से जाएगी नही और पूजा यहां रूक गई तो यह लोग जो सोच रहे ही उसमे कामयाब हो जाये ,शिवा अपनी जगह से उठा और पूजा जो उन लोगो से बात कर रही थी कुर्सी पर बैठकर वहां जाकर पूजा का हाथ पकड़कर उसे उठाया वो कुछ बोलती या करती इससे पहले उसने अपने ओठ पूजा के ओठो से जोड़ दिये और उन्हे चुसने लगा ,पूजा तो शिवा के इस हरकत से सदमे में ही आ गई वो अपनी जगह बूत बनी शिवा को किस करते देखने लगी ,सामने जो आदमी और औरत थे पहले वो हैरान हुवे होश में आकर एक ने शिवा को पूजा से दूर किया और शिवा को धक्का दिया ,शिवा एक साइड हो गया पूजा वहा पर खड़ी रही कुछ देर तक फिर एक बार शिवा को देखकर अपने आंखों में आंसू लिये बिना बोले वहा से बाहर चली गई ,वो औरत भी उसके पीछे भागी ,लेकिन पूजा ने उसकी कोई बात सुनी ही नही वो अपनी कार में बैठकर वहां से चली गई ,
वह तीनो आदमी शिवा को अब पकड़ के मार रहे थे ,शिवा के मुह से खून निकल रहा था ,तभी वो औरत भी कमरे में वापिस आयी
हरामी ,कौन हो तुम ,देवा मार के फेक देना इसको आज ,यह कुत्ते की वजह से आज हमारा पूरा प्लान फेल हो गया,
देवा, पहले इसके हाथ पांव तोड़ेंगे ,फिर इसको काट के समुन्दर में फेंक देंगे ,दीपा तुम घर चली जावो में इसको देख लूँगा
दीपा ,देवा मेरे सामने मारो इस कुते को ,यह गन्दी नाली का कीड़ा आज मेरे सामने मरणा चाहिए
देवा , जाफर और नानू तुम दोनों इसे इस खुर्सी से बांध दो ,
दोनो ने रस्सी लेकर शिवा को बांध दिया और फिर तीनो मिलकर उसपे टूट पड़े ,शिवा बिना बोले उनका मार खा रहा था ,वो चाहता तो तीनो को एक सेकंड में मार देता ,और उस औरत का भी सबक सिखा देता पर इनको इतनी छोटी सजा काफी नही थी और इनको तड़पातड़पाकर सजा देने वाला जल्द ही आने वाला था ,
दीपा ने शिवा के पास जाकर उसके बाल पकड़े और अपने नाखूनों से उसके गालों को नोचने लगी ,देवा के गालों से खून बह रहा था ,
कोई जोरसे चिल्लाया ,साली छिनाल छोड़ मेरे शिवा को
यह नरगिस थी उसकी आंखों में शिवा की हालत देख कर खून उतर आया था ,
दीपा, कौन है तू मुझे गाली देने वाली कुतिया, रुक तुझे भी दिखती हु ,जाफर इसे भी पकड़ और मेरे कदमो में इसके सर को झुककर इसके नाक को रगड़
जाफर आगे तो बढ़ा पर वह थोड़ा ही आगे जाकर नीचे गिर गया नरगिस ने अपने पास की तलवार कब निकली और कब जाफर का सर कटकर दीपा के कदमो में जाकर गिरा किसिको पता नही चला
सबकी यह देख के गांड ही फट गई ,एक वार में सर गायब
मादरचोदों ,आज तुम सबको में दिखाती हु मौत का खेल कैसे खेलते है ,नरगिस
तुम कोंन हो ,देवा
तुम्हारी मौत ,नरगिस
देवा ने यह नाम सुना था ,उसने डरते डरते पूछा ,कहि आप रियाजभाई की बहन ,नरगिस तो नही
नरगिस ,बिल्कुल सही पहचाना तूने मुझे देवा सिंग
अपना नाम नरगिस के मुह से सुनके और उसकी सच्चाई जानके देवा की फट के हाथ मे आ गयी थी ,वो सीधे नरगिस के कदमो में गिर गया ,मुझे माफ़ करना मैने आपको पहचान नही पाया ,मेने अगर कोई गलती से आपको तकलीफ हुवी हो तो मुझे माफ़ करना ,मेरी बहन भी आपको नही जानती थी आप उसको भी माफ कर दो
नरगिस ,माफी तो मिलेगी पर पहले सजा तो भुगत लो अपने कीये की ,नरगिस ने एक ही वार में देवा के दोनों हाथ काट दिए ,दीपा यह देखकर अपनी जगह पे बेहोश हो गई थी
वह पर नानू ने अपनी पैंट में ही पेशाब कर दिया था वो अपनी जगह पर थरथर काँप रहा था नरगिस उसके पास गई और नानू के कुछ बोलने से पहले ही उसका भी सर काट के नीचे गिर गया था
नरगिस शिवा के पास आई उसके हाथ पांव खोले उसके जख्मो को देख कर वो रोने लगी थी ,शिवा ने उसकी आँखें पोछकर साफ की ,में ठीक हु नरगिस ,चलो यहा से,
आप तो 2 जंगली जानवरों को मारने वाले इन कुतो के सामने इतने बेबस कैसे हो गए,नरगिस
शिवा को पता था सबको वह पागल बना सकता है, नरगिस को नही बना सकता ,वह एक तेज दिमाग़ की थी ,
इन लोगो ने मुझे कोई बेहोशी की दवा दी थी पानी मे ड़ालकर, इसलिये में बेहोश हो गया ,फिर इन लोगो ने मुझे बांध दिया और मार रहे थे ,शिवा
लेकिन तुम्हारे साथ इनकी क्या दुश्मनी ,नरगिस
में जहा काम करता हु ,उनकी लड़की को यह एक सेक्स पावर का इंजेक्शन देने वाले थे और फिर उसके रेप करके उसकी शूटिंग करते फिर उसको दिखा कर उसका और उसकी परिवार की सारी औरतो का अपनी हवस का शिकार करने वाले थे ,यह बात मेने सुनली थी , मेने उस लड़की को यहा से भगा दीया सारी बात बताकर ,हम दोनों की बाते यह लोगों ने सुनली लेकिन इनके कुछ करने से पहले वो लड़की भाग गई, तो इन लोगो ने पहले मुझे प्यार से बिठाया और पानी मे बेहोशी की दवा मिला दी,बाकी सब तुमको पता है ,
सुलेमान ,नरगिस ने आवाज दी तो एक आदमी आगे आया,
इस होटल को बम से उड़ा दो, इन दोनो को अपने यहाँ लेकर जावो ,इस देवा के पाव भी काट देना अपने यहा जाकर उसके कटे हाथो पाव में मिर्च भर कर बांध दो ,यह जल्दी मरणा नही चाहिये ,और इस छिनाल के गांण्ड में औए चुत में सबसे बड़े और मोटे 10 इंच के रबर के लंड यह जब तक जिंदा है तब तक डाल के रखना ,यह मूतने और हगने के वक्त भी उनको निकल न पाए ये तुम ध्यान में रखना
चलो शिवा यह से ,इतना बोलकर नरगिस शिवा को लेकर पहले एक डॉक्टर के पास गई वहा पर शिवा के जख्मो का इलाज किया फिर उसको अपने साथ ही घर लेके चली गयी ,घर जाकर उसने घर जाकर शिवा को पूरी बिल्डिंग दिखाई ,और यह बताया कि वह आज ही मुम्बई आयी थी ,शिवा से मिलने के लिए वो उसके होटल गई वहां पर पता चला तुम कहा पर गए हो ,इसलिये तुमको surprize देने आईं पर वह पर शिवा को ऐसे मारते देखकर यह सब हो गया
शिवा को अपने हाथों से खाना खिलाये और उसके सोने तक वह उसके पास ही बैठी रही जब शिवा सो गया है ऐसा लगने पर शिवा के बाजू में लेटकर वो ना जाने कबतक उसके होठो को धीरे धीरे चूमती रही और शिवा के पास ही सो गई,शिवा को नरगिस का प्यार पता था ,वह उसको आज कहि जाने देगी नही यह बात उसको पता थी इसलिये उसने नीलो को चुपके से फोन कर दिया था कि आज वह आ नही पायेगा तुम घर चली जाना ,नीलो को खुद की कसम देकर उसने घर भेजा वो तो जाने को तैयार ही नही थी ,
सुबह उठकर पहले नरगिस ने शिवा और शफ़ी चाचा के परिवार को अपनी बिल्डिंग में शिफ्ट कर दीया ,शामतक सब काम हो गया था,विनोद और सनी भी आ गए थे वह रहने पर
शिवा और शफ़ी चाचा का परिवार को एक ही मंजिल पर एक ही बड़े से फ्लैट में रहते थे किचन ,बड़ा सा हॉल, सबको सोने के अलग बेडरुम था जिसमे ही टॉयलेट और बाथरूम बने थे ,जीनत और शफ़ी चाचा एक रूम में, 4 लड़कियों के अलग खुद का एक एक और शिवा को एक अलग बेडरूम थी, शिवा को सब ने मनाकर एक मोटरसाइकिल लेने को ही लगाई ,शाम को नरगिस और शिवाने जाकर ,ब्लैक कलर की के नई Jawa की बाइक ली जो शिवा के बॉडी को बहुत जच रही थी, नरगिस और शिवा बाइक पर बैठकर घर आये घर आने के बाद सनम ने गाड़ी की पूजा की ,शिवा ने सबको गाड़ी पे बिठाकर एक चक्कर घुमा लाया ,शिवा को मोटरसाइकिल अनाथलय में नरेश दादा ने ही सिखाई थी ।
 
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Update 33
शिवा ने सनी और विनोद से बहुत देर तक बाते की फिर सब लोगो को नरगिस के फ्लैट में ही खाने को बुलाया गया था ,सब ने हँसी खुशी खाना खाया ,उस दिन सनम ने कहा दोपहर का खाना कहि पर भी खा लो पर सब लोग रात का खाना साथ मे ही खाएंगे ,और वह भी नरगिस के फ्लैट में एक दिन तो कभी उनके फ्लैट में एक दिन सबने यह बात मान ली ,
सुबह शिवा जल्दी उठ गया आज उसे बहुत काम थे उसे आज बेनजीर को बचाना था वो भी नरगिस के आदमियों को चकमा देकर ,शिवा ने नरगिस को बताया कि आज वो अपने कॉलेज जा रहा है काम से आज उसने छुटी ली है , उसको कॉलेज में वक्त लगने वाला है 3 दिन बाद क्लास चालू होने वाले है , उससे पहले वो सब मालूमात करना चाहता है क्या क्या लगने वाला है उसे ,
नरगिस को यह बताते वक्त सनम भी वही थी दोनो को बोलकर वह अपनी बाइक से कॉलेज आ गया ,उसे सचमे कॉलेज में थोड़ा काम था वो करके शिवा कॉलेज की लाइब्रेरी में जाकर बैठ गया ,उसकी सिक्योरिटी के गार्ड ने देख लिया वह लायब्रेरी में गया है तो दो आदमी गेट पर ही खड़े रहे लाइब्रेरी के ,शिवा लायब्रेरी के अंदर घुस गया और जहा बड़े बड़े किताबो के रैक रखे थे वहां जाकर गायब हो गया ,और उसने देखा बेनजीर कहा है ,तो वो उसको नए घर से निकलते दिख गयी ,शिवा अपनी स्पीड से उसके पास पहुच गया ,शिवा गायब रहकर ही उसके साथ वो जहा जा रही थी वह गया ,बेनजीर एक बंगले के पास गई जो थोड़ा आबादी से दूर था ,उसने जाकर गेट बजाय तो केबिन में से एक वॉचमैन ने पूछा कि तुम कौन हो और किससे मिलना है ,बेनजीर ने अपना नाम बताया और इरफान से मिलने के बारे मे बताया ,वॉचमैन ने अंदर फोन किया और फिर बेनज़ीर को अंदर भेज दिया ,शिवा उसके पीछे ही था ,बेनजीर को एक आदमी बंगले के अंदर लेकर गया ,उस कमरे में एक बेड एक सोफा था ,वो आदमी बेनजीर को वहां छोड़के चला गया ,थोड़ी देर में वहा इरफान आ गया बेनजीर उसको देखके अपने जगह खड़ी हो गईं ,उसके मन की आवाज से शिव समज गया यही है इरफान ,उसको देखकर शिवा को हसी आ गई थी एकदम काला था वो ,उसके पास सफेद दाँत भी नही थे पान गुटखा खाने से लालपीले हो गए थे वो ,बेनजीर के सामने आकर बैठकर वो हसने लगा जोर जोर से
शिवा अपनी जगह से उठा और सीधे जाके इरफान के गोद मे बैठ गया ,इरफान को शिवा अपनी गोद मे महसूस हो रहा था लेकिन कोई दिख नही रहा था ,शिवा ने अपने हाथोसे उसको दोनो गालो को बजाना शुरू कर दिया ,बेनजीर देख रही थी सामने इरफ़ान बैठा है एकदम डरा हुवा और अपनी गर्दन ऐसी हिला रहा है मानो कोई उसके दोनो गाल को बजा रहा है ,आवाज भी रही थी जोर जोरसे चाटे मारने की ,इरफान के मुह से दर्दनाक चीखे निकल रही थी ,अब वो एकदम बन्द हो गई ,उसका मुह बन्द हो गया ,उसकी आंखो से पानी निकल रहा था पर मुह से आवाज नही आ रही थी ,
इरफान अचानक लेट गया और पूरी जान लगाकर अपने पैर झाड़ने लगा कुछ देर बाद वो उठा और बोला, बहन मुझे माफ़ कर दो मेरी वजह से आपको तकलीफ हुवी ,में आपको कॉलेज ले चलता हूं वहा पर आपकी बहन से भी माफी मांगनी है और जिन लोगो को मैने तकलीफ दी है उन सबसे भी माफी मांगनी है ,
बेनजीर सोचने लगी ये काला साँप कैसे सुधर गया ,जिस साँप के मुह से हवस का जहर निकलता है उसके मुहसे संस्कार के शहद टपक रहा था इसकी वजह थी शिवा ने अपने हाथ से उसकी आंड सूजने तक दबाए और कान में बोला कि अगर उसने आज के बाद किसीको तकलीफ दी तो वो ऊसके आंड फोड़ देगा ,मे एक भुत हु जो आज से बस तुम्हारे साथ ही रहूँगा
अब ऐसी बात सुनने के बाद कौन नही सुधरेगा ,अरे आंड सूज गए ,बोलने वाला दिखता नही ,इरफान को मरणा नह
बेनजीर को अपने साथ लेकर वो कालेज जाकर सलमा के साथ जिनके साथ उसने बुरी हरकते की है सबसे माफी मांग ली ,सलमा, बेनजीर को इरफान के साथ देखकर पहले डर गई
पर इरफान की बातों से उसके जान में जान आयी ,इरफान ने कॉलेज में भी सबसे माफी मांगी और वहा से अपने घर चला गया
सलमा ने बेनज़िर से पूछा तुम इरफान के साथ कैसे आई तो बेनजीर उसे बताया कि वह उससे माफी मागंने आया था ,रास्ते मे ही मुझसे माफी मांगी और मुझे यहा पर लेके आया ,
सलमा और बेनजीर दोनो बहुत खुश थी कि उनकी जिन्दगी में जो सबसे बड़ी मुसीबत थी वो टल गई अब वो अपने शिवा के साथ जिंदगी भर आराम से रह सकती है ,शिवा कुछ देर उन दोनों के आसपास ही रहा बाद मे वो अपने कॉलेज में पहुच गया , वहां पर शिवा ने अपने को जो किताबे लगने वाली है उसकी लिस्ट ली और कॉलेज से बाहर अपने बुक खरिदने निकल गया ,वो मार्केट में अपनी किताबे खरीद रहा था तभी उसे होटल के मैनजर का फोन आया,शिवा को लगा पूजा मैडम ने जो मेने उनके साथ किया ये बता दिया होगी उसकी वजह से मेनेजर उसकी अब अच्छी खासी बातें सुनायेगा ,शिवाने भारी दिल से फोन उठाया और
हेलो कहा
शिवा बेटा कहा हो तुम कल काम पे भी नही आये ,तबीयत तो ठीक है ना तुम्हारी ,आज जल्दी आना ,पूजा मेडम को फिर कोई डील करने जाना है और वो तुमको ही साथ लेके जाने वाली है ,मैनजर ने इतना बोल के फोन को रख दिया ,
शिवा मन मे चलो देख के आते है इस पूजा मेडम की डील क्या है
शिवा ने पहले वही खड़े रहकर पूजा के बारे में सोचा उसके मन की बात जानकर उसे अच्छा लगा कि लड़की दिल की भली है जिसको मेरे अनाथ होने की खबर मेनेजर से पहले ही पता थी ,शिवा को वो पसन्द करती है की अनाथ होकर भी उसमे पढ़ने का,आगे जाने का जज्बा है ,पर जब शिवा ने उसे किस किया उसको बुरा लगा ,वो शिवा को काम से निकाल कर सबक सिखा सकती है उसे अपने घरवालों से पिटवा सकती है ,पर ऐसा करके वो शिवा की जिंदगी खराब नही करना चाहती थी ,अगर शिवा को उसने पिटवाया ,कामसे निकल दिया तो उसके परिवार का इतना रुतबा है की उनके यहा से निकले आदमी को कोई काम पे रखता नही ,वो तो उसे समज़ाकर जिंदगी अच्छी जीने की सलाह देकर एक चांस देने वाली थी ,
शिवा ने अपने लगने वाला सब सामान खरीद कर घर गया और सामान रख कर खाना खाकर अपने होटल पर निकल गया ।
 
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Update 34
शिवा होटल में पहुँचा अपनी बाइक लेकर आज पहली बार वो काम पर आया था उसने बाइक को पार्किंग में लगा दिया और पूजा से मिलने चला गया ,पूजा ने उसे यही समझाया कि वह ऐसी हरकत फिर कभी नही करेगा ,जवानी में लड़कों से गलती हो जाती है जोश में ,तुम्हें तो सिखाने ,समजाने को भी कोई नही है जो क्या बुरा है क्या अच्छा, तुम अगर अच्छे पढ़ लिखकर कुछ बन गए तो तुमको में क्या मुझसे भी अच्छी लड़की मिलेगी यह एक मौका समझ लो में तुम्हे जिंदगी में दे रही हु ,
शिवा को बाकी की पढ़ने लिखने में मदत हो ऐसी भी बहुत सी बातें उसने समजाई औए उसको काम पे वापीस भेज दिया ,शिवा को भी अच्छा लगा कि उसको नया काम ढूंढना पड़ता अगर पूजा उसको काम से निकलती तो,उसने पूजा को यह नही बताया कि उसने किस क्या किया उसने पूजा की जो सोच थी वही रहने दी ,क्यो की वो अगर उसको सच बताता तो उसको कैसे बताता की एक मुलाकात में देवा और दीपा की बाते जान गया क्या सबूत था उसके पास ,वो मन की बात सुनकर ये किया ऐसा बोलता तो उसको यकीन भी नही होता और शिवा किसी को अपने शक्तियों के बारे में किसी को बताने वाला नही था ,
शिवा ने काम करना शुरू किया ,अब उसका कॉलेज भी 2 दिन में शुरू होने वाला था ,जसकी जिंदगी बहुत भागदौड़ वाली बनने बनने जा रही थी ,सुबह कॉलेज 9 बजे से दु 3 तक ,4 बजे के बाद होटल में काम ,फिर रात को 12 बजे घर जाकर आराम ,शिवा ने अब अपना एक टाइम टेबल बनाया की वह सुबह पहले 6 बजे उठता था अब वो थोड़ा जल्दी उठा करेगा ,अब वो सुबह 4 बजे ही उठेगा ,5 बजे तक फ्रेश होकर थोडी जिम में कसरत करेगा ,6 से 8 पढ़ाई ,
8 बजे नास्ता करके घर मे सबसे थोड़ी देर बात करके 9 बजे कॉलेज ,फिर कॉलेज खत्म होने के बाद व 4 बजे होटल में काम करेगा वही उसे थोड़ा और टाइम मिला करता था तो वहाँ भी थोड़ी देर पढ़ाई कर लिया करेगा 12 बजे घर आकर चांस मिले तो नीलो या जीनत दोनो में से किसी एक को चोदने के बाद आराम ,
शिवा की सोच बिल्कुल सही थी पर ये दुनिया कैसी है ,जो सोचा अगर वैसी ही जिंदगी जीने मिली तो लोग खुश नही होगी,यहां पर किस्मत की वजह से ऐसे मोड़ आते है कि हमारी सोच और हमारी प्लानिंग की माँ चुद जाती है ,और शिवा के पास तो ऐसी शक्तिया है कि वह ना चाहते हुवे भी पंगो में फंसने वाला ही था ,और इसकी शुरवात तो आज से ही होने वाली थी ,
आज शिवा ने ख़ुशी में अपना काम और जल्दी पूरा कर लिया 9 बजे ही,पूजा ने आज होटल में मेनेजर को बोल दिया था की अगर शिवा अपना काम जल्दी पूरा करे तो उसे घर जाने दिया करे आगे से ,और आज शिवा अपने काम से आज जल्दी घर लौट आया था ,उसने आकर सबके साथ खाना खाया और उसने नरगिस ने और बाकी सबको अपना आगे के प्लान के बारे में बता दिया ,नरगिस तो बोल रही थी कि शिवा काम को होटल में जाकर ज्यादा थक जाया करेगा ,कॉलेज की पढाई ही बहुत है उसके लिये ,अगर चाहे तो वो विनोद के पास काम कर सकता है पर शिवा माना नही,सनम और नीलो ने भी कहा कि शिवा कॉलेज की पढ़ाई करे ,हम दोनों काम पर जाया करेंगी ,वैसी ही घर पर बैठकर बोर ही होते है ,शिवा ने कहा आप समय बिताना हो तो काम कर सकती ,पर में काम करना नही छोड़ सकता ,
शिवाने सबको प्यार से समझाया कि उसके होते किसी को कम करने की जरूरत नही है वो सब देख लेगा ,शिवा अपने कमरे में अपने बेड पर लेटा हुवा था ,आज नीलो और जीनत दोनो की एम सी शुरू थी ,दोनो ने यह बात उसको बता दी थी ,शिवा का लंड दिन भर से भूका था वो खड़ा हो गया था ,पिछले 2 दिन से उसने चुदाई नही की थी ,शिवा को थोड़ी बैचेनी होने लगी थी उसकी वजह उसे पता नही थी, वो अब अपने खयाल चुदाई से हटाने के लिए दूसरी बाते सोचने लगा ,पूजा क्या कर रही है ये वो देखने लगा ,पूजा और उसकी माँ एक पार्टी में दिख गए शिवा को ,पूजा की माँ को उसने पूजा के मन की बात सुनकर ही पहचाना था ,जिस होटल में शिवा ने ज्वाला की चुदाई कि थी उसी जगह पर यह पार्टी हो रही थी ,शिवा भी वह पार्टी देख रहा था वहाँ पूजा की चाची या उसकी बहने भी थे ,दिखने में सब एक से बढ़कर एक माल लग रहे थे ,शिवा ने तो अपना मन चुदाई से दूर करने के लिये पूजा के बारे में सोचा था ,पूजा की बातों से उसके लिए उसके मन मे एक अच्छी जगह बन गयी थी ,भले शिवाने उसे किस किया था पर उसने कभी गलत सोच नही रखी थी ,पर आज जब पूजा के परिवार को देख रहा था तो उसको वहा पर वो औरत भी दिख गई थी जिस दिन शिवाने जीनत को होटल में चोदा था ,उसको देख कर शिवा का लंड और ज्यादा कडक हो गया और शिवा कब गायब होकर उस औरत के सामने आकर बैठ गया उसे भी पता नही चला ,शिवा उस औरत के पास बैठकर उसको ही देख रहा था वो पार्टी से अब निकलने वाली थी इसलियें वो पूजा और उसकी माँ को मिलकर निकल रही थी तब उसपे शिवा की नजर पड़ गई थी,और वह गायब होकर यहा पर आ गया था ,
वह औरत वही होटल में एक कमरे में चलीं गई ,शिवा गायब होकर उसके ही पीछे था ,उस औरत ने रूम में आकर दरवाजा बंद किया बाथरूम में जाकर अपने कपडे बदल कर ब्रा पैंटी में ही बेड पर लेट गई ,शिवा तो उसके बाजू में ही सोकर उसको देख कर अपने लंड को मसल रहा था ,वो औरत अपने एक हाथ से अपनी चुत में उंगली कर रही थी और दूसरे हाथ से अपनी बड़ी चुचिया को मसल रही थी,वो औरत अपने मन मे अब क्या करूँ में इस आग का ,कौन था उस दिन होटल में मेरे साथ ,नरेश तो नही था सुबह उसके मुझसे माफी मांगते वक्त ही यह बात मुझे पता चली थी, की में नरेश समझ कर दूसरे के साथ ही चुद गई ,कितनी बेरहमी से चोदा था उसने मुझे, इतनी खुशी तो मुझे नरेश ने कभी नही दी थी इतने सालो में ,कितना बड़ा लंड था उसका, उसके लंड ने अब मेरी चुत और गांड की गहराई ही बढ़ा दी है के नरेश का लंड से मुझे अब कुछ फर्क ही नही पड़ता ,नरेश अब मुझे झडा भी नही पाता है ,पता नही कौन था ,कहा मिलेगा वो मुझे ,में कहा ढूंढती फिरू उसको, मुझे तो लगता है वह लिफ्ट के पास जो लड़का था वही होगा ,उसको देख कर मेरे चुत ने भी कैसा पानी छोड़ना शुरू किया था ,में कल ही होटल जाकर उसका पता कर लुंगी ,में आज पागल हो जाऊंगी ,कितनी खुजली मची है मेरे चुत और गांड में ,कहा से लावू उस अजनबी को ,उस औरत ने अपने कपड़े उतार कर अब वो नंगी हो गई और अपने चुत में जोरजोर से उंगली करने लगी, शिवा ने उसकी सब बातें सुन ली थी ,शिवा को भी इस बात का यकीन हो गया था की उसने जीनत समझके इस औरत को ही चोदा था ,शिवा को उस औरत की तड़फ देखी नही जा रही थी ,उस दिन ना उसकी गलती थी ना उस औरत की ,जो कुछ भी हुवा वो एक गलतफहमी में हुवा था,
शिवा ने सोच लिया कि वह इस औरत की आग शांत करेगा ,उसकी मन की बातों से शिवा को ऊसकी हालत कितनी बुरी है यह सब पता चल रहा था ,उसका नाम सुनीता है और वह पूजा की बड़ी चाची है यह भी उसको पता चला
शिवा ने भी अपने आप को पूरा नंगा कर दिया उसका यह पहला टाइम था गायब होकर नंगा होना ,शिवा ने अपने कपड़े उतार कर देखा तो उसके उतारे कपड़े दिख रहे थे पर वह नही दिख रहा था
शिवा ने सीधा अपने दोनों हाथों में उसकी जांघो को पकड़ कर उसकी चुत को मुह में भरकर चुसना शुरू किया ,सुनीता अपने चुत पर किसी की जुबान को महसूस करने की वजह से अपनी आंखें खोल कर देखने लगी ,तो उसे कोई नही दिख रहा था उसको अपनी चुत पर अंदर तक फ़िरती जुबान और अपनी जांघो पर किसीके हाथ महसूस हो रहे थे ,उसको थोड़ा डर लगा पर चुत के आग के आगे उसका डर भी कुछ नही था ,उसने अपने दोनो हाथो से अपने चुत चुसने वाले के सर पर अंदाजे से उसने उस गायब शख्स पर रखने चाहे उसके हाथों पर किसीके सर के बाल महसूस हुवे ,उसे थोड़ा डर लगा पर उसको भी तो चमत्कारी शक्तियों के बारे में पता था उसमें भी कुछ थी ,उसने उस आदमी के सर को अपनी चुत में और दबा दिया और अपनी टाँगे उठकर उसे अपनी चुत पिलानी लगी ,सुनीता कुछ दिनों से झड़ी भी नही थी ,उसके बदन को ऐसा लग रहा था की आज उसकी चुत ,उस चुसने वाले की गुलाम हो गई थी ,जो उसके इशारो से चल रही थी ,सुनीता चिल्लाते हुवे झड़ने लगी आज तो उसने बहुत ज्यादा पानी छोड़ा था उस चुत चुसने वाले ने सारा पानी पी गया थोड़ा भी उसने जाया नही जाने दिया,उल्टा वो चुत का पानी पीकर और भड़क गया और सुनीता की चुत के दाने को चुसने काटने लगा ,सुनीता पहले ही झड़ने से सुखसागर में पहुच गई थी अपने चुत के दाने पर हुवे इस प्रहार से उसके चुत से पेशाब की धार बह गई ,उस आदमी ने भी चुत से बहते इस सुनहरी धार को पीना शुरू कर दीया था ,उसको तो और ज्यादा मजा आरहा था उसकी चुत से बहता पेशाब पीने में ,सुनीता को भी पहली बार कोई अपना पेशाब पी रहा है यह देख कर और उसके पीते वक़्त उसके जीभ का स्पर्श अपने चुत पर अलग ही मजा दे रहा था जो उसे आज तक नही मिला था,उसकी चुत रुक रुक के पेशाब की बूंदे छोड़ती रही और वो उन्हें पिता रहा
शिवा को आज सुनीता की पेशाब पीकर अलग ही मजा आया ,उसने पहली बार पैशाब का पिया था तो उसे बहुत नमकीन लगी बादमे उसको उसका स्वाद बहुत अच्छा लगा ,उसे शराब पीकर अलग ही नशा हुवा था ,शिवा को सुनीता के अपने सर से छूने के बाद पता चल गया था कि सुनीता को उसके वहा पर होने का अहसास है ,शिवा सुनीता के मुह से ही अब आगे वह क्या बोलती इसका इंतजार था और हुवा भी वैसाही
तुम कौन हो यह में नही जानती पर मेरे ख्याल से तुम वही हो जो उस दिन होटल में मुझे चोद कर गए थे,शायद तुम मुझे आज यहां चोदने आये हो ,पर मेरी एक बात याद रखना में शादीशुदा हु और बच्चों की माँ भी ,में तुमसे चुदे बिना अब आगे नही रह सकूंगी ,तुम मुझे अब रोज चोदा करो सिर्फ मेरे परिवार के सामने कुछ मत करना जब में अकेली हो तभी तुम जो चाहे वो कर सकते हो,तुम हमेशा ऐसे ही गायब होकर ही मुझे चोदना ,अगर मैने तुम्हारी शक्कल देख ली तो में तुमको अपने आप से दूर नही कर पाऊंगी , सिर्फ मेरी मजबूरी का कोई गलत फायदा नही उठाना अब तुम बोलो तुम्हारा क्या फैसला है और में तुमको कैसे बता सकती हूं के में अकेली हु ,या मुझे तुमसे मिलना है ,
शिवा ,मुझे तुम्हारी सब बाते मंजूर है ,तुमको जब भी मुझसे मिलना हो या चुदने का मन तो अपने बालों में गुलाब का फूल लगा लेना में आ जाया करूँगा
ठीक है ,में यह बात याद रखूंगी
शिवा ने उसे अपने मन की बात सुनने के बारे में इसलिये नही बताया क्योंकि शिवाने उसका मन पढ़ा था कि उसमे भी कुछ शक्तिया है ,और वह क्या है यह जानने के लिये उसने अपनी शक्तियों के बारे में नही बताया ,जो औरत किसी गायब होने वाले शख्स के साथ बिना डरे बात करे और उसके साथ चुदाई करने से भी ना डरे ऐसी औरत मामूली थोड़ी होगी ना,
शिवा ने अब 69 में आकर उसको अपना लंड चुसने को बोला और वह उसकी चुत और के गांड के छेद को चाटने लगा ,शिवा को उसकी वी बड़ी और नरम गांड को दांतो से काटने में बड़ा मजा आ रहा था ,शिवा की हरकतों से उसे बड़ा मजा आ रहा था औऱ सुनिता भी शिवा के लंड पर अपना जादू चला रही थी ,शिवा का लंड उसे दिख नही रह था पर चुसने और छूने से पता चल रहा था कि यह जानवर बहुत बड़ा है ,इस जानवर को इसकी चुत औए गांड के छेद पिंजरा भी छोटा पड़ेगा ,
शिवा सुनीता के मुह में एक बार झड गया सुनिता को उसका माल बहुत पसंद आया और वह पूरा माल उसके लंड से चाट कर पी गई ,उसने शिवा को भी अपने मुह में पेशाब करने को लगाई ,शिवा को उसके गले के अंदर अपने लंड को घुसाकर उसको अपनी पेशाब पिलाना बहुत अच्छा लगा ,सुनीता को तो अपने मुह में पेशाब के इस मोटी गर्म धार की महक और उसके स्वाद ने दीवाना बना दिया ,शिवा सुनीता के चुत और गांड को रात भर मारता रहा ,जितने जोरसे शिवा उसको चोदता उसके दुगने जोश के साथ वो उसका साथ देती ,शिवा जैसा जवान तगडे घोडा उसको जन्नत दिखा रहा था ,दोनो का वक्त का पता ही नही चल पाया कब सुबह हो गयी ,वो दोनो तो रुकने का नाम ही नही ले रहे थे सुबह होकर भी ,पर सुनीता के कमरे की बेल बजने से उनको रुकना पड़ा लेकिन अपने पानी निकाल कर ही दोने रुके भले 5 मिनिट तक बेल बजती रहे ,शिवा ने आखरी बारी निकलते वक्त अपनी मलाई सुनीता के गांड में भर दी थी ।
सुनीता दरवाजे पर कौन है देखने अपने कपड़े और बेड की हालत सही करते हुवे गई थी ,
और शिवा अपने रूम में आकर नहाने चला गया था ।
 
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Update 35
शिवा अपने रूम से निकल कर नाश्ता करने बाहर आया ,सुबह के 8 बज गए थे सब लोगो ने मिलकर नाश्ता किया ,शिवा आज कुछ ज्यादा ही खुश दिख रहा था ,सबको ऐसा लगा कि कॉलेज जाने की खुशी की वजह से वह खुश है ,पर शिवा की खुशी का राज खुद उसको पता नही था ,नास्ता करने के बाद आज सब लेडीज शॉपिंग पर गए ,उन्होंने शिवा को भी चलने को कहा पर वो नही माना
शिवा ने अपने पैसों में से 1 करोड़ रुपये नरगिस को दिए थे घर का डिपाजिट और 2 साल के भाड़े के तौर पर, जो नरगिस ने बहुत मना करने के बावजूद उसको लेने पड़े शिवाने 5 लाख रुपये के 6 एटीएम कार्ड बनावकर सबको दे दिये थे शफ़ी चाचा, जीनत चाची, और 4 लड़कियां ,सबको उसने यही बताया था कि किसिको बोलना नही इसमे इतने पैसे है ,पूछे तो बताना सिर्फ 10 हजार है ,तुमको जितने लगे उतने इसमे से खर्च करना ,सिर्फ फिजूल खर्च नही करना ,तुमको जिस चीज की जरुरत हो तुम लेने से पीछे हटना नही है ,अगर तुम मुझे अपना मानती हो तो मेरी बात नही मानोगी और अपना मानती हो तो रख लो ,और सबको अपनी कसम देकर यह बात मानने को लगाई ,और सबको यही बताया कि यह पैसे उसको स्कोलरशिप का मीला है ,जो आजतक उसने बचाके रखा था, जीनत को भी उसने यही कहा पहले भी उसने जीनत को डेढ़ लाख दिए थे, वो और शफ़ी चाचा मान नही रहे थे ,जीनत को तो प्यार से मना लिया शिवाने ,और शफ़ी चाचा को इतना ही बोला कि वह झट से मान गये ,अगर में आप का असली बेटा होता तो आप ऐसा करते ,
शिवा के पास 4 करोड़ में से अब 2 करोड़ 40 लाख बचे थे ,उसको पैसे का कोई लालच नही था ना शान ओ शौकत का,उसमे इतनी ताकत थी कि वो सबसे अमीर शख्स बन सकता था अपनी चमत्कारी ताकद के सहारे ,पर उसको अपनी मेहनत के पैसे की कमाई ही पंसद थी ,ना के हराम के काम की कमाई ,
आज जब सब शॉपिंग को जा रहे थे तब शिवा ने नरगिस के हाथ मे भी एक एटीएम कार्ड रख दिया और उसे कहा, जब भी तुमको यहाँ कुछ लेना हो तो तुम इस कार्ड से ही खरीदना ,मुझे अच्छा लगेगा अगर तुमने ऐसा किया तो ,इसमें शिवाने 2 करोड़ रुपये रखे थे ,नरगिस तो शिवा के इसी अंदाज की दीवानी थी, जिसकी दौलत के लिये उसके पीछे लोग प्यार का नाटक करते ,उसके दौलत को कभी शिवा ने कोई तूल ही नहीं दी थी ,
शफ़ी चाचा अभी चल नही सकते थे ,उनको ठीक से चलने में 6 महीने लगने वाले थे ,वो अपने कमरे में आराम कर रहै थे ,शिवा अपने कमरे में जाकर लेट गया ,उसे वापिस सुनीता की याद आ रही थी ,उसने अपनी शक्ति से देखा सुनीता बाथरुम में नहा रही थीं उसकी चुत से बहती पानी के बूंदे मोती जैसी चमक रही थी ,जब वह अपने गांड के छेद में उंगली घुसाकर साफ करती तो वो छेद कपकपा जाता शिवा यह देखकर फिर गायब होकर सुनीता के रूम में पहुंचा वहा पर एक खूबसूरत औरत बैठ कर नास्ता कर रही थी ,उसको देखते हुवा शिवा बाथरूम में घुस गया, उसने अपने कपड़े अपने घर पर ही निकाल के आया था ,उसने पहले सुनीता के मुह पर हाथ रखा ताकि वह उसके आवाज से चीखे नही ,
सुनीता में हु ,क्या में इस ताजी चुत से बहता पानी पी सकता हु ,मुझे बहुत प्यास लगी है
अपने मुह पर अचानक किसी का हाथ लगने से सुनीता का बदन ऐंठ गया पर शिवा की आवाज से वह सम्भल गयी ,
शिवा ने नीचे बैठकर सुनीता के चुत में मुह घुसा दिया ,उसके पहले ही उसने शॉवर बन्द कर दिया था ,सुनीता की चुत और गांड को अपनी जीभ से कुरेद रहा था वो ,सुनीता भी उसको निराश किये बिना जल्द ही अपने चुत से अपना पानी छोड़ कर उसकी प्यास बुझाने लगी ,
सुनीता मुझे तुम्हारी कहती खट्टी मीठी पेशाब नही पिलाओगी, सुनीता ने अपने अंगलियो से अपने चुत के होठ फैलाकर पेशाब करना शुरु किया ,शिवा ने पेशाब पीकर सुनीता के गांड में अपना लंड जड़ तक उतार दिया ,शिवाने बीस मिनिट तक सुनीता की गांड को इतनी बुरी तरह मारा की वह अपनी चुत से झडते वक्त पेशाब भी कर दी ,वो तो अच्छा, उसके होठो को अपने मुह में लेके शिवा चूस रहा था ,अपना माल निकालने तक ,शिवा के छोड़ने पर सुनीता की टांगो पर खड़ी ना रह सकी और नीचे बैठ गई और अपनी सांसो को ठीक करने लगीं ,शिवा ने सुनीता को अपनी गोद मे उठाकर ,उसकी टांगो को अपनी कमर में लपेट कर उसकी गांड के परखच्चे उडा दिए थे ,शिवा ने सुनिता को सहारा देकर उठाया और सुनीता के साथ वो भी अच्छे से नहाकर ,सुनीता को एक किस करके चला गया,
सुनीता नहाकर बाहर आई ,तो उसको किसीने कहा
दीदी 1 घण्टे से नहा रही हों आप ,शांति दीदी दो बार आयी थी देखने आप को ,उन्होंने आप को उनके रूम में ही बुलाया है नास्ता करके ,मेरा तो हों गया ,आप जल्दी कीजिये ,
सुनीता ,अरे नीता आज बाल धोने में ज्यादा वक्त हों गया ,चल में नास्ता करती हूं ,फिर चलकर देखते है शांति क्या कहती है ,
शिवा घर आकर अपने कमर में बैठा सोच रहा था ,इस सुनीता के बदन का ऐसा क्या नशा हो गया मुझपे जो में इसका इतना दीवाना बन गया हूं,सुनीता के जैसा मजा सिर्फ ज्वाला को चोदने में ही आया था ,बेचारी को मैने वापिस ना मिलकर बहुत गलत किया ,सुनीता के हाल देखकर मुझे उसके दिल पर क्या बीत रही है इसका अंदाजा आ गया है ,मुझे उसको भी सुनीता जैसे गायब रहकर मिलना होगा
चलो देखते है कहा है वह अभी ,
शिवाने ध्यान लगाकर देखा तो ज्वाला वही होटल में किसी से फोन पर बात कर रहीं थी
पृथ्वी में कल घर वापिस आ रही हु ,और इतना बोलकर उसने फोन रख दिया ,शिवाने देखा वो मन मे उसी के बारे में सोच रही है ,ज्वाला को शिवा न मिलने से बहुत बुरा लग रहा था ,उसकी आँखों से आंसू बह रहे थे ,शिवा को लगा कि उसको ज्वाला से मिलकर एक बार बात करनी चाहिए, उसने पहले देखा लड़कियां क्या कर रही शॉपिंग में और उनको कितना वक्त लग सकता है आने में ,सब लडकिया शिवा को ही कपड़े ले रही थी ,शिवा का कॉलेज शुरू होने वाला था कल से, तो शिवा कॉलेज में अच्छे और अपने पसन्द के कपड़े पहने ,यही सोच कर वो एक दूसरे से छुप कर पहले शिवा की शॉपिंग करने वाली थी,बाद में खुद को ,उनको आने को और 3 घण्टे आराम से लगने वाले थे ,शिवा पूरी तैयारी के साथ ही ज्वाला के पास गायब होकर पहुच गया मतलब पूरा नंगा
शिवाने देखा ज्वाला की आंखों में आंसू टपक रहे है ,अपने बदन की गर्मी से और उस अनजान शख्स के ना मिलने से , शिवाने उसके पास बैठकर सबसे पहले उसके आँसू पोछकर कहा ,ज्वाला डरना नही, पहले मेरी बात सुन लेना फिर कोई फैसला करना में गलत हु या नही ,
ज्वाला पहले आवाज सुनकर चौक गई ,फिर कुछ सोचकर बोली ,अच्छा तुम गायब रहते हो ,इसिलए में तूमको ढूंढ नही पा रही थी ,मेने अपनी सारी शक्तिया लगा दी तुम्हे ढूंढने में लेकिन में नाकामयाब ही रही ,जरूर तुम में कुछ खास है जो मुझको भी तुम्हारा पता नही चल पा रहा था
शिवा उसकी बातें सुनके अपने मन मे ,साला इसके पास भी शक्तिया है ,जो मिलती है उसमें शक्तियां होती है ,अब इसकी भी पूरी कुंडली निकलनी पड़ेगी सुनीता जैसी ,
ज्वाला तुम मुझे किस लिये ढूंढ रही थी,और तुम क्यो रो रही थी
में तुमको हम दोनों के बीच क्या हुवा यह सब बताता हूं पहले फिर शिवाने ज्वाला को वो होटल के दरवाजे पर कैसी बेहोश मिली ,वो कैसे नशे में थी ,किस तरह उसने सेक्स किया जबरदस्ती यह सब बता दिया ,
ज्वाला आखिर में भी एक जवान हु ,कब तक तुम जैसी सुंदर औरत ,जो नंगी होकर मुझसे सेक्स करने के लिये जबरदस्ति कर रही हो उसको ना कह सकू ,
ज्वाला मन मे ,में तुमसे नाराज नही हु ,में तो इस बदन की गर्मी से परेशान हु,मुझे तुम्हारे वीर्य को पीना है ,मेरे जबान पर अभी भी उसका स्वाद है ,मेरी चुत और गांड तो मेरा पति भी मारता है पर जो तुम्हारे लंड का चस्का मेरी चुत और गांड को एक दिन में लग गया ,वैसा आज तक किसी का नही लगा है ,,शिवा ऊसकी सारी बाते सुन रहा था , मुझे ही कुछ करना होगा इसके शक्ति के बारे में जानने के लिये ,
शिवा ,ज्वाला उस दिन तुम्हारे साथ मेने संभोग किया वो मेरे लिये सबसे यादगार रहा ,क्या एक बार मे तुम्हारे इस सुंदर शरीर का रस पी सकता हु ,बस आखरी बार ,
ज्वाला मन मे,अरे मेरी मन की बाते यह कर रहा है ,में तो जब तक जिंदा हु तब तक इसके साथ चुदने को तैयार हूं ,इसको हा, बोलके अपने साथ ही रखना होगा ,यह फिर गायब हो गया तो परेशानी होगी, या फिर मुझे मिले ही नही ,
आप को मेरी भी एक शर्त माननी होगी ,ज्वाला
आप के साथ एक बार संभोग करने के लिये ,हमे कोई भी शर्त मंजूर है ,शिवा
आप एक बार नही जब आपका मन करे मेरे शरीर का भोग कर सकते हो और जब मुझे लगे तब भी आपको मेरी प्यास बुझानी होगी,यही मेरी एक शर्त है ,ज्वाला
जी मुझे मंजूर है ज्वाला ,शिवा
ज्वाला ने 1 मिनिट में ही अपने कपड़े उतार दिये ,और बेड पर जाकर लेट गयी ,शिवाने किसी कुतिया की तरह उसे चोदा 2 घण्टे तक उसने उसकी चुत ,गांड ,मुह हर छेद अपने माल से भर दिये थे ,वो तो इतनी शिवा के माल के गर्मी से कब सो गई उसे पता भी नही चला ,शिवा उसको सोता छोड़के घर वापिस आ गया ,क्योकि लड़कियां घर आने वाली थी और उनके साथ एक बहुत बड़ी मुसीबत भी आने वाली थी शिवा के पास , ।
 

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