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Is mayanagari ki dubara sair karne mauka mil rha h wo kam maya hai kyaKahin dhoop kahin chhaya, yahi chodampur ki maya।।।
Is mayanagari ki dubara sair karne mauka mil rha h wo kam maya hai kyaKahin dhoop kahin chhaya, yahi chodampur ki maya।।।
kya se kya ho gaya.. hath ko aaya muh na laga wo bhi do do bar rajan ko bhi abhi ana tha kyaलास्ट अपडेट में अपने देखा कैसे कर्मा चाची के घर जकर उनके कुचा चूसता है और फिर लंड चुस्वाता है लेकिन तभी गेट खटखटानेकी आवाज आती है ... अब आगे ...
अपडेट 7
जैसे ही मेरे लंड का रस निकलना बंद होता है दोबारा गेट खटखटाने की आवाज आती है ... चाची डर जाती है मेरी तरफ घबराहट में देखने लगती है
ममता सी- अब क्या करें कर्मा बूर फन्स गए... तेरे चाचा ही होंगे गेट पर..
मैं- आप परशान मत हो आप पेटीकोट और ब्लाउज पहन लो बस और ये चेहरा साफ करके गेट खोल दो..
ममता च- लेकिन तेरा क्या...
मैंने अपने कपड़े पहनते हुए बोला
मैं-वो ही बता रहा हूं मैं यहां सोने का नाटक करता हूं आप बोल देना कर्मा को मैंने ही रोक लिया था आपके आने तक..वो सो गया..और मैं वॉशरूम में थी इसलिए देर हो गई...
चाची ने भी जल्दी से ब्लाउज और पेटीकोट डाला और गेट की तरफ चली गई मैंने भी कपड़े पहनने के लिए ... और खाट पर जाकर लेट गया ... चाची ने गेट खोलने से पहले मुझे एक बार देखा और गेट खोला ...
राजन चाचा- क्या कर रही थी इतनी देर दरवाज़ा खोलने में ..
ममता चा- मैं वॉशरूम में थी मुझे लगा कर्मा खोल दूंगा पर वो देखो खुद ही सो गया आपका इंतजार करते करते... वह रहा है।
राजन चा- मेरा इंतजार क्यों भाई..
ममता चा- मैंने ही इस्तेमाल रोक लिया था आपके आने तक, पल्लवी भी पढ़ रही थी कमरे में तो मैं अकेले क्या करती...
राजन चा- अच्छा ये तो सही किया... चलो अब जगाओ इसे वहा घर पर सब इंतजार कर रहे हैं इसका...
फिर उन्हें मुझे जगाया... और चाचा बोले...
राजन चा- बेटा आराम से जाना घर अब और सुन पल्लवी की परीक्षा होने वाली है और तेरी अंगरेजी बहुत अच्छी है तो भी पढ़ा दिया कर...
मैं ऐसा ऑफर कैसे ठुकरा सकता था?
मैं- जी चाचा बिलकुल कल से ही पढ़ाता हूं।
ममता च- हां बेटा पढ़ा दे तभी अच्छे नंबर आएंगे और अब जा तू टाइम काफी हो गया है ...
मैं-जी चाची चलता हूं...
ये कहकर मैं निकल गया और रास्ते में आते हुए सोचने लगा के आज तो चाची को छोड दिया लेकिन अगली बार पक्का चोदूंगा ही... पल्लवी को पढ़ाने के समय पर ही कुछ हो सकता है... घर पर सबने पूछा के देर कैसे हो गया तो मैंने वो ही कहानी बता दी ... फिर मैं अपने कमरे में आ गया और कपड़े चेंज किए और बस एक शॉर्ट्स पाहन लिया जो मेरी जांघों तक आता था और ऊपर से नंगा था मैं .. फिर थोड़ी देर फोन चलाया के तभी मां दूध लेकर आ गई...
मां- ये फोन में कम घुसा कर नहीं तो अंधा हो जाएगा..
मैं- अभी तो चलाया है मां...
माँ हमेशा की तरह साडी में ही थी..और बहुत ख़ूबसूरत लग रही थी वैसा ही वो हमेशा ही ख़ूबसूरत लगती है
माँ-चल अब दूध पी और जल्दी सो जा नहीं तो देर से उठता है सूबह ..
मैं- सो रहा हूं मां लेकिन आप कुछ भूल रही हैं,
माँ - क्या
मैं- आप पहले बैठो फिर बताता हूं...
माँ मेरे पास बैठीं बिस्तर पर, मैं बिस्तर के सिरहाने से टिक कर बैठा था और माँ मेरे बगल में मेरी तरफ चेहरा करके बैठ गई ... उनके हाथ से दूध लेकर मैंने साइड में रख दिया ..
मां- अब बता क्या भूली मैं..?
मैं- ऑफो मां आज ही बात हुई थी के आप और मैं अब प्यार करेंगे बहुत सारा तो बिना प्यार किए कैसे सो जाऊं...
और ये कहते हुए मैंने अपनी बाहें खोल दी..मां मुझे देख कर मस्कुराने लगी और फिर मेरे गले लग गई ... ये एक नॉर्मल मां बेटे का गले लगना था लेकिन इसका फायदा ये हुआ के मेरा एक हाथ उनके पीछे ही गया था ब्लाउज के ऊपर और जब मां मुझसे अलग हुई तो मैंने ये हाथ वही रहने दिया
मां- अब हो गया प्यार अब सो जा...
मैं- अभी कहां अभी तो पप्पी भी करनी है....
ये कहत मैंने उनके एक एक करके दोनो गाल चूम लिए और वो मुस्कुरा रही थी....
फिर मैने बोला
मैं- अब आप करो
तो मां ने कुछ जवाब नहीं दिया और मेरे बाएं गाल पर चूम लिया मुझे पता था मां मेरी तरह दाएं वाले पर भी करेगा इसलिए पहले मैंने अपना दायां गाल आगे किया और जैसा ही मां के होंठ मुझे छूने वाले थे।मैने अपना चेहरा सीधा कर लिया जिससे उनके होंठ सीधा मेरे होंठोंसे तकरा गए और जैसे ही हम दोनो के होठ टच हुए मैंने भी उनके होठों को चूस लिया और मेरे हाथ जो उनकी पीठ पर थे वो कमर पर चले गए ... मां को जैसे ही ये एहसास हुआ की उन्होंने मेरे होठों पर किस किया है तूरंत अपना चेहरा पीछे कर लिया और मेरी और देखने लगी ... मैं ऐसी प्रतिक्रिया कर रहा था जैसे मुझसे वो और कोई इतनी बड़ी बात नहीं है ..... मां बिलकुल चुप थी। ..या फिर वो हुआ जिसी उम्मीद मैंने कभी नहीं की थी...
माँ ने अपना चेहरा फिर से आगे किया और अपने होंठ फिर से मेरे होंठों पर रख दिए और मेरे होंठों को चूसने लगी ...
मैं बिलकुल शॉक्ड हो गया .... मेरे पूरे शरीर में एक करंट सा दौड़ गया ... मैं कुछ पल ऐसे ही बुत बना बैठा रहा, कोई हरकत नहीं कर रहा था, मां मेरे होंठों को अपने होंठो में लेकर चूस रही थी क्या बताऊं क्या कामुक दृश्य था ये फिर जब मुझे थोड़ा एहसास हुआ के कर्मा ये वो ही हो रहा है जो तू कब से सपने में देखता था और जब आज सच मे हो रहा है तो बुत बना हुआ बैठा है .... फिर मैं भी अब और माँ के होंठों को चूसने लगा..इतने मीठे और रसभरे होंठ माँ के, मैंने पहले भी बहुत चुंबन किया था, लेकिन ऐसे होंठ कभी नहीं चूसे थे ... इतने नरम और स्वादिष्ट की इनके आगे दुनिया में कोई स्वाद बना ही नहीं ... मैं कभी ऊपर वाले को लेकर चूस्ता तो कभी नीचे वाले और मां भी ऐसा ही कर रही थी मेरे होंठों के साथ ...
मेरा लंड तो होंठो के मिलन से बिलकुल कड़क गो गया था इतना कड़क शायद ही कभी हुआ होगा आज से पहले ... मेरे हाथों ने भी हरकत करनी शुरू कर दी थी ... और मैं उनकी नंगी कमर पर अपने हाथ फिर रहा था..मैं तो जैसी जन्नत में था ... अगर कहीं स्वर्ग होगा तो शायद ऐसा ही होगा .... फिर मैंने अपने हाथ में आने की तरफ लाने लगा उनके चिकने मांसल गदराये पेट की तरफ और जोर से उनके होठो को चूसने लगा ... लेकिन जैसे हर अच्छी चीज का अंत होता है वैसा ही इस्का भी हुआ ... मां ने अपने होंठों को अलग किया और है कर पीछे हो गईं मैं उन्हें हैरानी से देखे जा रहा था ...मेरी हालत ऐसी थी जैसे बच्चे से आइसक्रीम छीन ली हो ... मां मुझे घूरे जा रही थी फिर मां ने एक गहरी सांस ली और बोली ...
माँ- तू सच में मुझसे बहुत प्यार करता है ना?
मैं- मैं वो हां मां बहुत करता हूं...
मां- तो मेरी एक बात मनेगा..
मैं - हां मां बिलकुल आप कहो तो सही...
माँ- तो तुझे मेरी कसम है तू अभी जो हुआ उसके बारे में कभी दोबारा बात नहीं करेगा और ना ही मुझसे कुछ पूछेगा .... और ना ही कुछ करने की कोशिश करेगा ....
मैं ये सब सुन कर दंग रह गया कहां अभी कुछ पल पहले मैं मां के होंठों को चूस रहा था और कहां अब ये सब जब सोचा था सब मिल गया ... तभी हाथ खाली रह गए ... मैंने कुछ नहीं बोला .. .फिर माँ ने कहा:
माँ- चल अब सो जा
और इतना कहकर उन्होन एक बार मुझे देखा और एक नज़र मेरे शॉर्ट्स में बने लंड के ऊपर डाली और चली गई ......
मैं बस जैसा बैठा था वैसा बैठा ही रह गया ... समझ ही नहीं आ रहा था क्या हुआ है अभी ये सब .... लेकिन मुझे खुशी भी थी की आज मुझे मां के होठो को चूसने का मौका मिला फिर मैंने सोचा शायद अपने आप को रोक रही है और तो और उन्हे शायद बुरा लगा के उनहोने अपने बेटे के साथ ही ये किया .... लेकिन मुझे उन्होने उम्मिद दीखा दी है ... अब वो दिन दूर नहीं जब वो मेरे लंड पर उछल रही होगा मैं सोचतेहुए अपना लंड बहार निकला लिया और मां के बारे न में सोच कर हिलाने लगा और झड़ गया .... मैं ये सोचते हुए के मुझे बहुत ही सावधानी से सब करना होगा तभी मुझे मां मिल सकती है ज़रा सी चूक सब कुछ बिगाड़ देगी ऐसे ही सोचते सोचते मैं सो गया...
तो क्या करेगा कर्मा अपनी मां को चोदने के लिए ... चाची का क्या होगा और भी कई नई चीज ... आपको देखने को मिलेगी अगली अपडेट में .... आप लोग कृपया पढ़ते रहें और समीक्षा करते रहें .... शुक्रिया
Itni torchar ham bardast nehi karege itna to police wala thrd degree me bhi turchar nehi karta hai. Na ye na cholwoPrashashan ki or se kadi karyavahi hogi aur rongate aur baki sab khade kar dene wale update padhakar apke hath bandh diye jayenge.
लास्ट अपडेट में अपने देखा कैसे कर्मा चाची के घर जकर उनके कुचा चूसता है और फिर लंड चुस्वाता है लेकिन तभी गेट खटखटानेकी आवाज आती है ... अब आगे ...
अपडेट 7
जैसे ही मेरे लंड का रस निकलना बंद होता है दोबारा गेट खटखटाने की आवाज आती है ... चाची डर जाती है मेरी तरफ घबराहट में देखने लगती है
ममता सी- अब क्या करें कर्मा बूर फन्स गए... तेरे चाचा ही होंगे गेट पर..
मैं- आप परशान मत हो आप पेटीकोट और ब्लाउज पहन लो बस और ये चेहरा साफ करके गेट खोल दो..
ममता च- लेकिन तेरा क्या...
मैंने अपने कपड़े पहनते हुए बोला
मैं-वो ही बता रहा हूं मैं यहां सोने का नाटक करता हूं आप बोल देना कर्मा को मैंने ही रोक लिया था आपके आने तक..वो सो गया..और मैं वॉशरूम में थी इसलिए देर हो गई...
चाची ने भी जल्दी से ब्लाउज और पेटीकोट डाला और गेट की तरफ चली गई मैंने भी कपड़े पहनने के लिए ... और खाट पर जाकर लेट गया ... चाची ने गेट खोलने से पहले मुझे एक बार देखा और गेट खोला ...
राजन चाचा- क्या कर रही थी इतनी देर दरवाज़ा खोलने में ..
ममता चा- मैं वॉशरूम में थी मुझे लगा कर्मा खोल दूंगा पर वो देखो खुद ही सो गया आपका इंतजार करते करते... वह रहा है।
राजन चा- मेरा इंतजार क्यों भाई..
ममता चा- मैंने ही इस्तेमाल रोक लिया था आपके आने तक, पल्लवी भी पढ़ रही थी कमरे में तो मैं अकेले क्या करती...
राजन चा- अच्छा ये तो सही किया... चलो अब जगाओ इसे वहा घर पर सब इंतजार कर रहे हैं इसका...
फिर उन्हें मुझे जगाया... और चाचा बोले...
राजन चा- बेटा आराम से जाना घर अब और सुन पल्लवी की परीक्षा होने वाली है और तेरी अंगरेजी बहुत अच्छी है तो भी पढ़ा दिया कर...
मैं ऐसा ऑफर कैसे ठुकरा सकता था?
मैं- जी चाचा बिलकुल कल से ही पढ़ाता हूं।
ममता च- हां बेटा पढ़ा दे तभी अच्छे नंबर आएंगे और अब जा तू टाइम काफी हो गया है ...
मैं-जी चाची चलता हूं...
ये कहकर मैं निकल गया और रास्ते में आते हुए सोचने लगा के आज तो चाची को छोड दिया लेकिन अगली बार पक्का चोदूंगा ही... पल्लवी को पढ़ाने के समय पर ही कुछ हो सकता है... घर पर सबने पूछा के देर कैसे हो गया तो मैंने वो ही कहानी बता दी ... फिर मैं अपने कमरे में आ गया और कपड़े चेंज किए और बस एक शॉर्ट्स पाहन लिया जो मेरी जांघों तक आता था और ऊपर से नंगा था मैं .. फिर थोड़ी देर फोन चलाया के तभी मां दूध लेकर आ गई...
मां- ये फोन में कम घुसा कर नहीं तो अंधा हो जाएगा..
मैं- अभी तो चलाया है मां...
माँ हमेशा की तरह साडी में ही थी..और बहुत ख़ूबसूरत लग रही थी वैसा ही वो हमेशा ही ख़ूबसूरत लगती है
माँ-चल अब दूध पी और जल्दी सो जा नहीं तो देर से उठता है सूबह ..
मैं- सो रहा हूं मां लेकिन आप कुछ भूल रही हैं,
माँ - क्या
मैं- आप पहले बैठो फिर बताता हूं...
माँ मेरे पास बैठीं बिस्तर पर, मैं बिस्तर के सिरहाने से टिक कर बैठा था और माँ मेरे बगल में मेरी तरफ चेहरा करके बैठ गई ... उनके हाथ से दूध लेकर मैंने साइड में रख दिया ..
मां- अब बता क्या भूली मैं..?
मैं- ऑफो मां आज ही बात हुई थी के आप और मैं अब प्यार करेंगे बहुत सारा तो बिना प्यार किए कैसे सो जाऊं...
और ये कहते हुए मैंने अपनी बाहें खोल दी..मां मुझे देख कर मस्कुराने लगी और फिर मेरे गले लग गई ... ये एक नॉर्मल मां बेटे का गले लगना था लेकिन इसका फायदा ये हुआ के मेरा एक हाथ उनके पीछे ही गया था ब्लाउज के ऊपर और जब मां मुझसे अलग हुई तो मैंने ये हाथ वही रहने दिया
मां- अब हो गया प्यार अब सो जा...
मैं- अभी कहां अभी तो पप्पी भी करनी है....
ये कहत मैंने उनके एक एक करके दोनो गाल चूम लिए और वो मुस्कुरा रही थी....
फिर मैने बोला
मैं- अब आप करो
तो मां ने कुछ जवाब नहीं दिया और मेरे बाएं गाल पर चूम लिया मुझे पता था मां मेरी तरह दाएं वाले पर भी करेगा इसलिए पहले मैंने अपना दायां गाल आगे किया और जैसा ही मां के होंठ मुझे छूने वाले थे।मैने अपना चेहरा सीधा कर लिया जिससे उनके होंठ सीधा मेरे होंठोंसे तकरा गए और जैसे ही हम दोनो के होठ टच हुए मैंने भी उनके होठों को चूस लिया और मेरे हाथ जो उनकी पीठ पर थे वो कमर पर चले गए ... मां को जैसे ही ये एहसास हुआ की उन्होंने मेरे होठों पर किस किया है तूरंत अपना चेहरा पीछे कर लिया और मेरी और देखने लगी ... मैं ऐसी प्रतिक्रिया कर रहा था जैसे मुझसे वो और कोई इतनी बड़ी बात नहीं है ..... मां बिलकुल चुप थी। ..या फिर वो हुआ जिसी उम्मीद मैंने कभी नहीं की थी...
माँ ने अपना चेहरा फिर से आगे किया और अपने होंठ फिर से मेरे होंठों पर रख दिए और मेरे होंठों को चूसने लगी ...
मैं बिलकुल शॉक्ड हो गया .... मेरे पूरे शरीर में एक करंट सा दौड़ गया ... मैं कुछ पल ऐसे ही बुत बना बैठा रहा, कोई हरकत नहीं कर रहा था, मां मेरे होंठों को अपने होंठो में लेकर चूस रही थी क्या बताऊं क्या कामुक दृश्य था ये फिर जब मुझे थोड़ा एहसास हुआ के कर्मा ये वो ही हो रहा है जो तू कब से सपने में देखता था और जब आज सच मे हो रहा है तो बुत बना हुआ बैठा है .... फिर मैं भी अब और माँ के होंठों को चूसने लगा..इतने मीठे और रसभरे होंठ माँ के, मैंने पहले भी बहुत चुंबन किया था, लेकिन ऐसे होंठ कभी नहीं चूसे थे ... इतने नरम और स्वादिष्ट की इनके आगे दुनिया में कोई स्वाद बना ही नहीं ... मैं कभी ऊपर वाले को लेकर चूस्ता तो कभी नीचे वाले और मां भी ऐसा ही कर रही थी मेरे होंठों के साथ ...
मेरा लंड तो होंठो के मिलन से बिलकुल कड़क गो गया था इतना कड़क शायद ही कभी हुआ होगा आज से पहले ... मेरे हाथों ने भी हरकत करनी शुरू कर दी थी ... और मैं उनकी नंगी कमर पर अपने हाथ फिर रहा था..मैं तो जैसी जन्नत में था ... अगर कहीं स्वर्ग होगा तो शायद ऐसा ही होगा .... फिर मैंने अपने हाथ में आने की तरफ लाने लगा उनके चिकने मांसल गदराये पेट की तरफ और जोर से उनके होठो को चूसने लगा ... लेकिन जैसे हर अच्छी चीज का अंत होता है वैसा ही इस्का भी हुआ ... मां ने अपने होंठों को अलग किया और है कर पीछे हो गईं मैं उन्हें हैरानी से देखे जा रहा था ...मेरी हालत ऐसी थी जैसे बच्चे से आइसक्रीम छीन ली हो ... मां मुझे घूरे जा रही थी फिर मां ने एक गहरी सांस ली और बोली ...
माँ- तू सच में मुझसे बहुत प्यार करता है ना?
मैं- मैं वो हां मां बहुत करता हूं...
मां- तो मेरी एक बात मनेगा..
मैं - हां मां बिलकुल आप कहो तो सही...
माँ- तो तुझे मेरी कसम है तू अभी जो हुआ उसके बारे में कभी दोबारा बात नहीं करेगा और ना ही मुझसे कुछ पूछेगा .... और ना ही कुछ करने की कोशिश करेगा ....
मैं ये सब सुन कर दंग रह गया कहां अभी कुछ पल पहले मैं मां के होंठों को चूस रहा था और कहां अब ये सब जब सोचा था सब मिल गया ... तभी हाथ खाली रह गए ... मैंने कुछ नहीं बोला .. .फिर माँ ने कहा:
माँ- चल अब सो जा
और इतना कहकर उन्होन एक बार मुझे देखा और एक नज़र मेरे शॉर्ट्स में बने लंड के ऊपर डाली और चली गई ......
मैं बस जैसा बैठा था वैसा बैठा ही रह गया ... समझ ही नहीं आ रहा था क्या हुआ है अभी ये सब .... लेकिन मुझे खुशी भी थी की आज मुझे मां के होठो को चूसने का मौका मिला फिर मैंने सोचा शायद अपने आप को रोक रही है और तो और उन्हे शायद बुरा लगा के उनहोने अपने बेटे के साथ ही ये किया .... लेकिन मुझे उन्होने उम्मिद दीखा दी है ... अब वो दिन दूर नहीं जब वो मेरे लंड पर उछल रही होगा मैं सोचतेहुए अपना लंड बहार निकला लिया और मां के बारे न में सोच कर हिलाने लगा और झड़ गया .... मैं ये सोचते हुए के मुझे बहुत ही सावधानी से सब करना होगा तभी मुझे मां मिल सकती है ज़रा सी चूक सब कुछ बिगाड़ देगी ऐसे ही सोचते सोचते मैं सो गया...
तो क्या करेगा कर्मा अपनी मां को चोदने के लिए ... चाची का क्या होगा और भी कई नई चीज ... आपको देखने को मिलेगी अगली अपडेट में .... आप लोग कृपया पढ़ते रहें और समीक्षा करते रहें .... शुक्रिया
Bas sab aap sab ka pyar hai...Is mayanagari ki dubara sair karne mauka mil rha h wo kam maya hai kya
Bilkul sahi pakade hain dost picture abhi baki hai..kya se kya ho gaya.. hath ko aaya muh na laga wo bhi do do bar rajan ko bhi abhi ana tha kyasabhya ne bhi kasam deke lolypop thama diya karma ke hath mein.aise abhi tak ke kahani ko dekha jaye karma k journey suru huyi hai. aage bhot mauke milne wale he use.
Bahut bahut dhanyawad bhai sath bane rahein aur itani pyari pyari pratikriya dete rahein..Ye to vohi bat ho gayi khaaya piya kuch nehi gilash tode barah. Itna jatan kiya phir bhi khali haath rah gaya . Udhar mamta chachi kuch had tak aage badi par chacha ne sabhi kiye karaye par pani pher diya.
Ghar par bhi vaisa hi hua karma ko ma ke rasili honto svad chakne ko mila. Karma ke sapno ko abhi pank lagna suru hi hua tha ki kutar diya gaya.
Shabya ka rukna lajmi tha kaise ek maa us riste ko manjuri de sakta hai samaj ki najro me kalankit kar dene wala ho. Sirf smaj ke najri me hi nehi khud ke najri me bhi gira dene wala kam hai.
Shayad sabbya inhi sab bato par vichar kar karma ko age badne se rok diya aur phir se man na karne ki manahi kar diya. Ab dekhte hai aage tharki karma kaun kaun se karm kand karta hai.
Adbhut atulniya lekhan kaushal![]()
karma sirf tharki hi nahi balki maha kamina bhi hai.... Ab dekhte hai aage tharki karma kaun kaun se karm kand karta hai
ek hi rashta hai... hella ki entry karwa dijiyeMeri story ke hero ko markar meri story band karwa kar kya milega tumko... Kyun ek gareeb ka ghar bigadne par lagi ho..
Mujhe pata hai isme zaroor koi gahri saazish hai..
iske alawa karma ke paas koi aur rashta hai bhi nahi...Bahut bahut dhanyawad is atyant hi hero ko beizzat karne wali, usko neecha dikhane wali, gaaliyo wali, jhakjhor dene wali, doob marne wali pratikriya ke liye..
Aasha hai ki aapki is bAat par karma gaur karega aur uski aankhein khulengi aur wo is hawas ke chakkar se nikal ke acha aur sanskar se bhari zindgi jeene lagega aur kuch samay baad brahmacharya apanake Himalay par chalaa jayega.