Adultery आँचल की अय्याशियां

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आँचल
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Ek bara aur Khan ne aanchal ki jamkar chudai ki ab anchal ka sasur aanchal ki marne wala hai

अदभुत अतुलनीय लेखन कौशल
Thanks Dear Destiny
 
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जब आँचल और उसका ससुर बाथरूम में गये तो उन्होने देखा पूरी नंगी रिया फर्श पर गिरी है और सुनील उसको उठाने की कोशिश कर रहा है. रिया के बदन में साबुन लगा होने से सुनील के हाथों से वो फिसल जा रही थी. तब ससुर ने आगे बढ़कर रिया की काँखों के नीचे हाथ डालकर उसे उठाया और सुनील ने उसकी टाँगे पकड़ ली. रिया हल्के हल्के सुबक रही थी. दोनो ने उसे उठाया और बेड पर लिटा दिया. शायद गिरने से उसके पैर में मोच आ गयी थी.

फिर आँचल ने सुनील और ससुर को अपने बेडरूम से फटाफट बाहर निकाल दिया और रिया के ऊपर चादर डालकर उसका नंगा बदन ढक दिया. और फिर उसके टखने में आई मोच को देखने लगी.

दोनो आदमियों के रूम से बाहर जाने के बाद , रिया एंबॅरसमेंट से ज़ोर ज़ोर से रोने लगी. आँचल ने उसे दिलासा दी और कहा,”तुझे एंबॅरस होने की ज़रूरत नही. अपने घर के ही तो लोग हैं. कोई बाहर वालों ने तुझे नंगी थोड़ी देखा. और इसमे तेरी ग़लती भी क्या है.”

फिर आँचल ने रिया के टखने में आयोडेक्स मल दिया. उसके बाद एक गीले कपड़े से रिया का बदन साफ करके आँचल ने उसे कपड़े पहना दिए.

आँचल बोली,” तू बेड में लेटी रह , मैं तेरे लिए गरम चाय लाती हूँ.”

आँचल के किचन में जाने के बाद रिया सोचने लगी , मेरे साथ ये क्या हुआ. सुनील और उसके बाप के अपने को नंगा देख लेने से उसको बहुत एंबॅरसमेंट हुई थी. दोनो कैसे उसके नंगे बदन को घूर रहे थे , बेशर्मों की तरह खुलेआम. रिया की चूत में थोड़ी सनसनाहट हुई. जीजाजी की आँखो में वासना को रिया ने देखा था. उसकी टाँगे पकड़कर जब वो रूम में ला रहा था तो उसकी नज़रें रिया की चूत पर ही थी. और ससुर तो रिया के पीछे था. उसने जानबूझकर बाँहों से उठाने के बहाने अपनी उँगलियाँ रिया की चूचियों के ऊपर लगा रखी थी. कल रात कैसे जोरों से चोद रहा था सुनीता को, पक्का ठरकी है. मुझे पूरा यकीन है ससुर ने जानबूझकर ही मेरी चूचियों को सहलाया होगा , रिया सोचने लगी.

रिया को पता नही था की कल रात ससुर ने क्या देख लिया था.

सुनीता को चोदने के बाद जब ससुर अपने बेडरूम में जाने के लिए लिविंग रूम से बाहर आया तो दरवाज़े पर उसको एक पैंटी पड़ी मिली. उसने तुरंत झुककर वो पैंटी उठा ली . पैंटी गीली हो रखी थी. ससुर ने उसको सूँघा और चूतरस की खुशबू सूँघी और फिर उस पैंटी को अपने कुर्ते की जेब में डाल लिया. वो समझ गया आँचल और रिया मे से किसी एक लड़की ने उसे सुनीता को चोदते हुए देख लिया होगा और उत्तेजना से उसकी पैंटी गीली हो गयी होगी. लेकिन वो थी कौन और अपनी पैंटी यहाँ क्यूँ छोड़ गयी ? इसका जवाब ससुर के पास नही था. उसने ठान लिया , मैं पता लगाऊंगा की वो कौन थी जो दरवाज़े पर खड़ी होकर मेरी संगीता के साथ चुदाई के मज़े ले रही थी.

हुआ ये था की जब रिया मूठ मार रही थी तो उसने पहले तो पैंटी के अंदर उंगलियाँ डालकर चूत रगडी फिर नाइटी ऊपर करके पैंटी उतार दी थी. जब आँचल उसे ज़बरदस्ती हाथ खींचकर अपने बेडरूम में वापस ले गयी तो वो पैंटी वही पड़ी रह गयी .

आँचल किचन में नाश्ता तैयार करवा रही थी और सुनील वहीं उससे बाते करने लगा.

ससुर चुपचाप आँचल के बेडरूम में घुस गया. उसे देखकर रिया शरमा गयी. ससुर ने बहाना बनाया की उसकी जेब से रूम में कुछ गिर गया था. फिर वो बाथरूम में जाकर आँचल के उतारे हुए कपड़ों में उसकी पैंटी ढूंढने लगा. और आँचल की पैंटी से अपनी जेब में पड़ी पैंटी को मिलाया तो पता चला अलग साइज़ की है. वो समझ गया कल रात दरवाज़े पर रिया आई थी. अपने जासूसी कारनामे की सफलता से ससुर खुश हो गया और मुस्कुराते हुए वापस बाथरूम से बेडरूम में आ गया.

वासना भरी आँखों से रिया को देखते हुए सोचने लगा,” तो ये थी जो कल मेरी चुदाई देखकर उत्तेजित हो गयी थी.”

बेड के पास जाकर रिया के गालों को सहलाते हुए बोला,” बेटा , अब कैसा लग रहा है, दर्द तो नही है अभी ? ”

“उननह……..हाँ थोड़ा दर्द है…..” रिया धीमी आवाज़ में बोली. उसे ससुर से डर भी लग रहा था , लेकिन उसके गाल सहलाने से एक्साइट्मेंट भी हो रही थी.

“आज का दिन तुम आराम करो.” दोनो हाथों में रिया के चेहरे को पकड़कर सहलाते हुए ससुर बोला.

“उउउन्न्ं……जी…….जी हाँ …..” ससुर की आँखो में हवस देखकर रिया ने जवाब दिया.

इससे पहले की ससुर और कुछ करता, रूम में सुनील और आँचल आ गये. उनके साथ नौकर भी था जो रिया के लिए नाश्ते की ट्रे लेकर आया था.

ससुर बेड से तुरंत उठ खड़ा हुआ और सफाई देने लगा,” मैं रिया से आज आराम करने को कह रहा था और अपनी वापसी एक दिन के लिए आगे बढ़ा दो , ये कह रहा था.”

सुनील भी तुरंत अपने पापा की हाँ में हाँ मिलने लगा. आँचल सुनील की एक्साइट्मेंट देखकर थोड़ा चौंकी लेकिन वो भी राज़ी हो गयी की रिया एक दिन और रुक जाएगी.

आँचल को मालूम नही था लेकिन सुनील रिया को नंगी देखकर एक्साइटेड था , इसलिए एक दिन और रुकने की बात पर खुश हो गया था. चुलबुली और खूबसूरत रिया का साथ उसे भी अच्छा लग रहा था.

आँचल ने रिया के मम्मी पापा को फोन कर दिया की उसके पैर में मोच आ गयी है और वो आज शाम की बजाय कल शाम की ट्रेन से वापस जाएगी.

रिया अपने मंगेतर रवि को मिस कर रही थी लेकिन सोचने लगी , आँचल और जीजाजी के साथ एक दिन और गपशप कर लूँगी. वो ज़्यादा देर तक बेड में शांत नही रह सकी और आँचल से शॉपिंग करने और बाहर घूमने की ज़िद करने लगी.

आँचल मना करने लगी की नही तुम आराम करो . लेकिन सुनील बोला जब बाहर खाने पीने, शॉपिंग को कह रही है तो चलते है ना.

आँचल सोच में पड़ गयी ये सुनील आज बड़े मूड में है. क्या बात ?

वो तीनो शॉपिंग करने और लंच करने के लिए बाहर चले गये. आँचल ने सुनील में आया बदलाव देखा. वो खूब खुश और जोशीला दिख रहा था. और उन दोनो को अपनी मजाकिया बातों से खूब हंसा रहा था.

रिया अपने जीजाजी से बहुत इंप्रेस हो गयी और उसके चुटकुलों पर खुलकर हँसी. आँचल ने देखा रिया जीजा की बातों पर खूब हंस रही है, भले ही चुटकुले हँसने लायक ना हो तब भी. दोनो एक दूसरे की पीठ पर चपत लगा दे रहे हैं और एक दूसरे को टच करने का कोई मौका नही छोड़ रहे. रिया ने तो पहली बार देखा था उसने सोचा जीजाजी ऐसे ही मस्तमौला हैं. लेकिन आँचल को तो हक़ीकत पता थी. सुनील को इस नये रूप में एंजाय करते देखकर वो भी खुश हुई और तीनो मज़े करते रहे.

रिया के सामने ही सुनील कभी मज़ाक में आँचल के गाल पकड़ लेता कभी उसके नितंबों को मसल देता. आँचल अपने पति में आए इस बदलाव से हैरान तो थी लेकिन अंदर से बहुत खुश थी. यही तो वो चाहती थी की सुनील उसके ऊपर ध्यान दे , हंसकर बाते करे लेकिन वो तो सुबह फैक्ट्री चला जाता था और शाम को वापस आकर डिनर करके सो जाता था.

फिर उन्होने कोई मूवी देखने का निश्चय किया. सुनील उन्हे जान बूझकर जिस थियेटर में हॉलीवुड की अडल्ट मूवी ‘बेसिक इंस्टिंक्ट’ लगी थी वहाँ ले गया. ये मूवी हॉलीवुड हीरोइन शेरोन स्टोन के सेक्स सीन्स की वजह से बहुत फेमस हुई थी. सिनेमा हॉल में आँचल सुनील और रिया के बीच वाली सीट में बैठी थी. थोड़ी ही देर में फिल्म में सेक्स सीन्स चालू हो गये. सुनील ने आँचल का हाथ अपने लंड के ऊपर रख दिया और खुद उसकी चूचियां दबाने लगा.

आँचल सुनील की हरकतों से रोमांचित हो गयी और पैंट के बाहर से उसके तने हुए लंड को ज़ोर से दबाने लगी. थोड़ी देर में उनकी चुम्मा चाटी भी शुरू हो गयी.

अब रिया को दो मूवी देखने को मिल रही थी. फिल्म में चल रहे सेक्स सीन्स को देखकर वो एक्साइटेड हो रही थी. लेकिन ज़्यादा मज़ा उसे आँचल और जीजाजी की चुम्मा चाटी में आ रहा था. आँचल के मुँह से निकलती हल्की सिसकारियों को सुनकर रिया की चूत गीली होने लगी.

रिया ने गौर से देखा की आँचल ने हाथ से जीजाजी के लंड को पकड़ा हुआ है. वो सोचने लगी , जीजाजी का लंड कितना बड़ा होगा ?
ओह, मैं रवि को कितना मिस कर रही हूँ , काश वो अभी यहाँ होता. अब रिया चुदाई के लिए तड़पने लगी. रात में पहले ससुर और सुनीता की चुदाई ने उसे उत्तेजित किया. फिर आँचल के साथ रात में चूत चटाई की और अब ये सिनेमा हॉल में फिर से सीन देखने को मिल रहा है. रिया को एक आदमी की ज़रूरत महसूस होने लगी . उत्तेजना से उसकी चूत रस बहाने लगी, आदमी कोई भी हो उससे अभी रिया को कोई मतलब नही था. मतलब सिर्फ़ लंड से चूत की चुदाई करने का था , चाहे वो लंड किसी का भी हो.

तभी फिल्म में इंटरवल हो गया. सुनील अपने लंड को पैंट में एडजस्ट करके पॉपकॉर्न लेने चला गया. आँचल के बाल बिखर गये थे और पसीने और लार से उसका चेहरा गीला हो गया था. आँचल एक रुमाल से अपना चेहरा पोछने लगी और अपनी सांसो पर काबू पाने का प्रयास करने लगी. बगल में रिया और बाकी लोगो के बैठे होने की होश उसे अब आ रही थी.

रिया ने हल्के से आँचल की चूचियां दबाई,” दीदी, आज रात क्या करने वाली हो ? बहुत तड़प रही हो.”

आँचल झेंपकर शरमा गयी, “कुछ नही रिया, आज तो तुम भी तो हो.”

“ ना बाबा ना , मैं कबाब में हड्डी नही बनने वाली. मुझे तो तुम लोग अपनी मम्मी के घर छोड़ देना.” रिया हंसते हुए बोली.
फिर आँचल को चिढ़ाते हुए बोली,” आज रात तो जीजाजी तुम्हे सोने नही देंगे.”
 
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आँचल ने सुनील को ऐसे मस्ती करते हुए कभी नही देखा था सिवाय जब वो हनीमून के लिए शिमला गये थे. सुनील में तो अच्छा बदलाव आ गया है , आँचल सोचने लगी. वो चाहती थी की कैसे भी सुनील के साथ उसकी सेक्स-लाइफ इम्प्रूव हो जाए. सुनील आज उसे बहुत चुदाई के मूड में लग रहा था. लेकिन रिया भी तो मेरे साथ होगी घर पे. आज रात रिया को कहाँ रखूँ ? रिया के मम्मी पापा चंडीगढ़ वापस जा चुके थे. आँचल के मम्मी पापा एक शादी के रिसेप्शन में गये थे और उनको घर लौटने में देर रात हो जाने वाली थी. रिया को अकेले वहाँ मायके में रखना ठीक नही था. क्यूंकी मायके में ठरकी नौकर रामू था. आँचल सोचने लगी रिया को अकेले पाकर तो वो इसे चोद ही देगा. वैसे भी रिया अपने मंगेतर रवि के साथ चुदाई का मज़ा ले चुकी थी तो रामू को वो रोक नही पाती.

आँचल यही सब सोच रही थी और कोई रास्ता उसे नही सूझ रहा था. तभी सुनील तीनो के लिए पॉपकॉर्न के पैकेट्स और पेप्सी की बॉटल्स लेकर आ गया. इतना सब वो अपने हाथों में संभाल नही पाया और रिया को पेप्सी देते समय उसकी टीशर्ट में थोड़ी पेप्सी गिर गयी. हड़बड़ाकर सुनील रुमाल से रिया की चूचियों के ऊपर टीशर्ट पर गिरी पेप्सी को पोछने लगा. आँचल उसको मना कर पाती तब तक उसने एक दो बार रिया की चूचियों के ऊपर रुमाल से पोछ दिया. फिर वो अपनी सीट पर बैठ गया. आँचल ने रुमाल लेकर रिया की टीशर्ट से अच्छी तरह से पेप्सी पोछ दी.

रिया सोचने लगी जीजाजी जानबूझकर उसकी चूचियों को रुमाल से दबा रहे थे, लेकिन वो हॉर्नी फील कर रही थी , तो उसने जीजाजी को रोका नही बल्कि उसे अच्छा जो लग रहा था. वो तो आँचल ने सुनील को हटा दिया तब. फिर जब आँचल उसकी चूचियों के ऊपर से पेप्सी पोछ रही थी तो चूचियां दबने से रिया को मज़ा आ रहा था , उसने मुस्कुराते हुए आँचल को आँख मार दी.

कुछ देर बाद इंटरवल खत्म हो गया और मूवी शुरू हो गयी. पॉपकॉर्न खत्म करके सुनील फिर से आँचल के साथ मस्ती में लग गया. जल्दी ही वो दोनो मूवी देखना छोड़कर अपनी चुम्मा चाटी में लग गये. रिया को उन दोनो के गहरी साँसे लेने की आवाज़ सुनाई देने लगी. रिया भी मूवी देखते हुए बीच बीच में उनको देखने लगी. उसकी खुद की साँसे भी भारी होने लगी.

आँचल के होठों को चूसते हुए सुनील ने देखा रिया उन दोनो को ही देख रही है. उसने देखा रिया उत्तेजित सी लग रही है और उसके होंठ खुले हुए हैं. रिया ने जब देखा जीजाजी भी उसको देख रहे हैं तो शरमाकर वो सामने मूवी देखने लगी.

रिया को देखते पाकर सुनील और ज़्यादा उत्तेजित हो गया , उसने आँचल की चूचियों को ज़ोर ज़ोर से मसलना शुरू कर दिया. आँचल हल्की हल्की सिसकारियाँ लेने लगी. फिर सुनील ने आँचल की ब्रा ऊपर करके एक चूची बाहर निकाल दी .

रिया ये सब देख रही थी. उसने देखा आँचल की बाहर निकली हुई चूची के निपल तने हुए हैं. सुनील निपल को उंगली से दबाके घुमाने लगा. अब वो सीधा रिया की आँखो में देख रहा था. रिया अब नज़रें झुका नही रही थी बल्कि सीधा जीजाजी की आँखो में कामुक नज़रों से देख रही थी. दोनो लड़कियों को उत्तेजित देखकर सुनील को बहुत मज़ा आ रहा था. आँचल के साथ मस्ती करने से रिया पर पड़ते प्रभाव को देखकर सुनील ज़्यादा एक्साइटेड फील कर रहा था.

जब मूवी खत्म हुई तो रिया ने आँचल को कन्धा पकड़कर हिलाया. आँचल ने देखा फिल्म खत्म हो चुकी है और हॉल की लाइट्स ऑन हो गयी हैं. वो हड़बड़ाकर सुनील से अलग हुई. और जल्दी से अपनी ब्रा और ब्लाउज ठीक किया. हॉल से बाहर आते समय सुनील आँचल और रिया के पीछे चल रहा था. भीड़भाड़ में आँचल आगे निकल गयी , रिया और सुनील पीछे रह गये. रिया के ठीक पीछे चलते हुए सुनील उसके नितंबों में अपना लंड रगड़ने लगा. रिया समझ गयी जीजाजी उसकी गांड में पीछे से लंड चुभा रहे हैं , लेकिन वो कुछ नही बोली मज़े लेती रही. अब सुनील की हिम्मत बढ़ गयी. उसने देखा आँचल काफ़ी आगे निकल गयी है . थोड़ी देर तक रिया के नितंबों में लंड रगड़ने के बाद भीड़ से बचाने के बहाने से सुनील ने रिया की काँखों के नीचे हाथ डालकर उसे अपने से चिपका लिया और उंगलियों से उसकी चूची दबाने लगा. वो दोनो जानबूझकर धीरे धीरे चलने लगे.

हाल से बाहर आते ही सुनील को आँचल दिख गयी उसने जल्दी से रिया को छोड़ दिया. आँचल उनको ही ढूँढ रही थी पर अभी उसकी नज़र उनपर नही पड़ी थी. जब सुनील आँचल के पास पहुँचा तो आँचल थोड़ी उखड़ी हुई दिख रही थी.

सुनील ने पूछा , क्या हुआ तो आँचल ने कुछ जवाब नही दिया और बोली, चलो अब जल्दी, बाहर आने में इतनी देर लगा दी. जब वो तीनो पार्किंग में कार में बैठ गये तो आँचल ने बताया की हॉल से बाहर आते समय दो लड़के उसके पीछे थे और उन्होने भीड़भाड़ में उसके बदन और नितंबों पर खूब हाथ फिराया और नितंबों को मसल दिया.

सुनील को बीवी की बात पर गुस्सा आ गया , वो बोला,” वहीं पर क्यूँ नहीं बताया ? तुमने मुझे उन लड़को को दिखाना चाहिए था.”

आँचल बोली,” वहाँ पर सबके सामने ड्रामा करके क्या फायदा. इसलिए मैंने तुमसे कहा जल्दी चलो यहाँ से.”

देर शाम घर पहुँचकर नहाने के बाद फ्रेश होकर वो डिनर टेबल पर आ गये. आँचल के सास ससुर के साथ डिनर करते समय ज़्यादा बातें नही हुई.

डिनर के बाद रिया ने देखा की आँचल ने उसके लिए अपने रूम में एक एक्सट्रा बेड लगा रखी है.
रिया बोली,” आँचल, मैं तुम्हारी प्राइवेसी को डिस्टर्ब नही करना चाहती हूँ. मेरे लिए लिविंग रूम मे बेड लगा दो.”

आँचल बोली,” लिविंग रूम में क्यूँ सोएगी , मेरे साथ सोएगी.”

ससुर ने सुझाव दिया,” रिया मेरे बेडरूम में सास के साथ सो जाएगी और मैं लिविंग रूम में सो जाऊंगा.”
ससुर की बात कोई टाल नही सकता था , इसलिए ऐसा ही डिसाइड हो गया.

डिनर के बाद आँचल ने रिया को अपने बेडरूम में ताश खेलने बुलाया , वो दोनो सुनील के साथ ताश खेलने लगी. खेलते हुए तीनो हँसी मज़ाक कर रहे थे.

कुछ समय बाद रिया को आभास हो गया की आँचल और जीजाजी अब सेक्स करने के मूड में है. रिया नींद का बहाना करके उनके बेडरूम से बाहर आ गयी. रूम से बाहर आकर रिया ने देखा की ससुरजी लिविंग रूम में टीवी देख रहे हैं. रिया ने उनको गुडनाइट बोला और सास के बेडरूम में सोने चली गयी.

रूम मे आकर रिया ने छोटी सी नाइटी पहन ली. तभी ससुर कमरे में आ गया और सास को नींद को गोली देने लगा. सास को रोज़ रात को नींद की गोली देनी पड़ती थी तब जाके वो सोती थी. सास को गोली खिलाते हुए ससुर रिया को देख रहा था. रिया ने छोटी सी नाइटी पहनी हुई थी जो उसकी आधी जांघों तक पहुँच रही थी. रिया की चूचियों, उसकी खुली टाँगों और जांघों को ससुर ने ललचाई नज़रों से देखा.

फिर रिया से कहने लगा,” मैंने नींद की गोली दे दी है, अब ये सुबह तक आराम से सोएगी और तुम्हे यहाँ सोने में कोई परेशानी नही होगी.”

रिया ससुर की ललचाई नज़रों को महसूस कर रही थी. ससुर से उसे डर भी लगता था और एक्साइट्मेंट भी फील होती थी. सुनीता की जबरदस्त चुदाई करते हुए ससुर का बड़ा लंड रिया ने देखा था. वो याद आते ही रिया की नज़र ससुर के पैजामे पर पड़ी.

ससुर ने तुरंत भाँप लिया की रिया की नज़र उसके पैजामे पर पड़ी थी. ससुर इस जवान लड़की को चोदने को तड़प रहा था पर पहल करने में हिचक रहा था. फिर रिया की खुली जांघों को घूरते हुए वो रूम से बाहर चला गया.

तभी सुनीता भी रूम में आ गयी वो सास के बेड के पास फर्श पर गद्दा बिछाकर सोती थी. लाइट ऑफ करके रिया बेड में लेट गयी पर उसको नींद नही आ रही थी. वो दिन भर मे हुई घटनाओ के बारे में सोचने लगी . अभी आँचल और जीजाजी अपने बेडरूम में नंगे होकर चुदाई कर रहे होंगे , इस ख़याल से उसको मस्ती आने लगी.

उधर आँचल के बेडरूम में सुनील ने आँचल को नंगा कर दिया और अपने कपड़े उतारकर उसके ऊपर चढ़ गया. आँचल बड़ी खुश थी की आज सुनील उसकी अच्छी चुदाई करेगा. लेकिन उसकी खुशी थोड़ी ही देर में खत्म हो गयी . आँचल की चूत में लंड घुसाकर चुदाई करने के कुछ ही देर में सुनील झड़ गया. आँचल को फिर से वही फ्रस्ट्रेशन हो गया. लेकिन और दिनों की तरह इस बार झड़ने के बाद सुनील करवट लेकर सो नही गया बल्कि आँचल से रिया के बारे में तरह तरह के सवाल पूछने लगा.

उसने पूछा,” रिया कुँवारी है या चुदाई के मज़े ले चुकी है ?”

आँचल सुनील को रिया की चुदाई की बातें बताने लगी की कैसे उसके मंगेतर रवि ने सगाई के दूसरे दिन ही उसकी सील तोड़ दी थी.

ये लो चमत्कार हो गया , रिया की चुदाई के किस्से सुनकर सुनील का फिर से लंड खड़ा हो गया और वो आँचल की चूत में लंड घुसाकर फिर से उसे चोदने लगा. आँचल आश्चर्य से खुश होते हुए चुदवाने लगी और अपना किस्सा सुनाना जारी रखा.

“रिया बता रही थी की सगाई के दूसरे ही दिन रवि ने उसे अपने दोस्त के घर बुलाया और उस दोस्त के बेडरूम में ही उसकी चुदाई कर दी. “

सुनील रिया की चुदाई का किस्सा सुनते हुए जोश में आँचल को चोदने लगा.
आँचल सिसकारियाँ लेते हुए किस्सा सुनाती रही.
“रिया कह रही थी की वो तो शरम से पानी पानी हो गयी क्यूंकी दोस्त के बेड की चादर में उसकी चूत की सील टूटने से खून लग गया था.”

किस्सा सुनाते हुए आँचल मज़े से सिसकते हुए चिल्लाई, “ओह……..सुनील……. चोदो…...उननग्ग्घह…….ज़ोर से चोदो …..ओइईईईईईईई माँ …..”

आँचल को महसूस हुआ की चुदाई की बातों से सुनील को नया जोश चढ़ रहा है और वो अच्छे से उसकी चुदाई कर रहा है. तभी आँचल को ओर्गास्म आ गया.
“ऊऊओह……..आआहह…..ओइईईईईईईईईईईईईईईईई…..”

सुनील ने भी दूसरी बार आँचल की चूत में पानी छोड़ दिया.

आँचल को याद नही था की सुनील के साथ चुदाई में पिछली बार कब उसे ओर्गास्म आया था. बहुत लंबे समय बाद सुनील के साथ उसे ओर्गास्म आया था , इस चमत्कार से वो बहुत खुश हुई और उसने सुनील से बातें करना जारी रखा.

फिर वो सुनील को बताने लगी की सिनेमा हॉल से बाहर आते समय उन दो लड़को ने कैसे उसके नितंबों को मसला था और चिकोटी काटी थी. उसकी कामुक बातों से सुनील का लंड फिर से खड़ा होने लगा. लेकिन उन लड़को के बारे में बताने के लिए आँचल के पास इतना ही था. तो उसने सुनील की उत्तेजना बढ़ाने के लिए मनगणंत किस्सा सुनाना शुरू किया की कैसे उन दोनो लड़को ने उसके आगे पीछे खड़े होकर उसको बीच में सैंडविच बना दिया. एक उसकी चूचियों को दबा रहा था और दूसरा उसके नितंबों को मसल रहा था.

उत्तेजित होकर सुनील तीसरी बार आँचल के ऊपर चढ़ गया और उसकी चूत में लंड घुसाकर आँचल को चोदने लगा.

आँचल खुश होकर चुदवाते हुए सुनील को झूठ मूठ में बताने लगी की उन दोनो लड़को के बीच में फंसकर उसने अपने को कितना असहाय महसूस किया लेकिन उनके बदन को मसलने से उसे उत्तेजना भी महसूस हो रही थी. और लोगो के सामने उसका बदन उन लड़को ने मसल दिया जिससे उसकी चूत से रस बहने लगा था.

“उनन्नज्ग्घ……...सुनील …….वो दोनो लड़के बोल रहे थे की मेरे मुममे बहुत मस्त हैं…..आअहह…” आँचल उत्तेजना से अपना सर झटकते हुए बोली. उसको आज दूसरी बार ओर्गास्म आ गया था.

सुनील भी तीसरी बार झड़ गया. ज़ोर से सिसकारियाँ लेती आँचल ने सुनील को अपने ऊपर जकड़ रखा था. सुनील की पीठ पर उसने उत्तेजना से नाख़ून गड़ा दिए.

तीन बार की चुदाई से थककर सुनील और आँचल एक दूसरे की बाँहो में संतुस्ट होकर नंगे सो गये.

उधर रिया को नींद नही आ रही थी , बेड पर लेटे हुए वो उत्तेजित महसूस कर रही थी. तभी उसने कुछ आहट सुनी.
 
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उधर रिया को नींद नही आ रही थी , बेड पर लेटे हुए वो उत्तेजित महसूस कर रही थी. तभी उसने कुछ आहट सुनी. रिया ने देखा सुनीता फर्श में बिछे अपने बिस्तर से उठी और चुपचाप कमरे से बाहर चली गयी. रिया समझ गयी की सुनीता ससुरजी के पास लिविंग रूम में जा रही है. रिया को उत्सुकता हुई और 5 मिनिट इंतज़ार करके वो भी चुपचाप कमरे से बाहर आ गयी और लिविंग रूम के दरवाजे से अंदर झाँकने लगी.

रिया ने देखा सुनीता और ससुरजी दोनो नंगे हैं. सुनीता झुककर ससुरजी का लंड चूस रही थी और वो उसकी बड़ी बड़ी चूचियों को मसल रहा था. ससुर का लंड सुनीता के मुँह में अंदर बाहर जाते देखकर रिया को बड़ी एक्साइट्मेंट हुई. ससुर का लंड बड़ा और मोटा था और सुनीता उसको ज़्यादा से ज़्यादा अपने मुँह के अंदर लेने की कोशिश कर रही थी. रिया से रुका नही गया, उसने अपनी पैंटी नीचे खिसका दी और टाँगे फैला के तेज़ी से अपनी क्लिट को मसलने लगी.

रिया जबसे आँचल के घर आई थी तबसे दो बार वो ससुरजी और सुनीता की चुदाई देख चुकी थी. सिनेमा हॉल में सुनील और आँचल की मस्ती और उसके बाद हॉल से बाहर आते समय सुनील ने उसके साथ मज़ा लिया था. इन सबसे रिया बहुत गरम हो चुकी थी और अब उसकी चूत को लंड की सख़्त ज़रूरत महसूस हो रही थी. लिविंग रूम के दरवाज़े पर खड़े होकर रिया तेज़ी से अपनी चूत में उंगली करने लगी . उसको ओर्गास्म आने ही वाला था . उसकी आँखे नशीली हो गयी और वो मुँह से सिसकारियाँ निकालने लगी.

ससुर ने रिया की सिसकारियाँ सुन ली. आज वैसे भी वो सावधान था, उसे यक़ीन था की रिया सुनीता की चुदाई देखने आएगी. उसने सुनीता के मुँह से लंड निकाल लिया और तेज़ी से पलटकर रिया के पास आ खड़ा हुआ. रिया आँखे बंद करके सिसकारी लेते हुए अपनी चूत में उंगली कर रही थी तभी किसी ने उसके मुँह पर हाथ रख दिया.

ससुर ने एक हाथ रिया की जाँघो के नीचे डाला और दूसरा हाथ उसके मुँह से हटाकर उसकी कांख के नीचे डाला और गोदी में उठाकर रिया को लिविंग रूम में ले आया. ये सब इतनी जल्दी हुआ की रिया को समझ ही नही आया की क्या हो रहा है. फिर सोफे में बैठकर ससुर ने रिया को अपनी गोद में बिठा लिया. रिया के नंगे नितंबों पर ससुर का खड़ा लंड चुभने लगा. तब जाकर रिया को होश आया की वो ससुर की गोद में बैठी है. उसके मुँह से ज़ोर से ……ऊऊओह….निकल गया. ससुर ने झट से उसके मुँह पर हाथ रखकर उसकी आवाज़ बंद कर दी.

“चिल्लाओ नही रिया बेटी. मैं तुम्हें कुछ नही करूँगा.” ससुर घबराई हुई रिया को शांत करने का प्रयास करने लगा. रिया ने ससुर के फनफनाते लंड की चुभन नीचे से अपने नितंबों पर महसूस की. उसने मुड़कर देखा, नंगी सुनीता उसे देखकर मुस्कुरा रही थी.

“मैं अभी अपना हाथ तुम्हारे मुँह से हटा रहा हूँ , चिल्लाना मत.” रिया के मुँह से हाथ हटाते हुए ससुर बोला.

“कल रात भी तुमने मुझे सुनीता को चोदते हुए देखा है. है ना ?”

रिया को ससुर से डर भी लग रहा था पर उसके बदन में सनसनी भी हो रही थी. घबराहट से उसकी आवाज़ ही नही निकली तो उसने सर हिलाकर ‘ना’ में जवाब दिया.

“अरे रिया बेटी, झूठ क्यूँ बोलती है ? मेरे पास तेरी पैंटी है. जो तू कल रात दरवाज़े के पास छोड़ गयी थी.” ससुर ने रिया की पोल खोल दी.

फिर रिया की टांगों में फँसी पैंटी को उतारकर ससुर उसके मुलायम नितंबों को सहलाने लगा. उसका लंड रिया की जाँघो के अंदरूनी भाग में चूत के पास रगड़ खा रहा था.

रिया को कोई जवाब ना देते देखकर ससुर ने उसके नितंब पर एक चपत लगाई और कहने लगा,”बोलो बेटी , सच सच बताओ. देखा था ना ?”

“हाँ मेरे से ग़लती हो गयी……..जी , आँचल दीदी ने भी मुझपर गुस्सा किया था. प्लीज़ अब मुझे जाने दो.” धीमे स्वर में रिया बोली.

लेकिन अंजाने में उसने आँचल का भी नाम ले लिया था. अब ससुर का दिमाग़ घूमा. अच्छा तो ये बात है, बहू ने भी चुदाई देखी थी. आँचल भी वहाँ आई थी जानकर ससुर को बड़ी उत्तेजना आई.

“जाने दूँगा बेटी, पहले ये बताओ की तुम दोनो दरवाज़े से देखकर क्या कर रही थी ?” ससुर रिया की क्लिट को अपने अंगूठे से मसलते हुए बोला.

“उन्न्ञन्घह……आअहह……..ऊऊहह….” रिया सिसकने लगी.

ससुर ने रिया की गीली चूत में उंगली डाल दी और अंगूठे से क्लिट को मसलते रहा.

“ऊऊहह…..” रिया उत्तेजना से सिसकने लगी.

“तुम दोनो ने क्या देखा ?” रिया की चूत में उंगली करते हुए ससुर बोला.

“ऊऊओह………..आआहआआअ” रिया उत्तेजना से अपने नितंबों को ऊपर उठाते हुए सिसकी.

“बोलो बोलो रिया बेटी, तुम दोनो ने क्या देखा ?” रिया को तड़पाने के लिए धीरे से उसकी क्लिट मसलते हुए ससुर बोला.

रिया उत्तेजना से काँपने लगी, उसकी चूत से रस बहने लगा .

“हम दोनो ने आपको नौकरानी को चोदते देखा……...आाआईयईईई……”

“क्या तुम दोनो अपनी चूत मसलने लगी थी ?” चूत में धीरे धीरे उंगली करते हुए ससुर बोला. वो रिया को इतनी जल्दी झड़ने नही देना चाह रहा था.

“आऐईयईई……….. हाँ………….ओह..” सिसकारियाँ लेते हुए रिया ने जवाब दिया. उसको ओर्गास्म आने ही वाला था. वो अपने नितंबों को ऊपर उछालकर ससुर की उंगलियों को अपनी चूत के अंदर गहराई तक लेने की कोशिश करने लगी. किसी भी तरह जल्दी से वो ओर्गास्म का आनंद लेना चाह रही थी पर ससुर उसको तडपा रहा था.

ससुर समझ गया अब रिया झड़ने वाली है तो उसने अपनी उंगलियाँ चूत से बाहर निकाल ली. फिर रिया की दोनो टाँगों को अपने दोनो तरफ रखकर उसने रिया का मुँह अपनी तरफ करके गोद में सीधा बिठा लिया.

फिर ससुर ने रिया के गाल पर हल्के से थप्पड़ मारा और मेरी तरफ देखो कहा. रिया ने मदहोशी से ससुर को देखा, उसके होंठ खुले हुए थे, उत्तेजना से वो कांप रही थी.

“हाँ, चोदो मुझे……..प्लीज़ चोदो…..” अपना ओर्गास्म रुक जाने से वो तड़पने लगी.

“तुम्हारी तो अभी शादी भी नही हुई है. क्या ये ठीक होगा ? “ रिया को तड़पाने में ससुर को मज़ा आ रहा था.

“ओह्ह……..मुझे अपना लंड दो…….” झुँझलाकर रिया ने ससुर के कंधे पकड़ लिए और अपने नितंबों को ऊपर उठाकर , हाथ से ससुर का लंड पकड़कर अपनी चूत में डाल दिया. फिर लंड पर नीचे को बैठ गयी.

लंड अभी थोड़ा ही अंदर गया था की रिया को रुका हुआ ओर्गास्म आ गया.

“ऊऊहह…………..ओइईईईईईईईईईईईईई…………………आआहह………” सिसकते हुए रिया ससुर की छाती में लुढ़क गयी और उसकी चूत से फिसलकर लंड बाहर आ गया.

ससुर ने थोड़ी देर तक रिया के शांत होने का इंतज़ार किया . जब उसकी साँसे लौट आई तो ससुर बोला,” ऐसे नही बेटी. देख अब मैं तुझे चोदना सिखाता हूँ.”

फिर ससुर ने रिया को सोफे पर लिटा दिया और उसकी टाँगे फैला दी. रिया की चूत के फूले हुए होठों के बीच लंड का सुपाड़ा घुसाकर उसने एक धक्का दिया और सुपाड़ा चूत के अंदर घुस गया.

“ओइईईई………….उनन्नगज्गघह………..आआहह…….” रिया सिसकने लगी. मोटे सुपाड़े ने उसकी टाइट चूत की दीवारों को फैला दिया था.

ससुर ने रिया की टाइट चूत को महसूस किया. वो समझ गया रिया अभी ज़्यादा नही चुदी है. आह ……..आज कितने लंबे अरसे के बाद इतनी टाइट चूत चोदने को मिली है. कॉल गर्ल्स और नौकरानियों की चूत तो पहले से ही बहुत चुदी हुई होती हैं. लेकिन आज तो ये नयी नयी कली मिली है जो चुदने को तड़प रही है.

धीरे धीरे ससुर अपने बड़े लंड को रिया की चूत में घुसाने लगा. रिया अपना सर दोनो तरफ पटकने लगी.
उसको महसूस हो गया ससुरजी का बड़ा लंड उसकी टाइट चूत के लिए बहुत बड़ा है. रिया के माथे पर पसीना छलक आया. रिया को सर पटकते देखकर ससुर ने लंड चूत के बाहर निकाल लिया. फिर कुछ पल रुककर फिर से अंदर डाल दिया पर इस बार कुछ और ज़्यादा गहराई तक घुसा दिया.

सुनीता ने रिया के माथे का पसीना पोछा और बोली,” डरो मत मेमसाब. बस थोड़ा दर्द होयेगा और उसके बाद मज़ा ही मज़ा…….”

रिया ने सिसकारियाँ लेते हुए सुनीता को देखा, सुनीता उसका माथा सहलाती रही.

“साब थोड़ा धीरे से घुसाओ. लगता है की मेमसाब को इतना बड़ा लंड लेने में बहुत तकलीफ़ हो रही है.” सुनीता ने ससुर से कहा.

ससुर रिया की चूत से लंड पूरा बाहर निकालकर थोड़ा थोड़ा अंदर डालने लगा जिससे चूत को बड़े लंड की आदत हो जाए. ऐसा करते करते आख़िरकार उसने जड़ तक लंड रिया की चूत में घुसा दिया. रिया को ऐसा लगा जैसे उसकी चूत की दीवारें पूरी फैल गयी हैं.

अब ससुर धीरे धीरे धक्के लगाने लगा. रिया सिसकारियाँ लेने लगी और ससुर की पीठ को उसने अपनी बाँहो में भर लिया.

ये देखकर सुनीता बोली,” देखो मेमसाब, अब मज़ा आ रहा है ना ?”

“उनन्नघ……….उहह……… हाँ मज़ा आ रहा है……….और ज़ोर से करो………...बहुत मज़ा आ रहा है…...ओह….”

ससुर खुश हो गया की रिया को अब मज़ा आ रहा है और वो उससे और ज़ोर से धक्के लगाने को कह रही है.
ससुर ने अपनी स्पीड बढ़ा दी और तेज तेज धक्के लगाकर रिया की चूत की ठुकाई करने लगा………...फॅट फॅट फॅट …….

उसके धक्कों से रिया का पूरा बदन और सोफा भी हिलने लगा. ससुर की गोलियाँ रिया के ऊपर उठे हुए नितंबों पर टकराने लगी. रिया की चूचियों को मुँह में भरकर वो चूसने लगा और तेज तेज स्ट्रोक लगाने लगा.

अपनी चूत पर पड़ते तेज धक्कों से रिया को दूसरी बार ओर्गास्म आ गया ….आआहह……..ऊओिईईई………ओह…..
रिया इतनी उत्तेजित हो गयी की उसने अपने पास बैठी सुनीता की बड़ी चूची को पकड़ा और उस पर अपने दाँत गड़ा दिए.

नंगी रिया को ओर्गास्म की उत्तेजना से चिल्लाते देखकर ससुर ने जल्दी से उसका मुँह बंद कर दिया. और वो खुद को भी नही रोक पाया. जवान कली की चूत को उसने अपने गरम वीर्य से भर दिया. फिर उसने अपना लंड चूत से बाहर निकाल लिया. रिया की चूत से बाहर निकलते वीर्य को देखकर ससुर को ध्यान आया की उसे कंडोम यूज़ करना चाहिए था क्यूंकी अभी रिया की शादी नही हुई थी.

तभी उसने देखा सुनीता रिया के चेहरे को चूमने लगी है. चूम चूमकर उसने रिया का मुँह गीला कर दिया और फिर अपनी बड़ी चूची रिया के मुँह में डाल दी. रिया सुनीता की बड़ी चूचियों को चूसने लगी. सुनीता ने रिया का हाथ पकड़कर उसकी उंगली अपनी चूत में डाल दी. एक एक करके रिया ने सुनीता की गीली चूत में तीन उंगलियाँ डाल दी. अब रिया सुनीता की चूचियों को काटने लगी और उसकी चूत में तीन उंगलियाँ तेज़ी से अंदर बाहर करने लगी.

उन दोनो की काम लीला देखकर ससुर का लंड फिर से खड़ा होने लगा. बहुत लंबे समय से ससुर को इतनी उत्तेजना और इतना मज़ा नही मिला था.

अब वो फिर से रिया की टाइट चूत को चोदना चाह रहा था. उसने सुनीता को एक तरफ हटा दिया और रिया को अपनी गोद में बिठा लिया. फिर वो रिया के क्यूट चेहरे को चाटने लगा. रिया के पतले कंधों , उसकी गर्दन को चाटने के बाद वो रिया की चूचियों को चूसने लगा. रिया जैसी कच्ची कली को पाकर ससुर उत्तेजना से पागल हो गया था. वो रिया के बदन को हर जगह चूमने और चाटने लगा.

“ कितना मीठा स्वाद है इस लड़की का…”चाट चाटकर उसने रिया को पूरा गीला कर दिया.

ससुर को ऐसा करते देख रिया को हैरानी हुई लेकिन बदन चाटने से उसे बहुत सनसनी हो रही थी.

“ओह……..हाँ……….ओह…….उहह..” वो सिसकने लगी.

गोद में बिठाकर ससुर उसे चाटने में पड़ा था और उसका फनफनाता लंड रिया को अपनी नितंबों के नीचे महसूस हो रहा था. फिर अपने लंड को नीचे से निकालकर ससुर ने रिया के पेट पर लगा दिया और रिया के रसीले पतले होठों को मुँह में भरकर बेतहाशा चूमने लगा. आज तक किसी भी आदमी ने उसे ऐसे नही चूसा था जैसे ससुर ने , रिया को लगा जैसे ससुर उसका पूरा बदन ही चाट चाटकर खा जाएगा. आनंद से वो सिसकती रही.

फिर रिया को थोड़ा ऊपर उठाकर ससुर ने रिया की चूत में लंड घुसा दिया.

“उंगग्घह……....ओह..” फिर से अपनी टाइट चूत में मोटा लंड घुसने से रिया सिसकी.

रिया को मस्ती से अपनी गोद में झूमते देखकर ससुर बहुत उत्तेजित हो गया. उसने पूरा लंड रिया की चूत में घुसा दिया.

“ओह्ह ………ज़ोर से चोदो ………...” रिया मदहोशी में बोली.

अब रिया के दोनो नितंबों को अपने हाथों में पकड़कर ससुर रिया को अपने लंड पर उछालने लगा. रिया मज़े से चुदवाते हुए सिसकारियाँ लेने लगी.

ससुर की गोद में लंड पर उछलते हुए रिया को तीसरी बार ओर्गास्म आ गया. ससुर ने भी रिया की चूत को फिर से वीर्य से भर दिया और उत्तेजना में उसके कंधे को दांतो से काट लिया.

“ऊीईईई……………...आऐईयईईई…….” अपने पतले कंधे पर ससुर के दाँत गड़ने से रिया चिल्लाई और झड़ने के बाद दोनो सोफे पर लुढ़क गये.

सोफे पर रिया के बदन के ऊपर ससुर कुछ देर तक पड़ा रहा. फिर जब उसे रिया के हल्के हल्के सुबकने की आवाज़ आई तो वो रिया के ऊपर से उठ गया. उसने सुबकती हुई रिया के गालों को प्यार से सहलाया और उसे सोफे से उठाने लगा.

रिया सोफे से उठी लेकिन उसकी टाँगे काँपने लगी और वो सहारे के लिए ससुर के बदन को पकड़कर झूल गयी. ससुर ने उसके गालों को सहलाया और ‘बेटी बेटी’ कहकर पुचकारते हुए रिया को सहारा देते हुए उसके कमरे में ले जाकर बेड पर लिटा दिया. फिर उसके माथे का चुंबन लेकर उसको चादर ओड़ा दी और कमरे से बाहर आ गया. लिविंग रूम में आकर उसने सुनीता को 200 रूपये दिए और उससे अपने कमरे में जाकर सो जाने को कहा. दो बार रिया को चोदने से वो संतुष्ट हो गया था, अब आज सुनीता को चोदने की उसकी इच्छा नही थी.
 

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