अगली सुबह आँचल और रिया जब उठीं तो दोनो खुश दिखाई दे रही थी. रात में दोनो ने अच्छी चुदाई का मज़ा लिया था , इसलिए दोनो के चेहरे खिले हुए थे. आँचल की शादी को अब एक साल पूरा होने को था और हनीमून के बाद पहली बार सुनील ने एक रात में उसे तीन बार चोदा था. आँचल सोचने लगी , रिया के आने के बाद से सुनील की सेक्स करने की इच्छा बढ़ गयी है और आँचल ने जो अपने साथ छेड़छाड़ का किस्सा बढ़ा चढ़ा कर सुनाया था उससे भी सुनील उत्तेजित हुआ था. सुनील का लंड बड़ा नही था लेकिन दो बार आँचल झड़ी तो थी चुदाई से, वो संतुष्ट थी और ये उसके खिले हुए चेहरे से साफ दिख भी रहा था.
दूसरी तरफ रिया की ससुर ने जमकर चुदाई की थी. वैसे रिया कुँवारी नही थी क्यूंकी अपने मंगेतर रवि के साथ 6-7 बार वो चुदाई का मज़ा ले चुकी थी, लेकिन जो मज़ा उसे अनुभवी ससुर ने दिया था वो उसे रवि के साथ नही आया था. सुबह नींद खुलने पर रिया रात को हुई चुदाई के बारे में सोचने लगी. ससुरजी 55-56 के तो होंगे ही , लेकिन असली मर्द हैं. कैसे उन्होने मुझे गोद में बिठा के चोदा, बड़ा लंड होने के बावजूद बिना ज़्यादा दर्द कराए हुए ही आराम से मेरी चुदाई कर दी. वास्तव में ससुरजी अनुभवी चोदू हैं. लड़कियों को पटाकर कैसे मज़ा देना है , इस सब में ससुरजी को बहुत अनुभव है. ससुरजी के बारे में सोचकर रिया को फिर से उत्तेजना आने लगी.
चादर के अंदर हाथ डालकर रिया अपनी क्लिट को मसलने लगी. चुदाई के मामले में ससुरजी के सामने तो रवि बिल्कुल अनाड़ी है. रिया सोचने लगी , अभी तक की रवि के साथ उसकी चुदाई दो जवान लेकिन अनाड़ी जोड़े की चुदाई की तरह थी. ना उसे अनुभव था, ना रवि को. लेकिन एक ही रात में ससुर ने रिया को दिखला दिया था की चुदाई के मज़े कैसे लेते हैं. इन सब ख़यालो में डूबी हुई रिया तेज़ी से अपनी क्लिट को रगड़ने लगी. उसको जल्दी ही ओर्गास्म आ गया.
“आअहह…………..ऊऊओह………..” रिया सिसकारी लेते हुए झड़ने लगी.
तभी बेडरूम का दरवाज़ा खुला और ससुर अंदर आ गया. हड़बड़ाकर रिया ने चादर के अंदर से अपना हाथ बाहर निकाला और ससुरजी से ‘गुड मॉर्निंग’ कहा.
ससुर ने देखा रिया की आँखे नशीली हुई पड़ी हैं और चेहरा लाल हो रखा है. चादर के अंदर से झट से हाथ बाहर निकालते देखकर ससुर समझ गया , की रिया ज़रूर मूठ मार रही होगी. कल रात मेरे साथ चुदाई में इसको मज़ा आया लगता है.
ससुर रिया के बेड के पास आया और उसका माथा और चेहरा सहलाते हुए पूछने लगा की वो अब कैसा फील कर रही है ?
रिया ओर्गास्म की मदहोशी में थी, उसने धीमी आवाज़ में जवाब दिया, मैं ठीक हूँ.
रिया को बेडरूम में अकेली देखकर, सास के बारे में पूछने पर रिया ने बताया की अभी सास को बाथरूम में सुनीता नहला रही है.
ये सुनकर ससुर रिया के बेड में बैठ गया और फिर अपना हाथ उसने चादर के अंदर डालकर नंगी रिया की चूत पर रख दिया. अपनी रस टपकाती चूत पर ससुर का हाथ पड़ते ही रिया की साँसे अटक गयी.
हाथ में गीलापन महसूस करके ससुर बोला,” रिया बेटी, लगता है तुम कल रात की चुदाई को याद कर रही हो.”
“ऊऊओह…………...” अपनी गीली चूत के अंदर ससुर की अंगुली के जाने से रिया सिसकी.
रिया की गीली चूत में दो अंगुलियां डालकर ससुर अंदर बाहर करने लगा और अपने अंगूठे से उसकी क्लिट को रगड़ने लगा.
“रिया , तेरी चूत कितनी प्यासी है, कितना पानी छोड़ रही है. दिल करता है की अपने लंड को तेरी चूत में पूरा दिन घुसा के रखूं.” जवान लड़की की चूत में अंगुलियां चलाते हुए ससुर बोला.
“उनन्नग्घह…………. ओह्ह………हाँ………हाँ…….” ससुर को मदहोशी से देखते हुए रिया सिसकी. और उसने अपना हाथ ससुर के पैजामे में लंड के ऊपर रख दिया और उसे सहलाने लगी.
रिया के सहलाने से ससुर का लंड पैजामे के अंदर झटके मारने लगा. ससुर खुश हो गया की रिया तो खुद ही अपना हाथ उसके लंड पर लगा रही है और चुदाई के लिए बेकरार हो रही है. अपनी आधी से भी कम उमर की जवान सेक्सी लड़की के साथ ससुर खुद को भी युवा महसूस करने लगा. आह……….ये तो अभी यहीं पर चुदने को तैयार है. काश अभी हम इस घर में अकेले होते तो मैं इस कच्ची कली को दिन भर प्यार करता, इतना चुदाई करता की रिया कामतृप्त हो जाती. लेकिन इतने लोगो के बीच तो सिर्फ़ रात में ही उसको चुदाई का मौका मिल सकता है.
ससुर ने ठंडी आह भरते हुए रिया की चूत से अंगुलियां निकाल ली और रिया के खुले हुए मुँह में डालकर उसे अपना ही चूतरस चटवा दिया.
तभी बाथरूम का दरवाजा खुलने की आवाज़ आई. अपने लंड से रिया का हाथ बड़ी मुश्किल से छुड़ाकर ससुर बेड से उठ खड़ा हुआ. अपनी बीवी को बाथरूम से बाहर आते देखकर ससुर ने हाथों से खड़े लंड को छुपाया , जो पैजामे में तंबू बना रहा था, और झट से बाथरूम में घुस गया.
रिया ने नाइटी पहन ली थी ,तभी बेडरूम में आँचल भी आ गयी और ‘गुड मॉर्निंग रिया’ बोली.रिया आँचल के साथ चली गयी और बाथरूम से आकर लिविंग रूम में दीदी जीजा के साथ सुबह की चाय पीने आ गयी.
रिया को देखते ही सुनील ‘गुड मॉर्निंग रिया’ बोला और हल्के से उसका आलिंगन कर लिया. आँचल ने देखा सुनील नाइटी पहनी हुई रिया से आलिंगन करते हुए गुड मॉर्निंग कह रहा है. उसे थोड़ा अजीब लगा और थोड़ी जलन सी हुई. आलिंगन करके विश क्या करनी थी वैसे भी तो कह सकता था, हुह.
रिया को भी लगा की जीजाजी उससे मज़े ले रहे हैं , लेकिन उसे कोई ज़्यादा फरक नही पड़ता था.
तभी आँचल के सास ससुर भी वहाँ आ गये और चाय पीने लगे. ससुर से नज़रें मिलते ही रिया शरमा गयी.
ससुरजी ने पहले रिया को देखा , फिर उसकी नज़र बहू आँचल पर पड़ी. रिया को शरमाकर नज़रें फेरते देख ससुर मन ही मन मुस्कुराया. रिया जैसी जवान लड़की को चोदकर वो काफ़ी खुश था. लेकिन मादक आँचल पर नज़र पड़ते ही उसके घाव हरे हो गये. आँचल खूब खुश दिखाई दे रही थी और सबसे हंस हंस कर बातें कर रही थी. आह ….बहू कितनी खिली खिली दिख रही है. ना जाने कब मेरी इच्छा पूरी होगी आँचल को चोदने की. काश मैं आँचल को सिखा पाता की चुदाई का मज़ा कैसे लिया जाता है, असली मर्द से चुदाई का मज़ा कैसे मिलता है. साल भर होने को आया लेकिन मेरी इच्छा अभी तक पूरी नही हुई.
बातों बातों में आँचल ने रिया से कुछ और दिन देल्ही में रुकने को कहा. उसकी बात अभी पूरी भी नही हुई थी की जल्दी से ससुर और सुनील दोनो एक साथ बोल पड़े , हाँ रिया थोड़े दिन और रुक जाओ.
आँचल हैरानी से सुनील और ससुर का मुँह देखने लगी, इन दोनो को बड़ी जल्दी पड़ी है .
रिया को तो मौका मिल गया, ससुर के साथ चुदाई का मज़ा कुछ और रातों को मिलेगा. लेकिन सावधानी बरतते हुए अपनी इच्छा को छुपाकर वो ना नुकुर करने लगी. फिर सबके मनाने और ज़ोर देने पर वो दो दिन और रुकने को राज़ी हो गयी. रिया ने चंडीगढ़ फोन करके मम्मी को बता दिया की वो दो दिन और आँचल के घर रहेगी.
सुनील और ससुर रिया के रुकने से मन ही मन बहुत खुश हो गये. सुनील खुशी छुपा नही पाया और बोला की मैं फैक्ट्री से जल्दी आ जाऊंगा ताकि तुम लोगों के साथ टाइम बिता सकूँ.
ससुर ख़यालों में डूब गया की आने वाली दो रातें रिया की जवान बाहों में रंगीन होंगी.
आँचल भी खुश थी, रिया के यहाँ रुकने से सुनील को जोश चढ़ा रहेगा और सुनील के साथ आँचल की भी रातें रंगीन रहेंगी.
चारों के मन में अपनी अपनी खुशी थी. फिर सभी लोग अपने अपने काम के लिए लिविंग रूम से चले गये.
शॉपिंग के लिए आँचल और रिया तैयार होकर जाने लगी तभी रिया का फोन आ गया. मंगेतर रवि का फोन था. जब रिया ने बताया की वो और दो दिन देल्ही रुकेगी तो रवि बोला , यार मैं इतने दिन से तुम्हे मिस कर रहा हूँ और तुम दो दिन और लेट कर रही हो. मैं कार ड्राइव करके देल्ही आ रहा हूँ और हम साथ ही चंडीगढ़ वापस जाएँगे.
रवि के आने की खबर से रिया खुश तो हुई लेकिन जैसा रवि ने सोचा था की वो खुशी से उछल पड़ेगी , वैसा एक्साइट्मेंट रिया की बात में उसे नज़र नही आया. क्यूंकी रिया तो रुकी ही ससुर से चुदाई के लिए थी. ऐसे में रवि का होना तो बाधा ही पैदा करता. लेकिन रवि देल्ही में अपने रिश्तेदारों के यहाँ रुकने वाला था तो ससुर के साथ रात में रिया मज़ा ले सकती थी.
शॉपिंग के बाद जब लंच टाइम में आँचल और रिया घर वापस आई तो रवि को इंतज़ार करते पाकर हैरान हो गयी, अरे तुम इतनी जल्दी कार ड्राइव करके पहुँच भी गये.
रिया को देखते ही रवि सोफे से उठा और उसका आलिंगन कर लिया. आँचल के सामने ही उसने रिया को कसके पकड़कर उसके गालों और होठों का चुंबन ले लिया. रिया ने अपने को आलिंगन से छुड़ाया और आँचल का रवि से परिचय कराया.
आँचल ने गौर किया, जैसा रिया कह रही थी, वैसा ही लंबा चौड़ा , हैंडसम है रवि और शक़ल सूरत भी अच्छी है. रवि ने भी आँचल की मादकता को महसूस किया.
फिर वो सभी लंच टेबल पर आ गये. रवि रिया से बातों में मशगूल था, कभी कभार आँचल पर भी नज़र डाल लेता था.
आँचल को थोड़ी ईर्ष्या हुई , रवि तो ऐसे खुलेआम रिया से प्यार जता रहा है जैसे यहाँ पर और कोई है ही नही. आँचल सोचने लगी सुनील तो सबके सामने ऐसे उससे प्यार नही जताता.