Incest जिन्दगी एक अनाथ की ~written by Goldybull~

Well-known member
1,131
1,471
143
Update 39
शिवा के माथे से पसीना टपक रहा था ,उसको अपने आप ही गुस्सा आने लगा था ,इतनी शक्तिया है उसके पास और वो कैसे ऐसी भूल कर बैठा ,उसे इतना भी पता नही चल सका कि वह सुनीता की नही शांति के जिस्म से खेल रहा है , शिवा ने सुनीता को याद करते हुवे देखा तो वो,इसी होटल के दूसरे कमरे में सिमा के साथ सो रहीं थी ,शिवा को क्या करे यह समझ नहीं आ रहा था ,उसके लंड को शांति के चुत की गर्मी और कसावट से मजा आ रहा था ,उसके लंड को शन्ति की चुत की थरथराहट से मजा आ रहा था ,उसके हाथों में जो उसके नरम और मोटी गांड थी,शिवा सोचते हुवे कब अपनी कमर हिलाने लगा और उसकी गांड दबाने लगा उसे खुद पता नही चला ,उसे इस मखमली चुत में लंड को मजा आ रहा था ,किसी कमसिन लड़की के जैसी वो चुत लग रही थी उसको, उसने अपने तूफानी धक्कों से उस चुत के बारा बजा दिए थे ,उसने जब अपने लंड से अपनी लंबी लंबी पिचकारियां को शांति के चुत में लबालब भर दिया तब उसको होश आया कि उसने क्या कर दिया ये ,साला इसकी बेटी से प्यार करता हु और इसको ही चोद डाला ,अब क्या मुह दिखाऊंगा पूजा को ,शिवा ने शांति के बदन को चादर से ढक दिया ,और अपने आप को गालियां देता हुवा वापिस आ गया ,वो अपने बिस्तर पर पड़ा यह सोच रहा था ,साला में भी अपनी शक्तियों का इस्तेमाल पूरा नही कर रहा ,मुझे ज्वाला की बातों से यह तो यकीन है मुझ मे कुछ खास बात है जो में उसकी मन की बाते सुन सकता हु , उसके पास मेरी जैसी सभी शक्तियां है,पर वो गायब नहीं हो सकती ,और ना किसी चीज के आरपार जा सकती है ,उसकी स्पीड भी मुझसे कम लगती है जहाँ में 1 सेकंड में 100 km से ज्यादा दूर जा सकता हु तो वो 1 मिनिट में 100 km जा सकती है ,मुझे अब अपनी शक्तियों पर ध्यान देना होगा ऐसी ग़लती दुबारा नही होंनी चाहिए मुझसे, यह सोचकर शिवा उस पहाड़ी इलाके मे पहुँच कर अपनी शक्तियों को आजमाने लगा ,पहले उसने दौड़ने के बारे में सोचके दौड़ लगाई ,अब वह स्पीड कैसे गिने ,उसने उस पहाड़ी से हाइवे तक दौड़ लगाई ,हाइवे पर जाकर उसने दौड़ लगानी शुरू की ,उसको यकीन ही नही हो रहा था अपनी स्पीड का ,उसकी नजर उसको दौडते हुवे दूर तक का दिखा रही थी ,उसको रास्ते मे आने वाले मोड़ ,गाड़िया ,सब पहले ही नजर आते थे ,उसने रुक कर देखा तो वो 1 मिनिट भी नही दौड़ा था 10 सेकंड में ही वो उस पहाड़ी वाली जगह से 500 km दूर आ गया था ,उसने वापिस मुड़ के दौड़ लगाई तो वो उससे भी जल्दी पहाड़ी इलाको में पहुच गया ,शिवा अब एक जगह बैठ कर सोचने लगा ,मेने अभी तक जितनी भी शक्तियों के बारे में सोचा था ,वो में कर पाया था, इसका मतलब यह तो नही में जो सोचूं वो शक्ति का इस्तेमाल कर सकता हु ,यही सोचकर शिवा ने हवा में उड़ने के बारे मे सोचा तो वो आसानी से हवा में उड़ने लगा ,उसकी हवा में उड़ने की स्पीड बहुत ज्यादा थी ,उसके सारे कपड़े फट गए थे , शिवा ने अपने कपड़े देखे तो वो पूरा नंगा हो गया था ,उसको अपनी हालत देखकर हँसी आ गई ,वो सोचने लगा वो अगर हवा में उड़कर कहि गया तो उसको नंगा ही जाना होगा ,उसके कपड़े तो फट ही जाने थे ,
शिवा ने अपनी नजर से दूर तक देखने की कोशिश करने लगा, जैसा वो दौड़ते हुवे दूर तक देख सकता था ,वह अब अपनी नजरो से बहुत दूर तक देख पा रहा था ,इस पहाड़ी से ही वो 50 km दूर का साइनबोर्ड भी पढ़ सकता था ,यहा तक उसको चीजो के आरपार भी दिखाई दे रहा था,उसने अपने सुनने और सूंघने की ताकत के बारे मे जाना तो उसने पाया कि उसकी बारीक से बारीक आवाज तक सुनाई दे सकती है अगर उसने सिर्फ सोचा तो ,वो 10 km दूर बस में बैठे आदमियों की बाते ऐसे सुन पा रहा था मानो वो उनको बाजू में बैठकर बाते कर रहे हो ,उसके सूंघने की ताकत भी वैसी ही बढ़ गई थी ,वो फूलों की ,जनावरो की ,इंसानों के बदन तक कि महक को अलग से महसूस कर सकता था, वो किसी को भी उसके बदन से आने वाली महक से दूर से पहचान सकता था,
लेकिन शिवा की एक सोच यह भी पक्की थी उसको यह ताकद जीनत की कवारी गांड मारकर ही मिली है इसकी पुष्टि उसको नीलो की कवारी गांड मारकर हो गई थी ,उसको अब यह देखना था कि नीलो की बाकी 3 बहनों की कवारी गांड मारकर क्या ताकत मिलती है ,उसके सोच की वजह ऐसी इसलिये थी ,क्योंकि शिवा एक अनाथ था ,बचपन से उसमे कोई खास खूबी उसमे नही थी, अगर उसमे बचपन से ऐसी ताकते होती तो उसको कभी ना कभी पता चल जाता,ना उसको किसीने ताकद का इंजेक्शन दिया था ,ना कोई जादुई दवा उसको किसीने दी थी, ,उसको यह सब जीनत और नीलो की गांड मारने के बाद ही मिला था ,
शिवा उस पहाडी इलाको से घर लौट आया ,उसको यह पता चला था उसको अब नींद भी बहुत कम लगती है वो अगर सोया भी नही तो उसे कोई फर्क नही पड़ता था ,
शिवा को शांति के बारे में ख्याल आया उसने देखा शांति को होश आ चुका है और वो अपने बेड पर लेटी सोच रही है ,
शांति ,मेरी चुत में घुसने वाला लंड मुकेश का कभी नही हो सकता, जो मेरी चुत में घुसा था वो किसी इंसान का लंड नही हो सकता ,इतनी तकलीफ तो मुझे मेरे सुहागरात या मनोज के साथ चुदने पर भी नही हुवी थी ,मेरी चुत में इतना माल भरा था, मानो कोई घोड़ा मुझे चोद कर गया हो, पूरी चुत का कबाड़ कर गया है वो एक बार मे ,मेरी चुत इतनी सूज गई है कि अब सुबह मुझसे चला भी नही जाएगा ,इन लड़कियों के वजह से मुझे यहा रहना पड़ रहा है ,कौन आकर मुझे चोद गया पता कैसे करूँ ,मुकेश और मिलिद तो आज ही दिल्ली गये है ,मनोज और नरेश भैया तो गांव गये है 7 दिन के लिए,साला ये कौन मुझे चुपके से चोद गया, मुझे जल्द इस बात का पता लगाना पड़ेगा ,
शिवा को ,सुनीता की मन की बातों से पता चल गया था कि मनोज के घर मे कुछ काम चल रहा था ,मोना और पूजा के मुताबिक जिसकी वजह से उन्होंने पूरे घरवालों को दौड़ा रखा था ,पूजा और मोना , घर मे चल रहे काम की वजह से ही कुछ लोग होटल में रुके थे ,क्योकि ,उन दोनों ने खुद के ही नही पूरे घर के कमरों को नया बनाने को कहा था
सुबह के 6 बज गये थे और कॉलेज जाने में समय था अभी,फिर शिवा कुछ देर तक उसकी कालेज की किताबें पढता रहा, जब तक उसको नाश्ते के लिए बुलाया नही गया ,
शिवा ने इतने समय मे उसकी इजनियरिग के पहले साल की आधी से ज्यादा किताबे पढ़ ली थी,और उसको अपने दिमाग की ताकद पता चल गई थी ,उसकी पढ़ने की और समंझने कि ताकत बहुत ज्यादा पढ़ गई थी ,एक बार पढ़कर ही उसको सब मुहजुबानी याद हो रहा था ,शिवाने नाश्ता करते हुवे यह सोच लिया कि उसको इस दिमाग की ताकद का सही इस्तेमाल करना चाहिए ,और उसने किया भी वैसा ही
शिवाने 2 महीने तक एक ही टाइम टेबल रखा था सुबह 5 बजे से 8 बजे तक पढाई ,9 से 3 कॉलेज में जाकर लेक्चर तो करना लेकिन उसमे भी वो अपनी किताब पढ़ा करता था,
4 बजे घर से खाना खाकर होटल में आकर अपना काम करता ,उसका काम 2 घण्टे में ही पूरा करके ,वो 9 बजे तक फिर पढ़ाई करता ,फिर 10 बजे घर जाकर खाना खाता सबसे बाते करता 11 बजे अपने कमरे में जाता ,11:30 बजे पहले होटल जाकर ज्वाला को चुत की आग भुजा देता और फिर 2 बजे लेकर 4 बजे तक सुनीता को जो अब मनोज के घर रहने गई थी उसे ठंडा करता था , ( दोनो के एमसी के वक्त वो बस घर पर ही रुकता और पढ़ाई करता था ) 4 से 5 बजे तक अपनी नींद लेता था ,
दो महीनों में मोना को तो शिवा अब उसके जिंदा रहने की वजह बन गया था ,वह कालेज में बस शिवा के लिए ही आती थी, पूजा अपना काम के बहाने से शिवा को अपने पास ही रखने की कोशिश करती ,और ना बने तो खुद शिवा के ऑफिस में जाकर उसको देखती रहती ,
शिवाने 2 महीनों में अपनी इंजीनयरिंग की 4 साल की पढ़ाई पूरी कर ली थी ,उसको मैथ्स का हर therom ,हर formula मुहजुबानी था ,उसने मेड़किल, सायन्स, इतिहास,जीवशास्त्र ,प्राणीशास्त्र ,वनस्पतिशास्त्र पढ़ लिया था ,उसने 2 महिनो में इतना पढ़ने के बाद यही जाना था जीवन भर भी वह पढता रहा ,तो वह नही पढ़ सकता ,इतना ज्ञान का खजाना बढा और समृद्ध है ,
शिवाने 2 महीने में आने वाला हर रविवार का छुटी का पूरा दिन परिवार के साथ ही बिताता ,उनके साथ खाना,पीना ,कहि बाहर घूमने जाना,पूरा वक्त वो सबके साथ ही हसते खेलते गुजार लेता था ,
शांति 2 महीने से परेशान थी ,और उसके परेशानी की वजह अलग ही थी ,उसके चुत में लगी आग ,उसने मुकेश के साथ हमबिस्तर होकर देखा ,मनोज को कसमे देकर मनाकर उसके साथ संभोग करके देखा पर कोई फर्क ही नही पड़ा ,
शिवा को इतनी पढाई करने से अब एक बच्चे की तरह नही बल्कि एक ज्ञानी पंडित के जैसी सोच हो गईं थी ,उसके पास हर तरह का ज्ञान था पुराणिक इतिहास पढ़कर मिला हुवा ,और आधुनिक विज्ञान से मिला हुवा ,साथ मे अनेक चमत्कारी शक्तिया ,जो अब कोई 19 साल का बच्चा नही एक काबिल दिमाग करने वाला था ,जिसको अच्छे बुरे की समझ अब पहले से ज्यादा थी ,
शिवा कॉलेज जा रहा था तभी उसके फोन पर नीलो का फोन आया ,उसने अपनी बाइक रोक कर उसका फोन उठाया
हो नीलो बोलो ,क्या बात है ,शिवा
कुछ काम हों तभी तूमको फोन कर सकती हूं क्या ,नीलो
नही ऐसी कोई बात नही है ,तुम जब चाहो मुझसे बात कर सकती है ,शिवा
में तुम्हारी कौन लगती हु ,ये अब तुम भूल गए क्या ,नीलो
शिवा ने तुरंत नीलो के मन की बात पढ़ ली ,तो उसे बहुत बुरा लगा ,वो कितना मतलबी बन गया, जो इस बिचारी के लिये कभी समय ही नही दे पाया ,उसने देखा कोमल पास के ही एक पार्क में अकेली बैठी है ,
नीलो ,तुम 5 मिनिट रुको में तुम्हे फिर फोन करता हु,शिवा
और शिवाने गाड़ी पार्क की और दौड़ा दी ,वह जब नीलो के पास पहुचा ,तो नीलो अपनी गर्दन झुकायें रो रही थी ,
उसको लगा शिवा अब उसको भूल चुका है ,या उसको पसन्द नही करता ,उसके सवाल के जवाब दिये बिना उसके फोन काटने से उसको और बुरा लगा था ,
मेरी बेगम इस बाग में बैठकर क्यो रो रही है ,यह आवाज़ और उसमे जो कहा वो सुनकर उसके चेहरे पर रोते हुवे भी हसी आ गई और वो शिवा से लिपटकर किसी बच्चे की तरह रोनो लगी , शिवाने उसे रोने दिया ताकि उसके दिल का गुबार कम हो जाये ,थोड़ी देर में वो चुप हो गई ,शिवाने उसकी आंखें साफ की और उसको अपने साथ अपनी गाड़ी पर बिठाकर दिनभर घुमाता रहा ,शिवाने उसकी मन की बातों से निलो को क्या क्या करना था शिवा के साथ रहकर वो हर चीज हो सके करवाई ,उसको पानी पूरी खाना, आइसक्रीम लेकर देना ,होटल में खाना ,समुन्दर किनारे हाथो में हाथ डालकर घूमना ,
पृथ्वी और शक्ति दोनो समुन्दर किनारे गाड़ी में बैठकर किसी की राह देख रहे थे ,उनके सामने से शिवा बाइक पर नीलो को लेकर आकर रुका ,फिर बाइक वहा लगाकर वो दोनो अंदर घूमने चले गये ,
दादा ,देखा आपने यह शिवा ही था ,शक्ति
देखा मेने इसको बेटा ,पृथ्वी
अब यह क्या कर रहा है यहा पे ,शक्ति
अब यहा पर वो पढ़ता है कॉलेज में,पृथ्वी
आप अभी इसपर नजर नही रखते होंगे ,जबसे पता चला होगा इसमे शक्तिया नही है ,शक्ति
नही ऐसा नही है ,में इसके खानदान के किसी शख्स को, कभी भी हल्के में नही ले सकता ,में हमेशा देखता हूं ,और इसके मन की बात पता करता हु ,अभी शिवा इस लड़की के साथ किसी होटल में जाकर इसकी चुदाई करने वाला है ,पृथ्वी बोला , उसके बाद उसने शक्ति से कहा ,शक्ति हमे जिस इंसान की तलाश है, उसके मन की बात में नही पढ़ पा रहा हु ,बस में उसको देख सकता हु, ऐसा पहली बार हो रहा है मेरे साथ जिंदगी में,की में किसी की बात नही पढ़ सकता
शक्ति से कोई जवाब न मिलने से पृथ्वी ने उसकी जान के बोला ,शक्ति वह हमारा दुश्मन है ,साँप कितना भी खूबसूरत दिखता हो ,उसे गले मे नही टांगते है ,वह कभी ना कभी अपना जहर के दाँत दिखा ही देता है
दादा, आप मुझसे बड़े है,आप की बात में कभी नही टालता ,ना कभी आपकी बात गलत साबित होती है ,पर में मानता हूं के शिवा के बारे में आपका अंदाज गलत निकले ,वो लड़का मुझे बहुत पसंन्द आया है ,दिल का भला और सच्चा है ,में भला मन की बात नही पढ़ सकता पर मुकाबले के दिन शिवा को जब उस कुत्ते ने पकड़ा था, तब आपके हाथ से टूटती उस लोहे की ग्रिल को मैने देखा था ,अगर नरगिस ने मुकाबला नही रोक होता ,शिवा के बेहोश होने के बाद कोई और जानवर पिंजरे में उतरता, तो आप उस पिंजरों को तोड़कर अंदर घुस जाते ,और फिर वहां पर आप उस जानवर को ही नही सबको मार देते ,आपकी आँखों मे बहते आंसू मेने देख लिए थे, जब नरगिस उसको अस्पताल लेके जा रही थी तब, जो आप सबसे छुपा गए थे ,
शक्ति, मुझे सब लोग गलत समजते है ,यहा तक मेरी बीवी औऱ तुम्हारी दादी ज्वाला को भी, में एक गलत आदमी लगता हूँ,भले में उसकी मन की बात नही जानता पर उसकी आँखों मे अपने लिये नफरत देख कर सब पहचान जाता हूं, मुझे कुछ काम मजबूरी में करने पड़ते है ,ना मुझे ताकद की भूक है ना किसी दौलत की, में तो बस यही चाहता हु किसी गलत हाथो में ऐसी ताकद ना आ जाये ,जिसकी वजह से यहा पर तबाही मच जाये, इंसानीयत यह पर बनी रहनी चाहिए ,और उसके लिये में अपनी आखरी सांस तक कोशिश करूंगा , ।
 
Well-known member
1,131
1,471
143

update 40
शिवा ने 4 बजे पूजा को फोन करके बताया कि आज वो काम पर नही आने वाला है ,बल्कि नीलो के साथ पिक्चर देखने को जाने वाला है ,शिवाने पूजा को फोन इसलिये किया कि उसे पता है कि उसे देखे बिना उसको चैन नही आता ,अब वो सनम और नरगिस को फोन करके बात करेगी कि वो आज उसका मन नही लग रहा काम में ,नरगिस और पूजा की अब गहरी दोस्ती हो गईं थी , हर रविवार को वो शिवा और परिवार के साथ ही गुजारती , सब उसको अपना ही मानते थे ,नरगिस के लिये वो अपनी एक बहन से कम नही थी ,तो उसके ऐसे फोन से वो उसको घर बुला लेते ,जिसकी वजह पूजा शिवा को देख पाती और पूजा के घर आने पर शिव को भी उसको देखने को मिल जाता ,
शिवा की बाते नीलो फ़ोन पर सुन रही थी ,उसको यह जानकर ज्यादा खुशी नही हुवी थी बस वो अपने चेहरे पे झूठी हसी दिखा रही थी ,शिवा ने बाइक निकाली रास्ते मे एक मेडिकल से उसने नीलो का बताया कि वो कुछ दवाएं लेने जा रहे शफ़ी चाचा के लिए , वहाँ से वापिस आकर दोनो बाइक पर बैठकर चल पड़े, नीलो शिवा की बाइक पर अपने दोनों पैर दो तरफ करके ,ऊसकी पीठ से एकदम चिपक कर बैठी हुवी थी, उसने अपनी गर्दन उसके कंधे पर टिकाती ,उसको अपने दोनों हाथों से पकड़ी अपने अंदर समाने की कोशिश कर रही थी ,
नीलो उतरो हमारी जगह आ गई है ,शिवा
नीलो ने आँखे खोल कर देखा ,यह तो होटल गोल्डन पैलेस ,पर हम तो मूवी देखने वाले थे ना, कहि वो मेडिकल से दवा ,,,,,,,,,,,शिवा ,में भी यही चाहती थी,नीलो खुश होकर बोल रही थी ,
शिवा और नीलो ने होटल में एक रूम ले लिया और उसमे चले गए ,शिवा ने अपना कॉलेज का बैग नीचे रखा ,नीलो अभी 2 बजे है हमे रात के 9 बजे घर पहुचना है ,7 घण्टे का शो देखना है मुझको अब अपनी बेगम का ,
नीलो उसकी बातें सुनकर शरमा गई ,2 महीनों में एक बार भी अपनी बेगम की याद नही आयी ,नीलो ,
शिवा ,नीलो याद उनको करते है ,जो पास नही होते ,तुम तो हमेशा मेरे दिल मे रहती हो
बाते बना लो बस तुम ,नीलो,
आज तुमको सच मालूम गिर जाएगा मेरी जान ,शिवा
नीलो बाथरूम से जाकर आयी ,उसने अपने आप को थोड़ा चेहरे पर पानी मारकर तरोताजा किया ,और बाहर अपना दुपट्टा उतार कर बिस्तर पर बैठ गई
नीलो अपने कपड़े उतार कर रख दो ,हम दोनों की मस्ती में खराब हो गये तो जवाब देते मुश्किल होगी ,वैसे तुम्हारे बैग में और कोई घर का ड्रेस हो तो काम आसान होगा ,
इसमे मेरे कॉलेज का ही सामान है ,बाकी कुछ नही है,तुम भी तो फ्रेश हो लो ,बाद में देखेंगे क्या करना है ,
ठीक है ,मे भी बाथरुम में जाने ही वाला था ,शिवा, अपने मन मे ये मन की बाते जानना कभी कभी बहुत ही अच्छा होता है ,और बाथरूम में चला गया
शिवा जब बाहर आया तो उसने देखा नीलो बिस्तर पर अपने चेहरे तक चादर लेकर लेटी हुवी है ,शिवा अपने मन मे ,साला मेरे से अपनी चुत और गांड ऐसे हिला हिलाकर चटवाती थी और अब देखो शरम ,ये औरत कब किसको समझ आयी जो मुझको आयेगी ,शिवाने बिस्तर के बाजू में ही अपने कपड़े उतारने लगा ,उसे तो बेड पर नीलो अपनी नजरो से नंगी दिख रही थी, जिसके वजह से उसका लंड अपने पूरे शबाब पर था ,जब उसने अपनी अंडरवियर उतारते वक्त देखा नीलो उसको ही देख रही है ,उसने झट से अपना अंडरवेयर उतारा तो उसका लंड झटके मारने लगा ,उसने नीलो की तरफ देखा तो उसने ,नीलो की आंखों में उसका डर और उसकी मन की बात सुनकर अपने लिए गाली ,बहनचोद यह मन की बात सुनने की ताकद कभी कभी गांड के बाल जला देती है, शिवा ने नीलो मन मे यही सुना, या खुदा ये क्या हो गया मेरे शिवा को ,इसका लंड पहले तो ऐसा नही था , ये ऐसे कैसे सूज गया ,कहि चुदाई ना मिलने की वजह से, यह कुछ उल्टी सीधे हरकते तो नही कर रहा ,जबसे नरगिस दी ने वह विलायती कुतिया लाई है यह उसको अपने पास ही रखता है ,वो कुतिया भी इसके पीछे ही इसको सूंघते फ़िरती है ,उस कुतिया ने इसके लंड पे काट तो नही लिया उल्टी सीधी हरकते करते वक्त ,
शिवा को उसकी बातें सुनकर अपने आप पर इतना गुस्सा आ रहा था पर वो कुछ बोल भी नही पा रहा था ,आखिर अपने मन मे ,मन मे सुन लिया ना ,अब मुह से सुनकर क्या बिगड़ने वाला है , शिवा ,क्या हो गया नीलो ,ऐसी क्या देख रही हो ,
नीलो, शिवा,,,,,,,,,,,,,,शिवा वो ,
शिवा ,नीलो बोलो क्या बात है ,
नीलो ,शिवा ,,,वो तुम्हारे लंड
शिवा , बोलो ,भी क्या बात है ,
नीलो ,शिवा तुमने कभी अपने लंड के साथ कुछ गलत हरकत मेरा मतलब है कि गलती से कुछ किया तो नही तुमने
शिवा ,नही ,में क्यों करूँगा ऐसा
नीलो ,रुको एक काम करते है ,मेरे बैग में टेप है तुम अपने लंड के साइज को गिन कर देखो ,तुमको यकीन हो जाएगा मेरी बात का की यह बड़ा हो गया है
शिवा ,तुम को गलगफहमी हो रही है नीलो यह उतना ही है जितना पहले ,में इसका इस्तेमाल करता हु रोज ,अगर ऐसा होता तो मुझे अंदाजा हो जाता ,
नीलो अपने मन मे ,रोज इस्तेमाल करता हु कहि मेरा शक सही तो नही ,उस कुतिया के साथ यह ,,,,,,,छि छि
नीलो, अरे तुम 2 या 3 बार पेशाब करते होंगे दिनभर में ,नहाते समय भी नंगे नहाते नही होंगे तो कहा पता चलेगा ,तुमको इसकी साइज बड़ी हो गई है या सूज गया है ,
नीलो मन मे,,, हा अगर उस कुतिया के साथ रोज ,,,,,
शिवा मन मे ,,साली सीधा मुह पर बोल देती एक बार,कितनी बार मन मे बोल रही है ,आज घर जाकर उस कुतिया को सबसे पहले बाहर करना पड़ेगा ,,
शिवा ,नीलो टेप तुम्हारी बैग में है ना
शिवा ने बैग से टेप निकाल लिया और अपने लंड का साइज गिना 14 इंच लम्बा ,6 इंच मोटा
शिवा भी सोच में पड़ गया पहले उसका साइज उसको याद था 12 इंच लंबा और 5 इंच मोटा
पहले वाला शिवा होता तो वो इसको मामुली बात मानकर छोड़ देता ,लेकिन अब शिवा का ज्ञान हर चीज में परिपूर्ण था, वो सोचने लगा ,उसको पहले वाला साइज ही नार्मल नही था ,और अब यह साइज तो बहुत ही बड़ा था ,ऐसा साइज अभी नही पर त्रेता और द्वापरयुग में होते थे पर अभी इस वक्त में 10 इंच के लंड होते जो अफ्रीकी लोगो मे होते अपने भारत मे 6 इंच के आसपास ही होते है ,जिनके इससे ज्यादा बड़े होते वो कम ही होते है ,और उसका तो 14 इंच के आसपास है , वो जिसको भी चोदेगा वो कभी इसका लंड अपने अंदर नही ले सकेगी ,ले भी लेगी बड़ी मुश्किल से तो 8 इंच के आगे लेना भी मुश्किल होगा ,,, एक मिनिट ज्वाला और सुनीता दोनो तो मेरा लंड चुत के साथ अपने गांड में भी आराम से ले लेती है ,शायद वो दोनो के पास खास शक्तियां हो इसलिये ऐसा कर पाती हो ,नीलो भी तो मेरा लंड पूरा ले पायी थी जब वो 12 इंच का था इसने तो मेरा लंड अपने गांड में भी पूरा ले लिया था ,मुझे इसके साथ ही एक बार चुदाई करके देखनी होगी ,इसको मेरी बड़ी हुवी साइज का पता नही चलने देना होगा ,इसको थोड़ा इमोशनल करके अपना काम करना होगा
नीलो ,शिवा क्या हो गया ,तुम इतने चुप क्यों हो
शिवा , कुछ नही हुवा है ,बस चुप हु ऐसे ही
नीलो मन मे ,कहीं शिवा को उस कुतिया की याद तो नही आ रही है ,कब से अपना लंड हाथ मे पकड़ कर बैठा है ,इसका कहि औरतो में से मन तो नही उड़ गया है, दो महीने हो गए इसने मुझे हाथ तक नही लगाया ,जरुर इसकी वजह वह कुतिया होगी ,
शिवा ने कुछ नही कहा, अपने कपड़े पहने और नीलो से कहा ,चलो नीलो घर चलते है ,
शिवा मन मे, बहनचोद इस नीलो की मन की बात अब नही सुन सकता ,
दोनो बाहर आ गये ,गाड़ी पर बैठकर घर की तरफ जाने लगे ,
जैसे ही दोनो घर पर पहुचे ,शिवा का ध्यान नीलो की मन की बात पर जानने पर चला गया ,जो अब तक वह रास्ते भर टालते आ रहा था ,
नीलो मन मे,
यह अब जरूर उस कुतिया के साथ घटिया हरकत करेगा कमरे में जाकर
शिवा को अपने आप पर रोना आ रहा था ,नीलो बिना बोले उसकी गांड मार रही थी ,
शिवाने घर जाकर सबके साथ बैठ गया ,तभी वह कुतिया उसके पाव को आकर चाटने लगी ,शिवाने कुछ देर तक कुछ नही कहा फिर ,नरगिस एक काम करना यह कुतिया को अपने गार्ड के साथ ही रखा करो आज मेने एक मैगजीन में पढ़ा कि ऐसी नस्ल के कुते घर मे हो तो इनके बदन से उड़ने वाले बालो से अस्थमा हो सकता है और ज्यादातर जवान लड़कियों पर जल्दी असर होता है,
नरगिस ,क्या ,सच मे ऐसा होता है ,बिलाल इस कुतिया को पहले अपने गार्ड के रूम में जाकर छोड़ दे ,आज के बाद इसको ऊपर नही लाना है ,सबको बोल देना यह बात ,
शिवा ,मन मे ,चलो इस नीलो के मन से यह भुत तो उतर जाएगा आगे से ,आज रात में इसको ही अपने रूम में बुलाता हु ,इसको आज कैसे भी करके चोदना ही है ,
नीलो मन मे ,यह चक्कर समझ नही आया मुझे शिवा का ,आज इसके रूम में जाकर इसका गुस्सा कम करना ही पड़ेगा ,
शिवा ,में कितने दिनों से अपने आप मे ही लगा रहा हु ,मुझे अब इन सब की मन की बाते जाननी होगी ,आखिर यह भी तो मुझसे प्यार ही तो करते है ।
 
Maurya ji
1,059
1,098
143
Dosto mai tareef ka bhuka nai hun ye story mai copy post kar raha hun lekin jab aap koi comment karte hain to mujhe pata chalta hai ki story apko pasand aa rahi hai isliye agar apko yahan aur update chahiye to please comments kariye
Ha bhai regular update dete rho story Bhut achi hi
 
Well-known member
1,131
1,471
143

Update 41
शिवा ने रात के खाने के वक्त तक सबके मन की बाते ली,सबको शिवा के साथ समय गुजारना था,उसे अपने दिल की बात बतानी थी ,नरगिस,सनम ,सलमा ,बेनजीर इन सबको दिल मे प्यार ही था ,नीलो को तो अब, सबके सोने के बाद शिवा का गुस्सा उतारना था ,जीनत को उसके गांड और चुत की खुजली का उसके लंड से इलाज करना था ,और पूजा मन मे यही सोच रही थी इस बार भवानीगढ़ में होने वाले नवरात्रि के उत्सव में वो शिवा के साथ सबको अपने गाँव लेकर जायेगी ,वो उनको दशहरे के 2 दिन पहले बुलाना चाहती थी ,उसके लिये अभी 20 दिन बाकी थे , नरगिस और सनम को वो आज ही यह बात बोलने वाली थी ,शिवा को वह अकेले मिलकर बोल देगी होटल में ,
मेने सोचा यह लड़की भी क्या सोचती है कैसे भी करके मुझे अपने नजर के सामने रखना ,इस को भी गाँव मे खुश कर दूँगा यह बता कर वो जितना मुझसे प्यार करती है ,उससे ज्यादा तो में करता हु इसको ,
आज शिवा ने सोच लिया कि वह सब को थोड़ा सा ज्यादा समय देगा ,सबको अब बारी बारी घुमाने ले जाएगा ,और उनको थोड़े प्यार के खट्टे मीठे पल का मजा देगा ,पूजा रात को सनम के कमरे में ही सोने वाली थी ,शिवा अपने कमरे में जाकर नीलो के आने की राह देखने लगा सबके सोने को जाते ही नीलो मेरे कमरे में दाखिल हो गई मेने भी उसके चुदाई के लिए सारी तैयारी करके बैठा था ,नीलो के कमरे में आते ही शिवा ने उसे अपने बाहो में भरके चुमना शुरू कर दिया ,उसके गुलाबी होठो से रस पीते हुऐ वो एक हाथ से उसकी वो 36 की कड़क चुचिया दबाने लगा और दूसरे से उसकी 38 की गांड को अपने बड़े पंजे से दबा रहा था ,नीलो इस कि वजह से गर्म बो गई ,एक तो दो महीने से वो बिना चुदाई के कैसे रही थी उसको ही यह बात पता थी ,शिवा से चुदने के बाद उसके बदन में अब अलग से गर्मी चढ़ गई थी उसको रोज रात को लगता कि अपने कपड़े उतार कर शिवा के नीचे लेट जाये और रात भर उसके लंड से चुदती रहे ,पर नए नए घर मे आने के बाद शिवा का कॉलेज शुरू हो गया ,उसको अपने काम और कॉलेज के लिए जो भागदौड़ करनी पड़ रही थी वो सबको दिखता था ,इसलिये अपनी इच्छा को साइड में रख कर रहने लगी ,पहले उसे रात को बहुत ज्यादा तकलीफ़ होती तो उसने नींद की गोलिया खाकर रहना शुरू कर दिया ,बाद मे तो उनका असर भी खत्म हो गया उसको नींद की गोलियां से नींद ही नही आती और बदन की गर्मी कम ना होती ,वो अपने चुत में देर तक उंगलियो से अपनी चुत का पानी निकालने की कोशश करती ,पानी तो नही निकलता पर उसकी चुत और लाल हो जाती और शिवा के लंड की मांग करती ,आखिर उसने शिवा को आज फोन करके अपने दिल का हाल सुनाने के सोचा और उसके ही वजह से अब वो शिवा की बाहों में थी ,
शिवा ने कब उसको पूरा नंगा कर दिया उसको पता ही नही चला ,शिवाने उसके अपने बिस्तर पर पीठ के बल लिटाकर उसकी चुत और गांड के छेद को चाटना शुरू कर दिया ,इस दौरान वो अपने दोंनो हाथो से उसकी चुचिया भी मसल रहा था ,उसकी आम के जैसी चुचिया को दबाकर उसके ऊपर के घुंडीयो को खीच कर उसके चुचिया लाल कर रहा था ,नीलो को तो कितने दिनों बाद अपने बदन का मालिक मिला था वो उसके नीचे पडी अपनी चुत उसके मुह में घुसाकर चुसवा रही थी ,वो अब झड़ने के बिल्कुल करीब पहुँच गई थी कि शिवाने उसके चुत को चूसना छोड़ दिया और अपने लंड पर जेल लगाने लगा नीलो की जान निकल गई शिवा के ऐसे वक्त पर रुकने से ,उसकी आंखें लाल हो गई थी काम वासना में, उसके होठ थरथराने लगे थे ,शिवाने अपने लंड को उसकी चुत पर लगा दिया ,जिसकी वजह से नीलो को ऐसा लगा उसकी चुत से भी गरम् डंडा ,उसके चुत पर उसको अपना स्पर्श से जला रहा हो ,शिवाने अपने लंड पर लगे जेल को उसकी चुत पर अच्छी तरह रगड़ा और नीलो को होठो को पकड़कर अपने लंड को उसकी चुत में उतारने लगा ,शिवाने पहला जोरदार प्रहार से अपना आधा लंड उसकी चुत में उतार दिया अपनी चुत में चढ़ी गर्मी के कारण नीलो यह दर्द झेल गई पर दूसरे धक्के को वह सह नही पायी, उसकी आँखों से टपकते पानी ने वह कितनी तकलीफ़ में है यह दिखा दीया था ,शिवा का लंड पूरा जड़ तक नही घुसा था दो इंच से ज्यादा बाहर ही था ,शिवाने उसको मुह को अपने मुह में नही पकड़ा होता तो , सब उसके रूम में होते नीलो की चीख सुनकर ,
शिवाने अपने हाथों का कमाल दिखाना शुरू कर दिया था ,एक हाथ से उसके गांड के छेद की धीरे धीरे मालिश करने लगा और दूसरे हाथ से उसकी चुचिया को दबाने लगा ,नीलो बहुत जल्द अपने दर्द से बाहर निकल कर अपनी गांड हिला कर उसको लंड को अंदर बाहर करने का इशारा करने लगी ,शिवा भी अब अपने लंड को उसके चुत से आधा निकाल कर जितना पहले घुसा था ,उससे ही उसकी चुत चोदने लगा ,पहले धीरे फिरे दोनो तेजीसे एक दुसरे को चोदने लगे ,नीलो अब अपना चुत के पानी को छोड़ने के बिल्कुल करीब पहुँच गई थी ,उसने जैसे अपनी चुत से पानी की धार छोड़ी उसी वक़्त शिवाने अपने लंड को एक तेज झटका मारा जिसकी वजह से नीलो को दर्द,खुशी ,जलन ,एक साथ महसूस होने लगी ,ऐसे वक़्त में उसके मुह से चीख नही अजीब से आवाज़ निकल रही थी जिसमे दर्द और खुशी दोनो थी,शिवाने अपने मूसल को उसके चुत में पूरा उतार दिया कुछ देर वो रुक उसने नीलो को पूरा झड़ने दिया ,उसकी चुत में अब अंदर तक चिकनाहट थी इसका फायदा उठाकर शिवाने अपने लंड के लिये उसके चुत में जगह बनानी शुरू की ,पहले नीलो को तकलीफ हो रही थी पर वो एक जवान घोड़ी थी ,जिसको दौड़ाना वाला अगर मजबूत हो तो वो कितनी भी लंबी दौड़ लगा सकती है ,शिवाने नीलो को अपना पानी निकालने तक जम कर चोदा ,नीलो को उसने हर पोझ में चोद कर उसके चुत में अपनी जगह बनाता रहा ,नीलो तो आज आसमान में दौड़ रही थी उसके चुत को इतनी दिनों बाद सुकून मिल रहा था ,आज वो कितना झड़ी और कितनी बार उसे पता ही नही चल रहा था ,शिवा ने अपने लंड की अंतिम बून्द तक लंड को नीलो की चुत में दबा कर रखा था ,नीलो को इस मलाई के गरम् एहसास से आत्मा तक ठंडक मिल गई थी ,वो शिवा को अपनी बाहों में भरी ,उसके बालो को सहलाती ,उसको होठो को चूमती अपने अंदर तक उसके लंड के गाढ़े पानी को महसूस कर रही थी ,
थोड़ी देर में शिवा ने नीलो की आंखों को चूमा और पूछा ,बेगम साहिब खुश है ना
नीलो,बहुत खुश है और
शिवा ,यह खुशी आप को अब रोज एक बार मिलेगी
नीलो की आँखों मे आंसू छलक आये शिवा के प्यार को देखकर ,शिवाने अपने होठो से उसके आंसु पीकर उसको प्यार से अपने सीने से लगाये पड़ा रहा उसके ऊपर ,
शिवा ने अपने साथ नीलो को भी बाथरूम लेकर गया और उसके साथ शावर के निचे नहाने लगा ,
दोनो एक दूसरे के बदन को साफ कर रहे थे ,गरम् पानी की बूंदे दोनो के बदन की थकान को दूर कर रही थी , शिवा ने शावर का पानी बन्द करके नीलो से कहा पेशाब करनी है ,नीलो ने गर्दन झुकाकर हा कह ,ऐसी बातो से कोई शरमा ही जाए ,शिवा ने नीलो के नीचे बैठकर उसकी चुत के छेद को मुह में भर लिया,नीलो ने ईशारे से पूछा ऐसा क्या कर रहे हो ,तब शिवा के उसको पेशाब उसके मुह में करने के इशारे से ,उसके बदन के रोये खड़े हो गए ,शिवा का इशारा देखकर उसकी चुत कापने लगी ,और शिवा जो उसके दाने को अपने मुह से छेड़ने लगा तो उसकी चुत से मोटी सफेद धार सीधा उसके मुह के अंदर जाने लगी ,वो भी उसके चुत से बहते इस पानी के बूंदों को बिना नीचे गिराए पी रहा था ,नीलो को आज पेशाब करने में भी ऐसा सुकून मिलता है इसका पता चला था ,शिवा ने उठकर अपने ओठ पुछकर कहा और मजा लेना है ,नीलो ने हा में गर्दन घुमाई तो उसने,अपने लंड को नीलो की चुत से भिड़ दिया और थोड़ा टोपा अंदर घुसाकर अपने लंड से मोटी और गर्म पेशाब से उसकी चुत की सिकाई करने लगा, 2 मिनिट तक इस तरह अपने चुत में पड़ने से नीलो भी झड गई थी और अपना पानी बहा रही थी,उसे शिवा चुदाई के दुनिया के नये नये पाठ सीखा कर आज जन्नत की सैर करा रहा था ,दोनो फिर से साथ मे नहा कर बाहर आये ,अपने कपड़े पहनकर नीलो शिवा को किस करके अपने कमरे में धीरे से चली गई आराम करने, उसके बाद शिवा पहले ज्वाला और बाद में सुनीता की चुत की आग बुझाकर वो वापिस आ गया ,शिवा को अपने चुदाई के क्षमता पर हैरानी होती थी ,वो चुदाई से थकता नही था ,जितनी ज्यादा वो चुदाई करता उतना वो और खुद को ताक़दवर महसूस करता ,
शिवा सुबह रोज की तरह जल्दी उठ गया ,उसने आज से पढ़ाई थोड़ी कम कर दी ,अब वो अपना समय परिवार को देना चाहता था ,आज सब के नास्ता करते ,गप्पे लगाकर वो कालेज निकल गया ,गेट पर ही मोना उसको दिख गई जो उसका ही इंतजार कर रही थी ,जैसा शिवा ने उसके पास अपनी बाइक रोकी ,मोना उसके पास आकर पूछने लगी
कल कहा थे तुम शिवा ,मेंने कितनी बार तुम्हे फोन किया ,,तुमने मेरे फोन क्या नही उठाया , और उसके होठो को अपने होठों में लेकर चुसने लगी और रोने लगी ,यह तो अच्छी बात थी वह गेट के सामने नही थे ,शिवाने बाइक गेट के अंदर थोड़ी साइड में रोकी थी ,नही तो सबको मुफ्त का तमाशा मिल जाता ,
शिवा ने मोना को रोक नही ,बस चुपचाप उसको जो करना है करने दे रहा था ,उसके छोटे से नाजुक होठ छूने से अपने होठो पर उसको अपने मखमल सी नरमाई का अहसास करा रहे थे ,मोना कुछ देर रुकी और बोली ,शिवा आई लव यू में तुम्हारे बिना एक पल भी नही जी सकती ,
शिवा ,मोना तुमको में अब कैसे समझाऊं ,तुम बहुत अच्छी लड़की हो ,तुमको मुझसे भी अच्छा लड़का मिलेगा ,और तुम देखना यह बात सच होगी
मोना,मुझे तुम क्यो नही मिल सकते ,मुझे बाकी और किसकी भी चाहत नही
शिवा ,मोना अभी तुम बहुत छोटी हो ,तुम मेरी बात मानो ,थोड़े दिन जाने दो ,तुमको समज आ जायेगी
मोना ,में छोटी नही हु ,मेरी साइज 34 28 36 से एकदम परफेक्ट ,तुमको कपड़े खोल कर दिखाऊ ,तो यकीन आएगा क्या मेरी बात का
शिवा ,मोना तुम गलत समझ रही हों ,तुम मेरी बातों का गलत मतलब निकाल रही हो
मोना ,मुझे पता है तुम पूजा दीदी से प्यार करते हो और वो तुमसे ,मेने कॉलेज के पहले दिन घर जाकर , उनको तुम्हारे बारे में बताने जा रही थी औऱ तुम्हारे मालूमात भी निकलने वाली थी ,पर में जब रात को खाने के बाद उनके कमरे में गई तो वह तुम्हारी तस्वीर अपने मोबाइल में देखती ,अपने प्यार की बाते कर रही थी ,मुझे तो पहली नजर में तुमसे प्यार हो गया था,तब मुझे पता नही था कि पूजा दिदी तुमसे प्यार करती है ,अगर पता होता तो में यह गलती कभी नही करती ,पर मुझे जानने में देर हो गई ,मेने मेरे दिल की बात पूजा दीदी को कभी नही बताऊंगी ,वो मेरे लिये अपना प्यार हसते हसते कुर्बान कर देगी ,में उनको भी दुखी नही देख सकती और तुम्हे छोड़ कर जिंदा नही रह सकती ,तुम हम दोनों से शादी कर लेना ,हम दोनों मिलकर तुम्हारा बहुत खयाल रखेंगें,
शिवा को उसकी प्यार भरी मासूम सोच देख कर बुरा लग रहा था ,वो थोडी शैतान दिमाग की थी पर उतनी ही मासूम ,
शिवा ने उसे साइड में बिठाकर सब समझाया ,उसको अपनी पूरी कहानी बताई ,कैसे नरगिस ,सनम के साथ उसकी बाकी तीनो बहने उससे प्यार करती है और शादी करना चाहती है ,पूजा को भी यह बात पता है ,वो सनम का दिल नही तोड़ना चाहती थी ,ना नरगिस का ,वो अपने प्यार को नसीब के हवाले छोड़ चुकी थी ,
शिवा को लगा की उसने मोना को अपनी बातों से समजा दिया है और वह अब उसके पीछे अपनी जिंदगी बर्बाद नही करेगी ,तब उसने उसके मन मे क्या चल रहा है देखा तो वह अपने सर को हाथो में पकड़ कर बोला ,है भगवान ,यह तो मैने भी कभी नही सोचा था ,
मोना के दिमाग मे चल रहा था कि शिवा एक बड़े से बेड पर पीठ लगाके बैठा है ,उसके एक साइड में सनम है तो दूसरे में पूजा ,उसके गोद मे मोना लेटी है उसके होंठ चुम रही है ,नीलो ,सलमा ,बेनजीर भी बेड पर उनके इर्दगिर्द बैठी है ,
शिवा, मोना तुम सनम और उसके बहनों को जानती हो
मोना, जानती हो ,वो सब मेरी बहने तो है,और अब खास बहने बनेगी मेरी
शिवा ,घर मे नीलो एक कम थी दिमाग के घोड़े दौड़ाने में ,यह तो उसकी भी बाप है ,जाने अब यह क्या करेगी ,कितने आइडिया आ रहे है इसके दिमाग मे इतने कम वक्तमे , बहनचोद एक भी आयडिया काम कर गया ना इसका मेरे गांण्ड में बम्बू घुसने वाला है ,
शिवा ने बाद में मोना के साथ कॉलेज में दिन निकाला आज उसने बिल्कुल पढाई नही की वो बस मोना के मन की बातों को सुनकर डर रहा था ,कॉलेज से घर जाकर खाना खाया और वह काम पर चला गया ,पूजा को मोना ने कुछ भी नही बताया है , यह वो पूजा के मन की बात सूनकर समझ गया,वो कॉलेज में ही मोना की मन की बाते सुनकर डर गया था इसलिये अब उसके मन मे और हिम्मत नही थी मोना के
की मन की बाते सुने और वो क्या करती है वो देखें, आज भी उसका काम 9 बजे खत्म करके घर चला गया ,
सनम ने ही गेट खोला ,तो नरगिस ने शिवा से कहा,
शिवा ,ये देखो कौन आया है घर पे तूम्हारी क्लासमेट और पूजा की बहन मोना
तुम क्या इसे अपना घर नही समझते जो हर बात मुझसे पूछ कर करोगे ,यह हम सब का घर है ,मोना को अगर तुमको पढ़ाने के लिये उसके घर जाना तुम्हे पसन्द नही है ,और रोज तुम उसको सुबह और रात को पढ़ा सकते हो अपने घर मे ,तो इसमें इतना क्या सोचना ,बिचारी एक महीने से तुम्हारे पीछे पड़ी है और तुम इसको टाल रहे हो ,अच्छा हुवा यह खुद यह पर पूछने आयी ,तब पता चला हमको सब ,सनम ने तो उसका सब सामान मंगा लिया और उसको तुम्हारे साइड वाला कमरा जो खाली था वो दे दिया है ,अब यह यही रहे गई एग्जाम तक ,
चलो मोना आज तुम मेरे पास बैठकर खाना खा लेना ,
शिवा मन मे एक दिन में घर तक पहुंच गई ,पता नहीं ये मोना क्या करेगी ।
 
Well-known member
1,131
1,471
143
Update 42
मोना के घर मे आने से घर मे अब जान आ गयी थी ,रात को वो अपने कमरे में नही बल्कि नरगिस के कमरे में सोयी ,नरगिस के पास किसी गुड़िया की तरह ,उसके गले लगकर वो सोती रही ,नरगिस को इतनी प्यारी और मीठी नींद आयी के वह क्या कहे ,सुबह उठकर उसने जब अपने छोटे और नरम होठो से चुम कर नरगिस को उठाया, तो नरगिस के लिए एक हसीन सुबह निकल गयी ,नरगिस बचपन से तलवार ,बंदूक ,घोड़े ,बाघ ,शेरो के साथ ही खेलते बड़ी हुवी थी ,उसको आज ऐसी प्यारी ,नाजूक सी छोटी गुड़िया मानो वापिस उसके बचपन मे लेके जा रहीं थी ,जो नरगिस को मिला नही था,मोना अब उसके दिल मे बस गई थी ,जो उसको अब अपने आप से भी प्यारी थी,
शिवा का दिन बाकी दिनों की तरह ही रहा सिर्फ फरक इतना पड़ गया था कि मोना उसके साथ अब चिपक गई थी ,सुबह से लेकर घर आने तक ,मोना शिवा को अपने अंदाज में सताती रही ,जो शिवा को भी पसन्द ही आ रहा था ,जो दिखावे के लिये गुस्सा होने का नाटक कर रहा था ,
जब वो अपने काम पर पहुचा तो उसको पूजा ने अपने केबिन में बुलाकर मोना पे ध्यान देने की विनती की ,मोना बचपन से थोड़ी ज्यादा ही नटखट है ,और पूजा की उसमे बहुत जान है, आखिर उसकी छोटी बहन जो ठहरी वो,पूजा अपने आप को भुलाकर शिवा को मोना के बारे मे ही बताती रही ,मोना से छोटी एक और थी जो दिल्ली में इंजीनियरिंग के 1st ईयर में है ,वो तो मोना की भी नानी है ,यह सुनकर शिवा के कान खड़े हों गये अगर ये मोना ऐसी है तो इसकी छोटी बहन शैतानी में इसकी भी नानी है तो वो कैसी होगी ,शिवा भगवान से दुवा कर रहा था कि उसको वो ना मिले कभी ,पूजा ने बताया की बीमारी की वजह से एक साल बर्बाद हुवा है मोना का पढाई में ,ऐसी ही बातो के बाद पूजा ने कहा वो मोना से मिलने जा रही है आज होटल में एक पार्टी है सिमा चाची के सहेली ने रखी है ,तो वो एक बार वहाँ भी देख ले पूजा के जाने के बाद ,पूजा उसे बताकर चली गयी ,शिवा ने 9 बजे तक हमेशा की तरह अपना काम पूरा किया
,और पार्टी जिस हॉल में चल रहीं थी वहा जाकर एक जगह खड़े होकर देखने लगा ,70 से 80 लोग नजर आ रहे थे पार्टी में 50 या 60 के आसपास लेडीज और 20 से 30 जेंट्स थे, किसी अमीर खानदान की तरफ से उन्हें एक बड़ा आर्डर मिलने की खुशी में यह पार्टी रखी थी,वहां सिमा के साथ नीता भी पार्टी में मौजूद थी ,दोनो अपने पहचान के ग्रुप में खड़ी बाते कर रही थी , उनके साथ मे सब लेडीज ही थी ,शिवा अपनी नजर चारो तरफ घूमा रहा था ,तो उसे दो वेटर पानी मे कुछ मिलते हुवे दिख गये ,शिवा अब उन दोनों वेटर के पीछे ही पड़ गया था ,वह क्या करते है यही वो देख रहा था ,5 मिनिट के बाद उसमे से एक वेटर का फोन बजा ,वो दोनो वेटर फिर लिफ्ट में चढ़ कर ऊपर जाने लगे ,उनकी मन की बातों से शिवा को यह पता चला कि यह वेटर होटल में काम नही करते बल्कि उन्होंने होटल के दो वेटर को बांधकर उनके कपड़े निकाल लिए थे ,उन्हें एक दवा देकर कहा गया था, इसे दो ग्लास पानी मे मिला दो तुमको में यह फोन देता हूं इसपे एक नंबर से फोन आएगा वहा जाकर यह पानी दे आना उसके बाद 10 मिनट तुम वही बाहर रुकना और वहाँ पर फोन करनेवाला जो कहे वो काम कर देना ,इस काम के लिये उनको 10 लाख ₹ दिये थे ,शिवा उनके साथ ही गायब होकर लिफ्ट में जा रहा था ,लिफ्ट आखरी फ्लोर पर रुकी जहा पर होटल के मालिकों के परिवार का खास कमरे थे ,वेटर ने बेल बजाई तो गेट एक बेहद खूबसूरत औरत ने खोला ,उसने वेटर को अंदर बुलाया ,अंदर कमरे में सीमा और नीता के साथ एक और औरत थी जो भी कमाल की थी ,वेटर ने वो दवा मिलाए पानी के ग्लास उस दरवाजा खोलने वाली औरत को दिखाकर इशारा किया तो उसने वो दो ग्लास सिमा और नीता को दे दिए और बाकी दो ग्लास अपने औऱ उस दूसरी औरत के हाथों में दे दिये ,वेटर जैसेही बाहर आया ,शिवा ने दोनो वेटर को अपने हाथों के एक एक वार से ही बेहोश कर दिया और हाथ पांव बांधकर उनको एक कमरे में बंद कर दिया ,
शिवा वापिस सीमा और नीता के कमरे में आ गया और जाकर उन दो अजनबी औरत के सामने बैठकर उनकी मन की बाते सुनने लगा तो उसको धक्का लगा उनकी बात जानकर ,सिमा और नीता को एक हाई पावर का सेक्स बढ़ाने वाली दवा दी गई थी ,जिसकी वजह से 10 मिनट के अंदर ही वो सेक्स के लिये पागल हो जाएगी ,उन्हें अगर 30 मिनट तक सेक्स करने से रोका गया तो वो अपने कपड़े फाड़ कर नंगी होकर किसीसे भी चुदवा सकती है ,और इन दो औरतो को उन 2 वेटर की मदद से 30 मिनट तक सिमा और नीता को यही रोकना था ,बादमे 30 मिनटों के बाद पार्टी के पास छोड देना था ,जहा पर मौजूद लोगों से वो जब किसी रंडियों की तरह सैक्स के लिये भिक मांगेगी ,अपने कपड़े फाडेगी, नंगी होकर पागलो जैसी हरकते करेगी ,तब पूरे लोगो मे जो देसाई परिवार को जो बदनामी होगी और सीमा ,नीता को तो खुदखुशी के सिवा कोई रास्ता ही नही बचता
शिवा को पता चल गया था कि वह दोनो खूबसूरत औरते कौन है और किस दबाव में वह यह काम कर रही है ,शिवा सोचने लगा अब इन 4 औरतो को बचाना होगा ,शिवाने अपनी ताकद को आज एक बार आजमाने के सोचा कि वह कर पाता है कि नही ,शिवाने अपने पुराने घर को याद करते हुवे उन दो औरतो के हाथ पकड़ लिये और दोनो को साथ मे लेकर वहासे गायब होकर अपने पुराने घर पहुच गया ,सिमा और नीता तो दवाई के नशे में जा चुकी थी
उन्हें अपने सामने क्या हो रहा है इसका भी भान नही था ,शिवा ने वहा से आने के पहले कमरे को बाहर से अंदर लॉक करके आया था ,शिवा उन दोनों को जब लेकर अपने घर पहुचा तो दोनो डर के मारे चिल्लाने वाली थी पर शिवाने उनका मुह दबा दिया ,चुप एकदम चुपचाप रहो ,कोई भी आवाज मत निकलना ,उसने उन दोनों को उनका नाम ,उनका सिमा और नीता के साथ का रिश्ता, वह यह सब किस वजह से कर रही है यह बताकर मुह छोड़ दिया,
दोनो अब चुप थी लेकिन डरी हुवी ,तुम दोनों को में दिख नही रहा इसका मतलब में भुत नही हु एक इंसान हु ,अगर में तुम दोनों को एक पल में वहां से में इस जगह ला सकता हु ,तो यह सोचो कि तुमको में ही इस मुसीबत से निकाल सकता हु,
में तुम्हे सिर्फ बचाकर तुम्हारी मदद करना चाहता था ,मेरा दूसरा और कोई मकसद नही है ,तुमको पता नहीं है तुमने नीता और सीमा को क्या पिला दिया है , अब में उन दोनों के पास जा रहा हु ,तुमको अगर लगता है कि तुम खुद इस मुसीबत से निकल सकती हो तो दरवाज़ा सिर्फ अंदर से बंद है ,तुमको जाना हो तो तुम दरवाजा खोलकर जा सकती है ,अगर मेरे आने तक यहां रुकी रही तो में तुम दोनों को मदत करूँगा बाकी मर्जी तुम्हारी है ,
शिवा वहा से होटल पहुच गया था ,
दोनो औरते जो शिवा अपने पुराने घर छोड़ आया था उन्होंने पहले एक दूसरे को देखा
दीदी ,क्या करना है अब
चलो पहले देखते है वो कितना सच बोल रहा है ,दरवाजा खोलकर देखत है
दोनो ने जाकर दरवाजा खोला तो वो आसनी से खुल गया ,दोनो फिर कुछ देर वही खड़ी रही ,फिर एक ने दरवाजा अंदर से बन्द कर दिया और बेड पर आकर बैठ गई ,
अब हमें इसकी राह देखनी होगी ,यही हमे सब मुसीबतों से निकाल सकता है , ।
 
Well-known member
1,131
1,471
143

Update 43
शिवा जब होटल में नीता और सीमा के पास पहुंचा तो उसने देखा सिमा और नीता अपने कपड़े उतारकर नंगी हो गई थी,दोनो के बदन रोशनी में चमक रहे थे ,एक दूसरी को किस करते वो चुचिया दबाती हुवी चुत में उंगलिया डाल कर एक दूसरे के चुत से खेल रही थी ,शिवा यह देखकर समझ गया कि दोनों अब सेक्स के नशे में है अब जब तक वो एकदूरे को ठंडा करती रहेगी उतना ही दोनो को अच्छा है ,जितना उनकी चुत से पानी बहेगा ,उतनी जल्दी उनके सेक्स के नशे की भूक होती जाएगी ,इस नशे का सिर्फ एक ही इलाज है और वह है सेक्स ,शिवाने उस रूम से बाहर आकर नरगिस को फोन कर दिया कि होटल में पार्टी लेट खत्म होने वाली है ,इस वजह से नीता और सीमा मैडम ने मुझे रुकने को कहा है,अगर ज्यादा लेट हो गया तो में यही सो जाऊंगा ,
शिवा जब वापिस कमरे में आया तो उसने देखा कि दोनों ने एक दूसरे को किस करना बंद कर दिया है, और खुद के हातोसे अपनी चुत में उंगलिया डाल कर दोनो ने अपनी चुत लाल कर दी है ,उन्हें अपनी चुत में एक लंड की सख्त जरूरत हो रही थी जो उनका पानी निकाल सके , शिवा ने जब देखा कि उनके पति कहा है तो उसे और ज्यादा हैरानी हो गई ,मनोज और मिलिंद दोनो अपने कमरे में बेहोश पड़े थे और उनको किसी ने रात को जूस में नींद की दवा डाल कर उनको दिया था ,जिसके वजह से लाख कोशिश करने पर भी होश में नही आने वाले है यह बात उसको ,उनको दी हुवी दवा के बोतल से समज आया जब वो उनको लेने और नींद से जगाने की कोशिश कर रहा था ,
शिवा ने अब सोच लिया कि उसके ही इन दोनों की आग को बुझाना होगा ,नही तो यह दोनो सुबह तक जिंदा नही बचने वाली ,शिवा ने अपने कपड़े उतारे गायब होकर ,पूरा नंगा होकर वो रूम में घुस गया ,उसने पहले दोनों को बिस्तर पर ले गया ,वो सिमा और नीता 40 की होकर भी एकदम जवान लगती थी ,सिमा जहा 36 32 38 के फिगर की थी तो नीता 38 32 40 थी ,दोनो दिखने में भी कमाल थी ,वो अभी तक 30 साल की ही लगती थी ,शिवा का लंड तो कबसे उन दोनों की जवानी से फड़फड़ा रहा था ,उसने अपने लंड को थूक लगाते हुवे सिमा को पीठ के बल सुला दिया और सिमा के चुत पर अपना लंड रखा और एक धक्का लगा दिया ,सिमा की चुत कसी हुवी थी ,शायद ज्यादा दिनोसे चुदी ना हो ,और शिवा का लन्ड तो फ़टी चुत के लिए भी बड़ा ही होता था ,सिमा के मुह से चुत में लंड घुसने के दर्द की बजाय खुशी की ज्यादा थी ,शिवा ने दो और धक्कों से उनकी पूरी चुत में अपना लंड जड़ तक ठोकने की कोशिश की पर वह 3 इंच तक बाहर ही रहा , सिमा की चुत से खून निकल रहा था ,लेकिन नशे में उसे कहा होश ,वो तो अपनी कमर लंड घुसने के बाद हिलानी शुरू कर दी ,शिवा ने भी निता को किसी बच्चे की तरह अपने दोनों हाथों से उठा लिया और उसकी टाँगे अपने कंधों पर डाल कर उसकी चुत चाटने लगा और नीचे से सीमा को चोदने लगा ,नीता को अपनी चुत पर इस लंबी जुबान से तो झटका लगा ,वो शिवा के सर को पकड़कर अपनी चुत जोर जोर से उसके मुह पर दबानी लगी ,शिवा को उसकी चुत का स्वाद आज तक का सबसे बढ़िया लगा था ,उसको जैसे इसी स्वाद की तलाश हो ,ऐसे उस चुत में अपनी जीभ अंदर तक डाल रहा था ,नीता ज्यादा देर तक चुत पर ये हमला बर्दाशत ना कर सकी और अपना पानी शिवा को पिलानी लगी ,शिवा वो पानी पीकर बिथर गया था ,उसका लन्ड इस पानी पिने की वजह से और तेजी से सीमा की चुत की कुटाई करने लगा ,सिमा भी इस बेरहम लंड के मार से हारकर उसे अपना पानी पिलाने लगी ,शिवा तो नीता की चुत के पानी को और पीने के लिए पागल हो गया ,उसने अब निता की चुत के छेद के साथ उसके गांड के छेद को भी जुबान अंदर घुसाकर चाटने और काटने लगा नीचे से वो सिमा को भी कुत्ते की तरह चोद रहा था ,शिवा ने अपने लंड का पानी निकालने तक सिमा की चुत में अपना लंड पूरा उतार दिया था ,सिमा कमसे कम 7 या 8 बार झड कर थक गई थी ,जब शिवा ने अपना लावा उसकी चुत में खाली किया तो उसके जल रही चुत को इतना गरम् होने के बाद भी अनोखी ठंडक दे रहा था जो उसके पूरे बदन को सुकून दे रही थी ,
नीता के चुत ने जैसे शिवा को अपना पानी पिलाकर ही गुलाम बना लिया था ,शिवा को ऐसी ख़ूबसूरत और प्यारी चुत किसी की नही लगी थी ,जब से उसने कपड़ो के अंदर देखने की ताकद पाई थी ऐसी चुत उसने 2 महिनो में हजारों चुतो को देखकर भी नही मिली थी , निता के चुत के गुलाबी ओठ एक दूसरे से भिड़े हुवे ही थे बस छोटा से छेद खुल कर उस जगह पर अलग थे, चुत के होठ तो बेहद नरम थे ,उसका फुलाव किसी पावरोटी से भी बड़ा था ,उसकी चुत और गांड के छेद लाल गुलाबी थे ,उसके गांड के छेद इतना नरम था मानो दूध की मलाई हो ,उसकी गांड कवारी थी ,शिवा ने सोच लिया था कि इसकी चुत के साथ इसकी गांड तो कोई भी हाल में मारनी है ,
शिवा ने बड़े प्यार से नीता को बेड पर सुला दिया ,सिमा अब सो चुकी थी ,शिवा ने उसको उठाकर नीता के बाजू में सरक कर डाल दिया ,शिवा अब नीता के लाल होठो से रस पिता अपना लंड नीता की टाँगे फैलाकर उसकी चुत में घुसाने लगा ,उसको हैरत इस बात की हुवी की आजतक जिसको भी उसने चोदा था उसकी चुत में लंड घुसाने के लिए उसको ताकद लगानी पड़ती थी,पर नीता के चुत पे उसको लंड को टोपा रख कर दबाने की देर थी उसकी चुत ने आसानी से शिवा के लंड को पूरा निगल लिया ना कोई खून निकला ना कोई चीख ,नीता की चुत जिस अजीब तरिके से उसके लन्ड को निगला था और उसकी कसावट जो उसको अपने लंड पर महसूस हो रही थी वो किसी खेलिखाई औरत के चुत में नही होती जो कोई भी लंड आराम से खा ले,नीता के चुत की म्यान मानो उसके तलवार से लंड के लिये बनी हो ,नीता की चुत जिस तरह उसके लंड को अपने अंदर खींच रही थी ,निचोड़ रही थी ,शिवा को अपने लंड के टोपे पर जो मखमली अहसास हो रहा था ,उसकी वजह से शिवा किसी घोड़े की तरह हिनहिनाता नीता की चुत पर अपने लंड को दौडाने लगा ,शिवा ने इतनी ताकद से शायद किसी को चोदा था जितनी ताकद से वो नीता को चोद रहा था ,नीता भी बीच बीच मे अपने इस तगडे घोड़े के लंड को अपना पानी पिलाकर तरोताजा कर फिर तेजीसे दौडाती थी ,इस दौरान घोड़ी से लेकर कुतिया तक बनकर वो अपने घोड़े को बहला रही थी ताकि वो उसकी चुत में उसके लंड से गरमा गरम अपनी गाढ़ी मलाई भर दे ,और शिवा ने भी आज अपने जिंदगी का सबसे बड़ी मात्रा में माल भरा था नीता की चुत में ,शिवा को उसकी चुत में झड कर एकदम हल्का लग रहा था ,नीता की चुत भी उसके लंड से निकल रहा माल उसके टोपे के गले को दबाकर अपने अंदर आखरी बून्द निकलने तक खाली कर रहीं थी ,शिवा नीता के बदन को सहलाता उसके ऊपर पड़ा था ,उसके चुत ने लंड पूरा खाली करके बाहर निकाल दिया था ,शिवा का एक हाथ कबसे उसके गांड के छेद में छेड़छाड़ कर रहा था ,शिवाने नीता को धीरे से अपने पेट के बल सुला दिया ,वो भी जैसे इतने नशे में होकर शिवा के इशारे पर चल रही थी ,शिवाने उसकी उस गोल गांड को पकड़ कर फैलाया और उसके गांड के छेद पर अपना टोपा रखा तो नीता ने अपनी गांड थोड़ी ऊपर उठा दी जिसकी वजह से गांड में लंड आसानी से घुसे ,उसकी चुत की तरह ही गांड ने एक वार में ही अपने मालिक को जड़ तक अन्दर ले लिया बिना खून खराबके ,शिवाने भी ऐसी गांड आज तक नही मारी थी जो चुत से नरम हो ,अपने मन मे शांति मिलने तक वो नीता की गांड मारता रहा और अपना पानी उसमे भरकर ही रुका ,नीता को इतना चोदने के बाद भी वो नही रुका ,सुबह के 7 बजे तक वो नीता की चुत और गांड मारता रहा ,इस दौरान नीता ने दो बार अपना पेशाब उसको पिलाकर उसके गले की प्यास भुजाती रही ,वो दोनो तो रुकते ही नही अगर शिवा ने सीमा की हल्की कराह ना सुनी।होती ,उसने नीता के होठो से रस पीकर उसे विदा किया था ,जब तक वो जिंदा है इसको हर रोज चोदूँगा ,
सिमा की कराह सुनके शिवा तो अपने कपड़े पहनकर दूसरे कमरे में नहाने गया था ,नीता का भी नशा 10 मिनीट बाद कम हुवा उसने देखा कि दोनों एक दूसरे के बाजू में नंगे लेटी है ,उनको रात का थोड़ा सा याद आ रहा था पर धुन्दला सा ,पहले नीता उठी उसके अपनी चुत और गांड के छेद में अंदर तक दर्द होने लगा पर ये दर्द उसको तकलीफ़ नही सुकून दे रहा था ,वो पेशाब करने गयी तब उसके चुत से गाढ़ा सफेद मलाई जैसा बह रहा था ,उसने उसे अपनी दोनो उंगलियों में लेकर सूंघ के देखा तो एक तेज महक थी जो अलग ही नशा दे रहीं थी ,अंजाने उसने वो उंगलिया अपने मुह में लेकर चाटने लगी ,उसे इसका स्वाद बहुत पसंद आया ,वो अपनी दोनो उंगलिया चूस कर सारा माल चाट गई थी, उसे बाथरूम में पेशाब करते और बाद में नहाते हुवे अपने चुत और गांड में जो लंड का माल महसूस हुवा उससे उसे पता चल गया था कि वो रात में दोनो तरफ से चुदी है ,उसे अपनी गांड में आजतक कभी लंड नही लिया था ,उसे पता था कि गांड में लंड लेना आसान नही है और जिस तरह उसकी चुत के गहराईयो में उसे सनसनी हो रही थी ,उसे इस बात का अंदाज था कि वह तो तगड़े लंड से चुदी है और अपनी गांड भी मरवा चुकी है उस लंड से पर उसे कोई तकलीफ़ क्या नही हुवी ,मनोज से तो वो पिछले 18 साल से नही चुदी है ,यह क्या चक्कर है उसे समज नहीं आ रहा था ,
जब वो नहा धोकर बाहर निकली तो सिमा के तरफ उसका ध्यान गया ,उसने सिम को देखा तो उसकी टाँगे फैली हुवी थी ,चुत सूज के फूल गई थी ,उसने सिमा को थोड़ा पानी पिलाया ,बाथरुम में लेकर पेशाब ओर टॉयलेट करवाई , हाथ मुह धोकर उसे बिस्तर पर नंगी ही सुला दिया ,ऊसके बदन पर एक चादर डाल दी ,
उसने सबसे पहले शांति को फ़ोन किया और होटल में बुलाया साथ मे एक लेड़ी डॉक्टर को भी लाने को कहा जिसको नीता के दिये पते से लाना था
शांति डॉक्टर को लेकर 30 मिनीट में होटल के रूम में पहुच गई ,सिमा को जब डॉक्टर चेक कर रही थी ,शांति को अपने हाल याद आ गए जो उसके साथ कुछ दिन पहले हुवा था ,
डॉक्टर ने इतना ही कहा कि किसी असाधारण लंड के चुदने की वजह से अंदर तक जख्म हो गये है ,जो 8 दिन में भर आये ,नीता ने फिर डॉक्टर से पूछा ,क्या ऐसे लंड से किसी की गांड भी मारी जा सकती है ,बिना किसी जख्म के जैसे चुत पे हुवे हो ,डॉक्टर बोली ,नही मैडम ऐसा लंड अपनी चुत में लेकर ऐसा हाल है तो ,जो कोई भी ऐसे लंड को अपनी गांड में लेगी वो कोई भी हो 15 दिन तक हिलना मुश्किल हो जाएगा ,डॉक्टर ने एक दर्द कम करने का इजेक्शन ,पेनकिलर्स और चुत के जख्मो पर लगाने क्रीम दे दी और चली गई
डॉक्टर के जाने के बाद शांति बोली ,नीता यह सब क्या है ,किस ने किया सिमा के साथ ऐसा
दीदी मुझे भी नही पता ,कल रात हम दोनों नशे में थी ,सिमा को भी कुछ याद नही है ना मुझको ,हमारे साथ मनीषा और हेमा थे रात में उनको ही पूछती हु ,की उनको कुछ पता है ,या नही ,
नीता ने मनीषा को फोन लगाया ,तो उसने वो उठा लिया ,
हा नीता दीदी, बोलिये ,मनीषा बोली ,
नीता बोली ,मनीषा, कल रात तुम दोनो हमारे कमरे से कब गई थी ,और रात क्या हुवा था जब हेमा और तुम हम दोनों के साथ थी ,
मनीषा ,दीदी कल जब वेटर ऊपर पानी देकर गया तो हम सबको नशा सा होने लगा,आपने कहा शायद पानी की जगह गलती से कोई ड्रिंक दे गया होगा ,आपने और सीमा दीदी ने वही आराम करने की बात की ,हम दोनों भी बाजू वाले कमरे में सो गए थे ,थोड़ी देर पहले ही उठकर हेमा के भाई के घर आये है ,
नीता, मुझे भी लगता है ऐसा ही हुवा होगा रात में ,चल शाम को घर पर आ जाना कुछ काम न हो तो ,
मनीषा, ठीक है दीदी ,
मनीषा और हेमा शिवा के घर में गायब इंसान से,
तुमने जो बोला मेने वही बोला निता दीदी को ,तुम अब हमें भी मुसीबत से निकालने वाले हो ना ,
आज शाम तक तुम्हारी दोनो की बेटियां घर पर होगी ,जरा उनकी तस्वीर दिखाना मुझे ,उन दोनों ने उनके मोबाइल में से उनके बेटियो की तस्वीर दिखाई तो शिवा को पता चल गया था वो कहा है ,
शिवा को यह आइडिया मोना की वजह से पता चल था ,वो शिवा को अक्सर उसके दोस्तों की तस्वीर अपने मोबाइल से दिखाती और उनके बारे में बताती रहती एक बार शिवाने एक तसवीर देख कर उसके बारे में जानना चाहा तो वो झट से जान गया वो कहा है ,क्या कर रहा है ,उसके मन की बाते भी वो सुन पाया था ,आज वही तरीके से उसे मनीषा और हेमा की बेटियों का पता चल गया था ।
 
Well-known member
1,131
1,471
143

Update 44
मनीषा और हेमा को मिलकर में हॉटेल चला आया सुबह के 8 बज चुके थे ,मेरे मोबाइल पर मोना का फोन आया कि कॉलेज जाना है कि नही ,तो मैने उसे यह बताया की आज ऑफिस में ही रुकना पड़ेगा ,आज छुट्टी कर लेते है ,तुम पूजा को ऑफिस भेज दो जल्दी ,
मेरे फोन करने के बाद 1 घंटे बाद पूजा ऑफिस आ गई मेने उसको वो दो वेटर दिखाए जिनकी कल धुलाई करके 2 गुंडे उनके भेष में होटल में घुस गए थे ,वहां पर बाद में मनोज और मिलिद भी आ गए ,उन्होंने थोड़ी पूछताछ की पर कुछ मिला नही उनको ,मेने उन दो गुंडों को अपने पुराने घर पर हाथ पांव बांधकर सुबह ही रख दिया था कैसे मिलता ,होटल के कमरे में सब लेडीज बैठी बाते कर रही थी ,शांति ,सिमा ,निता अपने कमरे में बैठी सोच रहीं थी आखिर इस पहेली को कैसे सुलझाए ,तीनो ही चुद चुकी है ,निता और शांति ने अपना सच छुपा लिया था ,सिमा को शाम को घर लेकर जाने की बात तय हुवी ,दोपहर में सब खाना खाकर अपने बिस्तर पर लेट कर अपनी ही सोच में थे ,सिमा तो सो गई थी ,
शांती मन मे ,आज में यहां रात को रुकने वाली हु,मुझको अपने बदन की आग अब उसी आदमी से बुझानी होगी जो लगाकर गया है ,
निता मन मे ,में रात भर चुदी हु ,यह बात तो मुझे पक्की याद है ,मेरी चुत और गांड में किस तरह की सनसनी हो रही है ,अब होश में रहती तो पता चल पाता न कल क्या हुवा था मेरे साथ, जवानी से लेकर कल तक मुझमे ऐसी किसी के तरफ इतना तेज खिंचाव कभी नही हुवा था ,मुझे अब जल्द ही इस अजनबी की पहचान करनी होगी ,
शिवा सब की बाते सुन रहा था ,उसे बस अब निता से मतलब था ,आज भी वो उसे चोदने वाला था रात में ,
3 बजे के आसपास शिवा ने बाथरूम जाने के बहाने ऑफिस से गायब होकर रीना और मधु को उस बंगले से निकल लिया जो मुम्बई से 500 km दूर था ,उसने उन दो लड़कियों की आंखों की पट्टी उनके मा के सामने ही खोल कर निकाल दी और वहां से गायब हो गया था ,रीना 20 साल की तो मधु 19 साल की थी ,दोनो ही एकदम कड़क फिगर की थी 34 28 36 रीना की तो 36 30 36 मधु की थी उन दोनों की माँ तो एकदम हट्टी कट्टी थी दोनो की फिगर 38 32 40 की थी ,मनीषा की गांड सबसे जबरदस्त थी दोनो में एकदम बादाम के शेप वाली ,दोनो ही अपने पति से नाखुश थी ,अपने बदन की आग एक दुसरे की मदद से बुझाया करती थी ,उनको देखके ही पिछले 1 साल से दोनो बेटीयो ने भी यह खेल आपस मे शुरू कर दिया था ,
शिवा की ताकते पिछले कुछ दिनों में तेजीसे बढ़ रही थी ,जिसका कारण उसे समझ नही आ रहा था , शिवा की 2 महीने में कुछ बढ़ी हुवी ताकद
1 शिवा अब किसी की फोटो देखकर वो कहा है ,क्या कर रहा है ,उसके मन की बात आराम से सुन सकता
2 शिवा अब जिस आदमी को देख सकता है वहा पर वो अब अपनी स्पीड से 1 सेकंड में पहुच जाता था
3 जनावरो की भाषा समझने के साथ वो अब किसी भी जानवर को अपनी बात आसानी से मनवा सकता है
4 उसकी ताकद अब पहले के मुकाबले 100 गुना बढ़ गई थी इसका अंदाजा उसे तब हुवा जब उसने एक भरे हुए हजारो टन वजनी समंदरी कार्गो जहाज के हैंगर की मदद से
खींच कर 10 km दूर तक लेके गया था ,
5अपने साथ वो किसी को भी कही बी आसानी से ले जा सकता है यह उसने पहली बार मनीषा और हेमा के साथ किया था
6 शिवा के बदन पर कितने भी गहरा जख्म हो वो 1 सेकंड में ही ठीक हो जाता था और उसके बदन पर जख्म होना ही अब नामुमकिन हो गया था ,सिर्फ अगर शिवा खुद सोचे तो वो जख्मी हो सकता है पर खुद को मार नही सकता ,
शिवा को भी अब ये अंदाजा हो गया था कि उसका जनम सिर्फ चुत चोदने और गांड मारने के लिए नही हुवा है ,उसको यह हवस भी एक ताकत ही लगती थी ,उसको तलाश थी अपने जीवन के मकसद की ,क्या वजह है जो उसमे यह ताकते है ,वह अपनी ताकत का इस्तेमाल लोगो के भले के लिए करना चाहता था ,पर उसको ऐसा करने से पहले अपने पैरों पर खड़ा होना बहुत जरूरी था ,इस दुनिया मे बिना कागज के सर्टिफिकेट के ज्ञान का मोल नही था ,और दुनियां के सामने उसने अगर कुछ ज्यादा ही अपना talent दिखाया तो भी उसको तकलीफ ही होने वाली थी ,उसको अब ऐसे रस्ते की तलाश थी जो उसको उसकी मंज़िल तक पहुंचा सके ,उसने अपने दिमाग के घोड़े को कितनी बार अलग अलग तरीके से सोचते हुवे दौड़ाया पर उसे कोई राह मिल ही नही, उसने एक ही सोच लिया उसके साथ अभी तक जो भी हुवा था वो उसकी नियति ही थी ,अब वो अपनी जिंदगी वैसी ही जियेगा जैसी अब तक वो जी रहा था ,
शिवा ने उन दोनों लड़कियों को अपनी माँ के पास छोड़कर अपने ऑफिस में आकर बैठ गया, उसको आज एक अलग ही बैचेनी हो रही थी ,जिसका उसे पता नही चल रहा था ,शायद कुछ होने वाला हो अच्छा या बुरा ये वक्त ही बता सकता है ,
भवानीगढ़ में पिछले 6 महिनो से नरेश कुछ ज्यादा ही रुकने लगा था आज भी वो अपने दोनो दोस्तो के साथ रोही कबीले में आया था ,जहा पर उस कबीले का सरदार सोमा अपने कुछ आदमियों के साथ नरेश को कुछ बता रहा था ,सुल्तान और जगत भी सोमा की बाते ध्यान से सुन रहे थे ,
दादा ,हम कितने ही पीढयों से मन्दिर में सेवा कर रहे है ,लेकिन ये जो पिछले 6 महीने से हो रहा है वो मेने आज तक सुना नही है कि ऐसा कभी हुवा हो किसी पीढ़ी में,
सोमा ,मे भी पिछले 6 महिनो से इसकी वजह ढूंढ रहा हु पर पता नही कर पा रहा हु ,नरेश
आप को इसकी वजह मेले के होने वाले मुकाबलों में ही मालूम गिरेगी ,एक आवाज ने चारो का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया जिसको सभी लोग अच्छी तरह जानते है ,
लेकिन मुकाबले से क्या पता चल सकता है हमको ,शक्ति बेटा ,नरेश ने कहा ,जी हा यह शक्ति ही था पृथ्वी का बेटा ,
दादा ,मेरे खयाल से अभी जो भी हो रहा है ,वो मुकाबले के दिन खुलकर सामने आ जायेगा ,ऐसा मेरे दादा का कहना है ,और उस दिन वो भी पहली बार ,आप सबसे मिलने आएंगे ,
शक्ति बेटा तुमने और तुम्हारे दादा ने जो हमारी मदद की है 6 महीनोसे ,उसके लिये हमारी जान भी हम हँसते हँसते दे सकते है आप लोगो के लिये ,नरेश ने कहा
दादा ,हमे हमारे जितने भी मजबूत आदमी हो ,जो लड़ना जानते हो उन सबको लेकर मुकाबले के दिन हर खतरे से लड़ने के लिये तैयार रहना होगा ,में मेरे 10 भाइयों और अपने 200 लोगो के साथ आऊँगा ,साथ मे मेरे दादा भी होगें
जैसा तुम चाहते हो वैसा ही होगा शक्ति ,रोही कबीले के 500 लड़ाके, और 1000 हमारे गाव के शिकारी उस दिन अपनी जान की बाजी लगा देंगे ,नरेश बोला ,उसके बाद शक्ति चला गया अपने रास्ते ,
सुल्तान तुम एक काम करो अपने मुकाबले होने वाली जगह पर पहले से ही बॉम्ब लगाना शुरू कर दो ,उनको तीन तरह से लगाना है ,ताकि 2 फेल हो गए तो 3 र काम करेगा ही ,और मुकाबले की जगह को भीमा को बोलकर अपने आदमियों को हर वो हथियार देना जिसके जरिये 1 आदमी भी 100 लोगो को मार सके ,शायद इस बार हमें ज्यादा तर बड़े बम ही लगने वाले होंगे जो हाथी के भी परखच्चे उड़ सके ,इस मे हम सब मारे गए ,तो भी हमे किसी भी कीमत पर माता के मंदिर में किसी पापी को जाने नही देना है,
जगत ,तुम अपने आसपास के गाँव मे अपने आदमियों तक यह बात पहुँच देना की मुकाबले के दिन कोई भी गाव का आदमी वहां नही आएगा ,मेला 9 दिन ही चलेगा इस साल यह बात सबको अभी से बता दो, नरेश
उसके बाद सब लोग मुकाबले के दिन की तैयारी करने लगे और नरेश, जगत,सुल्तान रोही कबीले से अपने गाँव वापिस मन्दिर के बाहर आकर बैठ गए
नरेश मुझे लगता है इस बार कुछ अलग ही होने वाला है मुकाबले के दिन ,हमारे पास अब हमारी सबसे बड़ी ताकद ही नही रही ,तो हम क्या लड़ सकेंगे उन सबसे जो इंसान ही ना हो ,जगत बोला
जगत हमे भी पता है ,जब तक वो यहाँ पर थी किसीके आने की यहाँ हिम्मत नही होती थी ,लेकिन अब देखा ,जो नहो वो दिख रहा है रोही के जंगल मे ,नरेश
यार तुम दोनो की बातों को में झूठ ही मानता अगर मेने उस नागिन को नही देखा होता ,अगर 25 साल पहले वो नही होती तो में भी जिंदा नही होता ,उसको पहली बार देखकर में भी डर गया था ,पर जब उसने मुझसे बात की तो मुझे यकीन हुवा की यह मुझे ही बचानी आयी है ,वो 50 फिट से भी बड़ी थी यार ,1 मिनीट में उसने उन 150 से ज्यादा आतंकवादियो को मार दिया था ,वो देवी है जो हमेशा सच्चाई का साथ देती है ,उसका नाम भी बहुत पसंद था विशाखा ,नरेश भाई वह कहा चली गई है कुछ पता चला कि नही ,सुल्तान
सुल्तान या तो उसे अपने दुश्मन का पता चल चुका है और वो उसको खत्म कर देने गई हो या किसी ऐसे को बचाने जो बहुत ही मायने रखता हो विशाखा के हिसाब से ,
चलो खाना खा लेते है ,जो भी होंना है उसमें अभी वक्त है ,चल सुल्तान तुझको को में पालक के पकोड़े खिलता हु,जगत बोला ,और सब खाना खा रहे थे , ।
 

Top