- 1,131
- 1,471
- 143
Update 110
शिवा जब पाताल में बलि लोक पहुचा तब नेहा को वो जिस कमरे में सोते हुवे छोड़ आया था उस तरफ बढ़ गया ,नेहा को जिस पलँग पर उसने सुलाया था उसे ही उसने अपनी माया से एकदम सुहाग की सेज की तरह सजा दिया ,नेहा के ऊपर से अपनी माया का प्रभाव उसने निकाल दिया और उसे अपने साथ समयमनी मे लेकर आ गया, ,जिसकी वजह से नेहा की आंखे एकदम से खुल गई ,अपने आप को सुहाग की सेज पर सोते देख कर वो खुद से एक बार मुस्कुरा गई ,उसने अपने आप से ही कहा ,चलो यह सपना नही है ,सचमुच में शिवा से शादी कर चुकी हूं,पर जनाब कहा चले गए मुझे यहा सोते हुवे छोड़कर ,उनकी पत्नी इस सुहाग की सेज पर उनकी राह देखते हुवे सो गई और वो खुद कही गायब हो गए है ,
जी मे तो आपकी उठने की ही राह देख रहा था ,आप सोते हुवे इतनी प्यारी लगती है कि दिल नही हो रहा था आपकी नींद में बाधा डाल दु ,शिवा की यह बात सुनकर नेहा एकदम शर्मा गई ,उसने शिवा से कहा ,इस तरह आप हमारी चोरी से बाते सुन रहे है ,आपको ऐसा करना अच्छा लगता है ,
शिवाने कहा ,लो हम हमारी पत्नी के कमरे में बैठना भी चोरी करना हो गया ,आप तो हमे चोर कहकर हम पर इल्जाम लगा रही है ,
नेहा ने अपनी आंखें शिवा की तरफ करके बड़े प्यार से कहा ,आप चोर नही तो क्या है ,एक बार हमें अपनी शक्कल दिखाकर हमारा दिल हमसे चुरा लिया जिसकी हमे भनक तक नही लगी ,दिल के साथ आपने हमारी रातों की नींद और चैन भी तो चूरा लिया ,आप जैसा शातिर चोर आज तक नही देखा मेंनें ,जो एक ही बार मे इतना कूछ कर सके
शिवा ने हसकर कहा ,आप तो एकदम शायर बन गई है ,हमे क्या पता हमारी पत्नी इतनी प्यारी शायराना अंदाज की होगी ,जो अपनी मीठी बातो से ही हमे खुश करने की सोच ही है ,
नेहा तुनकर ,तो आप कैसे खुश होने वाले है हम भी तो जाने आप के मन मे क्या है ,
शिवा ,जी हम तो जिस मुह से इतनी मीठी बोली निकल रही है उसीके लब चूम कर अपना मुह मीठा करने की सोच रहे है ,पर क्या पता इस चोर के नसीब में क्या लिखा है
नेहा ,आप जैसे चोर के नसीब में खुद को हमेशा आपके साथ देखना चाहुंगी ,इस ओठो की क्या बात है आप के लिये तो हम अपनी जान तक हसते हसते देने को तैयार है ,बस आप कहिए तो सही हम एक पल नही गवाएंगे ,
शिवा जो पलँग के बाजू में ही बैठा था एक कुर्सी पर उसने उठकर नेहा के पास जाकर बैठ गया ,नेहा के हाथों को चूमकर बोला ,आप हमारे लिये बहुत ही अनमोल हो ,आप की जान लेने की बात में कभी सोच भी नही सकता ,आप के ऊपर कोई आंच आये यह में कभी बर्दाशत नही कर पाऊंगा ,
नेहा शिवा की बात सुनकर उसके गले लग गई और कहने लगी ,आप मेरा नाम लेकर मुझे बुलाया करे ,इस तरह आप कहकर मत बुलाया करे ,में आपकी पत्नी हु ,में आपको आदर से आप कह सकती हूं ,पर आप मुझे कभी भी मेरे नाम के सिवा कुछ और नही पुकारा करेंगे ,
शिवा ,जैसा आपका हुकुम नेहा ,अब तो खुश हो ना
नेहा ,मेंनें कहा ना सिर्फ नेहा पुकारना आप नही तुम कहकर बोला कीजिये आप,
शिवा ने बिना कुछ बोले इस 20 साल की सुंदर लड़की के नाजुक से ग़ुलाबी होठ चुम लिये,नेहा भी गजब की सुंदर लड़की थी ,अपनी माँ और बाप का मिला जुला रूप लेकर पैदा हुवीं यह लड़की की कमाल की खूबसूरत थी ,एकदम गोरी ,सुंदर सा चेहरा ,नीली आंखे ,ग़ुलाबी फूलों से नाजुक पतले ओठ ,लम्बाई में 5 फिट 8 इंच और फीगर अपनी बहन से थोड़ा कम 34 28 36 पर हर चीज में अपनी बहन को टक्कर देंती थी ,सबसे ज्यादा गजब उसकी गांण्ड थी ,अपने माँ के तरह ही उसकी गांण्ड एकदम गोल थी ,सीमा की दोनो बेटिया कमाल की गांण्ड लेकर पैदा हुवीं थी ,तीनो की गांण्ड में एक ही लन्ड घुसने वाला था ,अचानक शिवा अपने ख्याल से बाहर आया ,उसके चेहरे पर तीनों की गांण्ड मारँने की बात से एक बहुत ही मीठी और शरारती मुस्कान आ गयी थी,
नेहा शिवा के चेहरे को देख रही थी ,उसके चेहरे पर उभरी इस दिलकश मुस्कान से उसे लगा शायद शिवा को उसके होठो को चुमना बहुत पसंद आ गया है ,उसने तुंरत शिवा के ओठो से अपने नाजुक होठ जोड़ दिए और प्यार से उन्हें चुसने लगी ,शिवा को नेहा की ये हरकत बहुत ही ज्यादा पसन्द आ गयी ,वो भी बड़ी चाव से उसका साथ देने लगा ,दोनो बहुत देर तक एक दुसरे के ओठ चुसते रहे ,कभी जीभ को एक दूसरे के मुह में घुस्साकर अपने लार का स्वाद एक दूसरे को दे रहे थे ,इस गर्म जवानी की मीठी हरकत से शिवा का लन्ड फड़फड़ने लगा था ,नेहा तो उसे चूमकर ही अपना दीवाना बना रही थी ,शिवाने अपनी माया से एक ही पल में नेहा को पूरी नंगी कर दिया ,शिवा के सामने अपने आप को एकदम नंगा पाकर नेहा शर्म से लाल हो गयी ,उसने झट से शिवा की बाहो में खुद को छुपा लिया ,शिवा ने नेहा को अपनी बाहो में भरकर ही पलँग पर लेट गया ,दोनो मादरजाद एकदम नंगे एक दूसरे के बाहो में लेटे थे ,नेहा के ऊपर सवार शिवा उसकी नीली आंखों में देख रहा था ,उसे अपने सामने लेटी नेत्रा ही नजर आने लगी थी ,नेहा और नेत्रा की माँ भले ही अलग हो पर दोनो का बाप तो एक ही था ,दोनो काफी हद तक एक दूसरे की तरह ही लगती थी ,शिवा ने बड़े ही प्यार से उसकी आँखों को चूम लिया ,उसके दिल मे नेहा के लिये इतने प्यार की वजह वो समझ गया था ,नेहा में वो कबसे नेत्रा को ही देख रहा था ,हजारो साल तक महानाग का इंतजार किया था उसने फिर अपने जीवन को त्याग दिया उसके मिलने के लिये ,बाद में दूसरा जन्म लेकर वो शिवा की पहली बीवी तो बन गई थी पर उसे उसका हक अभी तक नही मिला था ,पहले शिवा का डर उसे नेत्रा से दूर कर रहा था ,बाद में खुद की ही सोच से बनी एक अजीब शर्त जो नेत्रा को मालूम होने के बाद वो भी उसके पास नही आती थी ,अपनी सब शक्तिया मिलने के बाद ही नेत्रा से मिलन करना ,नेत्रा ने एक बार भी शिवा से कभी जिद नही की थी के उसे शिवा से मिलन करना है ,बहुत सी ऐसी शिवा की जीवन मे औऱते आ चुकी थी जो बिना शादी किये ही शिवा से मिलन कर चुकी थी ,पर नेत्रा को उसका हक अभी तक नही मिल पाया था ,बिना कुछ कहे वो शिवा की बात मान लेती ,शिवा की हर खुशी में वो उसका साथ देते रहती ,अपनी बहनों को शादी के बाद तुरंत ही पतीं का सुख मिल जाने पर वो उनसे ज्यादा खुश होती थी ,सिवाय कुछ मीठे पलो के शिवा ने उसके साथ वक्क्त भी ज्यादा नही बिताया था ,सभी को शिवा के साथ रहकर उससे मिलन करके प्यार मिल जाता था ,तेजा ,केतकी ,मंदा ,हिमांनी उसके साथ मिलन करके उसीकी आत्मा से जुड़ गई थी ,पर नेत्रा तो बिना कुछ कहे उसकी पूरी आत्मा बन गई थी ,उसका प्यार समर्पण त्याग सबसे अलग था ,अपनी माँ के साथ शिवा के संबंध होकर भी वो कुछ नही कहती थी ,अपनी माँ को मिल रही खुशी के लिये वो शिवा को भी कुछ नही कहती थी ,नेत्रा उसके जीवन मे आने के बाद ही शिवा को इतनी शक्तिया मिली थी ,एक तरह से देखा जाए तो शिवा की हर शक्ति उसकी देंन थी ,शिवा उसके साथ मिलन करके उसे खुशी नही तो अपने फायदे के लिये ही उसका इस्तेमाल करने वाला था ,अपनी शक्तियों के इस्तेमाल से नेत्रा भी शिवा जितनी ताक़दवर होने वाली थी ,शिवा की हर ताकद उसमे आने वाली थी ,शायद अपने अंदर की प्राचीन शक्तियो की बदौलत वो शिवासे कही गुना ताक़दवर बनने वाली थी ,उसकी शक्तिया को शिवा अपने ही काम को पूरा करने के लिए करने वाला था ,शिवा की सोच यही थी कि वो अगर मारा गया इस सब मे तो नेत्रा सब सम्भाल लेगी ,भले शिवा के साथ उसके अंश भी ना रहे पर नेत्रा के अन्दर उसकी सारी ताकद और शक्तिया आ जाने से वो मन्दिर के चमत्कारी पथर की रक्षा कर सकती है ,अपनी आंखों में इतनी गहराई से देखने वाले शिवा से नेहा को बहुत ज्यादा प्यार आ रहा था ,उसने अपने मदभरे होठो से उसे चूमकर कहा ,क्या देख रहे है आप मेरी आँखों मे इतनी देर से ,शिवा उसकी आवाज में वापिस अपने खयालो से बाहर आया ,बस अपने आप को देख रहा था ,नेहा बोली ,आप खुद को मेरी आँखों मे धुंड रहे है और आप मेरे दिल मे गहराई तक समा चुके है ,शिवाने नेहा की इतनी प्यारी बात सुनकर उसे फिर से चूमने लगा ,अपने मजबूत पंजो में उसकी गोल चुचिया पकड़ कर मसलते हुवे वो नेहा को पूरी तरह पागल करने लगा ,नेहा बहुत जल्दी गर्म होने लगी थी ,उसकी चुत से निकलती भाप से शिवा की कमर को उसके चुत की गर्मी का अहसास हो रहा था ,शिवा ने नेहा की 34 की चुचिया इतनी सख़्ति से मसल कर एकदम लाल कर दी थी ,नेहा को भी अपनी चुचिया शिवा के हाथों से दबवाने में बहुत मजा आ रहा था ,अपनी चुत को जांघो से रगड़कर उसमे हो रही सनसनी को कम करती शिवा को मजे से चूम रही थी ,शिवाने ने अपना चुम्बन तोड़ कर नेहा की मस्त 34 की चुचिया को अपने मुह में भर कर चूसना शुरू कर दिया ,शिवा उसके छोटे से निप्पल के साथ आधी चुचि अपने मुह में लेकर चूस रहा था ,इतनी मस्त चुचियो को अपने दांतों से काटने में उसे बहुत मजा आ रहा था ,नेहा का तो हाल एकदम बुरा हो रहा था ,अपने मुह से एकदम मदहोशी भरी आवाज निकाल कर शिवा की हरकत के मजे ले रही थी ,शिवा के बालों में अपनी उंगलिया घुमाकर उसके सिर को अपनी चुचियो पर दबा रही थी ,शिवा ने चुचिया चूसकर ही नेहा की चुत से दो बार पानी निकाल दिया था ,अपनी चुत से अमृतधारा की वर्षा करती नेहा एक सुखसागर में डूब चुकी थी ,उसके पुर बदन में एक हल्कापन आ गया था ,शिवा की हर हरकत उसे सुख देने के लिये बहुत थी ,इस लम्बे चौड़े बदन के नीचे फूल सी दबी नेहा पर वो पूरी तरह हावी हो गया था ,नेहा के चुचिया को अच्छी तरह मसल कर उनको पूरा निचोड़ ने बाद शिवा ने अपना मोर्चा नेहा की चुत की तरफ कर दिया ,नेहा की मखमली जांघो को सहलाकर अलग करते हुवे उसने उसकी सुंदर सी चुत को पूरी तरह उजागर कर दिया ,नेहा की चुत एकदम गोरी ग़ुलाबी थी ,उसके पतले से ओठ आपस मे एकदम चिपके हुवे थे ,चुत किसी पावरोटी की तरह एकदम फूली हुवीं थी ,उसकी चुत का छोटासा छेद अपनी लाली की वजह से एकदम खुलकर चमक रहा था ,शिवा ने उस छेद से बहते पानी को अपनी जीभ से चाट लिया ,जिसका नमकीन स्वाद उसे बहुत ज्यादा पसन्द आ गया ,शिवाने नेहा की 36 की मतवाली गांण्ड को भी अपने पंजो से थोड़ा ऊपर कर लिया उसके सामने नेहा के दो अनमोल खजाने एक साथ खुलकर दिखने लगे थे ,उन दो लाल सुर्ख फूलों को शिवा अपनी जीभ से एक साथ चाटने लगा ,नेहा का तो इस मजे से बुरा हाल हो गया था ,एक साथ शिवा उसकी लपलपाती जीभ से चुत और गांण्ड के छेद को चाट रहा था ,नेहा का बदन पूरा कापने लगा था ,शिवा बिना रुके उसकी दोनो छेदो को किसी कुत्ते की तरह चाट रहा था ,नेहा अपनी माँ को याद करती अपने मुह से ऐसी सिसकिया छोड़ रही थी कि शिवा का पूरा रोम रोम खिल उठता था ,वो उतनी ही तेजीसे अपनी जीभ चला रहा था ,शिवा के इस हमले से नेहा खुद को ज्यादा देर तक बर्दाश्त नही कर सकी उसकी चुत भलभला कर झड़ने लगी ,शिवा ने उसके झड़ंने के बाद अपनी जीभ को पूरा नोकदार करके नेहा की चुत में घुसा दिया और उस नमकीन पानी को पिने लगा ,अपनी चुत के अंदर शिवा की जीभ घुस जाने से मानो नेहा का बदन उसके काबू से बाहर हो गया ,शिवा की जीभ उसके चुत में घुसकर उसके अंदरूनी भागो से टकराने लगी ,नेहा अपने झड़ने के बाद अपने बदन में फैल रहे हल्केपन से एकदम से बाहर आ गई उसकी चुत का पानी बहुत तेजी से निरन्तर बहने लगा था ,नेहा की चुत किसी झरने की तरह फुट चुकी थी ,अपने आप को मिल रहे इस अदभुत मजे से नेहा एकदम जोर से सिसिकिया छोड़कर अपने बालों को नोचने लगी ,उसे इस कदर के झटके लग रहे थे अपनी चुत के झड़ने से मानो कोई बिजली का करंट उसके चुत में उठ रहा हो ,पर यह झटके तकलीफ नही असीम खुशी दे रहे थे नेहा को ,नेहा का बदन पूरा पसीने से भीगने लगा था ,उसकी चुत झड़ना बंद ही नही हो रही थी ,और शिवा भी उसकी चुत से अपनी जीभ नही निकाल रहा था ,वो नेहा के चुत से बहते हर कतरे को पी रहा था ,उसकी प्यास हर पल बढ रही थी इस नशीले पानी से ,नेहा की चुत भी बरस कर शिवा के हलक को सुखा नही होने दे रही थी ,न जाने कबतक उसकी चुत झड़ती रही ,जब उसकी चुत से पानी निकलना बंद हो गया तो शिवा ने अपनी जीभ उसके चुत से निकाल कर उसकी पूरी चुत को चाटकर साफ करने लगा ,पूरी चुत को साफ करने के बाद शिवा को अब उसकी जीभ से नेहा की छोटी सी गांण्ड के छेद का स्वाद लेना था ,शिवा ने एक ही पल में अपनी जीभ को नेहा के गांण्ड में नोकदार करके घुसा दिया ,नेहा अपने चुत से इतना पानी बह जाने के कारण एकदम सुस्त हो कर पड़ी थी ,उसके बदन को तो एकदम झटका लग गया शिवा की इस हरकत से ,वो अपने गांण्ड के छेद को अंदर खिंचकर शिवा की जीभ को बाहर निकालने की कोशिश करने लगी ,पर उसकी नरम गांण्ड के नाजुक से छेद में इतनी ताकद नही थी कि वो शिवा की जीभ को बाहर कर सके ,उल्टा नेहा के हरकत से शिवा की जीभ और गहराई में घुसने लगी ,नेहा का गांण्ड का छेद अपने आप खुलने और बन्द होने लगा ,उसकी गांण्ड में कहर ढाती शिवा की जीभ से नेहा की चुत भी भड़क उठी ,उसकी चुत में इतनी भयानक सनसनी होने लगी कि नेहा एक जोरदार चीख निकाल कर फिर से झड़ने लगी ,शिवा ने नेहा की चुत को फिर मुह में भरकर उसके रस को पीना शुरू कर दिया ,इस बार तो उसकी चुत पहले से ज्यादा पानी छोड़ रही थी ,नेहा तो एक बेहोशी की हालात में पोहच गई थी ,उसकी आँखों के सामने एक अलग ही रोशनी उसे दिख रहीं थी ,नेहा के पूरे बदन में मानो एक सुकून की लहर दौड़ रही थी ,नेहा अपनी आंखें बंद करके लेटी इस पल का मजा ले रही थी ,उसके दिल मे शिवा के लिये अब भुग ही ज्यादा प्यार आने लगा था ,उसे शिवाने ऐसी खुशी दी थी जो नेहा ने कभी सोची भी नही थी ,उसका पूरा रोम रोम शिवा का दीवाना हो गया था ,शिवा ने नेहा की चुत और गांण्ड का स्वाद लेने के बाद नेहा के ऊपर लेट गया ,नेहा ने अपनी आंखें खोल कर शिवा की तरफ देखा तो उसके चेहरे पर एक मुस्कान थी ,नेहा ने बिना कुछ कहे अपनी टाँगे उठाकर शिवा के कमर पर कस दी और शिवा को अपनी बाहो में भर लिया ,शिवाक़े होठो को चूस कर उसने शिवा गर्म लन्ड पर अपनी चुत पर अपनी चुत को घिसने लगी ,शिवा के लन्ड की गर्मी से उसकी चुत एकदम गनगना गई थी ,इतने मोटे और गर्म लन्ड की होती मालिश से उसकी चुत से पानी टपकने लगा ,शिवाने पहले ही अपने लन्ड को तेल से चिकना कर दिया था ,शिवाने भी नेहा की गांण्ड को अपने मजबुत पंजो में दबाकर उसकी चुत पर एक करारा वार कर दिया ,पूरे समयमनी में एक साथ दो चीखे निकल गई थी ,एक तो नेहा की थी जो अपनी चुत में इतना बड़ा और मोटा लन्ड घुस जाने से दर्द से निकल गई थी ,उसकी चुत को पूरी तरह फाड़कर शिवा का लन्ड जड़ तक अंदर घुस गया था ,20 इंच लम्बे और 12 इंच मोटे इस लन्ड ने नेहा की चुत को पूरा फाड़ दिया था ,उसकी चत से खुन की धारा बहकर नीचे गिरने लगी थी ,शिवा का लन्ड उसकी चुत में अंदर तक जाकर गर्भशय के अंदर तक घुसा हुवा था ,नेहा की चुत के गहराई में घुसकर शिवा ने उसकी चुत ही नही फाड़ी थी बल्कि उसके अंदर के बिजली तत्व को भी छेड़ दिया था ,जिसकी वजह से शिवा के लन्ड को बेहद तेज बिजली का झटका लगा था ,शिवा का लन्ड नेहा की चुत में घुसा होने से उसे लगातार बिजली के झटके लगने शुरू हो गए थे ,शिवा के मुह से इस वजह से बहुत ही भयानक चीखे निकल रही थी ,शिवा के अंदर इतनी शक्तिया होकर भी उसे बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था ,नेहा का पूरा बदन एक बिजली के जैसा बन गया था ,शिवा किसी बिजली सी बनी लड़की के चुत में अपना लन्ड घुसाकर चीखे निकाल रहा था ,उसके मन मे एक ही ख्याल आ रहा था साला बहनचोद यह क्या चक्कर है ,ऐसा भी कभी होता है ,कोई चोदते हुवे बिजली के झटके भी देता है क्या ,यह नेहा साली इतनी मीठी मीठी बाते करती है और इसकी चुत मेंरे लन्ड को बिजली के झटके दे रही है ,अब इसकी चुत से लन्ड कैसे निकालू ,इसकी चुत ने तो मेरे लन्ड को बहुत ही कसकर पकड़ लिया है ,में इतनी ताकद लगाकर भी इससे दूर नही हो पा रहा हु ,शिवा ने बहुत कोशिश की अपना लन्ड बाहर निकालने की पर वो कामयाब नही रहा ,नेहा ने अचानक अपनी आंखें खोल ली उसकी आंखें एकदम बिजली जैसी सफ़ेद होकर चमक रही थी ,उसने शिवा को एक पल में ही अपने ऊपर से उठाकर बिना चुत से लन्ड निकाले अपने निचे ले लिया ,नेहा ने शिवाक़े ओठो को चूमकर अपनी चुत शिवा के लन्ड पर ऊपर नीचे करना शुरू कर दी ,नेहा के ओठो से भी बिजली के झटके शिवा के मुह से अंदर तक जा रहे थे ,नेहा शिवा को अपने नीचे लेकर बिजली की गति से अपनी चुत उसके लन्ड पर ऊपर नीचे करती उसे चूम रही थी ,नेहा के अंदर से आ रही बिजली का हर झटका उसके पूरे शरीर मे फैलने लगा था ,उसके खुन में भी वो समा रहा था ,शिवा का खुन बहुत गर्म होकर उबलने लगा था ,नेहा की तरह वो भी कुछ ही पलों में एक बिजली में बदल गया ,नेहा की चुत में अब नीचे से शिवा भी बड़ी तेजीसी झटके मारने लगा था ,नेहा की गांण्ड को पकड़ कर उसके चुत को फाडने में लग गया था ,शिवा का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुच गया था ,यह पहली बार शिवा को किसीने चोदते हुवे इतनी तकलीफ दी थी ,उसके लन्ड ने अब अपना सबसे रौद्र रूप धारण कर लिया था ,नेहा की चुत को पूरी तरह उसका लन्ड अब कुचलने लगा था ,शिवा ने एक ही पल में अपने जगह से खड़ा होकर खड़ा हो गया ,नेहा को अपने बाहो में थामकर उसे अपने लन्ड पर बिठाकर उसे चोदना लगा ,नेहा भी अपनी टाँगे शिवा के कमर में कस चुकी थी ,अपनी बाहो को शिवा के गले मे डालकर वो शिवा को चूमती मजेसे चुद रही थी ,शिवा जितना बेरहमी से उसे चोद रहा था उतना उसे मजा आ रहा था ,शिवा के हर धक्के का जवाब वो दुगने तेजीसी उछल उछल कर देने में लगी हुवीं थी ,शिवा ने नेहा की चुत से कितनी बार पानी निकाला और कितनी बार अपना पानी भरा इसकी कोई सीमा नही थी ,नेहा थकने का नाम ही नही ले रही थी ,शिवा ने उसे घोडी बनाकर कुतिया बनाकर हर आसन में चोद लिया था पर वो रुक ही नही रही थी ,उसकी भूख और आग बढ़ती ही जा रही थी ,शिवा भी उसकी चुत में अपना गर्म लावे जैसा वीर्य छोड़ कर उसे शांत करने की कोशिश कर रहा था ,उसकी चुत शिवा का वीर्य अपने अंदर गिरने के बाद कुछ देर तक उसका माल सोखने में लग जाति पर फिर दुगनी तेजीसी उसके लन्ड को अपने अंदर दबाकर और चुदने को तैयार हो जाती ,शिवाने आखिर उसकी गांण्ड में ही लन्ड डालकर उसकी आग बुझाने का फैसला कर लीया ,शिवा ने घोडी बनाकर चुदने वाली नेहा की चुत में अपना लन्ड झड़ंने के बाद जब उसकी चुत ने उसके लन्ड को थोडी देर के लिये ढीला पकड़ा था ,तेजीसे बाहर खीच लिया अपनी चुत से शिवा का लन्ड निकल जाने से नेहा बहुत ज्यादा गुस्से में आ गयी ,वो किसी बिजली की तरह कड़कड़ाने लगी थी ,उसके पूरे बदन से बिजली की बहुत ही भयानक गड़गड़ाहट निकल रही थी, शिवा को भी थोड़ा डर लग रहा थी इस भयानक आवाज से वो सोचने लगा साली यह बिजली से मुझे मार ही ना दे ,पता नही इसकी गांण्ड में लन्ड को कितने झटके खाने होंगे मेरे ,पर आज इसकी गांण्ड तो मार कर ही मरूंगा साली ने बहुत झटके दिए है मेरे लन्ड को ,आज इसकी गांण्ड फाड़कर अपना बदला लेकर रहूंगा ,शिवाने नेहा की गांण्ड को पकड़ कर एक ही हाहाकारी झटके में अपना लन्ड उसकी गांण्ड में जड़ तक घुसा दिया ,शिवा के इस हमले की वजह से नेहा दर्द और गुस्से से बहुत ज्यादा भड़क उठी ,उसकी गांण्ड में उसे बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था ,नेहा के मुह से निकलती चीख उंसके बदन में उठने वाली बिजली की आवाज से बड़ी थी ,शिवा को उसकी चीख सुनकर बहुत खुशी हुवीं ,वो बेरहमी से नेहा की गांण्ड फाडने लगा ,नेहा की गांण्ड में भी बिजली के झटके उसे बैठ रहे थे पर वो खुद बिजली का बन गया था जिस वजह से उस झटकों से उसे कुछ भी तकलीफ नही हो रही थी ,नेहा की गांण्ड से लाल खुन निकल कर उसके बिजली से बने सफेद शरीर पर दिखाई दे रहा था ,थोड़ी ही देर में नेहा का शरीर एकदम काला पड़ गया जिसे देखकर शिवा भी हैरान हो गया ,नेहा की गांण्ड को मारना उसने नही रोका था फिर भी ,शिवा का लन्ड और उसका शरीर भी एकदम काला हो गया था ,दोनो के शरीर का हर भाग एकदम अँधरे से भी काला हो गया था पर अन्दर की बिजली भी काली हो गयी थी ,शिवा को कुछ समझ नही आ रहा था पर उसकी कामवासना बहुत ज्यादि बढ़ गई थी ,उसके बदन में बहुत ही ज्यादा गर्मी औऱ ताकद आ गयी थी ,वो नेहा की गांण्ड को और बुरी तरीके से चोद रहा था ,नेहा की चीखें अब बन्द हो गयी थी ,उसके मुह से कामुक सिसकिया निकल रही थी ,वो मजेसे अपनी गांण्ड में शिवा के लन्ड को झेल रही थी ,शिवा बहुत देर उसकी गांण्ड मारता रहा ,एक बार झडने के बाद वापिस उसकी कामवासना भड़क जाती और वो दुगनी तेजी से उसकी गांण्ड मारने लगता था ,नेहा का बहुत ही बुरा हाल कर दिया था शिवा ने गांण्ड मार कर वो लगातार 100 दिनों तक उसकी गांण्ड को ही मार रहा था ,पर उसकी हवस और कामवासना कम नही हो रही थी ,उसके अन्दर एक जानवर जाग गया था जिसकी भूक बहुत ही भयानक हो गयी थी ,नेहा की गांण्ड से लन्ड निकालकर जब उसने नेहा को 100 दिन के बाद छोड़ा तो नेहा ने चैन की सांस ली पर अगले ही पल शिवा ने अपने लन्ड से उसकी चुत को फाड़ना शुरू कर दिया ,अगले 300 दिनों तक शिवा उसे लगातार चोद रहा था ,कभी चुत तो कभी गांण्ड उसका लन्ड नेहा की पूरी कामवासना अब बुझा चूका था ,नेहा तो उसके लन्ड से मार खाकर थक गई थी ,बीच बीच मे शिवा उसके मुह को भी चोदकर उसे अपना माल खिला देता था ,शिवा की भूक पुर 500 दिन खत्म होने के बाद ही शांत हो गयी थी ,दोनो के शरीर अब अपने वास्तविक रूप में आ गए थे ,नेहा तो शिवा का माल पिछले 900 दिनों से खाकर एकदम सुस्त हो गयी थी ,वो शिवा के बाहो में चैन से सो गई ,दोनो एक दूसरे की बाहो में थककर 3 दिन तक सोते रहे ,दोनो बहुत ही ज्यादा सुकून की नींद ले रहे थे ,अपने अंदर की गर्मी नेहा में भरके शिवा भी शांत होकर सो गया था ,जब दोनो की नींद खुली तो नेहा ने शिवा से कहा ,आज आपने एक नही बल्कि दो तरह की बिजली की शक्तियां मेरे अंदर जगा दी है ,एक सफेद बिजली और दूसरी काली बिजली ,आप भी दोनो शक्तिया अपने अंदर समा चुके है ,सफेद बिजली बहुत ही घातक है उससे कोई नही बच पाता पर काली बिजली किसी की रूह तक को जला सकती ,जिनके पास शरीर नही होते उनपर सफेद बिजली का असर नही होता पर काली बिजली हर किसिको को खत्म कर सकती है ,वो आत्मा हो या कोई प्रेत या पिशाच हो ,इस काली बिजली का उपयोग नरक में किया जाता है ,पापी आत्मा को सजा देने के लिऐ ,आज से आपके अंदर दोनो शक्तिया आ गई है ,शिवा को समझ मे आ गया कि उसके और नेहा के बदन के काले होने का मतलब क्या था ,थोड़ी देर दोनो बाते करते रहे फिर शिवा ने उसे समयमनी से बाहर आ गए दोनो पिछले 1200 दिनों से समयमनी में थे ,लेकिन पाताल के बलिलोक में सिर्फ 20 घण्टे ही खत्म हुवे थे ,शिवा ने नेहा को भी सब बताकर नेत्रा और बाकियों के पास छोड़ दिया पाताल के बलि लोक में एक दिन बिताकर भी धरती पर सिर्फ 2 मिनीट ही खत्म हुवे थे ,रीमा को छोड़ने के बाद सिर्फ पांच ही मिनीट में शिवा वापिस आ गया था नेहा को लेकर ,नेहा को देखकर तो सबकी आंखे एकदम फटी रह गई थी ,अपनी बिजली की का तत्व आ जाने से शिवा के साथ इतनी भयानक चुदाई झेलकर आयी नेहा पहले से बहुत ज्यादा सुंदर हो गयी थी ,उसका 34 28 36 का साइज बदलकर 40 30 44 का हो गया था ,अपने सभी बहनो में उसकी गांण्ड एकदम बड़ी हो गयी थी , शिवा उसे सबके पास छोड़कर रिना और मधु के पास चला गया ,शिवा के जाने बाद पायल ने एक शैतानी मुस्कान के साथ नेहा से कहा ,लगता है नेहा को एक ही तरफ से शिवा ने जमकर बजाया है ,इसकी गांण्ड तो देखो ,हमारे खानदान की सभी लड़कियों से बड़ी हो गयी है ,एक ही बार चुद कर ,नेहा थोड़ा सम्भल कर रहना शिवा का भरोसा नही है वो शायद तुम्हारी गांण्ड को दुनिया की सबसी बड़ी ना कर दे,
नेहा भी कम नही थी ,उसने कहा ,तू रुक थोड़े दिन जिस दिन शिवा तेरी लेगा ना पीछे से कसम से कहती हूं ,सबसे बड़ी गांण्ड तेरी होगी ,तुझे पता है ना पानी मे बिजली कितने जोरदार झटके मारती है बुलबुल ही ही ही ।